अभिनव अदम्य Language: Hindi 386 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Next अभिनव अदम्य 16 Dec 2020 · 1 min read सिंधु छन्द सिंधु छन्द 1222 1222 1222 बजी जो बाँसुरी तो सृष्टि मुस्काई। कि राधा श्याम से मिलने चली आयी। अलौकिक जो बजाई बाँसुरी न्यारी। कि सुनने आगई वो राधिका प्यारी। अदम्य Hindi · कविता 2 2 478 Share अभिनव अदम्य 16 Dec 2020 · 1 min read कोरोना इक वायरस दोहा ग़ज़ल कोरोना इक वायरस, परेशान संसार। पूरे जग में मच रहा, देखो हाहाकार। हाँथों को तुम जोड़कर, सबको करो प्रणाम कोरोना ने कर दिया, मानव को बीमार। निश्चित दूरी... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 44 447 Share अभिनव अदम्य 15 Dec 2020 · 1 min read कलाधर छन्द कलाधर छन्द 21 21 21 21, 21 21 21 21, 21 21 21 21, 21 21 21 2 रीति जो चली समाज, और देश में प्रसिद्ध, आज से दहेज आप,... Hindi · घनाक्षरी 285 Share अभिनव अदम्य 15 Dec 2020 · 1 min read भुजंगी छन्द भुजंगी छन्द 122 122 122 12 खड़ा द्वार पे माँ लिए भावना। लिए आरती मैं करूँ याचना। हरो कष्ट मेरे यही कामना। गिरूँ जो कहीं माँ तुम्हीं थामना। कुपंथी हुई... Hindi · कविता 289 Share अभिनव अदम्य 12 Dec 2020 · 1 min read जिंदगी सुख में बिताना चाहता हूँ। *ग़ज़ल* 2122 2122 2122 काफ़िया-आना रदीफ़- चाहता हूँ। जिंदगी सुख में बिताना चाहता हूँ। रास्ता खुद मैं बनाना चाहता हूँ। मुश्किलें आती सफलता में सदा ही मंजिलों को आज पाना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 248 Share अभिनव अदम्य 12 Dec 2020 · 1 min read पांचजन्य छन्द पांचजन्य छन्द 222 221 122 भक्तों के माँ कष्ट निवारे जो आये माँ द्वार तुम्हारे मेरे सारे कष्ट हरो माँ नैया मेरी पार करो माँ अदम्य Hindi · कविता 1 293 Share अभिनव अदम्य 11 Dec 2020 · 1 min read शालिनी छन्द शालिनी छन्द 222 2, 21 221 22 राधे कृष्णा, नाम जो भी जपेंगे प्राणी तेरे, काम सारे बनेंगे प्रातः संध्या, नित्य तू जो जपेगा कान्हा तेरा, ध्यान पूरा रखेगा ************************... Hindi · कविता 1 457 Share अभिनव अदम्य 10 Dec 2020 · 1 min read तुम क्या समझो समय बचाकर, कैसे कविता लिखता हूँ तुम क्या समझो समय बचाकर, कैसे कविता लिखता हूँ सुबह उठूँ इक आस लिए मन उर में नया विचार भरे खतम करूँ मैं काम सभी फिर लेखन को तैयार करे... Hindi · गीत 1 1 610 Share अभिनव अदम्य 10 Dec 2020 · 1 min read रक्त नदियों सा सैनिक बहाते रहे ग़ज़ल 212 212 212 212 काफ़िया-आते रफीफ-रहे रक्त नदियों सा' सैनिक बहाते रहे। राष्ट्र हित में सदा जाँ गँवाते रहे। खा कसम शरहदों पर खड़े आज वो धूल आतंकियों को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 486 Share अभिनव अदम्य 9 Dec 2020 · 1 min read अन्नदाता ही हमारी शान है 2122 2122 2122 212 इस धरा पर अन्नदाता ही हमारी शान हैं। जो हमें खाद्यान्न देता हाँ वही भगवान है। वो उगाते हैं फ़सल दिन रात रहते खेत में। जो... Hindi · गीत 1 2 286 Share अभिनव अदम्य 8 Dec 2020 · 1 min read आरक्षण विरोध ताटंक छन्द 16,14 की यति अंत 222 से आरक्षण की बात करे जो, कब तक इसे बढ़ाओगे। जाति पाति का भेद-भाव ये, कब तक तुम दिखलाओगे।। आरक्षण जो रहा देश... Hindi · कविता 2 5 239 Share अभिनव अदम्य 7 Dec 2020 · 1 min read अश्क आँखों मे हमारे आ गए ग़ज़ल 2122 2122 212 काफ़िया- आ रदीफ़- गए ख्वाब दिल