Ranjana Mathur 479 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 10 Ranjana Mathur 3 Sep 2017 · 1 min read कह-मुकरियां (अमीर खुसरो द्वारा बनाई गई कविता की एक विधा) कह-मुकरियां सुन्दरता ऐसी न हटती निगाहें छोडे न कलाई सजाए वो बाहें सुर उनका मीठा गूंजे मेरा अंगना। ऐ सखि साजन! ना सखि कंगना। साथ सदा रहे वो सारी उमरिया... Hindi · कविता 428 Share Ranjana Mathur 3 Sep 2017 · 1 min read विश्वास पिछले कुछ वर्षों में कन्या भ्रूण हत्या की घटनाएं बढ़ने तथा बेटी के प्रति समाज में बढ़ती जागरूकता के चलते अधिक- तर रचनाकारों की लेखनी बेटी के पक्ष में... Hindi · लेख 526 Share Ranjana Mathur 3 Sep 2017 · 1 min read किस्मत हाथों की लकीरों की चित्रकारी में साथियों, कुछ डालो मेहनत के रंग। फिर जो अक्स उभरेगा भविष्य का उसमें निखर कर आएगा, तुम्हारी किस्मत का असली रूप रंग। किस्मत की... Hindi · कविता 636 Share Ranjana Mathur 3 Sep 2017 · 3 min read क्यों उड़ गई ? -= क्यों उड़ गई =- जून का महीना था। घर की छत पर पड़ोस से आ रहे आम के पेड़ पर एक चिड़िया चिरौंटे का जोड़ा तिनके ला-ला कर... Hindi · कहानी 448 Share Ranjana Mathur 3 Sep 2017 · 1 min read छोड़ दें क्या आएंगे अगर राहों में पत्थर तो दोस्तों, क्या पथरीली जमीं पे हम चलना ही छोड़ दें। बिखरी है कड़ी धूप तो छाया भी आएगी, इस की तपत से डर के... Hindi · कविता 324 Share Ranjana Mathur 3 Sep 2017 · 1 min read माँ *माँ * माँ तो माँ है, मांँ से न कोई महान है। मांँ के भीतर बसी सारी दुनिया जहान है। मांँ वो शख्सियत है जो सींचती, हमारे तन-मन और प्राण... Hindi · कविता 617 Share Ranjana Mathur 1 Sep 2017 · 1 min read समर्पण तुम जीत जाओ बार बार। हार कर भी बहुत खुश हैं हम।। तेरे चेहरे पर जीत की ये मुस्कान। हमारे लिए जीत से नहीं है कम।। ---रंजना माथुर दिनांक 08/08/2017... Hindi · कविता 407 Share Ranjana Mathur 1 Sep 2017 · 1 min read अहसास अनजाना कौन अनजाना-सा हमें याद यूं आ जाता है। पलकों को फिर से यूँ हर बार भिगो जाता है। दिल में है दर्द निगाहों में भी समाई है तपन कौन है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 308 Share Ranjana Mathur 1 Sep 2017 · 1 min read नई सुबह भोर हुई लो भोर हुई रश्मियों ने डाला डेरा सूर्य देवता का हुआ पग फेरा चंचल चिड़िया चहक उठीं पुष्प वाटिका महक उठीं मन मुग्ध बावरा नाच उठा पंछियों ने... Hindi · कविता 452 Share Ranjana Mathur 1 Sep 2017 · 1 min read रोना आया आज तो यह आलम है दिल का कि हर बात पे दिल घबराया। आहट भी कहीं हल्की सी हुई तो हर बात पे रोना आया। **** आस्थाऐं ह्रदयों की चूर... Hindi · कविता 361 Share Ranjana Mathur 1 Sep 2017 · 1 min read खुशी खुशियाँ हैं आसपास ही कहीं, ढूँढिए तो जरूर मिलेंगी। कीजिए किसी नन्हे बालक से जरा बात, उस की तोतली जुबान में मिलेंगी । कराइए किसी बुजुर्ग को सड़क पार, उनके... Hindi · कविता 358 Share Ranjana Mathur 1 Sep 2017 · 1 min read मेरी बिटिया तू प्रातः की सुन्दर किरण। तू बगिया की चंचल बयार। तू चिड़िया की मधुर गूंज। तू संगीत की मीठी सरगम। तू वर्षा की शीतल बूंद। तू चंदा का शांत प्रकाश।... Hindi · कविता 347 Share Ranjana Mathur 31 Aug 2017 · 1 min read हम अकेले आज फिर दिखने लगा अक्स तेरा धुंधली यादों के झमेले में। तुम तो बस छोड़ गये हमको उलझे हम तो अकेले में। साथ तो तुमने कभी का छोड़ दिया मेरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 296 Share Ranjana Mathur 31 Aug 2017 · 1 min read याद जब आती है ## # गज़ल ### बारिशों की बूंदें यूंँ मायूस बनाती हैं मुझे। ठंडी पुरवाई तेरी यादें दिलाती हैं मुझे। काली घटाओं के ऊपर तो बस नहीं मेरा तेरी जुल्फों का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 243 Share Ranjana Mathur 31 Aug 2017 · 1 min read झंकृत हो उठे स्मृतियों के