'अशांत' शेखर Language: Hindi 534 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 10 Next 'अशांत' शेखर 18 Jun 2022 · 1 min read ✍️बुनियाद✍️ ✍️बुनियाद✍️ .................................................// आसमान चूमती छते अपनी ऊंचाई पर इतरा रही है। उसकी बुनियाद में इँसा के खून पसीने की खुशबु है।। .................................................// ✍️"अशांत"शेखर✍️ 18/09/2022 Hindi · Ashantshekharlekhani 1 2 219 Share 'अशांत' शेखर 18 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️बूद✍️✍️ ✍️✍️बूद✍️✍️ ...................................// मेरा बूद मुझ से जुदा है, शक है वो अंदर ही होगा । गहरी लंबी नींद से जागु तो वो भी शायद जागेगा ।। ....................................// .✍️"अशांत"शेखर✍️ 18/06/2022 Hindi · Ashantshekharlekhani · शेर 433 Share 'अशांत' शेखर 18 Jun 2022 · 1 min read ✍️"अग्निपथ-३"...!✍️ ✍️"अग्निपथ-३"...!✍️ ....................................................// कल ओर एक फ़िल्म रिलीज़ हुई नाम है "अग्निपथ-३"...! उसकी भीषण वास्तविकता स्क्रीन के बजाय रास्ते पर थी... हमने पटरी पर जलती रेल देखी। इस बार "निर्माता" सरकार... Hindi · मुक्तक 1 227 Share 'अशांत' शेखर 18 Jun 2022 · 1 min read ✍️आप क्यूँ लिखते है ?✍️ ✍️आप क्यूँ लिखते है ?✍️ ................................................................// पुरे दिन की जहांन की हरकतें, मौसम की हलचल, करवट बदलता वक़्त, इन सबको निचोड़कर कुछ गंदगी को छानके कुछ अच्छाई को पिरोके लफ्ज़ो... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 2 4 282 Share 'अशांत' शेखर 17 Jun 2022 · 1 min read ✍️वो उड़ते रहता है✍️ ✍️वो उड़ते रहता है✍️ .............................................................// वो बज़्म में झुठ तबियत से बोलता है। और फिर हर बार पकड़ा भी जाता है । चीजें बेचने का हुनर उसका लाजवाब चर्चा में... Hindi · Ashantshekharlekhani · हास्य-व्यंग्य 214 Share 'अशांत' शेखर 17 Jun 2022 · 1 min read ✍️मैं कैसे आज़ाद हूँ (??)✍️ ✍️मैं कैसे आज़ाद हूँ (??)✍️ ...........................................// मैं उनके खिलाफ लड़ नहीं सकता, मेरे हर औजार के परवाने पर उनके दस्तख़त है । मैं तुम्हारे हक़ में लिख नहीं सकता, मेरे... Hindi · Ashantshekharlekhani 2 4 529 Share 'अशांत' शेखर 17 Jun 2022 · 1 min read ✍️मेरा साया छूकर गया✍️ ✍️मेरा साया छूकर गया✍️ ................................................................// मेरे गिरेबाँ पर जब वो उंगली उठाकर गया। मेरा साया भी उसके हाथों को छूकर गया। अपनी गलती का उसे कोई अफ़सोस नहीं.. वो आँखों... Hindi · Ashantshekharlekhani · ग़ज़ल 3 6 376 Share 'अशांत' शेखर 17 Jun 2022 · 1 min read ✍️जमाना नहीं रहा...✍️ ✍️जमाना नहीं रहा...✍️ ...................................................// साथ किसीके दर्द खुशियाँ बाटने का जमाना नहीं रहा । डाकियों के हाथ से खत पहुँचाने का जमाना नहीं रहा । समझौते की यहाँ जिंदगी समझने... Hindi · Ashantshekharlekhani · ग़ज़ल 3 4 193 Share 'अशांत' शेखर 17 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️ए जिंदगी✍️✍️ ✍️✍️ए जिंदगी✍️✍️ .......................................// तू नहीं जानती ए जिंदगी मुश्किल वक़्त कैसे गुज़रता है..! कड़ी धूप में अश्कों की गीली चादर सुखाने में ही दिन ढलता है..! फिर तन्हा दिल सूखे... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 2 4 199 Share 'अशांत' शेखर 16 Jun 2022 · 1 min read ✍️चार कदम जिंदगी✍️ ✍️चार कदम जिंदगी✍️ ..........................................