Sanjay ' शून्य' 351 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Next Sanjay ' शून्य' 5 Jul 2023 · 1 min read 🔥आजकल की लेखनी के लिए 🔥 उनका दर्शन दिग्दर्शन है, वे वेद व्यास थे। हो मूढ़मती शाकुन्तलम है, वे कालिदास थे। घटने के पहले लिखा रामायण जो, वे वाल्मीकि थे। ये लेखक थे और कवि ही... Hindi 1 70 Share Sanjay ' शून्य' 2 Jul 2023 · 1 min read खुद की गलतियां गुस्ताखियां भी खुद की, नाराज़गी भी ख़ुद की। मुझसे जुदा हुए तुम, आवारगी थी ख़ुद की।। अब क्या कहूं मैं, तुमसे जीवन का सफरनामा। लुटते रहे हम बेबस, नादानियां थी... Hindi 3 70 Share Sanjay ' शून्य' 2 Jul 2023 · 1 min read वोट 🔥 चुनाव🔥 सत्य और धर्म की स्थापना सदैव स्व और स्वपरिवार से होनी चाहिए, ऐसा श्री राम और श्री कृष्ण ने अपने अवतरण काल में किया । अगर आप समाज... Hindi 2 76 Share Sanjay ' शून्य' 2 Jul 2023 · 1 min read युवा आपने मारा जो थप्पड़, दंभियो के गाल पर। सात पुस्ते खुश हुई, इस रुधिर के उबाल पर।। महिमा मंडित कर रहे है,ये जरायम कर्म को। मारो मारो मार डालो, इन... Hindi 2 63 Share Sanjay ' शून्य' 2 Jul 2023 · 1 min read बेरुखी नाराज़ है वो, खता बताते भी नहीं। है आगोश में, दूर जाते भी नहीं।। उनकी खामोशी, मुझे नासूर बन के डसती है। कोई अनजान सी रस्सी गले को कसती है।।... Hindi 2 53 Share Sanjay ' शून्य' 2 Jul 2023 · 1 min read नज्म कहां से सिखा है आंचल को जलाना यारों । आगोश ने जिसकी तुमको, सुकून और खुशियां दी, उसी आगोश को सीखा है मिटाना यारों। ये रेलगाड़ियों, जो तुम्हारी हम सफर... Hindi 2 105 Share Sanjay ' शून्य' 2 Jul 2023 · 1 min read चयन कर्मनीति है जीवन नीति, जो प्रेम और समर्पण सिखाती है। राजनीति है सत्ता नीति , जो घृणा और घर्षण बढ़ाती है। प्रेम का एक पल भी, जीवन में अमृत मिठास... Hindi 2 110 Share Sanjay ' शून्य' 2 Jul 2023 · 1 min read द्रोपदी का चीरहरण करने पर भी निर्वस्त्र नहीं हुई, परंतु पूरे द्रोपदी का चीरहरण करने पर भी निर्वस्त्र नहीं हुई, परंतु पूरे परिधान में भी पूरा भरतवंश नंगा हो गया। वस्त्र तो आवरण है, असली परिधान तो चरित्र है, जो आप... Quote Writer 2 381 Share Sanjay ' शून्य' 2 Jul 2023 · 1 min read लफंगा पढ़ाई पसंद न थी, लफंगई पसंद थी। वह घूमता फिरता था, नंगई पसंद थी।। यूं उम्र बढ़ते बढ़ते, आवारा हो गया। जब लोकतंत्र आया, सबका प्यारा हो गया।। अब भाई... Hindi 2 79 Share Sanjay ' शून्य' 2 Jul 2023 · 1 min read जब आपके आस पास सच बोलने वाले न बचे हों, तो समझिए आस पास जो भ जब आपके आस पास सच बोलने वाले न बचे हों, तो समझिए आस पास जो भी हैं दुर्भाग्य ही है और आपने पतन का सामान इकट्ठा कर लिया है। Quote