डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 780 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 8 Next डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 19 Jun 2024 · 1 min read उजाले अपनी आंखों में इस क़दर महफूज़ रखना, उजाले अपनी आंखों में इस क़दर महफूज़ रखना, तुम्हें जब भी देखें, तो बस देखते ही रहें ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 54 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 19 Jun 2024 · 1 min read इस दिल बस इतना ही इंतकाम रहे, इस दिल बस इतना ही इंतकाम रहे, इस दिल में बस इक तेरा ही नाम रहे ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 60 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 19 Jun 2024 · 1 min read यूं हज़ार बहाने हैं तुझसे बात करने को ऐ ज़िंदगी! यूं हज़ार बहाने हैं तुझसे बात करने को ऐ ज़िंदगी! मगर तू हर वक्त मुझसे यूं कहां मिला करती है ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 70 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 19 Jun 2024 · 1 min read यूं बहाने ना बनाया करो वक्त बेवक्त मिलने में, यूं बहाने ना बनाया करो वक्त बेवक्त मिलने में, क्या मालूम उदास चेहरा फिर से खिल उठे ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 68 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 18 Jun 2024 · 1 min read उस रात रंगीन सितारों ने घेर लिया था मुझे, उस रात रंगीन सितारों ने घेर लिया था मुझे, मैं बस जुगनू सा उनके साथ जगमगाता रहा ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 1 102 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 18 Jun 2024 · 1 min read रात भर नींद की तलब न रही हम दोनों को, रात भर नींद की तलब न रही हम दोनों को, उसके लिए मैं, तो वो मेरे लिए जागती रही ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 88 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 18 Jun 2024 · 1 min read आजकल की बेटियां भी, आजकल की बेटियां भी, बड़ी चालाक हो गईं हैं चुपके से रोती बिलखती हैं, बाबुल को यूं रोते देखकर ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 84 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 18 Jun 2024 · 1 min read अब कौन-कौन परखेगा यूं हमें, अब कौन-कौन परखेगा यूं हमें, सारी ज़िंदगी बस परखा गया हूं मैं, सारी दुनिया जिनके क़दमों में डाली, अपनों की नज़रों में निरखा गया हूं मैं, ©️ डॉ. शशांक शर्मा... Quote Writer 80 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 18 Jun 2024 · 1 min read ज़िंदगी, ज़िंदगी ढूंढने में ही निकल जाती है, ज़िंदगी, ज़िंदगी ढूंढने में ही निकल जाती है, वो कब, किसे अपना हमसफ़र बना पाती है ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 61 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 18 Jun 2024 · 1 min read आज़ मैंने फिर सादगी को बड़े क़रीब से देखा, आज़ मैंने फिर सादगी को बड़े क़रीब से देखा, फिर उसके माथे पे बिंदी और लिबास साड़ी थी ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 74 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 18 Jun 2024 · 1 min read अमीर जिन महलों को सपनों का आशियाना कहते हैं, अमीर जिन महलों को सपनों का आशियाना कहते हैं, वो गरीब मज़दूरों के पसीने से लथपथ हुआ घर होता है ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 109 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 18 Jun 2024 · 1 min read शाम हुई, नन्हें परिंदे घर लौट आते हैं, शाम हुई, नन्हें परिंदे घर लौट आते हैं, बेफ़िक्र होकर बस चैन से सो जाते हैं ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 79 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 18 Jun 2024 · 1 min read तुम्हारे दिल में इक आशियाना खरीदा है, तुम्हारे दिल में इक आशियाना खरीदा है, चलो दोनों हमसफ़र बन के साथ साथ रहें ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 77 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 17 Jun 2024 · 1 min read हर रात रंगीन बसर करने का शौक़ है उसे, हर रात रंगीन बसर करने का शौक़ है उसे, वो इक नया बदन जो हर रोज़ लाता है ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 86 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 17 Jun 2024 · 1 min read दरख़्त-ए-जिगर में इक आशियाना रक्खा है, दरख़्त-ए-जिगर में इक आशियाना रक्खा है, यूं दिल में छुपा कर इक जमाना रक्खा है, हर-सम्त सुकून ढूंढने में निकाल दी नई ज़िंदगी, क्या आसमां क्या जमीं बस ठिकाना रक्खा... Quote Writer 1 80 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 17 Jun 2024 · 1 min read किस मोड़ पे मिलेंगे बिछड़कर हम दोनों हमसफ़र, किस मोड़ पे मिलेंगे बिछड़कर हम दोनों हमसफ़र, बस जुड़ता चला जायेगा दिलनशी रिश्तों का कारवां ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 44 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 17 Jun 2024 · 1 min read ज़माने ने मुझसे ज़रूर कहा है मोहब्बत करो, ज़माने ने मुझसे ज़रूर कहा है मोहब्बत करो, मैंने कहा ज़माने से, बस दिल से इबादत करो ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 69 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 17 Jun 2024 · 1 min read नई ज़िंदगी दरख़्त-ए-जिगर में इक आशियाना रक्खा है, यूं दिल में छुपा कर इक जमाना रक्खा है, हर-सम्त सुकून ढूंढने में निकाल दी नई ज़िंदगी, क्या आसमां क्या जमीं बस ठिकाना रक्खा... Hindi · कोटेशन · ग़ज़ल · शेर 38 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 Jun 2024 · 1 min read क्या आसमां और क्या जमीं है, क्या आसमां और क्या जमीं है, नज़रिए में बस संतुष्टि की कमी है ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 117 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 Jun 2024 · 1 min read जब बात नई ज़िंदगी की करते हैं, जब बात नई ज़िंदगी की करते हैं, हर पल बस तुझे ही याद करते हैं ©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस” Quote Writer 89 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 Jun 2024 · 1 min read दीवाल पर लगी हुई घड़ी की टिकटिक की आवाज़ बनके तुम मेरी दिल क दीवाल पर लगी हुई घड़ी की टिकटिक की आवाज़ बनके तुम मेरी दिल की धड़कन तेज़ करती हो ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 67 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 Jun 2024 · 1 min read तुम्हारे इश्क़ की तड़प जब से लगी है, तुम्हारे इश्क़ की तड़प जब से लगी है, बस चाय भी हम इश्क़ वाली पीते हैं ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 87 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 Jun 2024 · 1 min read आफताब भी ख़ूब जलने लगा है, आफताब भी ख़ूब जलने लगा है, सुना है कि शाम यूं ढलने लगा है चांदनी रात भी आ गई सजकर, रंगीन सितारों से बात करने लगा है ©️ डॉ. शशांक... Quote Writer 64 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 Jun 2024 · 1 min read अच्छे दोस्त भी अब आंखों में खटकने लगे हैं, अच्छे दोस्त भी अब आंखों में खटकने लगे हैं, मतलबी लोग जब से अपने दोस्त बनने लगे हैं ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 109 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 Jun 2024 · 1 min read जब से मेरे सपने हुए पराए, दर्द शब्दों में ढलने लगे, जब से मेरे सपने हुए पराए, दर्द शब्दों में ढलने लगे, आह! मेरे गीत बनकर अल्फाज़ पन्नों में उतरने लगे ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 66 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 Jun 2024 · 1 min read जिम्मेदारियां दहलीज पार कर जाती है, जिम्मेदारियां दहलीज पार कर जाती है, ज़िंदगी भर सुकून-ए-चैन की तलाश में ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 65 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 Jun 2024 · 1 min read रात बसर की मैंने जिस जिस शहर में, रात बसर की मैंने जिस जिस शहर में, वहां लोगों ने ज़रूर मुझे अपना बनाया होगा ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 60 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 Jun 2024 · 1 min read प्रेम रंग में रंगी बांसुरी भी सातों राग सुनाती है, प्रेम रंग में रंगी बांसुरी भी सातों राग सुनाती है, कभी मीरा के कृष्ण, कभी राधा के कृष्ण गुनगुनाती है ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 104 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 Jun 2024 · 1 min read इस क़दर उलझे हुए हैं अपनी नई ज़िंदगी से, इस क़दर उलझे हुए हैं अपनी नई ज़िंदगी से, पुरानी ज़िंदगी ने प्रेमिका बनकर मेरा साथ नहीं छोड़ा है ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 70 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 Jun 2024 · 1 min read तन्हा रातों में इक आशियाना ढूंढती है ज़िंदगी, तन्हा रातों में इक आशियाना ढूंढती है ज़िंदगी, कब गोद में सर रखूं और सुकून भरी नींद मिले ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 72 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 Jun 2024 · 1 min read जून का महीना जो बीतने वाला है, जून का महीना जो बीतने वाला है, सावन में हम दोनों साथ झूले झूलेंगे ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 71 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 Jun 2024 · 1 min read टूटे तारों से कुछ मांगों या ना मांगों, टूटे तारों से कुछ मांगों या ना मांगों, मेरे हिस्से का प्यार तुम ज़रूर मांगना ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 61 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 Jun 2024 · 1 min read वो रंगीन स्याही भी बेरंग सी नज़र आयेगी, वो रंगीन स्याही भी बेरंग सी नज़र आयेगी, जिस दिन तुम्हारी चाहत में हम रंगे ना होंगे ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 62 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 Jun 2024 · 1 min read पूरी