Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
670 posts
Page 7
ईश ......
ईश ......
sushil sarna
अधरों ने की  दिल्लगी, अधरों  से  कल  रात ।
अधरों ने की दिल्लगी, अधरों से कल रात ।
sushil sarna
अर्थ  उपार्जन के लिए,
अर्थ उपार्जन के लिए,
sushil sarna
रोला छंद :-
रोला छंद :-
sushil sarna
कहें किसे क्या आजकल, सब मर्जी के मीत ।
कहें किसे क्या आजकल, सब मर्जी के मीत ।
sushil sarna
बहुत
बहुत
sushil sarna
मन में मदिरा पाप की,
मन में मदिरा पाप की,
sushil sarna
रैन  स्वप्न  की  उर्वशी, मौन  प्रणय की प्यास ।
रैन स्वप्न की उर्वशी, मौन प्रणय की प्यास ।
sushil sarna
कौन गया किसको पता ,
कौन गया किसको पता ,
sushil sarna
आज सभी अपने लगें,
आज सभी अपने लगें,
sushil sarna
ग़ज़ल - याद आयेगा हमें .....
ग़ज़ल - याद आयेगा हमें .....
sushil sarna
आँख मिचौली जिंदगी,
आँख मिचौली जिंदगी,
sushil sarna
डर  ....
डर ....
sushil sarna
पुष्पों का पाषाण पर,
पुष्पों का पाषाण पर,
sushil sarna
आँसू छलके आँख से,
आँसू छलके आँख से,
sushil sarna
कब टूटा है
कब टूटा है
sushil sarna
मानव के बस में नहीं, पतझड़  या  मधुमास ।
मानव के बस में नहीं, पतझड़ या मधुमास ।
sushil sarna
पोषित करते अर्थ से,
पोषित करते अर्थ से,
sushil sarna
मन की परतों में छुपे ,
मन की परतों में छुपे ,
sushil sarna
कुंडलिया
कुंडलिया
sushil sarna
इस जग में है प्रीत की,
इस जग में है प्रीत की,
sushil sarna
कहे स्वयंभू स्वयं को ,
कहे स्वयंभू स्वयं को ,
sushil sarna
साथ चली किसके भला,
साथ चली किसके भला,
sushil sarna
नश्वर तन को मानता,
नश्वर तन को मानता,
sushil sarna
भौतिक युग की सम्पदा,
भौतिक युग की सम्पदा,
sushil sarna
कर्मों के परिणाम से,
कर्मों के परिणाम से,
sushil sarna
नैनों के अभिसार ने,
नैनों के अभिसार ने,
sushil sarna
बातों - बातों में छिड़ी,
बातों - बातों में छिड़ी,
sushil sarna
काम क्रोध मद लोभ के,
काम क्रोध मद लोभ के,
sushil sarna
दोहा पंचक. . . नारी
दोहा पंचक. . . नारी
sushil sarna
हिन्दी पर हाइकू .....
हिन्दी पर हाइकू .....
sushil sarna
जाने के बाद .......
जाने के बाद .......
sushil sarna
छल ......
छल ......
sushil sarna
अजब तमाशा जिन्दगी,
अजब तमाशा जिन्दगी,
sushil sarna
रोला छंद
रोला छंद
sushil sarna
बूढ़ी माँ .....
बूढ़ी माँ .....
sushil sarna
दोहा त्रयी. . . .
दोहा त्रयी. . . .
sushil sarna
याद में
याद में
sushil sarna
मनवा मन की कब सुने, करता इच्छित काम ।
मनवा मन की कब सुने, करता इच्छित काम ।
sushil sarna
चाँदनी .....
चाँदनी .....
sushil sarna
मनवा मन की कब सुने,
मनवा मन की कब सुने,
sushil sarna
तृष्णा के अम्बर यहाँ,
तृष्णा के अम्बर यहाँ,
sushil sarna
रात
रात
sushil sarna
मन को समझाने
मन को समझाने
sushil sarna
हो गया
हो गया
sushil sarna
जिंदगी
जिंदगी
sushil sarna
छलते हैं क्यों आजकल,
छलते हैं क्यों आजकल,
sushil sarna
सच्चा मन का मीत वो,
सच्चा मन का मीत वो,
sushil sarna
सच्चे- झूठे सब यहाँ,
सच्चे- झूठे सब यहाँ,
sushil sarna
बातें करते प्यार की,
बातें करते प्यार की,
sushil sarna
Page 7
Loading...