Writer 2 441 Share Sanjay ' शून्य' 1 Jul 2023 · 2 min read पेंशन शर्म करो। पेंशन पेंशन पेंशन, मैं यह बखूबी जानता हूं की तुमने बातें बनानी और करनी दोनों सीख ली हैं तभी तो इस जमाने में भी तुम्हारा रसूख कायम है।... Hindi 1 299 Share Sanjay ' शून्य' 1 Jul 2023 · 1 min read शायरी तुम्हारी ख्वाइसो फरमाइसों पर दिल लूटा दूंगा। करो यकीन तुम मुझपर पूरी महफिल लूटा दूंगा।। हूं मैं हिंद का सैनिक, है हिंदुस्तान रग रग में, मैं हिंद की अस्मिता खातिर,... Hindi 1 332 Share Sanjay ' शून्य' 1 Jul 2023 · 1 min read समर्पित बनें, शरणार्थी नहीं। समर्पित बनें, शरणार्थी नहीं। चरित्र चुनें, मिथ्यार्थी नहीं।। स्वामलंबी बनें, भीखार्थी नहीं। परमार्थी बनें, स्वार्थी नहींं।। Quote Writer 1 470 Share Sanjay ' शून्य' 1 Jul 2023 · 1 min read कर्म से विश्वाश जन्म लेता है, कर्म से विश्वाश जन्म लेता है, विश्वाश से प्रेम उदय होता है। अगाध प्रेम से त्याग जन्मता है, और त्याग ही मानव मूल है। Quote Writer 2 366 Share Sanjay ' शून्य' 1 Jul 2023 · 1 min read तलाक़ तुम्हें छोड़ने का ये निर्णय हमारा, अचानक नहीं था। करूं गर मैं तुलना तेरे बहसीपन से, भयानक नहीं था।। खोकर के सब कुछ, तुम्हे माफ करना एकाएक नही था। ये... Hindi 1 177 Share Sanjay ' शून्य' 1 Jul 2023 · 1 min read डुप्लीकेट अज्ञानी हैं पर दार्शनिक बातें, छप्पर में गुदरी से लिपटी सर्द रातें । बड़ी मुश्मिल से जुगाड़ते है रोटी दो वक्त की, समझते नहीं हैं महिमा नशों में बहते हुए... Hindi 1 223 Share Sanjay ' शून्य' 30 Jun 2023 · 1 min read पैसा पैसे मे जीवन दिखे, यह कैसा संसार। जीवन में पैसा दिखे, तब हो बेड़ा पार ।। पैसे खातिर बेच दी, देश धर्म की लाज। मानव की इस सोच से, विकृत... Hindi 1 187 Share Sanjay ' शून्य' 30 Jun 2023 · 1 min read "सत्य" युग का आइना है, इसमें वीभत्स चेहरे खुद को नहीं देखते "सत्य" युग का आइना है, इसमें वीभत्स चेहरे खुद को नहीं देखते है। हर युग में सत्य अपना स्वरूप बदलता है जैसे, सतयुग-समर्पितसत्य, त्रेता- मर्यादित सत्य, द्वापर-परिभासित्सत्य और कलियुग में... Quote Writer 2 382 Share Sanjay ' शून्य' 30 Jun 2023 · 1 min read सत्कर्म करें कुछ खट्टी कुछ मीठी यादें, हर पल दम तोड़ते इरादे, वो चालाक हम सीधे सादे, हम सेवक वो थे सहजादे, बचपन की वो सब अवसादें, याद करूं क्यूं...... क्या बचपन... Hindi 202 Share Sanjay ' शून्य' 29 Jun 2023 · 3 min read सेवक से सेवी 🔥सेवक से सेवी तक🔥 साहित्य अगर जीवन है तो शब्द उनके यंत्र है। परवर्तनशीलता, समग्रहता और समायोजन इन शब्दों को हमेशा जीवंत रखता है। परन्तु ये शब्द व्यक्ति और व्यक्तित्व... Hindi 1 58 Share