ओनिका सेतिया 'अनु ' Language: Hindi 1908 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 8 Next ओनिका सेतिया 'अनु ' 24 Apr 2022 · 1 min read ईंट का जवाब पत्थर से .. फेंके गर वोह पत्थर हम पर , तो उस पत्थर का जवाब ईंट से देना होगा . उठाते हाथ हमारे बहादुर फौजियों पर , तो उन हाथों को तोड़ना होगा.... Hindi · मुक्तक 1 2 248 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 23 Apr 2022 · 1 min read पाखंडी मानव मात्र दिवस मनाने से , कर्तव्य की इतिश्री नहीं होती । दिवस को प्रारंभ करने का, उद्देश्य भी पूर्ण होना चाहिए । हम जो मानते है जल दिवस , पृथ्वी... Hindi · कविता 2 2 500 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 22 Apr 2022 · 1 min read माताओं का निरादर मनुष्य के जीवन निर्माण में चार माताओं का बहुत योगदान है।जिनके बिना उसका कोई वजूद नहीं। धरती मां ,नदी मां ,जननी और गौ माता ।मगर बड़े अफसोस की बात है... Hindi · लेख 125 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 22 Apr 2022 · 1 min read दर्द की इंतहा जाने कितने ही दर्द के बादल , तेरे सीने में उमड़ते होंगे । तेरी आंखों के पैमानों से यह , अश्क बनकर छलकते होंगे । धरती का कलेजा भी फटता... Hindi · मुक्तक 267 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 22 Apr 2022 · 1 min read तौबा ! यह फिल्मी रिश्ते बहुत कहते और सुनने में आता है , फिल्मी कलाकारों का यह वक्तव्य । चार दिन के इनके होते है अस्थाई रिश्ते, और प्रयोग करते एक ही वाक्य । ना... Hindi · कविता 85 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Apr 2022 · 1 min read पिता का महत्व पिता अपनी संतान को , माता से कम प्यार नहीं करता । मगर दर्शाता नहीं। माता घर में होती है , दिन भर संतान की देखभाल करती है, पिता दिन... Hindi · कविता 4 5 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Apr 2022 · 1 min read मेरे पापा कितना स्नेह और दुलार मिला तुमसे , भरी दुनिया में कोई न दे सका मुझे । जितना रखा तुमने ख्याल मेरा हर पल, और किसी से इतना ख्याल न दिया... Hindi · कविता 4 6 723 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Apr 2022 · 1 min read थोड़ा सा पुण्य कमाएं गर्मी बढ़ रही बहुत तेज , सूरज आग उगले तेज, ऐसे में घर से बाहर निकलना है , बड़ा दुभर। तो सोचो ! पशु ,पक्षियों और , पेड़ पौधों की... Hindi · कविता 1 2 207 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Apr 2022 · 1 min read तुम्हें मालूम नहीं शायद .. तुम्हें शायद मालूम नहीं , तुम्हारे दरम्यान धार्मिक उन्माद फैलाकर , कुछ लोग फायदा लेते है । तुम्हारी परस्पर नफरत की आग में , यह अपने स्वार्थ की रोटियां सेंकते... Hindi · कविता 120 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Apr 2022 · 1 min read धार्मिक उत्सव मनाने का सबको हक है .. हम जुलूस निकालें वोह ताजिये निकालें, हम होली दीवाली मनाएं वोह ईद मनाएं, अपने धार्मिक उत्सव मनाने का सबको हक है , बेहतर है सभी त्योहार सब मिलजुलकर मनाएं । Hindi · मुक्तक 1 358 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Apr 2022 · 1 min read इस लड़ाई में क्या रखा है ? ना गीता ने सिखाया है न कुरान ने सिखाया है , तो तुमने यह नफरत का पाठ कहां से सीखा है ? मस्जिदों में पत्थर और मंदिरों में हथियार ,... Hindi · मुक्तक 1 181 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Apr 2022 · 1 min read इंसानियत को शर्मसार मत करो लहू बहा रहे हो एक दूजे का इससे , ना अल्लाह खुश होगा न भगवान खुश होगा । इंसानियत को कर रहे हो शर्मिंदा , ज़रा अपना गिरेबान देखो क्या... Hindi · मुक्तक 219 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 18 Apr 2022 · 1 min read भ्रमण का मजा किरकिरा कर दिया .. सरकार की बे इंतजामी ने , इस बढ़ती हिंसक वारदातों ने , भ्रमण का मजा किरकिरा कर दिया । अब बस सदा घर पर ही बैठे रहो , पुस्तकें पढ़ो... Hindi · कविता 2 201 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 18 Apr 2022 · 1 min read नादानी में बड़ा फायदा नादान बनके रहने में जो फायदा है , सयाना बनके रहने में बिल्कुल नही । सयानों के इम्तेहान लेता खुदा बारहा, नादानों को इसके काबिल समझता नही । सयानोें से... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 1 182 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Apr 2022 · 1 min read बहू और बेटी बहू और बेटी में कोई अंतर नहीं, होनी चाहिए मां की आंख की तारा। एक बेटी ब्याही और दुजी घर आई , पक्षपात क्यों करे दिमाग हमारा? दोनो के हैं... Hindi · कविता 461 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Apr 2022 · 1 min read उसूलों को जीवन का आदर्श बनाए... हमें किसी से नफरत नहीं , गोया लोग ऐसा समझते हैं । हम बड़े अनुशासन प्रेमी है , और वो हमें दीवाना कहते है । अनुशासन और समय प्रबंधन ,... Hindi · कविता 1 214 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Apr 2022 · 1 min read भाग्य का फेर अक्सर हम जो चाहते हैं , वैसा तो नहीं होता है । मगर जो नहीं चाहते हैं , वोह होकर ही रहता है । यह भाग्य का फेर है या,... Hindi · कविता 3 3 590 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 Apr 2022 · 1 min read लियाकत देश के विकास के सुध नहीं । जनता के जीवन सुधार की भी खबर नहीं। बस एक ही रट में सबका जीवन बर्बाद कर दिया, इनमें तो शासक बनने की... Hindi · मुक्तक 209 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 Apr 2022 · 1 min read बदलते तेवर वोट क्या आया हाथ में , जनाब के तेवर ही बदल गए । पहले लगाते थे हमारी गलियों के चक्कर, अब देखो ! ईद का चांद हो गए । Hindi · मुक्तक 116 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 Apr 2022 · 1 min read महंगाई की मार महंगाई सिर चढ़ कर बोल रही है । नेता मस्त और जनता त्रस्त हो रही है ,। अब कहां गए इनके वायदे ,जरा पूछो तो , सवालों पर जिन्हीने चुप्पी... Hindi · मुक्तक 101 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 Apr 2022 · 1 min read हे कुंठे ! तू न गई कभी मन से... हे कुंठे! तू न गई कभी मन से, तू जब जब ह्रदय में समाई । अपने संग संग बैर ,क्रोध ,, ईर्ष्या ,द्वेष और फिर शत्रुता लाई । फिर क्या... Hindi · कविता 1 262 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Apr 2022 · 1 min read भगवान सुनता क्यों नहीं ? जमाने भर की फिक्रें हैं, बेशुमार , जिनका कोई हिसाब नही । अरमान ,तमन्नाएं ,आर्जुएं , इनका भी कोई हिसाब नही । समस्याएं है रोज उगती कुकर्मुत्ते सी , इन... Hindi · कविता 5 7 617 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Apr 2022 · 1 min read काश ! हर इंसान खुली किताब होता। भगवान जाने ! लोगों की कथनी और करनी में, बहुत फर्क क्यों होता है ? दिल में कुछ और जुबान पर कुछ और , क्यों होता है ? आखिर क्यों... Hindi · कविता 2 3 110 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Apr 2022 · 1 min read बदकिस्मती के जुल्म बद -किस्मतों का दर्द वोह क्या जाने , जिसने सहे. नहीं किस्मत के जुल्म। मेहनत और कर्म का दम भरने वालो , गर देख सको तो देख लो इनके दिल... Hindi · शेर 148 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Apr 2022 · 1 min read मगरमच्छ के आंसू इन