Ranjana Mathur Language: Hindi 458 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 9 Next Ranjana Mathur 10 Sep 2017 · 1 min read ले लो दुआएँ माँ-बाप की (वर्ण पिरामिड) ओ मेरे लाडले तुझको दूं जी भर कर अपनी दुआएं जुग-जुग जिए तू ! ********** मांँ हूँ ना तभी तो बेचैन हूँ अपने लाल की याद करके अँखियाँ भिगोती हूँ।... Hindi · कविता 595 Share Ranjana Mathur 10 Sep 2017 · 1 min read *उम्मीद पर टिकी है दुनिया * फिज़ाओं में खुशबुएं भी हैं घुली घुली, केवल जहर ही नहीं हवाओं की उड़न में। आओ छुअन में एहसास करें जरा।। ******* दुनिया में प्रेम और नेकी भी है रची... Hindi · कविता 407 Share Ranjana Mathur 10 Sep 2017 · 1 min read बीती यादों के बसेरे तन्हा रातों में बिसरी यादों को आवाज दे बुला रहा हूँ मैं। जुबां तो हो चुकी खामोश सदा दिल की सुना रहा हूँ मैं। दवा तो हो चुकी बेअसर कभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 718 Share Ranjana Mathur 9 Sep 2017 · 1 min read =आओ प्रकृति की पूजा करें= प्रकृति मित्र है मानव मात्र की, वह संरक्षक है संसार की। हमारी श्वास है वह, उच्छवास है वह, जीवन का आधार है वह, प्राण वायु की वाहक है वह। प्रकृति... Hindi · कविता 594 Share Ranjana Mathur 9 Sep 2017 · 1 min read यही है दुनिया कविता - - -( वर्ण पिरामिड) रे भोले मनवा दुनिया की चालबाजियां कब समझेगा ओ मूरख नादान। है सब भरम दुनिया में ना ही कुछ भी सांचा है जग में... Hindi · कविता 461 Share Ranjana Mathur 9 Sep 2017 · 1 min read कुण्डलिया साथ बुरे का दोगे तो खुद भी बुरे कहलाओ। कोयले की ये कोठरी कैसे खुद को बचाओ। कैसे खुद को बचाओ बहुत कठिन है भाई। संगत की रंगत तो हरदम... Hindi · कुण्डलिया 424 Share Ranjana Mathur 9 Sep 2017 · 1 min read हसरत है मेरी बिन तेरे अब तो गुजारा कहीं नहीं मेरा, भरी महफ़िल में रहकर भी तन्हां रहूँगा। तेरी यादों की खुशबू में है ऐसी तासीर हर पल उसी अहसास से महका रहूँगा।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 500 Share Ranjana Mathur 9 Sep 2017 · 1 min read हमें जवाब चाहिए आक्सीजन की कमी से दम तोड़ते मासूम बाढ़ों के सैलाब में बहते बेबस नर नारी ट्रेन हादसों में ढेर होती लाशें शायद हैं सारे महज तमाशे विद्यालयों में बालकों की... Hindi · कविता 771 Share Ranjana Mathur 9 Sep 2017 · 1 min read जागो जागो जंगलात को काट काट हम बना रहे हैं शहर, प्रकृति का प्रकोप कभी बन कर गिरेगा कहर। कुदरत और प्राणी दोनों हैं इक दूजे के पूरक, न समझा मानव... Hindi · कविता 392 Share Ranjana Mathur 9 Sep 2017 · 1 min read *=* नारी शक्ति को समर्पित *=* नारी न कहिए उसको बेचारी। नही है बेबस न कोई लाचारी। पुरुष को देना छोडो़ दोष। वह नहीं है अत्याचारी। बुराई तो छिपी है खुद जड़ों में हमारी। पुरुष ने... Hindi · कविता 554 Share Ranjana Mathur 8 Sep 2017 · 1 min read कौन उत्तरदायी ? ब्लू व्हेल गेम से हो रही आत्महत्याएं और इस से उपजे भय के लिए कौन उत्तरदायी है ? उत्तर दायित्व हैं बच्चों के अभिभावक। पाश्चात्य संस्कृति व सभ्यता का अंधानुकरण... Hindi · लेख 1 667 Share Ranjana Mathur 8 Sep 2017 · 1 min read == वक्त को पहचान लिया हमने == तेरे गरूर को तो करके यूँ टुकड़े-टुकड़े, हमने भी तेरे उस भरम को तोड़ना शुरू कर दिया। समय ने भी शुरू किये अपने तेवर बिखेरने मैंने भी तुमसे कुछ न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 386 Share Ranjana Mathur 8 Sep 2017 · 2 min read तुझे किस नाम से पुकारूं भोलेनाथ को समर्पित (शिव जी के 51 नाम सहित कविता ) भोलेनाथ ओ शंकर त्रिपुरारी, ओ त्रिपुरारी - - - - शर्व तेरी है महिमा बड़ी न्यारी। बेलपत्र आक धतूरा... Hindi · कविता 657 Share Ranjana Mathur 7 Sep 2017 · 1 min read == सपने में == सीमा पर प्रहरी बनकर, तुम्हें है अपना देश बचाना। तुम ने ही है मुझे सिखाया, दूर रह कर भी साथ निभाना। मैंने सीख लिया है प्रियवर, तुम बिन इस दिल... Hindi · कविता 1 396 Share Ranjana Mathur 7 Sep 2017 · 1 min read *** थाह नहीं *** तेरा यह गांभीर्य, लिए है कितनी गहराई? है आभास नहीं। मांँ कहलाना हे वसुंधरे, क्या होता है आसान कभी? जगत् माता निज उर पर, तू सहिष्णुता की प्रतिमूर्ति बन, सहती... Hindi · कविता 616 Share Ranjana Mathur 7 Sep 2017 · 1 min read ~~~~~दर्पण~~~~~ ===दर्पण=== सीखिए आईने से हिम्मत रखना। नाजुक इतना कि टूट जाता है एक पत्थर से ही। लेकिन सच्चाई की तस्वीर दिखाने में डरता नहीं। झूठ कभी बोलने की कोशिश करता... Hindi · कविता 845 Share Ranjana Mathur 7 Sep 2017 · 1 min read वो भी क्या दिन थे आज के दोहे - - 1.छत पर जल छिड़काय के, बिस्तर दियो लगाय। पड़ते ही आती थी निंदिया, प्रभु ए सी दियो चलाय।। 2.रखते छत पर रोज इक, पानी भरी... Hindi · दोहा 1 1 661 Share Ranjana Mathur 7 Sep 2017 · 1 min read = तेरा साथ है तो = अगर तुम झुकने से खुश हो, तो हम झुक जाएंगे। बिन साथ के तुम्हारे तो, दिल के तार ही रुक जाएंगे। हो तुम पास मेरे, तो है जिन्दगी। बिना तुम्हारे... Hindi · कविता 524 Share Ranjana Mathur 7 Sep 2017 · 1 min read जय हे! वीणा पाणि माता जय हो जय माता शारदे ! ओ शारदे ! हमें तार दे। तेरे ही चरणों में है, मेरा स्वर-स्वर, मेरा शब्द-शब्द, तू इन्हें उद्धार दे। माता शारदे ! मांँ शारदे,... Hindi · कविता 1 1 373 Share Ranjana Mathur 7 Sep 2017 · 1 min read सुन सैनिक प्यारे ऐ रणबांकुरे सपूत हमारे! ऐ वीर बहादुर सैनिक प्यारे! अब तुझको तेरा देश पुकारे, अब तुझको तेरा वतन पुकारे। एक मांँ कह रही यह तुझसे बेटा। अब नहीं है तुझ... Hindi · कविता 399 Share Ranjana Mathur 6 Sep 2017 · 1 min read ===हम गांव वाले हैं === ===हम गांव वाले हैं === कतरा-कतरा अपनी ढूंढ रहे हैं हम पहचान, टुकड़ा टुकड़ा ढूंढ रहे हम अपने लिए स्थान। हम शहरों में रहने आए हमें न रास आई ये... Hindi · कविता 459 Share Ranjana Mathur 6 Sep 2017 · 2 min read =सुन रहा है न तू= ===सुन रहा है न तू=== (एक असहाय वृद्धा माँ के दर्दनाक अंत की कहानी) जिस दिन तेरा एहसास हुआ, न पांव जमीं पर पड़ रहे थे मेरे। नौ माहों... Hindi · कविता 675 Share Ranjana Mathur 5 Sep 2017 · 1 min read -=- आशीर्वाद - =- जब जब मुझ पर संकट आया मैंने तुझको सम्मुख पाया विघ्न विनाशक कष्ट निवारक बन बिगड़ा हर काज बनाया। मेरे कानों में गुंजित है प्रतिपल तेरा यह मीठा आशीष। कि... Hindi · कविता 314 Share Ranjana Mathur 5 Sep 2017 · 1 min read == करना ही होगा ==# *** करना ही होगा *** न जाने हम अपने धर्म को कितना जानते हैं आजकल। उसके विषय पर बात करना हंसी-खेल मानते हैं आजकल। देवी-देवताओं के कार्टून बनाते हैं और... Hindi · कविता 458 Share Ranjana Mathur 5 Sep 2017 · 1 min read *** प्रीत की आस *** सावन की अलमस्त ये भीगी भोर, हरित है अवनि, कजरारा है अम्बर। नभ समझे निज को तो कान्हा, और वसुधा को राधा रानी। रिझा रहा श्यामल चितचोर, धरती का नाचे... Hindi · कविता 304 Share Ranjana Mathur 4 Sep 2017 · 1 min read ----धोखा ---- धोखा, शब्द है बड़ा अनोखा। जो हो गया माहिर इसमें, वह कभी भी चूकता नहीं मौका। जब भी होती जरा सी गुंजाइश, दिखा देता है दुनिया को, अपनी खुराफातों का... Hindi · कविता 476 Share Ranjana Mathur 4 Sep 2017 · 1 min read = प्यार की खातिर = खुशियाँ ही खुशियाँ होती जिन्दगी में, तो गम बेचारा कहां जाता। इसीलिये हमने जोड़ लिया उससे नाता। जीत ही जीत होती अगर दुनिया में, तो हार बेचारी कहां जाती। इसीलिए... Hindi · कविता 1 1 745 Share Ranjana Mathur 4 Sep 2017 · 1 min read #=#=# हौसला जिन्दगी का #=#=# दुख की घड़ी में तो आंसू भी आंखों का साथ नहीं देते। मुश्किल वक्त हो तो अपने भी बढ़ कर हाथ नहीं देते। जब इतना समझते हो तो न दुख... Hindi · कविता 445 Share Ranjana Mathur 4 Sep 2017 · 1 min read **पृथ्वी तेरे नाम अनेक** हे माँ वसुंधरा ! ह्रदय तेरा अतुल्य स्नेहिल ममत्व से भरा, तभी कहलाती है तू धरा। तेरे विशाल उर पर हे मही, काल ने असंख्य कथाएं कही। धन्य है तू... Hindi · कविता 702 Share Ranjana Mathur 3 Sep 2017 · 1 min read कह-मुकरियां (अमीर खुसरो द्वारा बनाई गई कविता की एक विधा) कह-मुकरियां सुन्दरता ऐसी न हटती निगाहें छोडे न कलाई सजाए वो बाहें सुर उनका मीठा गूंजे मेरा अंगना। ऐ सखि साजन! ना सखि कंगना। साथ सदा रहे वो सारी उमरिया... Hindi · कविता 428 Share Ranjana Mathur 3 Sep 2017 · 1 min read विश्वास पिछले कुछ वर्षों में कन्या भ्रूण हत्या की घटनाएं बढ़ने तथा बेटी के प्रति समाज में बढ़ती जागरूकता के चलते अधिक- तर रचनाकारों की लेखनी बेटी के पक्ष में... Hindi · लेख 526 Share Ranjana Mathur 3 Sep 2017 · 1 min read किस्मत हाथों की लकीरों की चित्रकारी में साथियों, कुछ डालो मेहनत के रंग। फिर जो अक्स उभरेगा भविष्य का उसमें निखर कर आएगा, तुम्हारी किस्मत का असली रूप रंग। किस्मत की... Hindi · कविता 636 Share Ranjana Mathur 3 Sep 2017 · 3 min read क्यों उड़ गई ? -= क्यों उड़ गई =- जून का महीना था। घर की छत पर पड़ोस से आ रहे आम के पेड़ पर एक चिड़िया चिरौंटे का जोड़ा तिनके ला-ला कर... Hindi · कहानी 448 Share Ranjana Mathur 3 Sep 2017 · 1 min read छोड़ दें क्या आएंगे अगर राहों में पत्थर तो दोस्तों, क्या पथरीली जमीं पे हम चलना ही छोड़ दें। बिखरी है कड़ी धूप तो छाया भी आएगी, इस की तपत से डर के... Hindi · कविता 324 Share Ranjana Mathur 3 Sep 2017 · 1 min read माँ *माँ * माँ तो माँ है, मांँ से न कोई महान है। मांँ के भीतर बसी सारी दुनिया जहान है। मांँ वो शख्सियत है जो सींचती, हमारे तन-मन और प्राण... Hindi · कविता 617 Share Ranjana Mathur 1 Sep 2017 · 1 min read समर्पण तुम जीत जाओ बार बार। हार कर भी बहुत खुश हैं हम।। तेरे चेहरे पर जीत की ये मुस्कान। हमारे लिए जीत से नहीं है कम।। ---रंजना माथुर दिनांक 08/08/2017... Hindi · कविता 407 Share Ranjana Mathur 1 Sep 2017 · 1 min read अहसास अनजाना कौन अनजाना-सा हमें याद यूं आ जाता है। पलकों को फिर से यूँ हर बार भिगो जाता है। दिल में है दर्द निगाहों में भी समाई है तपन कौन है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 308 Share Ranjana Mathur 1 Sep 2017 · 1 min read नई सुबह भोर हुई लो भोर हुई रश्मियों ने