Sanjay ' शून्य' 29 Jun 2023 · 2 min read विरोध एक धारा ❤️विरोध एक धारा ❤️ एक दिन एक कुत्ते ने जिद्द किया कि उसे मामा के घर ( ननिहाल) जाना है, उसकी मां ने उसे समझाया कि तुम अकेले कैसे जाओगे,... Hindi 1 70 Share Sanjay ' शून्य' 29 Jun 2023 · 1 min read निजी कॉलेज/ विश्वविद्यालय 🔥 समर्पित🔥 नौकर और रखैल चाहिए, या तो पूरा बैल चाहिए। चमचे और दलाल चलेंगे, ना ज्ञानी गुणवान चाहिए।। माया डाल बनाया हमने, इसको माया नगरी है। उन सबका हम... Hindi 1 248 Share Sanjay ' शून्य' 29 Jun 2023 · 2 min read आवाज तो दो आवाज़ तो दो........ ये बात 2015 की है, मै करोलबाग से जहांगीरपुरी जाने वाली डीटीसी बस में बैठा। आंनद पर्वत के पास एक महोदय सामान के साथ बस में दाखिल... Hindi 2 105 Share Sanjay ' शून्य' 29 Jun 2023 · 2 min read असमान शिक्षा केंद्र विषय: विभिन्न प्रकार के शिक्षा केंद्र व उनके प्रभाव, मित्रो, हमलोग अक्सर शिक्षा क्षेत्र में सरकारी व निजी शिक्षा केंद्रों के विषय में चर्चा करते रहते है और अक्सर इस... Hindi 1 192 Share Sanjay ' शून्य' 29 Jun 2023 · 2 min read आजादी सिर्फ दिखावा नहीं आजादी सिर्फ अभिव्यक्ति की ही नहीं........ हम लोगों ने आजादी का उपयोग जरुरत के अनुसार नहीं बल्कि मन के अनुसार करते हैं। अगर मन के अनुसार ही जीना था तो... Hindi 1 94 Share Sanjay ' शून्य' 29 Jun 2023 · 1 min read हिंदी हूं मैं! हिंदी हूं मै! संस्कृत के संस्कृति से सिंची हुई, मै हूं रेखा गंगा से खींची हुई। सहित गौ - गीता हमारा प्रकृति सा संसार है, मेरा भी एक प्यारा सा... Hindi 2 89 Share Sanjay ' शून्य' 29 Jun 2023 · 1 min read बेपर्दा लोगों में भी पर्दा होता है बिल्कुल वैसे ही, जैसे हया बेपर्दा लोगों में भी पर्दा होता है बिल्कुल वैसे ही, जैसे हया होती है तवायफों में। गद्दारों में भी वफादारी होती है बिल्कुल वैसे ही, जैसे दया होती है जालिमों... Quote Writer 1 496 Share Sanjay ' शून्य' 28 Jun 2023 · 1 min read योगी? भगवा वस्त्र है, भाला शस्त्र है, कान में कुंडल, हाथ में कमंडल, एक हाथ भाला, दूजे हाथ माला, शिव का भक्त है, सनातनी रक्त है, देवभूमि से जो आया, गोरख... Hindi 1 390 Share Sanjay ' शून्य' 28 Jun 2023 · 1 min read आशा 🔥आशा🔥 आहत मन को, राहत कैसे बांटी जाए। घोर निराशा घेरे मन को, चाहत कैसे बांटी जाए।। अपनो की महफिल में है, पर मन उदास है। भीतर कितना सूनापन है,... Hindi 1 289 Share Sanjay ' शून्य' 28 Jun 2023 · 1 min read कई आबादियों में से कोई आबाद होता है। कई आबादियों में से कोई आबाद होता है। जो पारी खेलकर जीते मगर नाबाद होता है।। मिटाते खुद को रहते है यहां जाबांज तो हरदम। मगर सत्ता के होठों पर,... Quote