// कल जिंदगी की राह पर चार कदम चलके देखा... दो कदम पर 'दर्द 'जोर से टकराया । दो कदम पर 'ख़ुशी 'का सिर्फ साया... ............................................// ✍️"अशांत"शेखर✍️... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 242 Share 'अशांत' शेखर 16 Jun 2022 · 1 min read ✍️दो पंक्तिया✍️ 1.✍️तंगदिली✍️ .......................// ढाई अक्षर प्रेम के... ढाई अक्षर त्याग के... दोनों के लिए इंसान तंगदिली... करता है। ...................................../ 2.✍️मुझे माफ़ कर✍️ ........................// इतना लाचार मैंने किसी को देखा नहीं...! थरथराते... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 202 Share 'अशांत' शेखर 16 Jun 2022 · 1 min read ✍️अपना ही सवाल✍️ ✍️अपना ही सवाल✍️ .................................................// जहां आपका सच हज़म ना हो वहा दुश्मनी को उबाल आता है। गर लाज़मी जवाब की इंतिहा हो अपना ही पलटकर सवाल आता है ।। ......................................................//... Hindi · Ashantshekharlekhani · शेर 1 2 189 Share 'अशांत' शेखर 16 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️लफ्ज़✍️✍️ ✍️✍️लफ्ज़✍️✍️ ...........................................// कभी किसी का आत्मसम्मान कट के हो जाये चूर... कभी किसी का स्वाभिमान फट के हो जाये गुरूर... अपने तीखे लफ्ज़ो में निर्मान ना हो कभी ऐसी पैनी... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 1 234 Share 'अशांत' शेखर 16 Jun 2022 · 1 min read ✍️क़ुर्बान मेरा जज़्बा हो✍️ ✍️क़ुर्बान मेरा जज़्बा हो✍️ .........................................................// कौन चाहता है ज़मी पे शोर शराबा हो हम अहल-ए-वतन में ये खूनखराबा हो गर ज़ियारत करके वो मिले तो ढूँढ लो..! किसने कहाँ के... Hindi · Ashantshekharlekhani · ग़ज़ल 1 2 251 Share 'अशांत' शेखर 15 Jun 2022 · 1 min read ✍️सिर्फ दो पल...दो बातें✍️ ✍️सिर्फ दो पल...दो बातें✍️ ............................................// कल नये साल के सौ मीठेबोल संदेश भेजें और बाकी है..! रोज किसी के जन्मदिन की बधाईयाँ... शादी वर्षगांठ की खुशियाँ... और किसीके पुण्यस्मरण की... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 2 381 Share 'अशांत' शेखर 15 Jun 2022 · 1 min read ✍️कोरोना✍️ ✍️कोरोना✍️ .................................// कल चाँद सूरज के अनबन में धरती और आसमान का तलाक हो गया। आसमान ने अपने चहीते रिश्तेदार वापस बुला लिये । धरती ने अपने हिस्से के खुशनसीब... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 183 Share 'अशांत' शेखर 15 Jun 2022 · 1 min read ✍️झूठा सच✍️ ✍️झूठा सच✍️ ................................// किसीने खूब कहाँ "भगवान के घर देर है अंधेर नहीं"। यहाँ इंसान के महलों में आँखे चकाचौन्ध रोशनी में भी अंधी है, और हर नेक काम में... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 1 1 240 Share 'अशांत' शेखर 15 Jun 2022 · 1 min read ✍️लॉकडाउन✍️ ✍️लॉकडाउन✍️ .............................// खचाखच भरी भीड़ से रास्ते गलियां तंग हो गयी । और इंसान की रास्ते गलियों से जंग हो गयी ।। अब रास्ते भी तन्हा..! इंसान का दुश्वार जीना..!... Hindi 3 4 281 Share 'अशांत' शेखर 15 Jun 2022 · 1 min read ✍️मौत का जश्न✍️ ✍️मौत का जश्न✍️ ..........................// कल वो एक रोटी के वास्ते... एड़िया रगड़ रगड़कर मौत के आगोश में भूखा सो गया। वहाँ नई जिंदगानियाँ बसाने का जश्न मनाया गया । ...................................//... Hindi · Ashantshekharlekhani 1 218 Share 'अशांत' शेखर 15 Jun 2022 · 1 min read ✍️एक आफ़ताब ही काफी है✍️ ✍️एक आफ़ताब ही काफी है✍️ ......................................................