राजनेताओं ने समझा , जनता के जीवन को खिलौना। सुरक्षा व्यवस्था और अनुशासन , की कमी से जाती हर वर्ष जानें, मगर इनको क्या ! इनको तो , आता... Hindi · कविता 2 3 148 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Apr 2022 · 1 min read बुद्धि सटक गई है ... क्या गायेगा पाक अमन और सुकून के तराने, इसकी सुई तो कश्मीर पर अटक गई है । नहीं सुधारना चाहता भारत से अपने रिश्ते, इसकी बुद्धि नफरत और दुश्मनी से... Hindi · कविता 1 2 109 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Apr 2022 · 1 min read एहसान फरामोश एहसां - फरामोश ता -उम्र इस खूबसुरत धोखे के शिकार बने रहते हैं की दुसरों की निस्वार्थ सेवाओं ,उपकारों पर उनका जन्म सिध् अधिकार है और इसी ख्याल से वोह... Hindi · लेख 424 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Apr 2022 · 1 min read छठे हुए बदमाश इमरान हो या शरीफ , है तो एक थैली के चट्टे बट्टे। सब है छठे हुए बदमाश, शैतान है बड़े हट्टे कट्टे। Hindi · मुक्तक 222 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Apr 2022 · 1 min read कश्मीर की घुट्टी ये मुआ पाकिस्तान जब से पैदा हुआ , एक ही घुट्टी इसे पिलाई गई । कश्मीर ! कश्मीर ! कश्मीर , बस कश्मीर की ही रट लगवाई गई । देश... Hindi · कविता 129 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Apr 2022 · 1 min read रंग बदलते रिश्ते सियासत में कोई किसी का नहीं, हर रिश्ता यहां बेमानी सा। गिरगिट की तरह रंग बदलते कैसे लोग ? आलम यहां हैरानी सा । Hindi · मुक्तक 1 2 137 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Apr 2022 · 1 min read इमरान का तख्ता पलट आखिर जो होना था होकर रहा। इमरान का तख्ता पलट होकर रहा । लाख हाथ पांव मारे ,लगाई बड़ी जुगत , अविश्वास प्रस्ताव होकर ही रहा । Hindi · मुक्तक 2 2 134 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Apr 2022 · 1 min read दूध का धुला किसी गुरू/ पंथ धारण कर खुद पर गुरुमुख का लेबल लगाने से कोई दुध का धुला नहीं हो जाता . जब तक किसी मनुष्य मेँ मनुष्यता ना हो ऊँचे. मानविय... Hindi · मुक्तक 152 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 10 Apr 2022 · 1 min read महाभारत की नींव महाभारत जैसे भीषण युद्ध , की नींव कौरव पांडवों के परस्पर वैमनस्य से नही पड़ी। द्रोपदी के द्वारा दुर्योधन के अपमान से भी नहीं, द्रोपदी के सभा में अपमानित होने... Hindi · कविता 2 660 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 10 Apr 2022 · 1 min read हे राम! तुम लौट आओ ना,,! हे राम !! तुम कहां हो ? धरती या आकाश में , या पाताल में ? धरती पर यदि हो तो कहां ? पेड़ पौधों ,फूलों ,कलियों में, बागों में... Hindi · कविता 4 6 573 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 10 Apr 2022 · 1 min read परीक्षा को समझो उत्सव समान परीक्षा हो उत्सव समान , चाहे हो शैक्षणिक या , जीवन संचालन । ना भय न कुंठा न ही , तनाव हो मस्तिष्क में। बस एक लगन ,एक जोश ,... Hindi · कविता 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 10 Apr 2022 · 2 min read सुनो ! हे राम ! मैं तुम्हारा परित्याग करती हूँ ... सुनो ! हे राम ! मैं जनक-नंदनी सीता , पूछना चाहती हूँ तुमसे कुछ सवाल। दर्द दिल में लिए , आँखों में अजस्र अश्रुधारा लिए , होंठों पर असंख्य आहें... Hindi · कविता 1 2 552 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 9 Apr 2022 · 1 min read औरों में दोष न ढूंढो जैसे मधु-मक्खी रंग-बिरंगे फूलों से पराग चुन-चुन कर लती है शहद बनाने को , कितना भला करती है ,मिठास देती है और सबक भी देती है सारे ज़माने को ,... Hindi · मुक्तक 2 135 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Apr 2022 · 1 min read सफाई अभियान लगा करता था गलीओं ,मुहल्लों में झाड़ू, अब कहाँ गुम हो गया ? चढ़ा था बुखार सफाई का जो , क्या अब उतर गया? कहाँ गए नेता जी ,और l... Hindi · कविता 1 102 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Apr 2022 · 1 min read दिया और चिराग दीया जलाओ या चिराग, मतलब तो रोशनी से है ,फर्क इंसान करते है इनमें , रोशनी फर्क नहीं करती इंसानों में। Hindi · शेर 1 2 160 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 7 Apr 2022 · 1 min read सियासत का नशा सियासत वोह नशा है , जो सबके सिर चढ़कर बोलता है । यह वोह दलदल है , जहां हर कोई मैला हो जाता है । कौन है यहां पाक दामन... Hindi · कविता 1 120 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 7 Apr 2022 · 1 min read एक शायर का दिल ... एक शायर का दिल क्या चाहता है ? बस सुकून के दो पल और कुछ नही । वोह पल ऐसे हो जिसमें हो तन्हाई, एक उसके सिवा पास कोई नहीं।... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 244 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 7 Apr 2022 · 1 min read यह तो वक्त वक्त की बात है जनाब ! यह कई ज़माने से होता आया है , एक शायर को उसके अपने ही साथ नहीं देते । सुनाए गर दिल का हाल शायरी में , झूठा ही सही कोई... Hindi · कविता 1 165 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 7 Apr 2022 · 1 min read तन्हाई की याद जब तू मेरे पास थी मैने तेरी कद्र नहीं की , मगर अब तरसती हूं तेरी एक झलक को , ए मेरी तन्हाई !! Hindi · शेर 1 2 133 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 7 Apr 2022 · 1 min read अंधेरा और बदनसीबी तन्हाई से कोफ्ट नहीं होती मुझे , बल्कि अंधेरों से डर लगता है । क्योंकि तन्हाई से मिलती कलम को जिंदगी , और अंधेरा बदनसीबी का बुना जाल लगता है... Hindi · शेर 1 2 134 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Apr 2022 · 1 min read क्रिकेट और सियासत क्रिकेट के मैदान में तो , आखिरी बॉल तक खेले मियां ! क्या सियासत के मैदान पर भी , जीत हासिल कर पाएंगे ! अब यह तो वक्त बताएगा, कहां... Hindi · कविता 3 6 132 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Apr 2022 · 2 min read भाजपा की जीवन यात्रा ४२वर्ष की हुई भाजपा , मगर है अब भी वही जोश । कर्तव्य निष्ठता में अग्रणी , अटल इरादों का लिए होश । देशभक्ति और समाज सेवा , की भावना... Hindi · कविता 175 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Apr 2022 · 1 min read जिन्दगी बहुत छोटी होती है , हमारे बेजुबान साथियों की जिंदगी । बस ! १० - १२ साल या उससे भी कम , उसमें भी बेचारे कभी हादसों में मारे जाए,... Hindi · कविता 1 2 119 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Apr 2022 · 1 min read आवाम का हक अपनी डफली अपना राग । छुपाकर अपने अपने दाग । आए है वोह दर पर तुम्हारे , ए आवाम जरा जल्दी जाग । Hindi · शेर 119 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Apr 2022 · 1 min read इम्तेहान का शौक आखिर धडकनों में इतनी तेज़ी , और नज़रों में इतनी बेताबी क्यों है ? क्या फिर कोई इम्तेहान मेरा जिंदगी लेने वाली है। मेरी जिंदगी को इम्तेहानो का इतना शौक... Hindi · शेर 105 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Apr 2022 · 1 min read हाय मेरा नन्हा सा दिल कितनी फिक्रें लगीं हुई हैं इस नन्हे से दिल को , ना कहीं चैन और न ही सुकून है इसको , समझता है सब कुछ इसके इख्तियार में है ।... Hindi · शेर 116 Share Previous Page 8 Next