DrLakshman Jha Parimal Language: Hindi 793 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid DrLakshman Jha Parimal 18 Nov 2024 · 3 min read “डिजिटल मित्रता” (संस्मरण) डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================ “मुझे दुख है बस अपनों से जो दिल के पास रहते हैं गुजर जाए कई सदियाँ कभी नहीं बात करते हैं !!” @परिमल देवनाथ बाबू... Hindi · संस्मरण 15 Share DrLakshman Jha Parimal 16 Nov 2024 · 1 min read “मौन नहीं कविता रहती है” “मौन नहीं कविता रहती है” डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================= मुझे कहाँ पता कि मेरी बातों को लोग अपने हृदय में उतार लेते हैं ? कैसे कहूँ लोग इसको यदा-... Hindi · कविता 27 Share DrLakshman Jha Parimal 10 Nov 2024 · 1 min read "अनुरोध" डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================= बने हो फेसबूक के दोस्त, विचारों में बंधे रहना ! करोगे द्वंद अपनों से ,नहीं तुम दोस्ती करना !! करो सम्मान तुम सबका,समझ आपस में... Hindi · कविता 26 Share DrLakshman Jha Parimal 20 Oct 2024 · 1 min read " विश्व शांति " डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================ लगा लूँ पंख हाथों में क्षितिज के पार उड़ जाऊँ मिलूँ मैं सारी दुनियाँ से सभी का प्रेम मैं पाऊँ नहीं नफ़रत से जीना है... Hindi · कविता 42 Share DrLakshman Jha Parimal 19 Oct 2024 · 1 min read “मिट्टी का घर” डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================ बनी होती थी मिट्टी से हमारे घर की दीवारें खुला आकाश होता था जहाँ थी प्यार की बातें सभी को जानते थे हम मधुर संबंध... Hindi · कविता 22 Share DrLakshman Jha Parimal 16 Oct 2024 · 1 min read "फेसबुक मित्रों की बेरुखी" "फेसबुक मित्रों की बेरुखी" डॉ लक्ष्मण झा परिमल =============== बने क्यूँ मित्र बोलो तुम , कभी नहीं बात करते हो ! छुपे हो पर्दों के पीछे, कभी नहीं हमको दीखते... Hindi · कविता 42 Share DrLakshman Jha Parimal 14 Oct 2024 · 1 min read “लिखते कुछ कम हैं” डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================= कहाँ हम दिल की बातें कर पाते हैं ? लिखने से पहले कुछ सोचना पड़ता है किसी को बुरा ना लगे कोई मुझे आलोचनाओं के... Hindi · कविता 33 Share DrLakshman Jha Parimal 13 Oct 2024 · 2 min read “विवादित साहित्यकार” डॉ लक्ष्मण झा परिमल ============= साहित्य की रचना करने वालों को साहित्यकार कहते हैं। अपनी मूल कृतियों को जो साहित्यक आवरण प्रदान करता है उसे साहित्यकार कहते हैं । लेखक... Hindi · लेख 46 Share DrLakshman Jha Parimal 13 Oct 2024 · 3 min read “हम अब मूंक और बधिर बनते जा रहे हैं” डॉ लक्ष्मण झा परिमल ============================ लेखक,साहित्यकार,कवि,समालोचक,पत्रकार,स्तंभकार और विचारक की संख्याओं में निरंतर वृद्धि होती जा रही है ! किताबें छपतीं हैं ,प्रकाशित होतीं हैं और जगह जगह पुस्तकों का प्रदर्शन... Hindi · संस्मरण 27 Share DrLakshman Jha Parimal 7 Oct 2024 · 1 min read "बेढ़ब मित्रता " “बेढ़ब मित्रता” डॉ लक्ष्मण झा”परिमल ” ================= अनुरोध आने पर हम मित्र बना लेते हैं बेमेल को हम क्षण