*प्रणय* 3794 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 74 Next *प्रणय* 19 Dec 2022 · 1 min read ■ दोहा / इन दिनों... संगठित गिरोह बनाने को बेताब सभी असंगठित। मंशा ठगबंधन कर मंशाएं पूरी करने की। #प्रणय_प्रभात Hindi 3 191 Share *प्रणय* 19 Dec 2022 · 1 min read ■ आज के नुस्खे अप्रतिम सौंदर्य के दो कामयाब टोटके उनके लिए, जिन्हें अपनी वास्तविक सूरत पर कतई भरोसा नहीं। #प्रणय_प्रभात Hindi 1 214 Share *प्रणय* 18 Dec 2022 · 1 min read ■ पैग़ाम : पड़ौसी को।। ■ फिर तांडव पे बाध्य न कर! 【प्रणय प्रभात】 चीन चील है माना लेकिन, हिन्द नहीं गौरैया सुन ले। झूठमूठ का भ्रम मत पाले, सुन ले छोटे भैया सुन ले।।... Hindi 1 190 Share *प्रणय* 18 Dec 2022 · 1 min read ■ एक ही खटका।। ■ मन्तव्य- मन में चोर बैठा हो तो गिरता हुआ सूखा पत्ता भी अपनी खड़क से डरा देता है। यही हाल मुखौटों के पीछे जीने वालों का है, जो अपनी... Hindi 1 270 Share *प्रणय* 18 Dec 2022 · 1 min read ■ जिसे देखो वो ही शायर 130 करोड़ की आबादी में दो तिहाई इसी प्रणाली से कवि, शायर, लेखक बन चुके हैं। बाक़ी अगले साल दो साल में बन जाएंगे। इंशा भगवान।। #प्रणय_प्रभात Hindi 1 411 Share *प्रणय* 18 Dec 2022 · 1 min read ■ विचार / सलीक़ा जीवन नाम ही सलीके का है। सलीक़ा हो तो हर बात, हर सम्बन्ध सहज हो जाता है। #प्रणय_प्रभात Hindi 1 165 Share *प्रणय* 18 Dec 2022 · 1 min read ■ विडम्बना क़ानून का लचीलापम अपराध और अपराधियों के लिए अधिक मददगार साबित हो रहा है। उदाहरण जघन्य घटनाओं के रूप में सामने हैं। #प्रणय_प्रभात Hindi 1 235 Share *प्रणय* 18 Dec 2022 · 1 min read ■ मुक्तक / मशवरा थोथी अकड़ दिखाने वाले दंभियों को एक सलाह। #प्रणय_प्रभात Hindi 1 323 Share *प्रणय* 18 Dec 2022 · 1 min read ■ पैग़ाम ■ रास्ते और भी हैं। तुम्हारे लिए भी, हमारे लिए भी। फिर अहम का वहम क्यों? #प्रणय_प्रभात Hindi 1 122 Share *प्रणय* 18 Dec 2022 · 1 min read ■ विरोधाभास ■ मन्तव्य- बेमेल से मेल का कोई अर्थ नहीं। मेल का सम्बंध तालमेल से होता है। #प्रणय_प्रभात Hindi 1 196 Share *प्रणय* 18 Dec 2022 · 1 min read ■ ग़ज़ल / ख़ाली निकला... ■ ग़ज़ल / ख़ाली निकला... 【प्रणय प्रभात】 - अहसासों से ख़ाली निकला। हर आँसू घड़ियाली निकला।। - भरा-भराया सा दिखता था। वो बादल जो ख़ाली निकला।। - क़त्ल हुआ मासूम... Hindi · Daily Writing Challenge 1 141 Share *प्रणय* 18 Dec 2022 · 1 min read ■ मुक्तक / ख़ाली और भरा... 😢 अहसास की तह तक पहुँच पाने वालों के लिए आज का क़तआ (मुक्तक) :-- 【प्रणय प्रभात】 "तसव्वुर तो मेरे अपने हैं, उनमें, जो ना हो पाए, होते देखता हूँ।... Hindi · Daily Writing Challenge 2 294 Share *प्रणय* 18 Dec 2022 · 1 min read ■ तस्वीर पर शेर ■ शानदार तस्वीर किसी की, पंक्तियाँ हमारी। जुगलबंदी दो कल्पनाशीलों की। #प्रणय_प्रभात Hindi 1 281 Share *प्रणय* 18 Dec 2022 · 1 min read ■ हास्य के रंग : व्यंग्य के संग ■ रंग गैरूआ.....!! 