इशरत हिदायत ख़ान 33 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid इशरत हिदायत ख़ान 21 Nov 2024 · 1 min read بولنا سب کو أتا ہے بولنا سب کو أتا ہے بس کسی کا دماغ بولتا ہے کسی کا اخلاق بولتا ہے اور کسی کی زبان بولتی ہے Quote Writer 10 Share इशरत हिदायत ख़ान 19 Nov 2024 · 1 min read संभव है तुम्हें मेरे जैसे अनेकों लोग मिल जायें, पर ध्यान रहे संभव है तुम्हें मेरे जैसे अनेकों लोग मिल जायें, पर ध्यान रहे, वे मेरे जैसे होंगे- मैं नही। Quote Writer 15 Share इशरत हिदायत ख़ान 19 Nov 2024 · 1 min read सिर्फ वही इंसान शिक्षित है, जिसने सीखना और परिस्थितियों के अ सिर्फ वही इंसान शिक्षित है, जिसने सीखना और परिस्थितियों के अनुरूप बदलना सीख लिया। Quote Writer 13 Share इशरत हिदायत ख़ान 9 Nov 2024 · 1 min read जहाँ जहाँ कोई उर्दू ज़बान बोलता है। जहाँ जहाँ कोई उर्दू ज़बान बोलता है। वहाँ वहाँ मिरा हिन्दुस्तान बोलता है। दोस्तो, आदाब। आप सबको शाइर ए मशरिक़ 'सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्ताँ हमारा, के ख़ालिक डा. अल्लामा... Quote Writer 22 Share इशरत हिदायत ख़ान 1 Nov 2024 · 1 min read ये ताज़गी ये तबस्सुम और ये ज़िन्दगी ये ताज़गी ये तबस्सुम और ये ज़िन्दगी कहाँ मिलती हमें अगर चाय न होती ! Quote Writer 31 Share इशरत हिदायत ख़ान 1 Nov 2024 · 1 min read सज धज के आज वो दीवाली मनाएगी सज धज के आज वो दीवाली मनाएगी नादान है फुलझड़ी से दुपट्टा जलाएगी एक दीया अपनी हथेली पे रखेगी और कई फोटो खींच कर स्टेट्स पे लगाएगी Happy dipawali Quote Writer 30 Share इशरत हिदायत ख़ान 1 Nov 2024 · 1 min read सज धज के आज वो दीवाली मनाएगी सज धज के आज वो दीवाली मनाएगी नादान है फुलझड़ी से दुपट्टा जलाएगी एक दिया अपनी हथेली पे रखेगी और कई फोटो खींचेगी, स्टेट्स पे लगाएगी HAPPY DIPAWALI Quote Writer 26 Share इशरत हिदायत ख़ान 31 Oct 2024 · 1 min read ईश्वर जिसके भी सर्वनाश का विचार बनाते हैं तो सबसे पहले उसे ग ईश्वर जिसके भी सर्वनाश का विचार बनाते हैं तो सबसे पहले उसे गुस्सा दिलाते हैं। - यूरिपिड्स Quote Writer 29 Share इशरत हिदायत ख़ान 31 Oct 2024 · 1 min read मर्द की मोहब्बत औरत को हमेशा जवान रखती है जबकि मर्द से मिली मर्द की मोहब्बत औरत को हमेशा जवान रखती है जबकि मर्द से मिली ना-कदरी नौउमरी में औरत को बदसूरत और बद- मिजाज़ बना देती है। Quote Writer 25 Share इशरत हिदायत ख़ान 30 Oct 2024 · 1 min read न जाने कितनी उम्मीदें मर गईं मेरे अन्दर न जाने कितनी उम्मीदें मर गईं मेरे अन्दर अब तो अपना दिल भी कब्रिस्तान लगता है Quote Writer 21 Share इशरत हिदायत ख़ान 30 Oct 2024 · 1 min read मोहब्बत मुख़्तसर भी हो तो मोहब्बत मुख़्तसर भी हो तो उसे भूलने में उम्र लगती है वह चेहरा भूल भी जाता है मगर उस से जुड़ी दिल की सभी यादें अमरबेल