में डिलीट कर देते हैं लॉक प्रोफ़ाइल को कभी स्वीकार ना... Hindi · कविता 35 Share DrLakshman Jha Parimal 29 Sep 2024 · 3 min read "पारदर्शिता की अवहेलना" डॉ लक्ष्मण झा परिमल =================== डिज़िटल युग का पदार्पण हो गया! हम द्रुत गति से सफलता के सभी आयामों को छूते चले गए ! मित्रता की परिभाषा बदल गयी !... Hindi · लेख 33 Share DrLakshman Jha Parimal 22 Sep 2024 · 1 min read “बधाई और शुभकामना” डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================= मनाओ जश्न तुम मिलकर, खुशी के गीत गा लो तुम ! बधाई के सुअवसर पर , गले सबको लगा लो तुम !! चरण छूओ बड़ों... Hindi · कविता 55 Share DrLakshman Jha Parimal 21 Sep 2024 · 1 min read "युग -पुरुष " डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================= रहो तुम प्यार से जुड़कर , नहीं प्रतिवाद तुम करना ! मिली हैं नियामतें तुमको , उसे जुड़कर सदा रहना !! बनो हमदर्द तुम सबका... Hindi · कविता 58 Share DrLakshman Jha Parimal 18 Sep 2024 · 1 min read “हम हो गए दीवाने” डॉ लक्ष्मण झा परिमल =============== तेरे हर बोल में अमृत है कोयल की राग है तुझमें ! मधुर गीतों का है संगम सभी रस छंद है तुझमें !! तेरे हर... Hindi · गीत 35 Share DrLakshman Jha Parimal 14 Sep 2024 · 3 min read " मैं और मिथिलाक्षर /तिरहुता लिपि " (संस्मरण ) डॉ लक्ष्मण झा परिमल ======================== उद्देश और लक्ष्य की परिकल्पना मनुष्य स्वयं करता है और उस लक्ष्य की प्राप्ति में कभी -कभी दृग्भ्रमित भी हो जाता है ! परन्तु इन... Hindi · संस्मरण 85 Share DrLakshman Jha Parimal 9 Sep 2024 · 1 min read “अपना बना लो” “अपना बना लो” डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================ नज़र से छुपना चाहो तो दिलों से छुप नहीं सकते कहीं भी तुम चले जाओ मेरे बिन रह नहीं सकते जुदा रहना... Hindi · कविता 38 Share DrLakshman Jha Parimal 3 Sep 2024 · 4 min read " गाड़ी चल पड़ी उसी रफ्तार से " डॉ लक्ष्मण झा परिमल ============================ जीवन में हादसा होते ही रहते हैं ! हादसा ,दुर्घटना ,व्यथा और अनहोनी का शिकार एक ना एक दिन हर व्यक्ति के हिस्से में आते... Hindi · संस्मरण 40 Share DrLakshman Jha Parimal 30 Aug 2024 · 1 min read " आराधक " डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================= मुझे लिखना नहीं आता मैं अपनी बात कहता हूँ नहीं है ज्ञान शब्दों का सरल भाषा में लिखता हूँ ज़िगर में है मेरी चाहत जगत... Hindi · कविता 52 Share DrLakshman Jha Parimal 27 Aug 2024 · 1 min read " मेरा प्यार " डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================= मुझे कुछ भी नहीं भाता बस अपना प्यार तुम दे दो अकेले रहना मुश्किल हैं बस अपना साथ तुम दे दो तुम्हारे बिन अकेला मैं... Hindi · कविता 48 Share DrLakshman Jha Parimal 27 Aug 2024 · 1 min read "मेरा प्यार " डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================= मुझे कुछ भी नहीं भाता बस अपना प्यार तुम दे दो अकेले रहना मुश्किल हैं बस अपना साथ तुम दे दो तुम्हारे बिन अकेला मैं... Hindi · गीत 47 Share DrLakshman Jha Parimal 26 Aug 2024 · 1 min read " कृष्णा का आवाहन " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ============== मेरे कृष्णा तुम छुपे हो कहाँ मेरे कृष्णा तुम छुपे हो कहाँ ? देखो दास तुम्हारा तड़पे यहाँ मेरे कृष्णा तुम छुपे हो कहाँ... Hindi · गीत 49 Share DrLakshman Jha Parimal 24 Aug 2024 · 1 min read “चिकनी -चुपड़ी बातें” “चिकनी -चुपड़ी बातें” डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================ बस बहुत हो चुकी चिकनी -चुपड़ी बातें सुनकर आमूल परिवर्तन का शंखनाद गुजेंगा सब के अंगों में वस्त्र होगें कोई भूखा नहीं... Hindi · कविता 53 Share DrLakshman Jha Parimal 22 Aug 2024 · 1 min read "आज का दुर्योधन " डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ” ================== क्यूँ कहूँ आखिर तुझको, बता जब बधिर तुम बन गए हो मुँह से कुछ भी ना बोल कर मूकता के जाल में फँस... Hindi · कविता 56 Share DrLakshman Jha Parimal 16 Aug 2024 · 1 min read “ प्रजातन्त्र का सम्मान “ डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " =================== हर साल ये नेता हमें बुद्धू , और अनाड़ी बना रहे हैं ! चिकनी -चुपड़ी बातें करके , हमको वर्षों से बहका रहे हैं... Hindi · कविता 58 Share DrLakshman Jha Parimal 15 Aug 2024 · 1 min read " गप्प लिय मोदी सं आ टाका लिय बाइडन सं " डॉ लक्ष्मण झा परिमल ========================== आइ हमरा मन करैत अछि अपन भाषा मे किछु कही परंच हम त मूक भेल पडल छी , आ कुहरैत छी , कानो पथरा गेल... Hindi · कविता 63 Share DrLakshman Jha Parimal 6 Aug 2024 · 2 min read “मेरी किताब “पुष्प -सार” और मेरी दो बातें” डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ========================== स्पष्टतः कहने में हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए ! मेरी कविता संग्रह “ पुष्प -सार ” किताब छप चुकी है ! कुछ कविताओं और... Hindi · संस्मरण 106 Share DrLakshman Jha Parimal 5 Aug 2024 · 1 min read " हमारी टिप्पणियाँ " डॉ लक्ष्मण झा परिमल =============== हम कभी -कभी किन्हीं के सांकेतिक टिप्पणियों से उनके व्यक्तित्व को समझ नहीं पाते ! पता तो तब चलता है जब आप अपने विचारों को... Hindi · लेख 57 Share DrLakshman Jha Parimal 4 Aug 2024 · 1 min read "मन की खुशी " डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================ कोई देखे या ना देखे मुझे उनसे है क्या लेना ? मैं अपनी धुन का हूँ मालिक मुझे सिर्फ दिल का ही सुनना ! मेरा... Hindi · कविता 51 Share DrLakshman Jha Parimal 17 Jul 2024 · 1 min read “ऐसी दोस्ती” डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================ नहीं अनुरोध भेजो तुम नहीं क्षण में जुड़ो सबसे जरूरी है कि तुम जानो नहीं तो तुम मुड़ो उनसे बनोगे दोस्त बिन जाने निकट में... Hindi · कविता 67 Share DrLakshman Jha Parimal 14 Jul 2024 · 2 min read “प्रजातांत्रिक बयार” डॉ लक्ष्मण झा परिमल ============== प्रतिबंधों की काली लालिमा से हम बाल्यावस्था से ही जूझते आ रहे हैं ! " यह मत करो ....इसे मत छूना ...वहां मत जाना ...इत्यादि..