जिंदगानी लूटा देंगे उस ज़िंदगी पर, पूरी जिंदगानी लूटा देंगे उस ज़िंदगी पर, जिसने पल भर भी साथ ना छोड़ा है ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 68 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 Jun 2024 · 1 min read इन काली रातों से इक गहरा ताल्लुक है मेरा, इन काली रातों से इक गहरा ताल्लुक है मेरा, चराग़ों सा ख़ुद को रौशन करना जो सिखाती है ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 102 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 Jun 2024 · 1 min read इन हवाओं को महफूज़ रखना, यूं नाराज़ रहती है, इन हवाओं को महफूज़ रखना, यूं नाराज़ रहती है, मेरे यार ने अपनी जुल्फें जो बांध रखी है ©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस” Quote Writer 84 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 Jun 2024 · 1 min read Happy Father's Day Happy Father's Day हसरतें पूरी हो गई, दुनिया की सारी खुशी मिल गई, मैं जो पैरों पर खड़ा हुआ, मेरे बाप की उमर बढ़ गई ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 58 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 Jun 2024 · 1 min read फिर किस मोड़ पे मिलेंगे बिछड़कर हम दोनों, फिर किस मोड़ पे मिलेंगे बिछड़कर हम दोनों, गर ज़िंदगी भर का साथ जो ठहरा है ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 72 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 Jun 2024 · 1 min read इन दिनों शहर में इक अजब सा माहौल है, इन दिनों शहर में इक अजब सा माहौल है, सूरत-ए-दीदार में आशिकों का हाल बेहाल है ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 96 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 Jun 2024 · 1 min read इन आँखों ने उनसे चाहत की ख़्वाहिश की है, इन आँखों ने उनसे चाहत की ख़्वाहिश की है, उनकी क्या ख़ता, बस प्यार की नुमाइश की है ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 63 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 Jun 2024 · 1 min read शीशे को इतना भी कमजोर समझने की भूल मत करना, शीशे को इतना भी कमजोर समझने की भूल मत करना, भले ही टूट जाता है लेकिन सच दिखाने की हिम्मत ज़रूर करता है ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 133 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 15 Jun 2024 · 1 min read यूं आंखों से ओझल हो चली हो, यूं आंखों से ओझल हो चली हो, ज़िंदगी कितनी बोझल हो चली हो ©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस” Quote Writer 63 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 15 Jun 2024 · 1 min read जितनी बार भी तुम मिली थी ज़िंदगी, जितनी बार भी तुम मिली थी ज़िंदगी, हर बार यूं मिलकर बिछड़ती रही हो ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 76 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 15 Jun 2024 · 1 min read चेहरा सब कुछ बयां नहीं कर पाता है, चेहरा सब कुछ बयां नहीं कर पाता है, जितना की राज-ए-दिल में छिपा होता है ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 92 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 15 Jun 2024 · 1 min read इश्क़-ए-फन में फनकार बनना हर किसी के बस की बात नहीं होती, इश्क़-ए-फन में फनकार बनना हर किसी के बस की बात नहीं होती, इसमें तो सब्र भी मर जाता है किसी अपने का इंतेजार करते करते ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 100 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 15 Jun 2024 · 1 min read कितनी गौर से देखा करते थे जिस चेहरे को, कितनी गौर से देखा करते थे जिस चेहरे को, उसके बाद कोई भी चेहरा फिर इतना खुबसूरत ना लगा ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 63 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 15 Jun 2024 · 1 min read हर रोज़ सोचता हूं यूं तुम्हें आवाज़ दूं, हर रोज़ सोचता हूं यूं तुम्हें आवाज़ दूं, अनकहे लफ़्ज़ों में तुम्हें नया अल्फाज़ दूं ये नया ज़माना है साज-ए-ज़िंदगी का, तेरे मेरे रिश्ते को एक नया आगाज़ दूं ©️... Quote Writer 82 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 15 Jun 2024 · 1 min read रात बसर कर ली है मैंने तुम्हारे शहर में, रात बसर कर ली है मैंने तुम्हारे शहर में, अजनबी सा शहर मुझे अच्छा लगने लगा ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 102 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 15 Jun 2024 · 1 min read घर की गृहलक्ष्मी जो गृहणी होती है, घर की गृहलक्ष्मी जो गृहणी होती है, भरा पूरा परिवार उसका ऋणी होता है ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 68 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 15 Jun 2024 · 1 min read तन्हाई में अपनी परछाई से भी डर लगता है, तन्हाई में अपनी परछाई से भी डर लगता है, तुम जब पास होती हो तो ये घर घर लगता है ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Quote Writer 58 Share Previous Page 8 Next