डाॅ. बिपिन पाण्डेय Language: Hindi 353 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 8 डाॅ. बिपिन पाण्डेय 16 Jul 2017 · 1 min read कुंडलिया छंद कुंडलिया छंद- मिलना मुश्किल हो गया,जग में अच्छे मित्र। अंकित सबके हृदय में,एक स्वार्थमय चित्र। एक स्वार्थमय चित्र,करे बस चिंता अपनी। मुँह में केवल दोस्त,स्वयं की चले सुमिरनी। मिले न... Hindi · कुण्डलिया 701 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 9 Jul 2017 · 1 min read गीतिका मिला जब साथ प्रियतम का सँवरना आ गया हमको। कली से फूल बन करके महकना आ गया हमको।।1।। उदधि जग में चली लेकर बिना पतवार के नौका, लगी ठोकर जमाने... Hindi · गीतिका 256 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 8 Jul 2017 · 1 min read कुंडलिनी छंद ठाढ़ी आँगन रूपसी,ज्यों खोले घन केश। ऐसा मादक लग रहा, घटा सँग परिवेश। घटा सँग परिवेश,देख रति इच्छा बाढ़ी। धरकर सुंदर रूप,प्रकृति बाला-सी ठाढ़ी।। डाॅ. बिपिन पाण्डेय Hindi 399 Share Previous Page 8