पर यूँ हमारे छा गए। अश्क आँखों में हमारे आ गए। मिल सका वो साथ तेरा क्यो नही आज मुझको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 224 Share अभिनव अदम्य 6 Dec 2020 · 1 min read मुस्कराना सीखिए *सादर समीक्षा हेतु* ग़ज़ल 2122 2122 212 काफ़िया- आना रदीफ़- सीखिए जिंदगी में मुस्कराना सीखिए। प्रेम से रिश्ते निभाना सीखिए। यूँ सभी हैं खास अपने यार सब वक्त पर तुम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 362 Share अभिनव अदम्य 6 Dec 2020 · 1 min read हास्य कुंडलियाँ विधान से इतर कुण्डलिया हास्य देखो कैसे फेसबुक, लड़ा रहे सब गप्प। चला रहे सब व्हाटसप, कामकाज सब ठप्प। कामकाज सब ठप्प, चलाते यूटुब लाला। आज सभी को व्यस्त, जिओ... Hindi · कुण्डलिया 217 Share अभिनव अदम्य 6 Dec 2020 · 1 min read नया साल की शुभकामनाएं मनहरण घनाक्षरी 8,8,8,7 पर यति मिलके मनाओ हर्ष आ गया है नव वर्ष पा जाएं सब उत्कर्ष शुभ कर्म कीजिये। भेद भाव भूलकर साथ रहो मिलकर झूठ दम्भ त्याग कर... Hindi · घनाक्षरी 455 Share अभिनव अदम्य 6 Dec 2020 · 1 min read दोहा ग़ज़ल *दिनांक-06/12/2020* दोहा ग़ज़ल कोरोना इक वायरस, परेशान संसार। पूरे जग में मच रहा, देखो हाहाकार। हाँथों को तुम जोड़कर, सबको करो प्रणाम कोरोना ने कर दिया, मानव को बीमार। निश्चित... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 236 Share अभिनव अदम्य 5 Dec 2020 · 1 min read महाश्रंगार छन्द *सादर समीक्षा हेतु* महाश्रंगार छन्द 32 मात्राएँ 16, 16 पर यति गोपियों साथ रचाते रास, झलकता मधुवन में है प्यार। अधर पर रखे सदा मुस्कान, करें सब गोप सखा दीदार।।... Hindi · कविता 2 456 Share अभिनव अदम्य 4 Dec 2020 · 1 min read श्रंगार छन्द श्रंगार छन्द 16मात्राएँ लगा दो मेरी नैया पार। आस ले आया तेरे द्वार। करूँ मैं बिनती बारम्बार। मुझे कर देना भव से पार। हुआ माँ दास बड़ा लाचार। करो अब... Hindi · कविता 2 2 371 Share अभिनव अदम्य 4 Dec 2020 · 1 min read अपमान किसानों का स्वीकार नही होगा। ग़ज़ल 221 1222 221 1222 काफ़िया-आर रदीफ़- नहीं होगा अपमान किसानों का स्वीकार नही होगा। इक बार किया तुमने हर बार नही होगा। ये बन्द करो नाटक जो खेल रहे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 214 Share अभिनव अदम्य 3 Dec 2020 · 1 min read जीवन उलझा मेरा दौलत को कमाने में। 221 1222 221 1222 जीवन उलझा मेरा दौलत को कमाने में। हम भूल गए घर को कुछ वक्त बिताने में। सब छूट गए अपने बस याद बसी मन में। हूँ... Hindi · गीत 207 Share अभिनव अदम्य 3 Dec 2020 · 1 min read श्रंगार छन्द श्रृंगार छन्द 16 मात्राएँ अंत 21 से """"""""""""""""""""""""'''''''''"""" सजा है मैया का दरबार। करें सब साधक जय जयकार। है भजन कीर्तन की रसधार। मैया कि महिमा बड़ी अपार। """"""""""""""""""""""""""""""""""" मिली... Hindi · कविता 491 Share अभिनव अदम्य 2 Dec 2020 · 1 min read अनुकूला छन्द अनुकूला छन्द 211 221 111 22 छन्द बड़ा सुंदर यह भाई। लेखन को दे यह तरुणाई। नाम रखा सुंदर अनुकूला। ना करना लेखन प्रतिकूला। मातु कृपा हो हम पर तेरी।... Hindi · कविता 202 Share अभिनव अदम्य 2 Dec 2020 · 1 min read मशहूर हो गए एक प्रयास मुश्किलों से?? 221 2121 1221 212 काफ़िया-ऊर रदीफ़- हो गए वो आज उस जहां पर मशहूर हो गए। अब साथ छोड़कर हमसे दूर हो गए। कितने फिदा हैं^... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 269 Share अभिनव अदम्य 27 Nov 2020 · 1 min read आनन्द छन्द आनंद छन्द 2122 212 सत्यपथ चलते रहो। कर्म शुभ करते रहो। स्वार्थ को तुम त्याग दो। धर्म का तुम साथ दो। अदम्य Hindi · कविता 319 Share अभिनव अदम्य 25 Nov 2020 · 1 min read तुलसी विवाह #देवउठानि_एकादशी सखी छन्द विषय- तुलसी विवाह मैं तुलसी महिमा गाउँ। तुम सबको आज सुनाऊ। थी वृन्दा एक कुमारी। बचपन से धर्म पुजारी। थी विष्णु भक्त वो प्यारी। है जिनकी महिमा... Hindi · कविता 462 Share अभिनव अदम्य 24 Nov 2020 · 1 min read सखी छन्द 14 मात्राएं अंत 122 या 222 से कोरोना बढ़ता जाता डर हमको बहुत सताता अब जेब हुई है खाली छायी हम पर कंगाली अब कैसे करें गुजारा कोरोना ने है... Hindi · कविता 464 Share अभिनव अदम्य 24 Nov 2020 · 1 min read कौमी एकता 1222 1222 1222 1222 मैं' हिन्दू हूँ मुसलमाँ तू मिटादो भेद ये सारा। शिवालय मस्जिदें गिरिजा रखो ना आप ये न्यारा। मिटाकर मजहवी रिश्ते बनाएं एकता हम सब, पढ़े गीता... Hindi · मुक्तक 354 Share अभिनव अदम्य 21 Nov 2020 · 1 min read दोहा मुक्तक जाने कैसे हो गया, नर इतना बेशर्म। मानवता को भूल के, जग में करे अधर्म। करले मानव प्रेम से, सदाचार व्यवहार, मानवता ही धर्म हो, मानवता ही कर्म। Hindi · मुक्तक 364 Share अभिनव अदम्य 21 Nov 2020 · 1 min read माता पिता 1222 1222 1222 1222 पिता माता गुरु के ही चरण में शीश झुकता है। शिवालय मस्जिदें गिरिजा नही अब ईश दिखता है। बना घर एक मंदिर है जहां रहते मेरे... Hindi · मुक्तक 447 Share अभिनव अदम्य 20 Nov 2020 · 1 min read साथ यूँ छोडकर जा रही क्यो प्रिये गंगोदक सवैया 212 212 212 212,212 212 212 212 साथ यूँ छोड़ कर जा रही क्यों प्रिये जिन्दगी बिन तुम्हारे न कट पायगी। सपने' सारे सुहाने मिटेंगे सनम ये कहानी... Hindi · गीत 553 Share अभिनव अदम्य 18 Nov 2020 · 1 min read दिग्पाल छन्द दिग्पाल छन्द 221 2122 221 2122 परदेश में तुम्हारी माँ याद आ रहीं हैं। साया उठा पिता का मैं पृथक हो गया हूँ। सब शौक छोड़के मैं परदेश आ गया... Hindi · गीत 238 Share अभिनव अदम्य 16 Nov 2020 · 1 min read भैया दूज मुक्तक 1222 1222 1222 1222 गुजारा साथ में बचपन बहन की याद आती है। रहें बस याद ही उसकी चली वो दूर जाती है। सजाये थाल बैठी है तिलक माथे लगाने... Hindi · मुक्तक 2 440 Share अभिनव अदम्य 16 Nov 2020 · 1 min read भैया दूज कुम-कुम अक्षत थाल सजाए, भाई की राह निहारे। दूर- दूर से चलकर भाई, बहना घर आज पधारे। पावन प्रेम भाई बहन का, ये सारी दुनियां जाने। सजी हुई थाली हाँथों... Hindi · कविता 1 586 Share अभिनव अदम्य 15 Nov 2020 · 1 min read अरुण छन्द अरुण छन्द 212, 212, 212 212 प्रेम के, राह मे, कर गयी राधिका पैर ब्रज, भूमि में, धर गयी राधिका लोक का, हर जहर, पी गयी राधिका जिंदगी, इस तरह,... Hindi · कविता 1 648 Share अभिनव अदम्य 15 Nov 2020 · 1 min read रूपमाला छन्द रूपमाला छन्द, प्रथम प्रयास* 2122 2122 2122 21 नाव है गहरी नदी में, मैं फँसा मजधार। श्याम मेरी पार कर दो, नाव को उसपार। टेर भगवन आज सुन लो, दीन... Hindi · कविता 412 Share अभिनव अदम्य 15 Nov 2020 · 1 min read रजनी छन्द रजनी छन्द, 2122 2122 2122 2 कृष्ण ने मुरली सुरीली यूँ बजायी है। दौड़ती राधा उसी के पास आयी है। कृष्ण बोले राधिका क्यों भाग आयी है। क्या तुझे मुरली... Hindi · कविता 