【प्रणय प्रभात】 "छोटे से गांव अटेल के पटेल का लड़का भैरूआ, कई दिनों से गाता घूम रहा था रंग दे तू मोहे गैरूआ। एक दिन इसी गांव... Hindi 1 401 Share *प्रणय* 18 Dec 2022 · 1 min read ■ प्रभात वन्दन ■ सुप्रभातम "अहसासों को नरमी दें। हर रिश्ते को गरमी ढें।।" फिर चाहे वो जीवों से हो, इंसान से या भगवान से। "जय शीत के श्रृंगार की। जय हो युगल... Hindi 1 145 Share *प्रणय* 17 Dec 2022 · 1 min read ■ मुक्तक / पल-पल जीवन #मन्तव्य- जीवन आज या कल नहीं, महज उस एक पल का है, जिसमे हम जीवंत हैं। अगले पल की सौगात मिले न मिले, कोई भरोसा नहीं। ऐसे में आवश्यक है... Hindi 1 521 Share *प्रणय* 17 Dec 2022 · 1 min read ■ लघु-वविता / धरती का श्रृंगार ■ क्या कहता है पेड़...? जानिए आप भी एक पेड़ की पीड़ा और याचना। काश, पेड़ का यह आत्मकथ्य आपकी चेतना को झकझोर सके और आप उसके प्राणवान होने की... Hindi · Daily Writing Challenge 1 500 Share *प्रणय* 17 Dec 2022 · 1 min read ■ सियासत का सबक़ समूचे देश पर लागू होती है यह सीख। हर राज्य में मौजूद हैं इस सच के प्रमाण। #प्रणय_प्रभात Hindi 1 90 Share *प्रणय* 17 Dec 2022 · 1 min read ■ आज का दोहा #मन्तव्य- ढोंगी प्रजाति के उन जीवों पर, जो जानते सब हैं किंतु मानने को राज़ी नहीं। Hindi 1 413 Share *प्रणय* 17 Dec 2022 · 3 min read ■ व्यंग्य / जंगल-बुक #फारेस्ट_बुक_FB ■ वाल किसी की, माल किसी का 【प्रणय प्रभात】 इंसानी दुनिया की तरह जंगल में भी सोशल मीडिया की धूम बनी हुई है। आज भालू ने अपनी वाल पर... Hindi 1 299 Share *प्रणय* 17 Dec 2022 · 1 min read ■ सीधी बात ■ मन्तव्य "कागज़ी नहीं, मैदानी हों विधान. तब सुरक्षित होगा इंसान। बचेगा सम्मान, संविधान और हिंदुस्तान।" #प्रणय_प्रभात Hindi 1 237 Share *प्रणय* 17 Dec 2022 · 1 min read ■ एक विचार आज के दौर में किसी पर निर्भरता अपने आत्मसम्मान के साथ किसी बर्बरता से कम नहीं। #प्रणय_प्रभात Hindi 1 191 Share *प्रणय* 17 Dec 2022 · 1 min read ■ मुक्तक / जीने का मंत्र एक समयोचित व समयानुकूल सलाह। आज के देश काल और वातावरण के दृष्टिकोण से। #प्रणय_प्रभात Hindi 1 139 Share *प्रणय* 17 Dec 2022 · 1 min read ■ गीत / सामयिक परिप्रेक्ष्य में 😢 प्रतीकात्मक गीत :- ◆ हरियाती अमरबेल और सूखता पेड़◆ 【प्रणय प्रभात】 कितनी गदगद है देखो कितना हर्षाती है। पेड़ सुखा कर अमरबेल कितना इतराती है।। ■ परजीवी है उसे... Hindi · Daily Writing Challenge 2 223 Share *प्रणय* 17 Dec 2022 · 1 min read ■ आज का मुक्तक ■ त्याग ज़रूरी.... 【प्रणय प्रभात】 तप, संयम का राग ज़रूरी हो जाता है। बिना रंग का फाग ज़रूरी हो जाता है।। अगर मोक्ष के सिंहासन की हो अभिलाषा। सुविधाओं का... Hindi 1 290 Share *प्रणय* 16 Dec 2022 · 1 min read ■ सीधी बात जैसी मति। वैसी गति।। #प्रणय_प्रभात Hindi 1 422 Share *प्रणय* 16 Dec 2022 · 1 min read ■ मुक्तक / सियासत पर ■ थोथा अनुशासन... आधे तराजू के मेंढक, बाक़ी टोकरी के केंकड़े। सब किसी न किसी मदारी के जमूरे। बात करते हैं जम्हूरियत की। #प्रणय_प्रभात Hindi 1 225 Share *प्रणय* 16 Dec 2022 · 1 min read ■ एक मुक्तक ■ नुकसानो-नफ़ा की बातें 【प्रणय प्रभात】 जो किया करते हैं नुकसानों-नफ़ा के चर्चे, प्यार को सिर्फ़ सियासत समझने वाले हैं। उनको समझाए भला कौन इश्क़ का मतलब, लोग जो दिल... Hindi · Daily Writing Challenge 1 175 Share *प्रणय* 16 Dec 2022 · 1 min read ■ कविता / सैन्य शक्ति को सलाम #सैन्य_शक्ति_को_सलाम ■ दुनिया ने देखी जांबाज़ी....!! 【प्रणय प्रभात】 धरती से अम्बर तक दी थी बैरी को मात सुनो। बर्फ़ीली सर्दी को गरमाते कल की बात सुनो। जब पाकी सेना ने... Hindi 1 143 Share *प्रणय* 16 Dec 2022 · 1 min read ■ एक विचार : नेक विचार #आज_का_विचार :- ■ नुक्सान में भी है नफ़ा! 【प्रभात प्रणय】 अगर आप बड़ा से बड़ा नुकसान उठा कर अपनी आस्तीन में पलने वाले एक सांप को भी पहचान पाते हैं... Hindi · Daily Writing Challenge 1 221 Share *प्रणय* 16 Dec 2022 · 1 min read ■ आज की सलाह ■ साइंटिफिक ट्रीटमेंट 👍 विज्ञान सम्मत प्रतिकार प्रबल होता है। बशर्ते संकेतों की समझ हो और सुधार का साहस। #प्रणय_प्रभात Hindi 1 195 Share *प्रणय* 16 Dec 2022 · 1 min read ■ ढाका विजय : एक स्वर्णिम अध्याय इतिहास का #कविता- ■ इतिहास का स्वर्णिम पृष्ठ 【प्रणय प्रभात】 नभ-थल की सेना ने मिल कर दुश्मन को दी थी सीख। थी साल इकहत्तर माह दिसम्बर की सौलह तारीख़।। नापाक पड़ौसी ने... Hindi 1 283 Share *प्रणय* 15 Dec 2022 · 1 min read ■ कविता / पराक्रम के नाम...! ■ ढाका विजय की गौरव गाथा 【प्रणय प्रभात】 सदी बीसवीं साल इकहत्तर, ढाका विजय मील का पत्थर। मानवता को साँसें देने, दानवता से लोहा लेने। भारत के सैनानी निकले, पाकिस्तानी... Hindi 1 307 Share *प्रणय* 15 Dec 2022 · 1 min read ■ लघु कविता / एक कप चाय चाय का एक प्याला बोले तो संबंधों की मधुशाला।। Hindi 1 702 Share *प्रणय* 15 Dec 2022 · 1 min read ■ आज का दोहा अगर शांति की हो चाह तो शांत स्थल की पकड़ो राह।। Hindi 1 164 Share *प्रणय* 15 Dec 2022 · 1 min read ■ मुक्तक / सीढियां उम्र की ■ सीढ़ियां उम्र की..... 【प्रणय प्रभात】 "छत पे जा कोने में छुप जाती कहीं, और अपने आप को खोती नहीं। सीढ़ियां होती हैं केवल उम्र की, ज़िन्दगी की सीढ़ियां होती... Hindi · Daily Writing Challenge 1 133 Share *प्रणय* 15 Dec 2022 · 2 min read ■ जीवन दर्शन ■ विचार / उम्र और परख 【प्रणय प्रभात】 किसी न किसी को, किसी न किसी बहाने से "परखने" में सारी "उम्र" खपा देने वाले किसी को "समझने" में भी थोड़ा... Hindi · Daily Writing Challenge 