Ranjana Mathur Language: Hindi 458 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 8 Next Ranjana Mathur 30 Sep 2017 · 1 min read +))) सतरंगी त्योहार हमारे (((+ त्योहारों का देश है भारत शांति का संदेश है भारत। वसुधैव कुटुम्बकम का जीता जागता परिवेश है भारत। दीपावली के प्रज्वलित दीपक करें प्रकाशित जन-जन को। होली के रंगों की... Hindi · कविता 558 Share Ranjana Mathur 30 Sep 2017 · 1 min read ¡¡ विज्ञान सम्मत भारतीय संस्कृति ¡¡ हमारे विशाल भारत देश की संस्कृति अत्यन्त समृद्धिशाली,विज्ञान सम्मत एवं गौरवपूर्ण अतुल्य ज्ञान का विहंगम और अनूठा संगम है। भारतीय संस्कृति में प्रचलित समस्त परम्पराएं, प्रथाएं, रीति रिवाज वह धार्मिक... Hindi · लेख 454 Share Ranjana Mathur 25 Sep 2017 · 1 min read =}}* स्वर्ग से उतरी परी *{{= स्वर्ग से उतरी परी होती हैं बेटियाँ खुशियों से भरी होती हैं बेटियाँ। जिस घर में ये नहीं है मौजूद वहाँ नहीं है सुख का वजूद। अमृत की बूंदें हैं... Hindi · गीत 911 Share Ranjana Mathur 25 Sep 2017 · 1 min read **}}}}} झूमती बरसातें {{{{{** झूम झूम झूम बरसती ये रात पिया के दरस को तरसती ये रात। बरखा बैरन बनी हमारी छम छम छम बरसाए फुहारी बदरा संग गरजती ये रात झूम झूम झूम... Hindi · गीत 453 Share Ranjana Mathur 24 Sep 2017 · 1 min read "*"*अब तो दरस दिखा दो *"*" श्यामल घटा आच्छादित है नभ। तडित भी दमकत है चहुंओर।। बदरा संग बरसत मोरे नैना। अब तो दरसन दो चितचोर।। तोहरी याद सतावे जिया में। झूम झूम नाचे मन मोर।।... Hindi · कविता 351 Share Ranjana Mathur 24 Sep 2017 · 1 min read =_= असत् पर सत् की विजय =_= दंभ आडम्बर छल प्रपंच का परिचायक था रावण। सत्य पौरुष मर्यादा व संयम के प्रतीक थे राम। असत्य पर सत्य की जय है विजयादशमी, बुराई पर अच्छाई की जीत है... Hindi · कविता 544 Share Ranjana Mathur 23 Sep 2017 · 1 min read :::#::: हमने यह सीखा फूलों से :::#::: फूल-फूल तुम कितने प्यारे, देख तुम्हें मन होता पुलकित। रंग तुम्हारे हैं चटकीले, सबको करते हैं प्रफुल्लित। मुग्ध मगन खुश कर देती, मधुर तुम्हारी गंध सुवासित। उदास और दुखी मन... Hindi · गीत 585 Share Ranjana Mathur 23 Sep 2017 · 1 min read ::::: रक्षा करो माता रानी ::::: दुनिया की माया नगरी में, उलझ कर रह गई नश्वर काया। हे माता! मैंने तुझे बुलाया।। छल प्रपंच स्वार्थ ने दबोचा, दूर हुआ अपनों का साया। हे माता! मैंने तुझे... Hindi · गीत 629 Share Ranjana Mathur 23 Sep 2017 · 1 min read ==खुशियाँ बांटता चल== छोटी सी जिन्दगी है बिता दे हंसने हंसाने में बता क्या मिलेगा तुझे किसी को रुलाने में। पेट खुद का भरने से अधिक सुख है औरों को खिलाने में। दर्द... Hindi · कविता 309 Share Ranjana Mathur 22 Sep 