Writer 1 241 Share Sanjay ' शून्य' 28 Jun 2023 · 5 min read हिंदू कौन? मै हिंदू क्यों हूं? "कहां पता उसको वो कौन था, आंख कान थे खुले मगर मुख मौन था" प्राकृतिक रूप से मानव जीवन की शुरुवात एक स्त्री के गर्भ से,... Hindi 2 365 Share Sanjay ' शून्य' 25 Jun 2023 · 1 min read मैं मित्र समझता हूं, वो भगवान समझता है। मैं मित्र समझता हूं, वो भगवान समझता है। मैं हूं प्रतिछाया उसकी,वो शान समझता है।। संरक्षक सुभता का है, वो मान समझता है। है रिश्ता ये मित्रों का, हिंदुस्तान समझता... Quote Writer 1 238 Share Sanjay ' शून्य' 25 Jun 2023 · 1 min read जब भी किसी संस्था में समर्पित व्यक्ति को झूठ और छल के हथियार जब भी किसी संस्था में समर्पित व्यक्ति को झूठ और छल के हथियार से समाप्त करने की कोशिश हुई है, तो संस्था का पुनर्निर्माण ही हुआ है। जय हिंद Quote Writer 1 308 Share Sanjay ' शून्य' 24 Jun 2023 · 1 min read सनम हम बेवफा न थे , न कभी हो पाएंगे। ज़रा बताइए, अकेले हम क्या सुकून पाएंगे।। जब हम तुमसे है और तुम हो मुझसे । तो अकेले हम या तुम,... Hindi 2 150 Share Sanjay ' शून्य' 24 Jun 2023 · 1 min read कर्मठ व्यक्ति की सहनशीलता ही धैर्य है, उसके द्वारा किया क्षम कर्मठ व्यक्ति की सहनशीलता ही धैर्य है, उसके द्वारा किया क्षमा ही दया और उसी के द्वारा निष्पादित कार्य शौर्य का प्रतीक। कर्मठ का जीवन ही जीवंत ईश्वर अंश है। Quote Writer 3 418 Share Sanjay ' शून्य' 24 Jun 2023 · 1 min read कांग्रेस की आत्महत्या 🎇 विदाई🎇 दंगो से दंगो को दबाना, नंगो को नंगो से लड़ाना। बसी हुई बस्तियां जलाना, धर्म जाति में द्वेष बढ़ाना ।। संस्कार का मूल मिटाना, उत्तर से दक्षिण को... Hindi 1 179 Share Sanjay ' शून्य' 23 Jun 2023 · 1 min read कुपुत्र चाहिए नहीं कुछ भी उसको, वह तो मां है। मां के लिए जिया हो, अब वह पुत्र कहां है।। क्या भ्रूण नहीं सिंचित होता, अब है मां के रक्त से।... Hindi 1 293 Share Sanjay ' शून्य' 23 Jun 2023 · 1 min read ज़िंदा हूं बुराई की बुराई क्यों करूं मैं। खुदकी जग हंसाई क्यों करूं मैं।। बुराई से वो सहांशाह बना बैठा है। भला उसकी बड़ाई क्यों करूं मैं।। मैं और मेरा एहतिमाम अभी... Hindi 1 356 Share Sanjay ' शून्य' 23 Jun 2023 · 1 min read दहशत जो नारों के डर से मजहब बदल लिए। पैजामे के नाड़े छोड़ तहमद बदल लिए।। उनका धर्म तो डर है केवल, वैसे तो नंगे ही है। भारत ने धनवान बनाया,... Hindi 2 151 Share Sanjay ' शून्य' 23 Jun 2023 · 1 min read कृतज्ञ बनें गिरते को जिसने उठाया, उसको लुटेरा कह दिया। जिससे रोशन थे सभी , उसको अंधेरा कह दिया।। जो दिखाया राह सच का, अब वही झूठा हुआ। जिसने तुम से हम... 3 334 Share