*प्रणय* 3788 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 68 Next *प्रणय* 10 Feb 2023 · 1 min read "नॉनसेंस" का "नॉनसेंस" का वध करने का एकमात्र उपाय है "कॉमनसेंस" पैदा करना।। ☺प्रणय प्रभात☺ Quote Writer 1 256 Share *प्रणय* 10 Feb 2023 · 1 min read ■ अचूक नुस्खा... #हंड्रेड_परसेंट_गारंटी ■ बेरोज़गारी का अंत "तुरंत" 【प्रणय प्रभात】 देश की सबसे बड़ी समस्या "बेरोज़गारी" का अंत तुरंत हो सकता है। वो भी एक झटके में हंड्रेड परसेंट। अचूक नुस्खा मैं... Hindi · खरी-खोटी · राजनीति · लघुव्यंग्य · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 159 Share *प्रणय* 9 Feb 2023 · 1 min read ■ विडम्बना #समय_की_मांग ■ परम्परा अपनाएं, रूढ़ी मिटाए 【प्रणय प्रभात】 यह विडम्बना ही है कि हम विकासशील होकर भी कुरीतियों से मुक्त नहीं हो पा रहे हैं। वजह है परंपराओं व रूढ़ियों... Hindi · दुनियां दारी · नेक सलाह · प्रेरणा · शेर · सकारात्मकता 1 561 Share *प्रणय* 9 Feb 2023 · 1 min read ■ कटाक्ष... ■ विरोधाभासी चरित्र... 【प्रणय प्रभात】 क़रीब 30 साल पहले मैंने एक शेर कहा था। जो मुनाफ़िक़ (दोगले) की एक परिभाषा था। शेर कुछ यूं था- "बेशक़ यही है दोस्त, मुनाफ़िक़... Hindi · कटाक्ष · दुनियादारी · दोगले · लघुव्यंग्य 1 516 Share *प्रणय* 9 Feb 2023 · 1 min read ■ आज की सीख... #आज_की_सौगात ■ सियासत_का_सबक़... 【प्रणय प्रभात】 सियासी लोग शर्मदार हों या बेशर्म। अक़्लमंद हों या फिर अक़्ल"बंद।" देश की जनता को अपने बोल-वचन और कर्मों से कोई न कोई सबक़ आए... Hindi · कटाक्ष · राजनीति · लघुव्यंग्य · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 507 Share *प्रणय* 9 Feb 2023 · 1 min read ■ एक और परिभाषा #थिंक_ज़रा_हट_के ■ नई परिभाषा "विकास" की 【प्रणय प्रभात】 बीते कुछ साल से यह देश का सबसे प्रचलित शब्द है। जिसकी व्याख्या राजनैतिक महापुरुष अपने-अपने हानि-लाभ के हिसाब से करते हैं।... Hindi · कटाक्ष · नवाचार · राजनीति · लघुव्यंग्य · हिंदुस्तान 1 485 Share *प्रणय* 9 Feb 2023 · 3 min read ■ सामयिक / रिटर्न_गिफ़्ट #रिटर्न_गिफ़्ट ■ लिए जाओ और दिए जाओ दानवीरों! ★ राज आपका, साम्राज्य आपका 【प्रणय प्रभात】 मैंने बरसों पहले एक ग़ज़ल में एक शेर कुछ यूं कहा था- "दीन पे क्यूं... Hindi · चिंता और चिंतन · राजनीति · व्यंग्य · हिंदुस्तान 1 205 Share *प्रणय* 8 Feb 2023 · 1 min read ■ कौशल उन्नयन #ऑनलाइन_लेखन_प्रशिक्षण 【पहला सत्र इसी वर्ष】 ■ केवल हिंदी लेखन में रुचि रखने बालों के लिए। ■ दिनांक 01 अप्रैल से 15 मई 2023 तक ■ कुल अवधि 45 दिवस (सप्ताह... Hindi · दैनिक लेखन चुनौती · पारंपरिक तुलनात्मक साहित्य · प्रशिक्षण 1 186 Share *प्रणय* 8 Feb 2023 · 1 min read ■ आज का शेर ■ शेर का मन्तव्य- 【प्रणय प्रभात】 ऐसा दिमाग़ की दुनिया नहीं केवल दिल की बस्ती में ही मुमकिन है। ये जो दिमाग़ होता है ना, वो ना नमी का अहसास... Hindi · अहसाद · जज़्बात · दो पँक्ति दिल की कलम से · शेर 2 252 Share *प्रणय* 8 Feb 2023 · 1 min read ■ भविष्यवाणी... ■ मलीन बाबा कहिन... अगले साल गणतंत्र के आमृतकाल की ख़ुशी में एक-एक "पद्म-विभूषण" लालू प्रसाद यादव और नीतिश कुमार को भी दे डालो जीते-जी। "किरपा आएगी...।।" 