सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2758 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 8 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Aug 2023 · 1 min read *दुनिया में नाटककार बड़े* *दुनिया में नाटककार बड़े* ********************* नेता अभिनेता से भी बड़े, दुनिया मे नाटककार बड़े। सच्चाई से नहीं लेना देना, कहलवाते तजुर्बेकार बड़े। जिनके दम खाते हैँ रोटी, उनका करें बहिष्कार... Hindi · ग़ज़ल 213 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Aug 2023 · 1 min read चुलबली इस कदर भा गई चुलबली इस कदर भा गई ********************* चुलबली इस कदर भा गई, आशिकी मन अग्न ला गई। देखते ही खो गये हम उसे, रोग ऐसा अजब ला गई। हुस्न ऐसा दिखा... Hindi · ग़ज़ल 253 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Aug 2023 · 1 min read ****** प्रिय मित्रों का वंदन करते हैँ ***** ****** प्रिय मित्रों का वंदन करते हैँ ***** ********************************** अपने प्रिय मित्रों का हम वंदन करते हैँ, पुलकित हर्षित मन से अभिनन्दन करते है। हम खुश हैँ हमारे यहाँ प्यारे... Hindi · गीत 129 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Aug 2023 · 1 min read ***होती है नैया पार नहीं*** ***होती है नैया पार नहीं*** ********************** वो कहते हम से प्यार नहीं, हम उनके सच्चे यार नहीं। वो बात दिलों की क्या जाने, प्रेम बिन जगात संसार नहीं। जो चीर... Hindi · ग़ज़ल 2 1 230 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Aug 2023 · 1 min read *चाहत का जादू छाया है* *चाहत का जादू छाया है* ********************* मत पूछों नीले नैनों से, चाहत का जादू छाया है। ना चाहूँ धन दौलत माया, तुम जीवन का सरमाया है। दिल से शुकराना ईश्वर... Hindi · ग़ज़ल 200 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Aug 2023 · 1 min read **देखेंगे हम तेरा राह कब तक** **देखेंगे हम तेरा राह कब तक** ************************** देखेंगे हम तेरा राह कब तक, सीने में महकेगी सांस कब तक। मरना जीना तो वश में नहीं है, जिंदा होंगे ये अरमान... Hindi · ग़ज़ल 274 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Aug 2023 · 1 min read *वो है खफ़ा मेरी किसी बात पर* *वो है खफ़ा मेरी किसी बात पर* ************************** वो है खफ़ा मेरी किसी बात पर, कर दो दफ़ा दे दो वफ़ा माफ़ कर। हटती नहीं नजरें निखरे चाँद पर, छाया... Hindi · ग़ज़ल 185 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Aug 2023 · 1 min read *कैसे दिल की किताबें मै खोलूँ* *कैसे दिल की किताबें मै खोलूँ* ************************* कैसे दिल की किताबें मै खोलूँ, मुंह से लफ्ज़ कैसे प्रेम के बोलूँ। मन की बातें तो कह दी उन से, उनके मब... Hindi · ग़ज़ल 102 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Aug 2023 · 1 min read *******प्रेम-गीत****** *******प्रेम-गीत****** ******************** लबों पर तेरा नाम है, सुबह से ले कर शाम है, हुआ दिल पागल मस्ताना, पल भर चैन ना आराम है। चाँद तारे सारे लुटा दूँ, फूलों को... Hindi · गीत 73 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Aug 2023 · 1 min read *धन दौलत का झौला आगे खोलो ना* *धन दौलत का झौला आगे खोलो ना* ****************************** दर पर आया मँगता खाली मोड़ो ना। धन दौलत का झौला आगे खोलो ना। मसले जो भी हो घर के ही अंदर... Hindi · ग़ज़ल 109 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 Jul 2023 · 1 min read कण-कण मे शहीद बोलता,कैसे मिली आजादी देश को कण-कण मे शहीद बोलता,कैसे मिली आजादी देश को ******************************************** कण-कण में शहीद बोलता,कैसे मिली आजादी देश को, रग -रग में था खून खोलता,कैसे मिली आजादी देश को। देश के ऊपर... Hindi · गीत 107 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 Jul 2023 · 1 min read *खूबसूरत नक्श नहीं निगाहें हैँ* *खूबसूरत नक्श नहीं निगाहें हैँ* ************************* खूबसूरत नक्श नहीं निगाहें हैँ, दीवानें हर दम भरते आहें है। प्रेम की आंधी मे बहती भावना, मन को भाती प्यार की राहें हैं।... Hindi · ग़ज़ल 