Sanjay ' शून्य' 22 Jun 2023 · 1 min read कसौटी थोड़ी बेशर्मी, बेइमानी, हरामखोरी, सीखनी पड़ेगी मुझे। तुम्हारे साथ रिश्ते की कसौटी है ये, देखनी पड़ेगी मुझे।। जिन नियम शर्तो पर जी रहा हूं मैं, बदलना पड़ेगा मुझे। बहुत खो... Hindi 2 378 Share Sanjay ' शून्य' 22 Jun 2023 · 1 min read जिस दिन अपने एक सिक्के पर भरोसा हो जायेगा, सच मानिए आपका जीव जिस दिन अपने एक सिक्के पर भरोसा हो जायेगा, सच मानिए आपका जीवन बदल जाएगा। आप भी ईश्वर के ही अंश है, आप तय करें कृष्ण है या कंस है।... Quote Writer 1 524 Share Sanjay ' शून्य' 22 Jun 2023 · 1 min read हिंदू तुम यदि वैश्विक बीमारी हो, तो हम है जगत इलाज प्रिए। तुम यदि कबिलियाई संस्कृत हो, तो हम है सर्व समाज प्रिए।। हम नही ईसाई, यहूदी है, जो सहते रहें... Hindi 2 218 Share Sanjay ' शून्य' 22 Jun 2023 · 1 min read दोयम दर्जे के लोग जनता घुटना टेक हो गई, नेता बिरादरी फेक हो गई। देश वेश का बात न करियो, प्लोटिक्स मैंगो सेक हो गई।। समलैंगीगता सकर्म हो गया, गाय को खाना धर्म हो... Hindi 1 408 Share Sanjay ' शून्य' 22 Jun 2023 · 1 min read काली घनी अंधेरी रात में, चित्र ढूंढता हूं मैं। काली घनी अंधेरी रात में, चित्र ढूंढता हूं मैं। निरा पागल हूं, सियासत में चरित्र ढूंढता हूं मैं।। जय हिंद Quote Writer 1 536 Share Sanjay ' शून्य' 21 Jun 2023 · 1 min read विपक्ष भारत का जबकि पूरा भारत , वर्षा बाढ़ की सांसत में हैं। विरासत की सियासत करने वाले आफत में हैं।। चौटाला बादल लालू, सब पार्थ को अर्पिता है। सोनिया नबाब माया, राहुल... Hindi 1 139 Share Sanjay ' शून्य' 21 Jun 2023 · 1 min read बेशर्मी जनता घुटना टेक हो गई, नेता बिरादरी फेक हो गई। देश वेश का बात न करियो, प्लोटिक्स मैंगो सेक हो गई।। समलैंगीगता सकर्म हो गया, गाय को खाना धर्म हो... Hindi 1 293 Share Sanjay ' शून्य' 20 Jun 2023 · 1 min read सच जिन लोगों को सच चुभता हो । उनके जीवन में कैसे शुभता हो।। जो न सीखेगा अपने इतिहासों से। कैसे बच पाएगा जग परिहासों से।। जो अपनी पीढ़ी को भ्रम... Hindi 1 95 Share Sanjay ' शून्य' 20 Jun 2023 · 1 min read समर्पित बनें, शरणार्थी नहीं। समर्पित बनें, शरणार्थी नहीं। चरित्र चुनें, मिथ्यार्थी नहीं।। स्वामलंबी बनें, भीक्षार्थी नहीं। परमार्थी बनें, स्वार्थी नहींं।। Quote Writer 1 252 Share Sanjay ' शून्य' 20 Jun 2023 · 1 min read हां मैं इक तरफ खड़ा हूं, दिल में कोई कश्मकश नहीं है। हां मैं इक तरफ खड़ा हूं, दिल में कोई कश्मकश नहीं है। फैसला ये होशोहवास से है, ये बेगैरत या बेबस नही है।। कला के नामपर पैसों के खातिर, अश्लीलता... Quote Writer 1 258 Share Previous Page 6 Next