की तरह रूह के... Quote Writer 18 Share इशरत हिदायत ख़ान 26 Oct 2024 · 1 min read सोचा यही था ज़िन्दगी तुझे गुज़ारते। सोचा यही था ज़िन्दगी तुझे गुज़ारते। तूने मुझे गुज़ार कर हैरान कर दिया! Quote Writer 16 Share इशरत हिदायत ख़ान 25 Oct 2024 · 1 min read तुझ से मोहब्बत से जरा पहले तुझ से मोहब्बत से जरा पहले मैं सिगरेट को जानलेवा समझता था..! Quote Writer 22 Share इशरत हिदायत ख़ान 23 Oct 2024 · 1 min read कहावत है कि आप घोड़े को घसीट कर पानी तक ले जा सकते हैं, पर म कहावत है कि आप घोड़े को घसीट कर पानी तक ले जा सकते हैं, पर मजबूर नही कर सकते कि वह पानी पिए भी। इसी तरह आप किसी को कामयाबी... Quote Writer 34 Share इशरत हिदायत ख़ान 14 Oct 2024 · 1 min read हमारे जैसों की समाधि के चौरे पर कोई आकर सुवासित पुष्प क्यों हमारे जैसों की समाधि के चौरे पर कोई आकर सुवासित पुष्प क्यों कर रखेगा? हम जैसों के ललाट किसी के अधर स्पर्श के लिए नही बने हैं। हम बोझ हैं।... Quote Writer 33 Share इशरत हिदायत ख़ान 12 Oct 2024 · 1 min read आप सभी साथियों को विजय दसवीं पर्व की ह्रदय तल से शुभकामनाएं आप सभी साथियों को विजय दसवीं पर्व की ह्रदय तल से शुभकामनाएं - इशरत हिदायत ख़ान Quote Writer 45 Share इशरत हिदायत ख़ान 8 Oct 2024 · 1 min read पढ़ रहा हूँ पढ़ रहा हूँ पढ़ना, ख़ास तौर पे मानव कौल को 'रूह' को तस्कीन देता है! Quote Writer 29 Share इशरत हिदायत ख़ान 7 Oct 2024 · 1 min read निकल आए न मेरी आँखों से ज़म ज़म निकल आए न मेरी आँखों से ज़म ज़म मेरे कुछ ख़्वाब यहाँ एड़ियाँ रगड़ते हैं! نکل آئے نہ میری آنکھوں سے زم زم میرے کچھ خواب یہاں ایڑیاں رگڑتے ہیں Quote Writer 32 Share इशरत हिदायत ख़ान 6 Oct 2024 · 1 min read सौन्दर्य, समय, सुख-दुख, प्रेम और.... सौन्दर्य, समय, सुख-दुख, प्रेम और.... कुछ भी तो नही ठहर सका पास में सब कुछ स्मृतियाँ भर रह गईं हाँ, एक चीज़ ठहरी है जड़ हो गई है अकेलापन! Quote Writer 35 Share इशरत हिदायत ख़ान 6 Oct 2024 · 1 min read जीवन शोकगीत है जीवन शोकगीत है उन समस्त क्षणों का जिनमें तुम आवश्यक थे .... और कहीं नही थे तुम! फिर तुम्हारी देहरी पर फूल धर गया कोई..? फिर तुम्हारी आँखों में स्वप्न... Quote Writer 30 Share इशरत हिदायत ख़ान 5 Oct 2024 · 1 min read बड़े सलीके, सुकून और जज़्बात से बड़े सलीके, सुकून और जज़्बात से सिरा दिए जाते हैं हम दुनिया में हजारों लहरें रगड़ कर धोती हैं हमें कुछ मचलती हैं हमारे लिए, कुछ लुभाती हैं कुछ पर... Quote Writer 34 Share इशरत हिदायत ख़ान 3 Oct 2024 · 1 min read इतनी शिद्दत से रहा इन्तज़ार मुझे। इतनी शिद्दत से रहा इन्तज़ार मुझे। वक़्त मिन्नतें करता रहा गुज़ार मुझे। चला मैं रूठ कर आवाज़ तक न दी उसने। मैं दिल में चीख़ कर कहता रहा पुकार मुझे! Quote Writer 1 35 Share इशरत हिदायत ख़ान 1 