2017 · 1 min read =**= हंसी =**= (1) ये दर्द कभी रोने से कम तो हुआ नहीं तो आओ जरा दर्द में हंस कर ही देख लें। ******** (2) तन से न मन से और न धन... Hindi · शेर 567 Share Ranjana Mathur 20 Sep 2017 · 1 min read _=_=_जै हो देवी मैया की_=_=_ शुभागमन देवी चरणन का, कोटि-कोटि नतमस्तक हैं। शक्ति प्रदायिनी सर्व सुखदायिनी, मांँ सकल सुखों की संवर्धक हैं। मेरी भक्ति पर तेरी कृपा रहे, वरना ये जग निरर्थक है। जय मांँ... Hindi · गीत 369 Share Ranjana Mathur 19 Sep 2017 · 1 min read - ## - भूख - ## - भूख है वह बीमारी जिससे कोई न बच पाया। जन्म से लेकर अंत सांस तक अपना पीछा न छुड़ा पाया।। भूख वो बुरी है लत जिसने हर प्राणी को भरमाया।... Hindi · कविता 1 1 615 Share Ranjana Mathur 19 Sep 2017 · 1 min read =-=-=-दुनिया के रंग - =-=-= मतलब की है यह दुनिया, चले दो रंगी चाल। जब तक आपसे स्वार्थ है, आप हो बेमिसाल।। आप हो बेमिसाल, कोई न आप से प्यारा। ज्यों ही मकसद पूर्ण हुआ,... Hindi · कुण्डलिया 725 Share Ranjana Mathur 18 Sep 2017 · 1 min read _- आओ थोड़ा दर्द बांट लें -_ आओ साथ निभाएं सबका, आओ साथ निभाएं। हर दिल को हर्षाएं आओ, हर मन को दुलराएं। रोतों का रोना हम ले लें, अपनी हंसी का इक टुकड़ा देकर। भूखे को... Hindi · कविता 347 Share Ranjana Mathur 18 Sep 2017 · 1 min read ****बूंद**** समुन्दर में कोई खुली सीप जब समेट लेती है अपने अंक में। तब अंतराल में मोती का रूप ले लेती है वही बूंद। श्रावण की मधुरम रिमझिम में प्रियतम... Hindi · कविता 879 Share Ranjana Mathur 18 Sep 2017 · 1 min read ====तेरे बिन सूनी अँखियाँ ==== धुल गया सब श्रृंगार विरहन का, बाट निरख पथराए नयना।। घुल गया सारा प्रणय अश्रु संग, चक्षु हुए हैं रीते प्याले।। अब आओ है श्वास उद्वेलित, है तुम बिन निष्प्राण... Hindi · कविता 375 Share Ranjana Mathur 18 Sep 2017 · 1 min read सुन रे मन हौसला तुम्हारा होगा और उसे पकड़े रखना तुम मजबूती से । पता है तुमने जन्म लिया है एक ऐसी जिन्दगी की शक्ल में जो कहलाती है नारी। इस ब्रह्मांड में... Hindi · कविता 583 Share Ranjana Mathur 17 Sep 2017 · 1 min read **वक्त वक्त की बात ** समय बड़ा बलवान है भाई, सब कुछ तुम्हें सिखा देता है। कौन है अपना, कौन नहीं है , क्षण भर में समझा देता है। अक्सर ऐसा भी होता है, जिन्हें... Hindi · कविता 391 Share Ranjana Mathur 17 Sep 2017 · 1 min read व्यथा एक नव विवाहिता की बहुत रोती हैं ये अँखियाँ, बहुत रोती हैं ये अँखियाँ। छोटी थी तब मां का साथ पाने को रोती थीं ये अँखियाँ। अब बड़ी हुई तो माँ का... Hindi · कविता 1 1 574 Share Ranjana Mathur 17 Sep 2017 · 1 min read सावन का मौसम ( दोहे ) कारे कारे बादरा ले गयी पवन उड़ाय। ना बरखा ना साजना सावन