Minal Aggarwal 1149 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 9 Next Minal Aggarwal 2 Jan 2022 · 1 min read पर्दों का काफिला पर्दे पर पर्दा पर्दे पर पर्दा यह न जाने कितने अनगिनत पर्दों का काफिला न जाने कितना अंधेरा है रोशनी का कहीं न दिख रहा एक भी कतरा है न... Hindi · कविता 1 1 432 Share Minal Aggarwal 2 Jan 2022 · 1 min read माचिस की एक तिल्ली जलाकर माचिस की एक तिल्ली जलाकर जी में आता है इन बेमतलब के रिश्तों में आग लगा दूं यह तो सूरज के एक तपते आग उगलते गोले से हैं दूर से... Hindi · कविता 1 1 332 Share Minal Aggarwal 1 Jan 2022 · 1 min read मुश्किल दलदल में फंसा भी रहे हैं हाथ आगे बढ़ाकर बाहर निकालने के लिए मदद की गुहार लगा भी रहे हैं समझना बेहद मुश्किल है यह कि ऐसी बीमार मानसिकता आखिरकार... Hindi · कविता 1 199 Share Minal Aggarwal 1 Jan 2022 · 1 min read जब मुझसे प्यार नहीं तो जब मुझसे प्यार नहीं तो मेरी तरफ ध्यान कैसे होगा हां पर सामने पड़ते ही मेरे बिना बात मारने के लिए मुझे जो कुछ न भी घटित हुआ हो वह... Hindi · कविता 377 Share Minal Aggarwal 1 Jan 2022 · 1 min read बचपन की फुलवारी में गली गली खिली नन्ही कलियां बचपन की फुलवारी में फूल बन खिली खिलखिलाती एक साथ इतराती, इठलाती एक साथ कभी न लड़ती कभी न झगड़ती वह सब तो बस मुस्कुराती... Hindi · कविता 371 Share Minal Aggarwal 31 Dec 2021 · 1 min read पैरों में बेड़ियां हैं पांवों में बंधी होनी चाहिए थी पायल बजने चाहिए थे चारों दिशाओं हर ओर फिजाओं में उसके कंठ से फूटते खन खन खनकते घुंघरुओं का शोर यह तो शायद था... Hindi · कविता 1 289 Share Minal Aggarwal 31 Dec 2021 · 1 min read सोचता हूं सोचता हूं कि यह सुख का समय कम और दुख का समय अधिक क्यों होता है किसी के भी जीवन में सोचता हूं हम जो चाहते हैं वह नहीं पाते... Hindi · कविता 1 160 Share Minal Aggarwal 31 Dec 2021 · 1 min read मां मेरी मां आप रहना सुरक्षित तो ही रह सकूंगा मैं जीवित बचाये रखना खुद को जीवन की राह में आती तमाम बाधाओं से तभी मैं बड़ा होकर एक वट वृक्ष सा... Hindi · कविता 1 224 Share Minal Aggarwal 30 Dec 2021 · 1 min read यह प्रेम की भाषा है कुछ कहा तुमने कुछ सुना मैंने अरे कहां कुछ कहा कहां कुछ सुना बस नैनों की पोरों से अपने दिल में बसा सारा प्यार मेरे दिल में उड़ेल दिया तुमने... Hindi · कविता 444 Share Minal Aggarwal 30 Dec 2021 · 1 min read दर्द की वह शाख भी दर्द की वह शाख भी सर्द हुई बर्फ हुई गल गई पिघल गई जड़ से खत्म हुई तुझसे जो मैं जुदा हुई खुद से विरक्त हुई खुद में इतनी तन्हा... Hindi · कविता 407 Share Minal Aggarwal 30 Dec 2021 · 1 min read बच्चे मेरा हाथ पकड़ ले बच्चे मेरा हाथ पकड़ ले बहुत तसल्ली मिलती है मुझे यह कहता था बड़ी हसरत भरी निगाहों से मेरी तरफ देखते हुए अक्सर ही अपनी उम्र के आखिरी पड़ाव और... Hindi · कविता 1 434 Share Minal Aggarwal 29 Dec 2021 · 1 min read बंद हो जायें चाहे मुलाकातें दिन ढल जायेगा सांझ हो जायेगी वह आने में देर कर रही है जितनी लम्बी हो सकती थी मुलाकात वह अब छोटी रह जायेगी बंद हो जायें चाहे मुलाकातें लेकिन... Hindi · कविता 1 1 281 Share Minal Aggarwal 29 Dec 2021 · 1 min