Oct 2024 · 1 min read उस झरोखे को बंद करें, जो आपको पीड़ा देता है, बाहर का दृश्य च उस झरोखे को बंद करें, जो आपको पीड़ा देता है, बाहर का दृश्य चाहें कितना भी सुन्दर क्यों न हो। Quote Writer 1 39 Share इशरत हिदायत ख़ान 27 Sep 2024 · 1 min read बचपन के सबसे प्यारे दोस्त से मिलने से बढ़कर सुखद और क्या हो बचपन के सबसे प्यारे दोस्त से मिलने से बढ़कर सुखद और क्या हो सकता है? किताबों से दोस्ती बहुत छुटपन में ही हो गई थी। 'पापा जब बच्चे थे' मैंने... Quote Writer 52 Share इशरत हिदायत ख़ान 25 Sep 2024 · 1 min read रातों की तन्हाई में रातों की तन्हाई में ख़्यालों के मेले में तेरी यादों ने दुकान लगा रखी है नीदों का कारोबार चौपट है! Quote Writer 55 Share इशरत हिदायत ख़ान 24 Sep 2024 · 1 min read पता नही क्यों लोग चाहत पे मरते हैं। पता नही क्यों लोग चाहत पे मरते हैं। हालांकि चाय ज़्यादा मज़े की होती है! Quote Writer 31 Share इशरत हिदायत ख़ान 24 Sep 2024 · 1 min read अपने दर्द को अपने रब से बोल दिया करो। अपने दर्द को अपने रब से बोल दिया करो। फिर दर्द जाने, दवा जाने और ख़ुदा जाने। Quote Writer 63 Share इशरत हिदायत ख़ान 14 Jan 2024 · 1 min read कविता तो कैमरे से भी की जाती है, पर विरले छायाकार ही यह हुनर कविता तो कैमरे से भी की जाती है, पर विरले छायाकार ही यह हुनर जानते हैं। - ख़ान इशरत परवेज़ Quote Writer 1 143 Share इशरत हिदायत ख़ान 14 Jan 2024 · 1 min read हम कहाँ से कहाँ आ गए हैं। पहले के समय में आयु में बड़ों का स हम कहाँ से कहाँ आ गए हैं। पहले के समय में आयु में बड़ों का सम्मान होता था। अब लोग आय में बड़ों का सम्मान करते हैं! - ख़ान इशरत... Quote Writer 301 Share इशरत हिदायत ख़ान 14 Jan 2024 · 1 min read सर्दी में कोहरा गिरता है बरसात में पानी। सर्दी में कोहरा गिरता है बरसात में पानी। इंसान के गिरने का कोई मौसम नही होता! ख़ान इशरत परवेज़ Quote Writer 131 Share इशरत हिदायत ख़ान 14 Jan 2024 · 1 min read जो तुम्हारी ख़ामोशी से तुम्हारी तकलीफ का अंदाजा न कर सके उसक जो तुम्हारी ख़ामोशी से तुम्हारी तकलीफ का अंदाजा न कर सके उसके सामने तकलीफ़ को बयान करना लफ़्ज़ों को जाया करना है - हजरत अली Quote Writer 347 Share इशरत हिदायत ख़ान 14 Jan 2024 · 1 min read आप लाख प्रयास कर लें। अपने प्रति किसी के ह्रदय में बलात् प्र आप लाख प्रयास कर लें। अपने प्रति किसी के ह्रदय में बलात् प्रेम और सम्मान जाग्रत नही कर सकते। अच्छा यह है कि अपनी टूटी हुई भावनाओं के किरचे उठाएं... Quote Writer 182 Share इशरत हिदायत ख़ान 22 Sep 2020 · 4 min read टूटे तारे टूटे तारे -ख़ान इशरत परवेज़ अब - इशरत हिदायत ख़ान "क्या लाऊँ, साहब?" बड़ी ही नम्रता से उसने पूछा. मैने सुबह के अखबार पर नज़र गड़ाए हुए ही कहा, "चाय....... Hindi · लघु कथा 3 4 505 Share