shabina. Naaz 361 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 8 shabina. Naaz 11 Aug 2022 · 1 min read बहार के दिन खतम होते हैं अब इंतजार के दिन लौट आयगे फिर... बहार के दिन। जब भी हम तन्हा हुए अक्सर आ गए याद वो करार के दिन वक़्त के लम्हे गुजर... Hindi · कविता 2 238 Share shabina. Naaz 11 Aug 2022 · 1 min read मुहब्बत फूल होती है मगर मेरी पुरानी सोच...लेकिन हमेशा सच... मुहब्बत फूल होती है मगर पथर बनाती है मुहब्बत एक शबनम है मगर शोला बनती है मुहब्बत रोशनी है मगर राख करती है मुहब्बत जिस्म_जा... Hindi · कविता 1 181 Share shabina. Naaz 8 Aug 2022 · 1 min read इनक मोतियो का अपने आसुओं की नुमाइश मत करना सुनो !!!!!! इन मोतियो कोई खरीदार नहीं हुआ करता . शबीनाज़ Hindi · दोहा 2 4 376 Share shabina. Naaz 6 Aug 2022 · 1 min read नहीं छिपती सात परदो में छुपा कर रखो चाहो... मुहब्बत हो या नफ़रत...ज़ाहिर हो ही जाती है............. शबीनाZ Hindi · दोहा 388 Share shabina. Naaz 5 Aug 2022 · 1 min read गर्दिशे दौरा को गुजर जाने दे गुज़र तो जाने दे ज़रा इस गर्दिशे ए-दौरा को....... फिर देखना हमारी वफाओ की क़ीमत क्या होगी... सुनो अभी तो खिज़ा आलूद मौसम है चलेगी जब बादे- सबा तो बहारो... Hindi · कविता 358 Share shabina. Naaz 4 Aug 2022 · 1 min read मुहब्बत क्या है मुहब्बत एक खुशबू हवाओं में घुली फ़िज़ाओ जैसी. मुहब्बत एक-आरज़ू है मुहब्बत एक इनायत मुहब्बत इबादत जेसी मुहब्बत सुबह के नूर जैसी...... मुहब्बत रोशनी है मुहब्बत नींद जैसी... मुहब्बत चांद... Hindi · कविता 249 Share shabina. Naaz 4 Aug 2022 · 1 min read देखते देखते देखते देखते बदल गया सब कुछ वो जो कहते थे जी नही सकते हमारे बिना जी तो रहें है .......shabinaZ Hindi · दोहा 1 309 Share shabina. Naaz 3 Aug 2022 · 1 min read क्या करे क्या करे शिकवा किसी से उस की बेवफाई का वो फरिश्ता नहीं इंसान है बदल गया तो क्या ताज्जुब है ,,,,,,,,ShabinaZ Hindi · दोहा 255 Share shabina. Naaz 3 Aug 2022 · 1 min read सुनो ए दोस्त हमारे जेसे लोग तुम कहा मिलेंगे सुनो ए दोस्त हम वो है जो सहरामें भी गुल खिलाते रहे वो और होगे जो डर गए दौरे-मुश्किल से हमरे जेसे तो मुश्किलो... Hindi · कविता 1 426 Share shabina. Naaz 3 Aug 2022 · 1 min read वो पत्थर हमारा पास है वो पत्थर जिसे हम दिल पे रखते...है... ये अपना हौसला है के देखो हम हर दिन सवारते हैं। तुम्हारी हर फरमोशी को... हम बखूबी समझते हैं.... ये... Hindi · कविता 1 2 307 Share shabina. Naaz 3 Aug 2022 · 1 min read नफरत है मुझे ऐसी नफ़रत करो दुनिया वालो से... के कद्रे-मुहब्बत हो....जाये घबरा के रह जाये जलने वाले... कुछ उनको भी तो ..इबरत......हो जाये जो करते हैं.. दावे खरेखरे उनकी भी..जमानत हो जाए...... Hindi · कविता 3 5 368 Share Previous Page 8