278 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Jul 2023 · 1 min read *दो दिन की जिंदगानी* *दो दिन की जिंदगानी* ******************* दो दिन की जिंदगानी है, कुदरत की मेहरबानी है। जी लो जीभर के जिंदगी, पानी जैसी रवानी हैँ। झूलो झूमों बाँह फैलाये, कुछ दिन की... Hindi · ग़ज़ल 184 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Jul 2023 · 1 min read *पैंतीस चार सौ रुपये वेतन पुरी करो मांग क्लर्को की* *पैंतीस चार सौ रुपये वेतन पुरी करो मांग क्लर्को की* ****************************************** गूंगी बहरी सरकार वतन की सुन लो मांग क्लर्कों की, पैंतीस चार सौ रुपये वेतन पुरी करो मांग क्लर्कों... Hindi · गीत 190 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Jul 2023 · 1 min read *कर ले सतगुरु नाल प्यार बंदया तू तर जाना* *कर ले सतगुरु नाल प्यार बंदया तू तर जाना* ************************************ कर ले सतगुरु नाल प्यार बंदया तू तर जाना। जिन्दगी दो दिन दी उधार बंदया तू तर जाना। धन जोड़या... Hindi · गीत 150 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Jul 2023 · 1 min read *प्रेम बूँद से जियरा ना भरता* *प्रेम बूँद से जियरा ना भरता* ************************ बूँद - बूँद से सागर है भरता, लहर - लहर लहराता है मनवा। प्यास प्रीत की बढ़ती ही जाए, प्रेम बूँद से जियरा... Hindi · ग़ज़ल 122 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Jul 2023 · 1 min read *आखिर वो आई है घड़ी* *आखिर वो आई है घड़ी* ******************** आखिर वो आई है घड़ी, नजरें जा उनसे ही लड़ी। यौवन मदहोशी सा भरा, हीरे नीरज से वो जड़ी। क्या सिफ़तें सारी यूँ करूँ,... Hindi · ग़ज़ल 199 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Jul 2023 · 1 min read *बस मे भीड़ बड़ी रह गई मै खड़ी बैठने को मिली ना जगह* *बस मे भीड़ बड़ी रह गई मै खड़ी बैठने को मिली ना जगह* *********************************************** बस में भीड़ बड़ी रह गई मै खड़ी बैठने को मिली ना जगह, बस पर क्यों... Hindi · ग़ज़ल 102 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Jul 2023 · 1 min read *भला ये कैसी नौबत आई* *भला ये कैसी नौबत आई* ******************** भला ये कैसी नौबत आई, इधर कुंआ तो उधर खाई। घर भी छूटा घाट भी छूटा, भार्या प्यारी साथ भी छूटा, जब से पड़ोसन... Hindi · ग़ज़ल 140 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Jul 2023 · 1 min read उसके दर पर आज आना हुआ उसके दर पर आज आना हुआ ************************ उसके दर पर आज आना हुआ, याद फिर से बीता जमाना हुआ। देखा मुखड़ा खूबसूरत बलां, दिल तो पागल सा दिवाना हुआ। नजरें... Hindi · ग़ज़ल 50 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Jul 2023 · 1 min read *सामने वो आन खड़ी* *सामने वो आन खड़ी* ******************* सामने वो आन खड़ी, नजरों से जा नजर लड़ी। छा गया इक अजब नशा, सूली पर थी जान पड़ी। मन चंचल सा मचल उठा, प्यारी... Hindi · ग़ज़ल 218 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Jul 2023 · 1 min read ********* कुछ पता नहीं ******** ********* कुछ पता नहीं ******** ***************************** क्या होगी उनसे बात कुछ पता नही, मिल पाएगी दो आँख कुछ पता नहीं। सांसों की हल चल मार मारती बड़ी, बच जाएगी यूँ... Hindi · ग़ज़ल 237 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Jul 2023 · 1 min read *कोरा दायरा तन मन छू लूँ* *कोरा दायरा तन मन छू लूँ* ********************** यूँ कब से खड़े हम राहों में, बहने दो जरा कुछ सांसों में। पल प्यारा कहीं ना चल जाए, झट ले लो हमें... Hindi · ग़ज़ल 99 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Jul 2023 · 1 min read *समुद्र का वो हर पल निराला* *समुद्र का वो हर पल निराला* ************************ समुद्र का वो हर पल निराला है, लहरों को निज संग भगाता है। कौन निकाले गहराई से मोती, तल भी गहरा मौत का... Hindi · ग़ज़ल 289 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Jul 2023 · 1 min read *औरतों को करते निवस्त्र है* *औरतों को करते निवस्त्र है* *********************** मूर्ति को पहना