423 Share अभिनव अदम्य 15 Nov 2020 · 1 min read राधा छन्द 212 221 222 122 2 राधिका के श्याम प्यारे बांसुरी वारे गोपियां भी साथ देखो ग्वाल हैं सारे राधिका को देखते हैं सांवरे प्यारे नैन से वो तीर ऐसे प्रीत... Hindi · कविता 190 Share अभिनव अदम्य 15 Nov 2020 · 1 min read अज्ञात छन्द *अज्ञात छन्द* श्याम के रंग है, रँगी राधिका प्रेम डोर से है, बंधी राधिका कृष्ण रास में है, सजी राधिका श्याम के नैन है, बसी राधिका *अदम्य* Hindi · कविता 341 Share अभिनव अदम्य 15 Nov 2020 · 1 min read चले आओ चले आओ सजन मेरे तुम्हारी याद आती है पड़े है बाग में झूले हवाएं राग गाती हैं कहे पायल न ठुकराओ कहे कंगना न बिसराओ, घिरी है रात पूनम की... Hindi · मुक्तक 234 Share अभिनव अदम्य 15 Nov 2020 · 1 min read मनोरम छन्द 2122 2122 काश बचपन लौट आता जिंदगी सुख में बिताता फिर न चिंता आज होती बस सुखों की रात होती Hindi · कविता 424 Share अभिनव अदम्य 14 Nov 2020 · 1 min read दीवाली दीवाली खुशियां ले आयी, मिलकर दीप जलाओ तुम मन के सारे द्वेष मिटाके, दीपावली मनाओ तुम माँ शारद की कृपा रहे औ;लक्ष्मी जी धन धान्य भरे चरण छुओ फिर माता... Hindi · मुक्तक 433 Share अभिनव अदम्य 13 Nov 2020 · 1 min read गरीब की दीवाली गरीब की दीवाली दीवाली के दिए जले हैं घर-घर में खुशहाली है। पर इस गरीब की दीवाली लगती खाली खाली है। पैसा वालों के घर देखो अच्छी लगे सजावट है।... Hindi · कविता 2 4 456 Share अभिनव अदम्य 10 Nov 2020 · 1 min read मनोरम छन्द 2122 2122 *मनोरम छन्द* काश बचपन लौट आता जिंदगी सुख में बिताता फिर न चिंता आज होती बस सुखों की रात होती *अदम्य* Hindi · कविता 449 Share अभिनव अदम्य 7 Nov 2020 · 1 min read ताण्डव छन्द ताण्डव छन्द बनूँ मैं हरि का दास यही प्रभु से अरदास रहूँ मैं पद के पास मिटे तब मन की आस हरो मन का संताप कटे सब मेरे पाप ह्रदय... Hindi · कविता 394 Share अभिनव अदम्य 7 Nov 2020 · 1 min read मुक्तक चले आओ सजन मेरे तुम्हारी याद आती है पड़े है बाग में झूले हवाएं राग गाती हैं कहे पायल न ठुकराओ कहे कंगना न बिसराओ, घिरी है रात पूनम की... Hindi · मुक्तक 270 Share अभिनव अदम्य 6 Nov 2020 · 1 min read मत्तगयंद सवैया मत्तगयंद सवैया सात भगण अंत दो गुरु 211 211 211 211, 211 211 211 22 साजन छोड़ गए परदेश लगे घर सून मुझे दिन राती। दूर पिया सुध में प्रियसी... Hindi · सवैया 259 Share अभिनव अदम्य 4 Nov 2020 · 1 min read सखी छन्द सखी छन्द 14 मात्राएँ सुन मेरे ओ गिरधारी सुध लेलो आप हमारी हर लो तम कष्ट हमारा हमको विपदा ने मारा Hindi · कविता 219 Share अभिनव अदम्य 2 Nov 2020 · 1 min read वर्ण पिरामिड वर्ड पिरामिड हे! मातु! शारदे तम दूर मेरे कर दे न हो कभी अहं मातु कृपा कर दे मैं हूँ माँ अज्ञानी कर जोड़ करूँ विनती हे हँसासिनी माँ ज्ञान... Hindi · कविता 1 2 184 Share अभिनव अदम्य 1 Nov 2020 · 1 min read शरद पूर्णिमा अश्विन मास अंत होने पर, शरद पूर्णिमा है आयी सोलह कलाओं से परिपूर्ण,शशि ने है झलक दिखाई सुन्दर शीतल है मनमोहक, लगता है कितना प्यारा खिला हुआ है तारों के... Hindi · कविता 2 237 Share अभिनव अदम्य 1 Nov 2020 · 1 min read मुक्तक चल दिए तुम अभी राज बांकी हैं सब दो दिलों की अभी बात बांकी है सब फेर के तुम नजर जा रहीं क्यों सनम जिन्दगी का अभी साथ बांकी है... Hindi · मुक्तक 371 Share Previous Page 6 Next