// मजहबी आग सुलगाने एक हिज़ाब ही काफी है । चेहरे पर लगे चेहरे छुपाने एक नक़ाब ही काफी है । सवालो की है उलझने,बस..... Hindi · Ashantshekharlekhani · ग़ज़ल 2 4 242 Share 'अशांत' शेखर 14 Jun 2022 · 1 min read .✍️कबीर-मुर्शिद मेरा✍️ ✍️कबीर-मुर्शिद मेरा✍️ .......................................................// "पोथी पढ़ि पढ़ि जग मुआ, पंडित भया न कोय, ढाई आखर प्रेम का, पढ़े सो पंडित होय।" इस युद्धजन्य स्थिति में कबीर कितने समर्पक है। काश इस... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 2 4 226 Share 'अशांत' शेखर 14 Jun 2022 · 1 min read ✍️मुझे कातिब बनाया✍️ ✍️मुझे कातिब बनाया✍️ .......................................................// हमने तेज हवाँ के आँधियों में भी जलने की तरकीब सिखी है। हजारों बुझे चरागो को रोशन करने की भी करतब सिखी है। मेरे आसमाँ में... Hindi · Ashantshekharlekhani · ग़ज़ल 3 4 268 Share 'अशांत' शेखर 14 Jun 2022 · 1 min read ✍️मैं परिंदा...!✍️ ✍️✍️ मैं परिंदा...!✍️✍️ .............................................................// वक़्त के इस हालात का हूँ मैं परिंदा । फिर भी उड़ने का रखता हूँ मैं इरादा ।। उलझा हूँ मैं,जो तेरा बिछाया है जाल ।... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 4 6 951 Share 'अशांत' शेखर 13 Jun 2022 · 1 min read ✍️बगावत थी उसकी✍️ ✍️बगावत थी उसकी✍️ ..............................................................// उसके टूटने पर पता चला के, काँच की फितरत थी उसकी । दिल भी तन्हा छोटा था उसका और छोटी सी हसरत थी उसकी । हम... Hindi · Ashantshekharlekhani · ग़ज़ल 1 4 251 Share 'अशांत' शेखर 13 Jun 2022 · 1 min read ✍️जिंदगी✍️ ✍️जिंदगी✍️ ......................................// दोस्त चेहरे की क्या अहमियत वो बड़े कलंदर होते है। हम दिल में समंदर ढूंढते है। कभी वो फुर्सत में खुलकर मिली तो उसके भी चेहरे पर समंदर... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 2 2 222 Share 'अशांत' शेखर 13 Jun 2022 · 1 min read ✍️खुशी✍️ ✍️✍️खुशी✍️✍️ ......................................// कितना मेकअप ओढ़े घूमती फिरती है खुशी, यहाँ वहाँ और कहाँ कहाँ... जैसे गम की कोई बिसाद ही नहीं । कितनी भी परते हटा लो यहाँ वहाँ और... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 3 2 273 Share 'अशांत' शेखर 13 Jun 2022 · 1 min read ✍️दिल ही बेईमान था✍️ ✍️दिल ही बेईमान था✍️ ..........................................................// यही एक तन्हाई दिल के करीब थी । कुछ यादें भी थी जो हमसे रुठ गयी ।। वो सच का इक़रार करे,फ़रियाद मांगी । शायद... Hindi · Ashantshekharlekhani · ग़ज़ल 1 2 315 Share 'अशांत' शेखर 13 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️व्यवस्था✍️✍️ ✍️✍️व्यवस्था✍️✍️ ................................................// मैं जानता हूँ कल फिर यहाँ जिंदगानियाँ तरन्नुम होगी, फ़तेह की कहानियाँ नयी जुबाँ लिखेगी, खुशियों के मेले लगेंगे आदमियों की भीड़ सजेगी। क्या फर्क पड़ता है गर... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 2 4 435 Share 'अशांत' शेखर 13 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️हिमाक़त✍️✍️ ✍️✍️हिमाक़त✍️✍️ ......................................// यहाँ हर कोई हर किसीका सुकून छीनने के फिराक में है। यहाँ कोई किसीका रंज-ओ-गम चुराने की हिमाक़त नहीं करता।। ..........................................