तार ब्लैक एंड व्हाइट टीवी का, पहला - पहला गाना प्यारा । मिले सुर मेरा तुम्हारा, तो सुर बने हमारा। रविवार को सुबह रंगोली, रोज शाम को चित्रहार। घर- घर के... Hindi · कविता 316 Share Ranjana Mathur 30 Aug 2017 · 1 min read उगता हुआ कवि मेरी दोहिती पावनी (चुनमुन) अभी मात्र दो वर्ष की है। पता नहीं इतनी नन्ही - सी जान के भीतर कौन सा कवि ह्रदय विराजमान है कि वह बातें भी अनेकों... Hindi · लेख 370 Share Ranjana Mathur 30 Aug 2017 · 1 min read त्राहि-त्राहि ==त्राहि-त्राहि== हे इन्द्र देवता कृपा करो, इतना कहर न बरपा करो। कहीं फट रहे हैं बादल, कहीं बाढ़ कर रही है पागल। रंगीले राजस्थान हो या, दिल्ली की हो आबादी।... Hindi · कविता 1 780 Share Ranjana Mathur 30 Aug 2017 · 1 min read नारी तेरे रूप अनेक परमात्मा की सबसे प्यारी कृति है नारी। नारी में निहित की उसने जग की शक्तियाँ सारी।। ईश्वर ने ह्रदय दिया है उतना ही कोमल। जितनी सृजित की यह आकृति प्यारी।।... Hindi · कविता 1 2k Share Ranjana Mathur 30 Aug 2017 · 2 min read हर पल आप हर पल हर क्षण याद आते हैं, जैसे आज भी आप ही मेरी श्वासों की बागडोर चलाते हैं। आती है जब-जब गरमी की ऋतु, आंखों में मेरी भर जाते... Hindi · कविता 355 Share Ranjana Mathur 30 Aug 2017 · 1 min read नेह की डोरी नेह की डोरी राखी केवल नहीं है धागा है यह स्नेह की इक डोर सबल। इस प्यार को निभाता हर भाई रक्षा बहन की करे हल पल। बिन बहना के... Hindi · कविता 567 Share Ranjana Mathur 30 Aug 2017 · 2 min read क्या औचित्य है हिन्दी दिवस का ? आज हम भारत वासियों को अंग्रेजों की पराधीनता से मुक्ति प्राप्त किए हुए 70 वर्ष व्यतीत हो चुके हैं। इतने लम्बे अंतराल के पश्चात् भी हम "अंग्रेजों" की गुलामी से... Hindi · लेख 443 Share Ranjana Mathur 30 Aug 2017 · 1 min read सांवलो सलोनो सावन कविता - - सांवलो सलोनो सावन विधा-वर्ण पिरामिड ओ कारे बदरा बरसो रे आयो सावन उड़े लहरिया गोरी झूले झूलना। छा गये बादल काले काले पी के दरस को तरस... Hindi · कविता 473 Share Ranjana Mathur 29 Aug 2017 · 1 min read माता पिता पर हाइकु ?? न होता कभी प्रेम जिसका कम वह होती माँ ?? न पिता जैसा अमीर दुनिया में बच्चों के लिए ?? फिर क्यों है ये आज की युवा पीढ़ी बड़ी... Hindi · हाइकु 653 Share Ranjana Mathur 29 Aug 2017 · 1 min read आएगी सबकी बारी ==आएगी सबकी बारी== जो घर में रख न सके तुम अपनों को कभी अब गैरों को हमदर्दी दिखाते क्यूँ हो।। माता-पिता को तो तरसाया सूखी रोटी को वृद्धाश्रम में हलवा... Hindi · कविता 588 Share Ranjana Mathur 29 Aug 2017 · 1 min read दिन बचपन के मुझे याद आया अपना बचपन, दर्पण में जब देखा प्रतिबिम्ब। कहा आईने से इस बड़प्पन की मूरत को, तू ही संभाल न कर विलम्ब। मैं दौड़ चली अपने बचपन में।... Hindi · कविता 501 Share Ranjana Mathur 29 Aug 2017 · 3 min read मेरा बंगला मोनू दोस्तों से तन कर बोला-"फिकर न कर मैं ले आता हूँ तेरी गेंद। ये तो मेरा ही बंगला है।" पानी से भरे स्वीमिंग पूल में दोस्त कल्लू की फूटी... Hindi · कहानी 854 Share Ranjana Mathur 29 Aug 2017 · 1 min read ऐ हिमालय सुन मां का दर्द एक सजग प्रहरी की शहादत पर एक दुखिया माँ का प्रश्न---- ऐ हिमालय सुन मां का दर्द तेरी ऊंची चोटी सा था वह सुदृढ़ विशाल। वीर बहादुर मेरा लाल। तू... Hindi · कविता 1 593 Share Ranjana Mathur 29 Aug 2017 · 1 min read बच्चा ईश्वर की सबसे अनमोल कृति है बच्चा। किसी ने पूछा मुझसे कि ईश्वर के संदेशों का, कौन है वाहक सबसे अच्छा। मैंने कहा कि एक नन्हा - मुन्ना प्यारा- सा... Hindi · कविता 543 Share Ranjana Mathur 29 Aug 2017 · 2 min read मन कहे मेरा **** माँ तेरे इस घर में ही तो बुना मेरे जीवन का ताना - बाना है सुन मेरी प्यारी माँ मुझको दूसरे घर नहीं जाना है। **** माँ मुझको दूसरे... Hindi · कविता 471 Share Previous Page 10