1 412 Share *प्रणय* 15 Dec 2022 · 1 min read ■ अभिमत..... #विडम्बना सियासत का गलियारा। Hindi 1 214 Share *प्रणय* 14 Dec 2022 · 1 min read ■ कटाक्ष / दोगलापन अपने लिए अलग नियम, औरों के लिए अलग। यह है दुनियादारी। Hindi 1 172 Share *प्रणय* 14 Dec 2022 · 4 min read ■ व्यंग्य / एडिटेड फोटो, इम्पोर्टेड और एडॉप्टेड कमेंट 😊 ■ नुमाइशी सौंदर्य के मुंह पर एक तमाचा 👇पढ़िए एक दिलचस्प कटाक्ष और समझिए पूरा हाल👇 【प्रणय प्रभात】 "बहुत ही भीषण फोटू है जी आपका ! चकित और चमत्कृत कर... Hindi · Daily Writing Challenge 1 429 Share *प्रणय* 14 Dec 2022 · 1 min read ■ छुट्टी आहे....! महीने में 20 दिन काम, 10 दिन आराम। आरामखोरी ज़िंदाबाद। Hindi 1 328 Share *प्रणय* 14 Dec 2022 · 3 min read ■ त्वरित टिप्पणी / बातों बातों में.... #प्रसंगवश ■ यह अच्छी बात नहीं बिग-बी! 【प्रणय प्रभात】 एक नियमित दर्शक तथा स्वाभाविक अन्वेषक के तौर पर मुझे हमेशा से एक अंदेशा रहा, कि केबीसी (कौन बनेगा करोड़पति) में... Hindi 2 232 Share *प्रणय* 13 Dec 2022 · 1 min read ■ मौजूदा दौर में.... शत्रु उजागर होता है और षड्यंत्री गुप्त। आशंका शत्रुता की नहीं घात की है। Hindi 1 211 Share *प्रणय* 13 Dec 2022 · 1 min read ◆ सीधी बात 👌 भीरुओं को मुखरता की क्या आवश्यकता। मुखर वो हो, जो प्रखर व पराक्रमी हो। Hindi 1 293 Share *प्रणय* 13 Dec 2022 · 2 min read ■ संस्मरण / वो अनूठे नौ दिवस..... #संस्मरण- ■ अद्भुत, अविस्मरणीय रामकथा ◆ जब अपराध व अनहोनी से मुक्त रहे 9 दिवस 【प्रणय प्रभात】 पढ़ने में यह शीर्षक शायद आपको अविश्वसनीय सा लगे, मगर जो लिखा जा... Hindi 1 121 Share *प्रणय* 13 Dec 2022 · 1 min read ■ लघुकथा / इंतज़ार ■ लघुकथा / इंतज़ार सर्दी में... 【प्रणय प्रभात】 कड़क सर्दी का मौसम था। सुबह के 9 बज चुके थे। इंजीनियर बन चुका इकलौता बेटा अपने विदेशी नस्ल के कुत्तों के... Hindi · Daily Writing Challenge 1 139 Share *प्रणय* 13 Dec 2022 · 1 min read ■ मुक्तक / सर्दी में गर्मी के लिए मौसम की बात : अहसास के साथ 【प्रणय प्रभात】 गरम अहसास सर्दी मे ज़रूरी, सो कुछ रस्में निभाई जा रही हैं। हैं कुछ यादें पुराने स्वेटरों सी, उधेडी और बनाई... Hindi · Daily Writing Challenge 1 221 Share *प्रणय* 12 Dec 2022 · 1 min read ■ चार पंक्तियाँ... ★ केवल अन्तर्मुखियों, आत्म-मुग्धों व आत्म-केन्द्रितों के लिए। Hindi 1 313 Share *प्रणय* 12 Dec 2022 · 5 min read ■ आलेख / संकीर्णता से मुक्त नहीं मुक्तिबोध की नगरी #विशेष_आलेख ■ महाकवि मुक्तिबोध की जन्म-स्थली है श्योपुर ◆ जहां साहित्य का अर्थ है मात्र कविता ◆ विमर्श और विविध विधाएं गौण ◆ संरक्षण व सहयोग का है अकाल ◆... Hindi 1 336 Share *प्रणय* 12 Dec 2022 · 1 min read ■ आक्रमण... हिंसा के ताण्डव पर हो कड़ा प्रहार। Hindi 1 261 Share Previous Page 74 Next