read वह तो नहीं हैं पर क्या मुझे अभी भी यकीन नहीं होता कि वह अब इस दुनिया में नहीं हैं वह तो नहीं हैं पर क्या मैं हूं। मीनल सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज... Hindi · कविता 161 Share Minal Aggarwal 29 Dec 2021 · 1 min read उस नादान को वह चली वह रुकी वह मुड़ी कुछ भी ठीक तरह से तय वह कर नहीं पाती जिन्दगी कुछ समझाओ उस नादान को ऐसे उसकी जिन्दगी आखिर कटेगी कैसे। मीनल सुपुत्री... Hindi · कविता 355 Share Minal Aggarwal 28 Dec 2021 · 1 min read गुजरती है वह हर रोज ही इस राह से गुजरती है वह हर रोज ही इस राह से कोई नजर भरकर उसे देखता भी नहीं खाली है वह भीतर से कितनी पर कोई दरिया एक बूंद से भी उसकी... Hindi · कविता 1 416 Share Minal Aggarwal 28 Dec 2021 · 1 min read वह एक फूलों से भरा गुलिस्तां होगा मैंने सोचा था कि वह एक फूलों से भरा गुलिस्तां होगा वह तो एक सूखा हुआ पतझड़ का मंजर निकला हर चमन फूलों की खुशबुओं से आबाद नहीं होता यह... Hindi · कविता 254 Share Minal Aggarwal 28 Dec 2021 · 1 min read यह खामोश से साये हैं यह खामोश से साये हैं इन्हें खामोश ही रहने दो कहीं बोलने पर आये तो फूट पड़ेंगे और फिर इन्हें रोकना मुश्किल हो जायेगा एक गहरे सागर के पानी से... Hindi · कविता 182 Share Minal Aggarwal 27 Dec 2021 · 1 min read ऐ आसमान आज एक सीढ़ी ऐ आसमान आज एक सीढ़ी आसमान से जमीन तक उतरती हुई लगाओ ना मुझे अपने पास मिलने के लिए बुलाओ ना जमीन से तुम्हें देखती हूं हर रोज मन सा... Hindi · कविता 257 Share Minal Aggarwal 27 Dec 2021 · 1 min read मेरे घर के आंगन में लगा यह पेड़ जीवन में सब कुछ अस्थाई है लेकिन मुझे खुशी है तसल्ली है और यकीन भी कि मेरे रहने तक तो बहुत कुछ स्थाई भी है जैसे मेरे घर के आंगन... Hindi · कविता 1 1 247 Share Minal Aggarwal 27 Dec 2021 · 1 min read वह हर मूल्यवान रिश्ते को इतने वह हर मूल्यवान रिश्ते को इतने हल्के में क्यों ले रहा है जिन लोगों को वह महत्वपूर्ण समझ रहा है वह दरअसल बिल्कुल भी महत्वपूर्ण और स्थाई नहीं हैं और... Hindi · कविता 1 186 Share Minal Aggarwal 26 Dec 2021 · 1 min read कोई कभी होता था कोई कभी होता था यही मंजर जो अब है देख रहा होता था दृश्य जीवन के पटल पर चलते रहते हैं बदस्तूर उन्हें देखने वाले बदलते रहते हैं जो बिताये... Hindi · कविता 1 363 Share Minal Aggarwal 26 Dec 2021 · 1 min read जिन्दगी के हर इम्तिहान में जिन्दगी के हर इम्तिहान में पास हुई फिर भी लोग मेरा इम्तिहान लेना नहीं छोड़ते मुझे परखना मेरी अग्नि परीक्षा लेना नहीं छोड़ते जिन्दगी के आखिरी मोड़ पर लगता है... Hindi · कविता 226 Share Minal Aggarwal 26 Dec 2021 · 1 min read वक्त की हवा वक्त की हवा बड़ी तेज है बहा ले जायेगी अपने साथ सबको उम्र का बढ़ना अपना पल पल बदलना तो मैं रोक न पाई यह चले तो और न चले... Hindi · कविता 345 Share Minal Aggarwal 25 Dec 2021 · 1 min read प्रेम की एक ज्योत जगाने वह आ रही है दिल में प्रेम की एक ज्योत जगाने उसके बुझने तक वह न और इंतजार करेगी चली जायेगी वापिस कल फिर उन्हीं रास्तों को पार करके इस... Hindi · कविता 164 Share Minal Aggarwal 25 Dec 2021 · 1 min read अंजान बनकर क्रूरता की सारी हदें पार कर दी