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1098 posts
Page 9
वक्त-ए -रुख़सत इन्हें चश्म से निकाला है ,
वक्त-ए -रुख़सत इन्हें चश्म से निकाला है ,
sushil sarna
क्षणिका
क्षणिका
sushil sarna
दिल का क्या है   ....
दिल का क्या है ....
sushil sarna
बारिश पर  हाइकु:
बारिश पर हाइकु:
sushil sarna
पाप.....
पाप.....
sushil sarna
आयी बरखा हो गए,
आयी बरखा हो गए,
sushil sarna
बारिश की हर बूँद पर ,
बारिश की हर बूँद पर ,
sushil sarna
गगरी छलकी नैन की,
गगरी छलकी नैन की,
sushil sarna
सुर्ख कपोलों पर रुकी ,
सुर्ख कपोलों पर रुकी ,
sushil sarna
बरखा में ऐसा लगे,
बरखा में ऐसा लगे,
sushil sarna
आवारा बादल फिरें,
आवारा बादल फिरें,
sushil sarna
मोहब्बत क्या है  .......
मोहब्बत क्या है .......
sushil sarna
दोहा पंचक
दोहा पंचक
sushil sarna
मैंने देखा है   ....
मैंने देखा है ....
sushil sarna
दिलवालों के प्यार का, मौसम है बरसात ।
दिलवालों के प्यार का, मौसम है बरसात ।
sushil sarna
दोहा पंचक - - - - रात रही है बीत
दोहा पंचक - - - - रात रही है बीत
sushil sarna
चाल चलें अब मित्र से,
चाल चलें अब मित्र से,
sushil sarna
कैसी शिक्षा आज की,
कैसी शिक्षा आज की,
sushil sarna
शिक्षा का अब अर्थ है,
शिक्षा का अब अर्थ है,
sushil sarna
हंस काग दोनो पढें.
हंस काग दोनो पढें.
sushil sarna
अज्ञानी ज्ञानी हुए,
अज्ञानी ज्ञानी हुए,
sushil sarna
बीता कल ओझल हुआ,
बीता कल ओझल हुआ,
sushil sarna
काल  अटल संसार में,
काल अटल संसार में,
sushil sarna
चाल समय के अश्व की,
चाल समय के अश्व की,
sushil sarna
कल तो निर्मम काल है ,
कल तो निर्मम काल है ,
sushil sarna
आने वाले वक्त का,
आने वाले वक्त का,
sushil sarna
ख़्वाबों के रेशमी धागों से   .......
ख़्वाबों के रेशमी धागों से .......
sushil sarna
दोहा सप्तक : इच्छा ,कामना, चाह  आदि
दोहा सप्तक : इच्छा ,कामना, चाह आदि
sushil sarna
ढोंगी बाबा से सदा,
ढोंगी बाबा से सदा,
sushil sarna
ढोंगी देता ज्ञान का,
ढोंगी देता ज्ञान का,
sushil sarna
कुछ भागे कुछ गिर गए,
कुछ भागे कुछ गिर गए,
sushil sarna
कुछ न जाता सन्त का,
कुछ न जाता सन्त का,
sushil sarna
तिलक लगाया माथ पर,
तिलक लगाया माथ पर,
sushil sarna
तन मन धन से लूटते,
तन मन धन से लूटते,
sushil sarna
पानी से आग बुझाने की ....
पानी से आग बुझाने की ....
sushil sarna
पागल हो जनता चली,
पागल हो जनता चली,
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दोहा एकादश. . . . जरा काल
दोहा एकादश. . . . जरा काल
sushil sarna
सावन में मन मनचला,
सावन में मन मनचला,
sushil sarna
धक धक धड़की धड़कनें,
धक धक धड़की धड़कनें,
sushil sarna
प्रबल वेग बरसात का,
प्रबल वेग बरसात का,
sushil sarna
प्रबल वेग बरसात का,
प्रबल वेग बरसात का,
sushil sarna
जैसे-जैसे दिन ढला,
जैसे-जैसे दिन ढला,
sushil sarna
अधरों ने की दिल्लगी,
अधरों ने की दिल्लगी,
sushil sarna
कुछ क्षणिकाएं:
कुछ क्षणिकाएं:
sushil sarna
झूठा तन का आवरण,
झूठा तन का आवरण,
sushil sarna
जीव सदा संसार में,
जीव सदा संसार में,
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दोहा पंचक. . . . सावन
दोहा पंचक. . . . सावन
sushil sarna
कुंडलिया. . .
कुंडलिया. . .
sushil sarna
छोड़ दिया ज़माने को जिस मय के वास्ते
छोड़ दिया ज़माने को जिस मय के वास्ते
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दोहा पंचक. . . मेघ
दोहा पंचक. . . मेघ
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