Abhishek Kashyap Tag: कविता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Abhishek Kashyap 8 Aug 2017 · 1 min read लोग क्यों इतने मगरूर हो रहे हैं न जाने लोग क्यों इतने मगरूर हो रहे हैं खुद को पहचानते नहीं खुद ही में मशहूर हो रहे हैं यूं तो गिले शिकवे हम भी किसी की करते नहीं... Hindi · कविता 2 2 494 Share Abhishek Kashyap 7 Aug 2017 · 1 min read तुम्हारे संग प्रिये प्रेम के इस पावन नगरी में जबसे बिखरा तुम्हारा रंग प्रिये लगने लगा मनभावन सारा जग और मुझमें उमंग प्रिये हर पल रहती यही लालसा रहूँ तुम्हारे संग प्रिये अंजन... Hindi · कविता 1 1 614 Share