और जमाने को दिखाता है कि वह बहुत महान है यह मानकर चलता है कि किसी की न आंख है देखने के लिए... Hindi · कविता 183 Share Minal Aggarwal 25 Dec 2021 · 1 min read उसका बसेरा वह सूरज डूब गया पर मेरे दिल में तो वह अब भी उगा हुआ है उसका उजाला अभी भी सीने के हर कोने में भरा हुआ है कोई कहीं नहीं... Hindi · कविता 200 Share Minal Aggarwal 24 Dec 2021 · 1 min read यह दरख्त यह दरख्त वहीं का वहीं खड़ा है बस कभी झड़ता है तो कभी निखरता है अपने रंग और रूप तो अक्सर बदलता ही रहता है खुश होता है कि इतना... Hindi · कविता 204 Share Minal Aggarwal 24 Dec 2021 · 1 min read वह मेरे दिल के मकान में जो जो मेरी जिन्दगी में मुझसे जुड़ा पीछे छूटता जा रहा है वह मेरे दिल के मकान में घर करता जा रहा वह जितना मुझसे दूर जा रहा है मेरे... Hindi · कविता 398 Share Minal Aggarwal 24 Dec 2021 · 1 min read यह खरीददार इस दुनिया में झोले में बेचने के लिए सामान कम है पर इतना है कि बिक गया तो आज का दिन कट जायेगा आज का खाना ठीक से खा पायेगा रात को चैन... Hindi · कविता 266 Share Minal Aggarwal 23 Dec 2021 · 1 min read वह बूढ़ी औरत वह बूढ़ी औरत ढो रही अपने झुके हुए कंधों पर मैला तो भूख तो अब भी है गरीबी तो अब भी है लाचारी तो अब भी है यह अच्छा है... Hindi · कविता 586 Share Minal Aggarwal 23 Dec 2021 · 1 min read मन के जल से भरे पोखर में अब कल, आज और कल आजकल हर दिन हर रात हर समय सब कुछ जो हो रहा घटित एक सा है मेरा मन हो गया है अब स्थिर इसके जल से... Hindi · कविता 300 Share Minal Aggarwal 23 Dec 2021 · 1 min read घर के बंद कमरों में सड़क के किनारे रह रहे लोग अक्सर बस जाते हैं घर में महफूज रह रहे लोग ज्यादातर उजड़ जाते हैं बिना दीवारों बिना दरवाजों बिना खिड़कियों के सब एक दूसरे... Hindi · कविता 201 Share Minal Aggarwal 22 Dec 2021 · 1 min read इस चलती फिरती सड़क पर इस चलती फिरती सड़क पर इतनी भीड़ इतने लोग लेकिन एक के चेहरे पर भी मुस्कुराहट नहीं हर कोई लगता आजकल तनाव में किससे बात करो अपने मरने तक तो... Hindi · कविता 2 1 267 Share Minal Aggarwal 22 Dec 2021 · 1 min read एक नागफनी सी बड़ी जालिम है यह दुनिया एक नागफनी सी मैं सारी उम्र समझती रही इसे एक कोमल फूल मैं तो अब भी हूं एक फूल ही पर थोड़ा थोड़ा मुर्झाने पर... Hindi · कविता 1 443 Share Minal Aggarwal 22 Dec 2021 · 1 min read यह तो पानी का वह बुलबुला है जो मैं समझती थी कि यह शीशा है यह तो पत्थर भी न निकला यह तो पानी का वह बुलबुला है जो एक शोले की तरह खिलखिलाकर हंसता ही रहता है... Hindi · कविता 207 Share Minal Aggarwal 21 Dec 2021 · 1 min read यह अंजान चेहरे यह अंजान चेहरे भले हैं जो मेरी तरफ मुस्कुराकर तो देखते हैं खामोश रहते हैं या कम बोलते हैं कुछ थोड़ा बहुत पूछते भी हैं तो मेरे बारे में कुछ... Hindi · कविता 206 Share Minal Aggarwal 21 Dec 2021 · 1 min read एक जैसे नहीं घर में एक छत के नीचे रह रहे सब लोग भी एक जैसे नहीं सब अलग अलग तरह के हैं हर बार मुझसे यही भूल हो जाती है कि मैं... Hindi · कविता 159 Share Minal Aggarwal 21 Dec 2021 · 1 min read जिन्दगी दरवाजा खोलती नहीं जब जब मौत देती है मेरे घर के दरवाजे पर दस्तक जिन्दगी