रहे वस्त्र है, औरतों को करते निवस्त्र हैँ। बात करें भारत वर्ष महागुरु, स्त्री खिलाफ उठाते शस्त्र हैँ। औरतें हर कोने... Hindi · कविता 157 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Jul 2023 · 1 min read ******प्यारी मुलाक़ात***** ******प्यारी मुलाक़ात***** *********************** दिल की दिल से कुछ बात है, उनसे प्यारी सी मुलाक़ात है। जागी मिलने की आस है, सातों जन्मों का साथ है। सो जाऊँ पल भर गोद... Hindi · ग़ज़ल 232 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Jul 2023 · 1 min read **कुछ बंद कुछ खुले बाजार थे** **कुछ बंद कुछ खुले बाजार थे** *************************** मन में उभरते हुए कुछ भाव थे, कुछ बंद तो कुछ खुले बाजार थे। पर्दे की चादर में लिपटी पर्दानशीं, कभी न कभी... Hindi · कविता 177 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Jul 2023 · 1 min read **भीगी भीगी सी शाम** **भीगी भीगी सी शाम** ******************** हाथों में पकड़ा जाम है, मुख से वो कहते राम है। हर मजहब में होते अलग, कुदरत के ही सब नाम है। भक्तों के सारे... Hindi · ग़ज़ल 228 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Jul 2023 · 1 min read *मनभावन सा प्यारा मीत दे* *मनभावन सा प्यारा मीत दे* ********************** मनभावन सा प्यारा मीत दे, दिल को छू जाए संगीत दे। सूनेपन से जीवन भागता, मन मंदिर में बसता गीत दे। तन मन की... Hindi · ग़ज़ल 202 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Jul 2023 · 1 min read *वो दिल के बहुत अमीर है* *वो दिल के बहुत अमीर है* ********************** वो दिल का बहुत अमीर है, सीने में शीतल बहे समीर है। जो सब के जरा करीब हो, बंदा वो बड़ा नसीर है।... Hindi · ग़ज़ल 215 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Jul 2023 · 1 min read *यूँ ना जाओ हमें तन्हाँ छोड़ कर* *यूँ ना जाओ हमें तन्हाँ छोड़ कर* *************************** यूँ ना जाओ हमें तन्हाँ छोड़ कर, मर जाएंगे अकेले दम तोड़ कर। क्यों हो यूँ तुम खफा मै ना जानता, दूरी... Hindi · ग़ज़ल 251 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Jul 2023 · 1 min read *मायूस बेटियाँ नाशाद है* *मायूस बेटियाँ नाशाद है* ******************* यह् कैसा देश आजाद है, मायूस बेटियाँ नाशाद हैँ। लूट रही है रोज अस्मतें, कलियाँ हो रही बर्बाद हैं। कैसे बचाएँ लाज लज्जा, छिंटाकशी भरे... Hindi · कविता 87 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Jul 2023 · 1 min read **ऐसी कोई कहानी नहीं** **ऐसी कोई कहानी नहीं** ********************* ऐसी कोई जवानी नहीं, जिसकी कोई कहानी नहीं। देख लो चाहे सारा जहां, मिलती कोई निशानी नहीं। छाया रहता नशा हर पहर, चाहे गांव हो... Hindi · गीत 138 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Jul 2023 · 1 min read *** साथ निभाया नहीं *** *** साथ निभाया नहीं *** ********************* हाथ से हाथ मिलाया नही, साथ से साथ निभाया नहीं। फासला आज बहुत ज्यादा, प्रेम का साज बजाया नहीं। दूरियां रोज रही बढ़ती, मन... Hindi · ग़ज़ल 166 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Jul 2023 · 1 min read *प्यार भी मिलने लगा है लीज पर* *प्यार भी मिलने लगा है लीज पर* *************************** प्यार भी मिलने लगा है लीज पर, कुछ भी नही रखा है दहलीज पर। रंग बिरंगे रंग वाले बच निकलते हैँ, दाग... Hindi · ग़ज़ल 313 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Jul 2023 · 1 min read जय शिव शंकर जय शिव भोले जय शिव शंकर जय शिव भोले ************************* जय शिव शंकर जय शिव भोले, भक्त तेरे सदा जय बम बम बोले। हर संकट के शिव शंकर नाशन, जन जन जग मे... Hindi · गीत 374 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Jul 2023 · 1 min read ******* सब्जी मंडी का हाल ******* ******* सब्जी मंडी का हाल ******* ******************************* आओ सुनाए हाल सब्जी मंडी का, क्या क्या कैसा हाल सब्जी मंडी का। ऊँची कुर्सी पर धौस बनाए बैठे सेब थे, टमाटर की... Hindi · ग़ज़ल 244 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Jul 2023 · 1 min read दौलत जो भी कमाई