इत्यादि... Hindi · लेख 92 Share DrLakshman Jha Parimal 6 Jul 2024 · 1 min read "संस्कार' "संस्कार' भद्रता, शालीनता, संस्कार और अच्छी सोच की तालीम हमें अपने पूर्वजों और परिवारों से मिलती है किताबों को लाख पीस कर गले के नीचे उतार लेने से हमें दिव्य... Hindi · कविता 72 Share DrLakshman Jha Parimal 3 Jul 2024 · 1 min read “दो बूँद बारिश की” डॉ लक्ष्मण झा परिमल =============== दो बूँद बारिश की क्या पड़ी सारी कायनात बदल गयी झुलस रहे थे तपिश से हम घुटन महसूस होती थी घर से बाहर निकालना दूभर... Hindi · कविता 1 91 Share DrLakshman Jha Parimal 27 Jun 2024 · 1 min read “ गोलू का जन्म दिन “ ( व्यंग ) डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ==================== मालिक ! आप सब का जन्म दिन मनाते हैं , सबों के लिए सुंदर – सुंदर कैक आप लाते हैं ! आस-पड़ोस, संगी-साथी... Hindi · हास्य-व्यंग्य 82 Share DrLakshman Jha Parimal 26 Jun 2024 · 2 min read ” आलोचनाओं से बचने का मंत्र “ डॉ लक्ष्मण झा परिमल ============== हम बोल चाल की भाषाओं में अलंकृत भाषाओँ का प्रयोग यदाकदा ही करते हैं ! हो सकता है किन्हीं को रास ना आये ! ये... Hindi · लेख 57 Share DrLakshman Jha Parimal 24 Jun 2024 · 2 min read प्रधानमंत्री जी ने ‘आयुष्मान भारत ‘ का झुनझुना थमा दिया “ डॉ लक्ष्मण झा परिमल =================================== कैसी परियोजना …कैसी उद्घोषणा रह -रह कर हमारे देश के प्रधान सेवक कर रहे हैं ? १० करोड़ परिवारों को पांच लाख रुपये का स्वास्थ... Hindi · लेख 94 Share DrLakshman Jha Parimal 24 Jun 2024 · 1 min read “बोझिल मन ” डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================= करूँ क्या मैं बताओ तुम कोई कविता नहीं बनती किसी को देखता हूँ तो नज़र मेरी नहीं टिकती कभी मैं फिल्म को देखूँ सभी नीरस... Hindi · कविता 77 Share DrLakshman Jha Parimal 20 Jun 2024 · 2 min read "प्रश्नों के बाण" डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ============ हमारी जिज्ञासा की यात्रा सदेव आवाध गति से जीवन पर्यंत तक चलती रहती है ! इन्हीं जिज्ञासाओं के बल पर हमें अनुभवों का... Hindi · लेख 71 Share DrLakshman Jha Parimal 20 Jun 2024 · 2 min read "मित्रों के पसंदों को अनदेखी ना करें " डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल “ ========================== जब हमारी पाँचों उंगलियाँ बराबर नहीं हैं तो भला हम फेसबुक से जुड़े सबलोग एक जैसे कैसे हो सकते हैं ? सबों की... Hindi · लेख 56 Share DrLakshman Jha Parimal 18 Jun 2024 · 1 min read "दोस्ताना " डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================ कई तस्वीरें मैं देखूँ किसे अपना बना लूँ मैं कोई जँचता नहीं मुझको किसे अपना समझ लूँ मैं निशाना मैं लगाता हूँ कोई हमदर्द मिल... Hindi · कविता 1 2 94 Share DrLakshman Jha Parimal 17 Jun 2024 · 2 min read “अग्निपथ आर्मी के अग्निवीर सिपाही ” डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ===================== विगत वर्षों में बड़े अजीब गरीब फैसले लिए गए जिसका समय -समय पर विरोध होना स्वाभाविक था ! पर सेना के तीनों अंगों,... Hindi · संस्मरण 77 Share DrLakshman Jha Parimal 17 Jun 2024 · 1 min read “चिट्ठी ना कोई संदेश” “चिट्ठी ना कोई