दरवाजा खोलती नहीं उसे बाहर की बाहर भगा देती है घर में घुसने देती नहीं कहती है समझाती... Hindi · कविता 301 Share Minal Aggarwal 20 Dec 2021 · 1 min read दिल टूटता नहीं बातें तो इस दुनिया की सारी ही दिल तोड़ने वाली हैं पर यह दिल भी है मजबूत जो टूटता ही नहीं इसे खुद पर इतना है भरोसा कि वह टूटता... Hindi · कविता 1 185 Share Minal Aggarwal 20 Dec 2021 · 1 min read यह कैसी रोशनी है यह कैसी रोशनी है रास्ता न दिखाकर मंजिल का पता न बताकर मुझे गुमराह कर रही है मेरे पास आकर मुझे जला रही है चमक रही है एक जुगनू सी... Hindi · कविता 214 Share Minal Aggarwal 20 Dec 2021 · 1 min read अभिमान की अग्नि में जलकर वह सूरज उगता जा रहा है आसमान तक पहुंचता जा रहा है आसमान से जमीन पर गिर रहे सितारे को देखकर मुस्कुरा रहा है उसकी खिल्ली उड़ा रहा है उसका... Hindi · कविता 1 1 364 Share Minal Aggarwal 19 Dec 2021 · 1 min read दो तस्वीरें लगी हैं दो तस्वीरें लगी हैं हर किसी के दिल में एक सुख तो दूसरी दुख की चेहरे पर वह भाव दिखता है जो दिल को इन दोनों में से ज्यादा जचता... Hindi · कविता 1 1 202 Share Minal Aggarwal 19 Dec 2021 · 1 min read मेरा दर्पण मेरा दर्पण तरह तरह की छवियां बनाता है बस एक मेरी नहीं बनाता पूछो तो कहता है कि मैं तो तेरा हूं तुझे क्या बनाना दिल में तुझे बसाता हूं... Hindi · कविता 1 860 Share Minal Aggarwal 19 Dec 2021 · 1 min read एक कसम उठा रखी है एक कसम उठा रखी है उस प्यार करने वाले ने कि सच को झुठलाऊंगा झूठ को अपनाऊंगा चाहे मैं पूरी तौर पर बर्बाद हो जाऊं चाहे तो मेरा परिवार तबाह... Hindi · कविता 295 Share Minal Aggarwal 18 Dec 2021 · 1 min read मौत के रहस्य को आज तुम्हारी बारी है कल मेरी होगी पर मौत एक ऐसा अनुभव है जिसे हम बांट नहीं सकते किसी मरने वाले के साथ साथ उसके जा भी नहीं सकते उसे... Hindi · कविता 1 1 311 Share Minal Aggarwal 18 Dec 2021 · 1 min read हक की लड़ाई जिसका जो हक है वह भी उसे मिलता नहीं तो फिर किसी को इस जिन्दगी में मिलता क्या है बस लड़ते रहो सारी उम्र अपने हक की लड़ाई हारते हुए... Hindi · कविता 1 532 Share Minal Aggarwal 18 Dec 2021 · 1 min read उनकी यादों में मेरा स्थान यह गली का आवारा कुत्ता भी मुझे देखकर बिना बात के भौंकता नहीं लेकिन यह पढ़ा लिखा समाज मेरे घर के सभ्य लोग हर समय करते मुझे प्रताड़ित बिना बात... Hindi · कविता 1 208 Share Minal Aggarwal 17 Dec 2021 · 1 min read एक भी धड़कन इस आदमी के सीने में धड़कती एक भी धड़कन जब तुम्हारे नाम नहीं तो इसका क्या अफसोस करना तुम कर लो खुद को इसकी दुनिया से रुखसत जिस दुनिया में... Hindi · कविता 436 Share Minal Aggarwal 17 Dec 2021 · 1 min read उसके चेहरे पर पड़ी झुर्रियां उसके चेहरे पर पड़ी झुर्रियां कभी मुस्कुराती हैं तो कभी उसके दिल से निकलकर चेहरे पर उभर रहे बेइन्तहा दर्द को अपनी खाल के नीचे छिपाती हैं आहिस्ता आहिस्ता पर... Hindi · कविता 390 Share Minal Aggarwal 17 Dec 2021 · 1 min read साज को तोड़ते हैं साज को तोड़ते हैं फिर चाहते हैं वह बजे भी दूर से जब सुनाई पड़ता है उन्हें उस साज का टूटा फूटा सुर तो तलाशने लगते हैं उस जगह को... Hindi · कविता 229 Share Previous Page 9 Next