सूखो जाय। रंगीलो सावन आयो , धरा हरी चुनरिया। गगन हो गया मस्त मगन, बरसे है बदरिया।। देख... Hindi · दोहा 442 Share Ranjana Mathur 17 Sep 2017 · 1 min read -सपूत भारत माता का - वाणी में जिसकी मिलती, सिंह जैसी दबंग दहाड़। कर्मठ ऐसा वह जैसे, हो कोई सुदृढ़ पहाड़। जिसने विश्व में भारत, का परचम लहराया। दुश्मन भी अब हम पर, आंख उठाने... Hindi · कविता 1 1 573 Share Ranjana Mathur 17 Sep 2017 · 1 min read जाग रे मुसाफिर - मुक्तक ??? "जाग मुसाफिर हुआ सवेरा, हो गयी भोर हर अंधेरा, यहाँ न कोई टिका है कभी ये दुनिया इक रैन बसेरा। ??? क्या तेरा और क्या है मेरा। इक दिन... Hindi · मुक्तक 399 Share Ranjana Mathur 16 Sep 2017 · 1 min read ==तेरी महिमा न्यारी == पानी रे पानी तेरे रूप निराले हैं। कल कल करता जलप्रपात हो तो, दूध के से बहते धारे हैं। देवालय में चढ़े ईश पर तो, गुंजित होते शिवाले हैं। बारिश... Hindi · कविता 639 Share Ranjana Mathur 16 Sep 2017 · 2 min read ==मेरा भारत " सोन चिरैया "== "सोन चिरैया " शब्द भारत के उस स्वर्णिम युग का परिचायक था, जब सकल विश्व इस महादेश के व्यापारियों का संवाहक था। सर्वोत्कृष्ट थी संस्कृति अपनी, थी सभ्यता सबसे... Hindi · कविता 479 Share Ranjana Mathur 16 Sep 2017 · 1 min read **= इतिहास दोहराएगा=** जिन्होंने तुझे बनाया, तराशा,निखारा, तूने कर लिया उनसे किनारा। उनके बनाए आशियाने में तूने कैसे डाला खलल, उन्हें किया है पुराने सामान की तरह बेदखल। आगे आगे देखना तू बदले... Hindi · कविता 1 1 562 Share Ranjana Mathur 16 Sep 2017 · 2 min read - - मत समझो इतना कमजोर - - शांत स्तब्ध नीरव वातावरण। सांय सांय करता रात का सन्नाटा। माँ की आँखों में नींद न देख शलभ ने पूछा - "अम्माँ सोई नहीं क्या। " " तू सो जा... Hindi · लघु कथा 1k Share Ranjana Mathur 16 Sep 2017 · 1 min read == आँसू == आंँसू केवल आंखों से टपका नहीं है यह पानी। इसकी हर बूंद कहती अपनी एक कहानी।। यदि बालक की अंखियों से झरझर गिरे, तो ममता के प्यार भरे ह्रदय को... Hindi · कविता 323 Share Ranjana Mathur 16 Sep 2017 · 1 min read प्रभु वन्दन मैं तेरा प्रभु तू है मेरा तूने दिया एक नया सवेरा। दूर हुआ निशा का अंधेरा नव रश्मियों ने डाला डेरा। सूर्य देवता का हुआ पग फेरा चहुंओर खुशियों का... Hindi · कविता 820 Share Ranjana Mathur 15 Sep 2017 · 1 min read हे ! माँ हे ! माते ! तू क्षितिज को छू सकती है । ऐसा किया भी, है तूने कई बार। जगजननी बनकर किया है तूने। सकल विश्व का ही उद्धार। सर्वस्व मिलेगा... Hindi · गीत 676 Share Ranjana Mathur 15 Sep 2017 · 1 min read =**इक दूजे के लिए **= न उनके बिन कोई जिन्दगी है तुम्हारी, न बिन तुम्हारे कहीं उनका गुजारा। तुम नहीं है तो उनकी हर रात