// ✍️"अशांत"शेखर✍️ 13/06/2022 Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 4 2 266 Share 'अशांत' शेखर 13 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️हमदर्द✍️✍️ ✍️✍️हमदर्द✍️✍️ ..............…........................// वो नासाज़ लुटेरा बड़ा ही दिल के दर्द का मरीज़ होगा...! मेरी खाली तिजोरी से सिर्फ अल्फाज़ो के पन्ने चुरा ले गया...! .......................................// ©✍️"अशांत"शेखर✍️ 13/06/2022 Hindi · Ashantshekharlekhan · मुक्तक 1 4 350 Share 'अशांत' शेखर 13 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️रूपया✍️✍️ ✍️✍️रूपया✍️✍️ ...................................…..// कल धरा के उस बाजार में वो गिर गया और चर्चा-ए-आम हो गया। अब चर्चा-ए-खास ये है हर कोई उसे उठाने पर आमादा है अपनी खुशियां आबाद रखने... Hindi · Ashantshekhatlekhani · मुक्तक 1 2 647 Share 'अशांत' शेखर 13 Jun 2022 · 1 min read .✍️आशियाना✍️ ✍️✍️आशियाना✍️✍️ ........................................// कलेजे को हाथ में रखकर जिस्म को तपाना पड़ता है नंगे धुप में, रूह को भिगाना पड़ता है धुँवाधार बेरहम बारिश में, और साँसों को ठिठुरना पड़ता है... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 2 366 Share 'अशांत' शेखर 13 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️नींद✍️✍️ ✍️✍️नींद✍️✍️ ................................…...// मेरी रूह से जाने की एक दफ़ा इजाजत क्या दी..! वो वापस लौटने का नाम ही नहीं लेती, कही अर्से हुए उसे मिले हुए...! वो आँखों से ओझल... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 2 2 367 Share 'अशांत' शेखर 12 Jun 2022 · 1 min read ✍️वो मील का पत्थर....! ✍️वो मील का पत्थर....!✍️ ----------------------–----// रोज मेरे ख़्वाब में एक मील का पत्थर आता है और मुझसे मेरे शहर का पता पूछता है...! मैं हैरान परेशान मेरे जिस्म पर कोई... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 599 Share 'अशांत' शेखर 12 Jun 2022 · 1 min read ✍️ मसला क्यूँ है ?✍️ ✍️ मसला क्यूँ है ?✍️ -----------------------------------------// वो किसी जर्रे में मौजूद ही नहीं, तो ये क़त्ले-आम मसला क्यूँ है ? ख़ुद मरके उसे जिंदा रखने का, इंसान के ज़िद में... Hindi · Gazhalashantlekhani · ग़ज़ल 1 326 Share 'अशांत' शेखर 12 Jun 2022 · 1 min read ✍️पत्थर✍️ ✍️पत्थर...!✍️ -----------------------------------// एक पत्थर तेरे हाथ में... एक पत्थर मेरे हाथ में... तू काँच की हवेली में खड़ा है मैं आँच की हथेली पे पला हूँ, आँधियों में भी बेख़ौफ़... Hindi · मुक्तक 731 Share 'अशांत' शेखर 11 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️चार बूँदे...✍️✍️ ✍️चार बूँदे...✍️ -----------------------------// आज फिर से बारिश चार बूँदे छिड़क गयीं दो बूँदे उसकी आँखों में नमी भर गयी। दो बूँदे दिल के तपिश को ठंडा कर गयी ।। -------------------------------//... Hindi · Ashantshekharlekhani · Muktakashantlekhani · मुक्तक 1 2 334 Share 'अशांत' शेखर 11 Jun 2022 · 1 min read ✍️निज़ाम✍️ ✍️✍️निज़ाम✍️✍️ ----------------------------------------------------- // जहाँ में उसका ऊसूल,उसका ही निज़ाम है आब-ओ-हवाँ पर सबका हक़ बराबर है। फिर किसकी सल्तनत के लिए ये जंग है क्यों करते है वो,नफरत का कारोबार... Hindi · Ashantshekharlekhani · शेर 517 Share 'अशांत' शेखर 11 Jun 2022 · 1 min read ✍️मेरा जिक्र हुवा✍️ ✍️ मेरा जिक्र हुवा...✍️ -------------------------------// चंद लफ्ज़ो का दर्द मेरा, बयां क्या किया। उसके किस्से कहानी मे मेरा जिक्र हुवा ।। दिल के गहराई की जद्दोजहद बेकार गयी । लाख... Hindi · Ashantshekharlekhan · शेर 1 275 Share 'अशांत' शेखर 11 Jun 2022 · 1 min read ✍️मेहरबानी✍️ ✍️मेहरबानी...