है दौलत जो भी कमाई है ******************* दौलत जो भी कमाई है, कीमत काफ़ी चुकाई है। जख्म भरता नहीं कोई, बेशक़ मरहम दवाई है। बातें तन मन बहुत भायी, जो भी... Hindi · ग़ज़ल 236 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Jul 2023 · 1 min read *तुम से करनी दो बात बाकी है* *तुम से करनी दो बात बाकी है* ************************* तुम से करनी दो बात बाकी है, दिन तो बीता बस रात बाकी है। चलते चलते कटते गये रास्ते, डर को देनी... Hindi · ग़ज़ल 171 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Jul 2023 · 1 min read *जीवन जीने का आधार हो गया* *जीवन जीने का आधार हो गया* *************************** जब से यूँ उनका दीदार हो गया, जीवन जीने का आधार हो गया। बेचैनी बढ़ती रहती फिरूं ख़फ़ा, दिल जैसे तब से बीमार... Hindi · ग़ज़ल 433 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Jul 2023 · 1 min read *जीवन की सुंदर लय है* *जीवन की सुंदर लय है* ******************** मन में ना कोई भय है। जीवन की सुंदर लय है। मदहोशी छायी रग रग, हाथों मे पकड़ी मय है। छल का जो हो... Hindi · ग़ज़ल 91 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Jul 2023 · 1 min read ****मै से आगे हम**** ****मै से आगे हम**** ******************* मै से आगे बस हम हैँ, बाकी सारा तो भ्रम है। सीढ़ी दर सीढ़ी चढ़ते, बन जाता सीधा क्रम है। मंजिल मिल ही जाती है,... Hindi · ग़ज़ल 264 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Jul 2023 · 1 min read * मन में आया एक ख्याल है * * मन में आया एक ख्याल है * ************************ मन में आया एक ख्याल है, किस्मत मुझ पर क्यों दयाल है। हर पल हर दम तू रहे ख़फ़ा, किन बातों... Hindi · ग़ज़ल 292 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Jul 2023 · 1 min read जो कुछ भी है दिल में बताया कर जो कुछ भी है दिल में बताया कर *************************** जो कुछ भी है दिल में बताया कर, वास्ता है तुम को ना रुलाया कर। यूँ ये खुशियाँ मिलती नहीं जग... Hindi · ग़ज़ल 230 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Jul 2023 · 1 min read **मेघों को बरसने दो धरती बहुत प्यासी है** **मेघों को बरसने दो धरती बहुत प्यासी है** ************************************ मेघों को बरसने दो धरती माता बहुत प्यासी है, मानव के कृत्यों से प्रकृति में छायी उदासी है। विकास की सीधी... Hindi · कविता 158 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Jul 2023 · 1 min read **प्रकृति पूरे क्रोध में, नभ बरसे बरसात** **प्रकृति पूरे क्रोध में, नभ बरसे बरसात** ********************************* प्रकृति पूरे क्रोध में, नभ बरसे बरसात। आँधी पानी बाढ़ से, दिलाए कौन निजात।। सड़कों पर पानी चले, भरे नदी तालाब। घर... Hindi · दोहा 250 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Jul 2023 · 1 min read सखी वो नागिन विषैली सखी वो नागिन विषैली ****************** रास्ते में मिली सहेली। नाम था चंपा चमेली। जिस पथ मै था चला, उस पथ पर वो मिली, पर नहीं थी वो अकेली। रास्ते में... Hindi · गीत 146 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Jul 2023 · 1 min read ********* पत्नी से साली मिली ********* ********* पत्नी से साली मिली ********* *********************************** पत्नी से साली मिली , जीजू हुए हैरान। पोल खोल दे ना कहीं , सोच कर परेशान।। आँख मिचोनी खेलते, साली संग जनाब।... Hindi · दोहा 114 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Jul 2023 · 1 min read ***आंचल में सिर छुपाने की*** ***आंचल में सिर छुपाने की*** ************************** कोशिश तू कर नजरें मिलाने की, चिंता ना कर कुछ भी जमाने की। भूलो शिकवे जो भी जहन में हो, बारी तेरी वादा निभाने... Hindi · ग़ज़ल 79 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Jul 2023 · 1 min read **** टुकड़ों के निशान **** **** टुकड़ों के निशान **** ********************** ये दिल तुझ पर ही कुर्बान है, तुम से ही सारा जहान है। मिलती जीवन में नहीं वफ़ा, अरमानों की भी दुकान है। सीना... Hindi · ग़ज़ल 195 Share Previous Page 8 Next