अंधेरी, सूना-सूना सा लगे उन्हें हरेक सवेरा। बिना उनके न... Hindi · कविता 348 Share Ranjana Mathur 15 Sep 2017 · 1 min read =*= कुछ अच्छा हो जाए =*= तकलीफों से न तू सबक ले, जो न करे गुरूर को नष्ट। अहंकार का जोश दिख रहा, हो रहा है तू क्यों पथ-भ्रष्ट। जो तू आज कर रहा प्राणी, खुशी... Hindi · कविता 366 Share Ranjana Mathur 15 Sep 2017 · 1 min read == नतीजे आएंगे == पता नहीं क्यों आज देश के बहुत हुए बदतर हालात। हत्या, उपद्रव, बाढ़, दुर्घटनाओं से पहुंचा जन-जन को आघात। जन-जन को आघात आकाओं को नहीं है फुरसत। वोट बटोरना जनता... Hindi · कुण्डलिया 534 Share Ranjana Mathur 15 Sep 2017 · 1 min read तू क्या है मेरी नजर में घर भर की जान है बेटी। मां का अरमान है बेटी । पापा का लाड दुलार है बेटी। आंगन की किलकारी है बेटी। पूजा घर की पावन आरती है बेटी।... Hindi · कविता 505 Share Ranjana Mathur 14 Sep 2017 · 3 min read आओ सोचें ! यदि करते हैं हम हिन्दी से प्यार। सभी भारतवासियों को आज दिनांक 14सितम्बर 2017 को " हिन्दी दिवस " एवं दिनांक 14 सितम्बर 2017 से 28 सितंबर 2017 तक " हिन्दी पखवाड़ा "की हार्दिक बधाईयाँ । यह... Hindi · लेख 528 Share Ranjana Mathur 14 Sep 2017 · 1 min read "आह्वान हिन्दी का " आओ भारत वासी आओ, माँ की करुण पुकार सुनो। हिन्द देश के हिन्दुस्तानी, हिन्दी का आह्वान सुनो। बुला रही है तुम्हें तुम्हारी, मातृभाषा पुकार कर। कि मेरे बेटों मेरे... Hindi · कविता 304 Share Ranjana Mathur 14 Sep 2017 · 1 min read ____ * स्वावलंबन * _____ किसी की भी चाहत अधिक न करो। अपने रास्ते खुद तय करो।। इस संसार की यही रीत है। कोई किसी का नहीं इस जहाँ में।। इसलिए जहाँ तक हो सके... Hindi · मुक्तक 633 Share Ranjana Mathur 14 Sep 2017 · 1 min read == थोड़ी ठंड रखिए == दिल भी सही रखिए, दिमाग सही रखिए। दिल में उठने वाले, खयालात सही रखिए। उस जगह जहाँ पर न समझे कोई आपको, वहां चुप रह कर हालात सही रखिए। जहाँ... Hindi · कविता 580 Share Ranjana Mathur 13 Sep 2017 · 1 min read - - रह गया - - मेरी खातिर आप ने जो कुछ किया, उस का तो कर्ज ही चुकाना रह गया। आप ने तो संवारी मेरी जिंदगी, मुझसे ये फर्ज भी निभाना रह गया। आप ने... Hindi · गीत 544 Share Ranjana Mathur 13 Sep 2017 · 1 min read प्यारे पापा को सस्नेह समर्पित हम तो हैं इक अंश आप का, आप से मिला ये तन, ये काया।। पहला कदम पहला शब्द, आपसे ही हमने पाया।। पल- पल मिलती रही हमें, आपके प्यार की... Hindi · कविता 712 Share Ranjana Mathur 13 Sep 2017 · 1 min read श्राद्ध क्यों ? जीते जी यदि रखते होते माता - पिता में श्रद्धा तुम। तो न दिखाई देते होते, जगह-जगह पर वृद्धाश्रम। बाद मृत्यु के जागी आस्था, कर रहे तर्पण, कर रहे श्राद्ध।... Hindi · कविता 