【प्रणय प्रभात】 Hindi · कटाक्ष · राजनीति · लघुव्यंग्य · हिंदुस्तान 1 295 Share *प्रणय* 8 Feb 2023 · 1 min read ■ बोली की ग़ज़ल ..... 👉 बोली की ग़ज़ल.... 【प्रणय प्रभात】 ★ सुख-दुःख दोनों हैं हमजोली। आओ, खेलें आँख-मिचौली।। ★ तब तक अपने रहे पराये। जब तक मन की गांठ न खोली।। ★ नीम रहा... Hindi · Gazal ग़ज़ल · जीवन दर्शन · नवाचार 1 235 Share *प्रणय* 8 Feb 2023 · 1 min read ■ सब मुमकिन है... ■ अज्ञानी बाबा का महाज्ञान... 2024 में मौजूदा सरकार की सत्ता में वापसी को दुनिया की कोई ताक़त नहीं रोक सकती। इस बार सीरिया और तुर्की के सारे वोट जो... Hindi · कटाक्ष · राजनीति · सियासत · हिंदुस्तान 1 344 Share *प्रणय* 8 Feb 2023 · 1 min read ■ समय की बात.... 🙅 सबसे बड़ा छलिया : समय 【प्रणय प्रभात】 अगर कोई संसार के सबसे बड़े छलिये के बारे में पूछे तो मेरा एक ही जवाब होगा कि ''समय से बड़ा छलिया... Hindi · कटाक्ष · छलिया · जीवन दर्शन · समय 1 336 Share *प्रणय* 8 Feb 2023 · 5 min read ■ व्यंग्य आलेख- काहे का प्रोटोकॉल...? ■ प्रोटोकॉल से परे मख़ौल है जहां की परिपाटी ★ बर्चस्व की जंग, कार्यक्रमों का कूंडॉ 【प्रणय प्रभात】 आपने प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाने वाले आयोजन कई बार देखे होंगे। बावजूद... Hindi · अजब गजब · डायरी · प्रोटोकॉल · व्यंग्य 1 291 Share *प्रणय* 7 Feb 2023 · 1 min read छतें बुढापा, बचपन आँगन छतें बुढापा, बचपन आँगन पक्की दीवारों सा यौवन।। घर यदि बन जाए उपवन सा क्षण-प्रतिक्षण महकेगा जीवन।। ★प्रणय प्रभात★ Quote Writer 1 205 Share *प्रणय* 7 Feb 2023 · 1 min read ■ एक बहाना मिलने का... ■ दो घूंट ज़िंदगी के... "चाय" आपसी संबंधों का एक सेतु। आग्रह के साथ पिलाई जाए तो आत्मीयता का पैमाना। घोर मंदी और मंहगाई के दौर में भी सत्कार का... Hindi · चाय · टिप्पणी · बहाना 1 196 Share *प्रणय* 7 Feb 2023 · 1 min read ■ तरकश के तीर... #कटाक्ष ■ इत्ता सा फ़र्क़ है... जिन लोगों के पास मेरे लिए एक मिनट नहीं, उनके लिए मेरे पास दो मिनट नहीं। दो मिनट बाद सब पहले जैसा। क्योंकि मैं... Hindi · कटाक्ष · सीधी बात 1 403 Share *प्रणय* 7 Feb 2023 · 1 min read ■ ख़ास दिन, ख़ास बात, नज़्म के साथ 😊 एक अहम दिन ■ सह-यात्रा के 32 साल 【प्रणय प्रभात】 अखिल कोटि ब्रह्मांड-नायक प्रभु श्री राम जी की असीम कृपा और बाबा महाकाल के आशीर्वाद से सामंजस्य, समरसता और... Hindi · आभार · दिल का पैगाम · नज़्म · सफ़र 1 306 Share *प्रणय* 7 Feb 2023 · 1 min read 😊 चलने दो चोंचलेबाजी- 👌चोंचलेबाजी- ■ 07 फरवरी से शुरू हो कर 14 फरवरी और 21 फरवरी तक (दो चरणो मे) प्रतिदिन चलने वाली इंटरनेशनल नौटंकी में भाग लेने वाले सभी शादी-शुदा कलाकारों के... Hindi · अपसंस्कृति · लघुव्यंग्य · वेलेंटाइन डे · हिंदुस्तान 1 383 Share *प्रणय* 6 Feb 2023 · 1 min read इश्क़ का फ़लसफ़ा इश्क़ का फ़लसफ़ा पूछे कोई तो बतलाएं। वो मज़ा वस्ल