✍️ -----------–------------------------// मैं बहोत दूर चला आया सिर्फ ये जानने के लिये खाली शहर कैसा लगता होगा, उजालो की बाते करनेवाला शहर क्या गुमसुम अंधेरो से लिपटा होगा ? आसमान... Hindi · Ashantshekharlekhan · मुक्तक 1 2 246 Share 'अशांत' शेखर 11 Jun 2022 · 1 min read ✍️वो कहना ही भूल गया✍️ ✍️वो कहना ही भूल गया✍️ …………………………………………// मैं धीरे धीरे पिघल गया । शमा की तरह जल गया ।। शहद की जुबां थी उसकी । मैं ख़ुद ब खुद संभल गया... Hindi · Ashantshekharlekhan · गज़ल 2 428 Share 'अशांत' शेखर 11 Jun 2022 · 2 min read ✍️तो ऐसा नहीं होता✍️ ✍️तो ऐसा नहीं होता....✍️ ----------------------------// तो ऐसा नहीं होता.... यदि इतिहास में दफ़न वो सच फिर से उजागर नहीं होता और ना उखाड़ते वो गढ़े मुर्दे जो आपके प्रगतिशील वर्तमान... Hindi · kavita/ashantshekha · कविता 1 339 Share 'अशांत' शेखर 10 Jun 2022 · 1 min read ✍️बात मुख़्तसर बदल जायेगी✍️ ✍️ बात मुख़्तसर बदल जायेगी✍️ ---------------------------------------------// उसका नूर देखके सोचा तक़दीर बदल जायेगी। सूरत देखके चाँद की भी तसवीर बदल जायेगी।। इतनी बुलंद कहाँ क़िस्मत मेरे सितारे गर्दिश में थे... Hindi · gazal/ashantshekhar · ग़ज़ल 269 Share 'अशांत' शेखर 10 Jun 2022 · 1 min read ✍️सब खुदा हो गये✍️ ✍️सब खुदा हो गये✍️ --------------------------------------------------// आजकल लोग बड़े ही संज़ीदा हो गये । गुलबहार के चमन भी अलविदा हो गये ।। वो कहाँ है बारिश में गीली रेत के घरौंदे... Hindi 2 2 282 Share 'अशांत' शेखर 10 Jun 2022 · 1 min read ✍️मातम और सोग है...!✍️ ✍️मातम और सोग है...!✍️ -----------------------------------// वो फूंक कर चिंगारी शहर में, पूछता है किसने आग लगाई ? सारे चूल्हों की बुझाकर आँच , पूछता है किसने भूख सुलगाई ? कल... Hindi · kavita/ashantshekha · कविता 1 4 385 Share 'अशांत' शेखर 9 Jun 2022 · 1 min read ✍️बस इतनी सी ख्वाईश✍️ ✍️बस इतनी सी ख्वाईश✍️ ------------------------------------// यहाँ तक चलते चलते कई पाँव थक जाते है...! बड़ा लंबा है जिंदगी का एक छोटा पड़ाव, हम ढूँढ रहे बसर, जिंदगी कहाँ ठहरी होगी...?... Hindi · कविता 2 3 253 Share 'अशांत' शेखर 9 Jun 2022 · 1 min read ✍️किसान की आत्मकथा✍️ ✍️किसान की आत्मकथा✍️ ------------------------------------// जोत के रखा उसने खेत सारा, बच्चोकी रोटी के वास्ते... और पानी का एक कतरा भी न था सुखी आँखों में नमी के वास्ते... --------------------------------------// ✍️"अशांत"शेखर✍️... Hindi · कविता 2 2 488 Share 'अशांत' शेखर 8 Jun 2022 · 1 min read ✍️सुकून✍️ ✍️सुकून✍️ -----------------------// उसकी बातों पर यकीन था उसने कहाँ 'ये जिंदगी बड़ी ही रंगीन है"। मैंने अपने जिंदगी के कोरे "कैनवास" पे इंद्रधनु के सारे रंग उँडेल दिये... हरा,लाल,पिला, गुलाबी,जामुनी,निला... Hindi · कविता 3 4 391 Share 'अशांत' शेखर 8 Jun 2022 · 2 min read ✍️वो "डर" है।✍️ ✍️वो "डर" है।✍️ ------------------------// एक अनचाहा अंजानासा थोड़ा जाना पहचानासा..! मुझे वो बचपन से ही मिलता था, दादा दादी के कहानियों में नाना नानी की जुबानियो में, माँ के लाडली... Hindi · कविता 2 8 524 Share 'अशांत' शेखर 7 Jun 2022 · 1 min read ✍️खुदगर्ज़ थे वो ख्वाब✍️ ✍️खुदगर्ज़ थे वो ख्वाब✍️ -------------------------------------------------// उसके छत पे चली बारिश झमाझम । मेरे तन्हा अश्क़ ख़ुद मुझे भीगा गये ।। दिल इश्क़ की चादर ओढ़कर सोया था । खुदगर्ज़ थे... Hindi · शेर 4 5 557 Share Previous Page 10 Next