464 Share Ranjana Mathur 13 Sep 2017 · 1 min read दर्द बुरा होता है धीरे-धीरे ही तेरी सच्चाई का ,पता होता है ऐ दुनिया। बाद की तन्हाई का दर्द बुरा होता है ऐ दुनिया। बचपन का मीठा प्यार बहुत भाता था मगर युवा भाइयों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 516 Share Ranjana Mathur 12 Sep 2017 · 1 min read जीना नहीं तेरे बिना जब से साथ तुम्हारा पाया जब से तुम्हें पहचाना। तुमने मुझे सिखाया किसे कहते हैं साथ निभाना।। दुख की परछाई हो या हो मुसीबतों के अंधेरे। इनसे पहले ही आ... Hindi · कविता 448 Share Ranjana Mathur 12 Sep 2017 · 2 min read *=* एक और गृहस्थी *=* "अरी गीता। आज स्टोर की सफाई करनी थी। तू घर की रोटी पानी निबटा कर दोपहर को आ जाना जरा।"ऋचा ने आवाज दी। दीपावली में अब कुछ ही दिन बाकी... Hindi · लघु कथा 426 Share Ranjana Mathur 12 Sep 2017 · 1 min read ***दरद जिया का *** * सावन आयो सजनवा ना आयो जी ** लायो बहार संग दुःखवा भी लायो जी। *** रिमझिम बरसे बदरिया से बुंदियां **** झरझर बरसे हैं गोरिया के अंसुवा। ***** यूं... Hindi · कविता 545 Share Ranjana Mathur 12 Sep 2017 · 1 min read आया सावन झूम के फिर आयो जी मनभावन सावन धरा ने ओढ़ी धानी चुनरिया। गगन हुआ मनमगन बरसाई कारी-कारी बदरिया। पनघट पर छेड़े कान्हा जब गगरी में जल ले चली गुजरिया लाज न मुरलीधर... Hindi · कविता 457 Share Ranjana Mathur 11 Sep 2017 · 1 min read ==== तुझे अर्पण ==== सुर हैं मेरे पर गीत तेरे हैं सुर हैं मेरे पर गीत तेरे हैं भगवन आप ही मीत मेरे हैं। वाणी ये मेरी गुन तेरे ही गाये सदा इक इक... Hindi · गीत 461 Share Ranjana Mathur 11 Sep 2017 · 2 min read कसें लगाम नन्हे निर्दोष बालक की स्कूल में चाकू से गोद कर हत्या ? मासूम अबोध बालिका के साथ स्कूल के भीतर अमानवीय घृणित कुकृत्य ? स्कूल में धूप में दौड़ लगवाते... Hindi · लेख 543 Share Ranjana Mathur 11 Sep 2017 · 1 min read प्रातःकालीन वन्दन जय जय जय प्रभु दीनदयाला हर क्षण हर पल तूने संभाला तू ही है सब का रखवाला जपते हम तेरे नाम की माला। ----रंजना माथुर दिनांक 06/07/2017 मेरी स्व रचित... Hindi · कविता 693 Share Ranjana Mathur 10 Sep 2017 · 1 min read बेटा तुझको जन्म दिन मुबारक ओ लाड़ले ! राहें तेरी हो निष्कंटक, जीवन सदा रहे खुशहाल। स्वस्थ रहे तू, प्रसन्न रहे तू, जुग जुग जिए तू मेरा लाल। खुशियाँ हर पल चूमें तेरे कदम, तरक्की... Hindi · कविता 4k Share Ranjana Mathur 10 Sep 2017 · 1 min read ==कुछ तो कीजिए == चमन में खिलेंगे गुल भी, थोड़ा इंतजार तो कीजिए। कुदरत ने किया श्रृंगार , थोड़ा दीदार तो कीजिए। मानेंगे रूठे यार, थोड़ी मनुहार तो कीजिए। उड़ जाएंगे दिलों के गुबार,... Hindi · कविता 325 Share Previous Page 8 Next