डाला डेरा सूर्य देवता का हुआ पग फेरा चंचल चिड़िया चहक उठीं पुष्प वाटिका महक उठीं मन मुग्ध बावरा नाच उठा पंछियों ने... Hindi · कविता 452 Share Ranjana Mathur 1 Sep 2017 · 1 min read रोना आया आज तो यह आलम है दिल का कि हर बात पे दिल घबराया। आहट भी कहीं हल्की सी हुई तो हर बात पे रोना आया। **** आस्थाऐं ह्रदयों की चूर... Hindi · कविता 361 Share Ranjana Mathur 1 Sep 2017 · 1 min read खुशी खुशियाँ हैं आसपास ही कहीं, ढूँढिए तो जरूर मिलेंगी। कीजिए किसी नन्हे बालक से जरा बात, उस की तोतली जुबान में मिलेंगी । कराइए किसी बुजुर्ग को सड़क पार, उनके... Hindi · कविता 358 Share Ranjana Mathur 1 Sep 2017 · 1 min read मेरी बिटिया तू प्रातः की सुन्दर किरण। तू बगिया की चंचल बयार। तू चिड़िया की मधुर गूंज। तू संगीत की मीठी सरगम। तू वर्षा की शीतल बूंद। तू चंदा का शांत प्रकाश।... Hindi · कविता 347 Share Ranjana Mathur 31 Aug 2017 · 1 min read हम अकेले आज फिर दिखने लगा अक्स तेरा धुंधली यादों के झमेले में। तुम तो बस छोड़ गये हमको उलझे हम तो अकेले में। साथ तो तुमने कभी का छोड़ दिया मेरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 296 Share Ranjana Mathur 31 Aug 2017 · 1 min read याद जब आती है ## # गज़ल ### बारिशों की बूंदें यूंँ मायूस बनाती हैं मुझे। ठंडी पुरवाई तेरी यादें दिलाती हैं मुझे। काली घटाओं के ऊपर तो बस नहीं मेरा तेरी जुल्फों का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 243 Share Ranjana Mathur 31 Aug 2017 · 1 min read झंकृत हो उठे स्मृतियों के तार ब्लैक एंड व्हाइट टीवी का, पहला - पहला गाना प्यारा । मिले सुर मेरा तुम्हारा, तो सुर बने हमारा। रविवार को सुबह रंगोली, रोज शाम को चित्रहार। घर- घर के... Hindi · कविता 316 Share Ranjana Mathur 30 Aug 2017 · 1 min read उगता हुआ कवि मेरी दोहिती पावनी (चुनमुन) अभी मात्र दो वर्ष की है। पता नहीं इतनी नन्ही - सी जान के भीतर कौन सा कवि ह्रदय विराजमान है कि वह बातें भी अनेकों... Hindi · लेख 370 Share Ranjana Mathur 30 Aug 2017 · 1 min read त्राहि-त्राहि ==त्राहि-त्राहि== हे इन्द्र देवता कृपा करो, इतना कहर न बरपा करो। कहीं फट रहे हैं बादल, कहीं बाढ़ कर रही है पागल। रंगीले राजस्थान हो या, दिल्ली की हो आबादी।... Hindi · कविता 1 780 Share Ranjana Mathur 30 Aug 2017 · 1 min read नारी तेरे रूप अनेक परमात्मा की सबसे प्यारी कृति है नारी। नारी में निहित की उसने जग की शक्तियाँ सारी।। ईश्वर ने ह्रदय दिया है उतना ही कोमल। जितनी सृजित की यह आकृति प्यारी।।... Hindi · कविता 1 2k Share Ranjana Mathur 30 Aug 2017 · 2 min read हर पल आप हर पल हर क्षण याद आते हैं, जैसे आज भी आप ही मेरी श्वासों की बागडोर चलाते हैं। आती है जब-जब गरमी की ऋतु, आंखों में मेरी भर जाते... Hindi · कविता 355 Share Ranjana Mathur 30 Aug 2017 · 1 min read नेह की डोरी नेह की डोरी राखी केवल नहीं है धागा है यह स्नेह की इक डोर सबल। इस प्यार को निभाता हर भाई रक्षा बहन की करे हल पल। बिन बहना के... Hindi · कविता 567 Share Ranjana Mathur 30 Aug 2017 · 2 min read क्या औचित्य है हिन्दी दिवस का ? आज हम भारत वासियों को अंग्रेजों की पराधीनता से मुक्ति प्राप्त किए हुए 70 वर्ष व्यतीत हो चुके हैं। इतने लम्बे अंतराल के पश्चात् भी हम "अंग्रेजों" की गुलामी से... Hindi · लेख 443 Share Previous Page 9 Next