संदेश” डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================= दोस्त तो अनगिनत इस रंगमंच से जुड़े हुये हैं उनकी तस्वीरें विभिन्य भंगिमाओं वाली रंगमहल के दीवारों पर लटकीं हुईं हैं... Hindi · कविता 59 Share DrLakshman Jha Parimal 16 Jun 2024 · 1 min read "मित्रों से जुड़ना " डॉ लक्ष्मण झा परिमल ============== आपके फ्रेंड रिक्वेस्टों का , हम सदा सम्मान करते हैं ! बड़े छोटों से हमको क्या , सभी को सलाम करते हैं !! आपके प्रोफाइलों... Hindi · कविता 81 Share DrLakshman Jha Parimal 12 Jun 2024 · 2 min read “ भाषा की मृदुलता ” डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ======================= जीवन के पग -पग पर भाषा की मृदुलता को महत्व दिया गया है “ एक दिन बिक जाएगा माटी के मोल ,जग में... Hindi · लेख 1 103 Share DrLakshman Jha Parimal 12 Jun 2024 · 1 min read " दोहरा चरित्र " डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================ हमारे रंग न्यारे देख लो हमारे ढंग न्यारे देख लो ! कभी हम साधू बनते हैं तो कभी शैतान बनते हैं !! कभी बापू के... Hindi · कविता 1 115 Share DrLakshman Jha Parimal 11 Jun 2024 · 1 min read “इसे शिष्टाचार कहते हैं” डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================= जन्म दिन है तुम्हारा तो सभी तुम्हें प्यार करते हैं बधाई तुमको मिलती है कोई दीर्घायु कहते हैं कभी हम शादियों के भी पावन तिथि... Hindi · कविता 111 Share DrLakshman Jha Parimal 10 Jun 2024 · 1 min read “लिखने से कतराने लगा हूँ” डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================= बात ऐसी नहीं कि मैं पढ़ता नहीं हूँ मुझे अच्छी लगती है किसी और की कविता पढ़ना किसी के विचारों को मनन करना किन्हीं के... Hindi · कविता 94 Share DrLakshman Jha Parimal 9 Jun 2024 · 1 min read “उलझे हुये फेसबूक” डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================ उलझे हुये फेसबूक पन्नों को कोई तो सुलझा दो चमकती तस्वीर उसकी बने लोगों को एक पाठ पढ़ा दो ! सब के सब अपने पन्नों... Hindi · कविता 1 62 Share DrLakshman Jha Parimal 8 Jun 2024 · 1 min read “फेसबूक मित्रों की बेरुखी” डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================= कहो तुम दोस्त हो कैसे ? नहीं तुम उसकी सुनते हो ! जुड़े हो तुम सदा उनसे नहीं तुम दोस्त लगते हो !! नहीं जाना... Hindi · कविता 108 Share DrLakshman Jha Parimal 6 Jun 2024 · 2 min read " आखिर कब तक ...आखिर कब तक मोदी जी " डॉ लक्ष्मण झा परिमल =============================== प्रजातान्त्रिक प्रणालियां देशों में सरकारों की कार्य कलापों की आलोचनायें और प्रसंशा होती ही रहतीं हैं ! ....जनमानस के सुनहरे सपने सत्ताधरी महारथिओं से जुड़े... Hindi · लेख 89 Share DrLakshman Jha Parimal 4 Jun 2024 · 2 min read “ सर्पराज ” सूबेदार छुछुंदर से नाराज “( व्यंगयात्मक अभिव्यक्ति ) डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ==================== सर्पराज आजकल नाराज चल रहे थे ! वो नाराजगी थी सूबेदार छुछुंदर से ! विश्वास करके सर्पराज ने छुछुंदर को सूबे का नेतृत्व... Hindi · हास्य-व्यंग्य 87 Share Page 1 Next