में नहीं है जो फ़िराक़ में है।। प्रणय प्रभात 【आज इस मंच पर मेरे दो माह पूरे हुए हैं। इस... Hindi · Quote Writer · शेर 1 297 Share *प्रणय* 6 Feb 2023 · 1 min read मात खा जाएगा बेटा! मात खा जाएगा बेटा! कान का कच्चा न बन। दिल से बच्चा ठीक है पर, अक़्ल से बच्चा न बन।। -प्रणय प्रभात- Quote Writer 1 664 Share *प्रणय* 6 Feb 2023 · 1 min read "इससे पहले कि बाय हो जाए। "इससे पहले कि बाय हो जाए। आओ! एक-एक चाय हो जाए।। प्रणय प्रभात Quote Writer 2 167 Share *प्रणय* 6 Feb 2023 · 6 min read ■ प्रसंगवश 【मनचाहे भावार्थ】 #प्रसंगवश... ■ कठिन नहीं मनचाहे भावार्थ निकालना ★ सहज संभव है शब्दों से खिलवाड़ ★ तभी तो किया जा रहा है अर्थ का अनर्थ 【प्रणय प्रभात】 आज किसी भी बात... Hindi · आलेख · चिंता और चिंतन · धर्म · राजनीति · सम सामयिक 1 282 Share *प्रणय* 6 Feb 2023 · 1 min read ■ एक नज़र हालात पर ■ विडम्बना.... जिन्हें विचारशील माना जाता रहा है, वो सब अब सियासी मर्तबान में शर्म-हया और नैतिकल का अचार डालने में जुटे हैं। देश की किसी को फ़िक़्र नहीं। विडम्बना... Hindi · चिंता और चिंतन · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 408 Share *प्रणय* 6 Feb 2023 · 1 min read ■ उत्सवी सप्ताह.... #ख़ास_दोहा 【No comments on Pic Plz】 ■ स्पेशल वीक कल से "कल है एनीवर्सरी, दिवस बचेंगे सात। पचपन के हो जाएंगे, मिस्टर प्रणय प्रभात।।" यह भी एक तरीका है अपनी... Hindi · अनुभूति · जीवन · दोहा · सकारात्मकता 1 150 Share *प्रणय* 5 Feb 2023 · 1 min read ■ साहित्यपीडिया से सवाल ■ बताओ तो...!! जितने महानुभाव आपकी तथाकथित "ट्रंडिंग" के "टॉप-5" में लगातार बने हुए हैं, वो कौन से वेद की ऋचाएं या अमर कथाएं लिख रहे हैं? पता तो चले... Hindi · Sahityapedia · कटाक्ष · लघुव्यंग्य · सवाल · साहित्यपीडिया 1 314 Share *प्रणय* 5 Feb 2023 · 1 min read ■ आज की बात / हालात के साथ ■ बेबस दिल की भड़ास... 【प्रणय प्रभात】 "भंवरे जाएं भाड़ में, बने घूमते बॉस। तेल लगाएं तितलियां, माली का क्या लॉस?" आज का यह दोहा संस्कृति और मौजूदा स्वरूप के... Hindi · चिंता और चिंतन · भड़ास · व्यंग्य · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 268 Share *प्रणय* 5 Feb 2023 · 3 min read ■ व्यंग्य / आया वेलेंटाइन डे ■ गुलाब से जुलाव तक : पागलपन का पखवाड़ा ★ चोरी-चोरी चुपके-चुपके हुई तैयारियां ★ बेताब : इधर "बाज़ीगत" उधर "सिमरनें" 【प्रणय प्रभात】 तरुण प्रौढ़ों और अधेड़ युवाओं सहित नौसिखियों... Hindi · अपसंस्कृति · वेलेंटाइन डे · व्यंग्य · सम सामयिक 1 2 269 Share *प्रणय* 5 Feb 2023 · 1 min read ■ कोटिशः नमन् #श्री_रविदास_जयंती ■ नमन्, वंदन, अभिनंदन "मन चंगा तो कठौती में गंगा" की उक्ति को साकार करने वाले भक्तमाल के अग्रणी कवि, संत शिरोमणि संत श्री रविदास (रैदास) जी महाराज की... Hindi · जयंती · धर्म · भक्ति · संत रविदास 1 165 Share *प्रणय* 4 Feb 2023 · 8 min read ■ संस्मरण / जो अब है बस यादों में 😍 ■ संस्मरण (यादों का झरोखा) 😍 धड़कनों में बसा वो एक शहर【प्रणय प्रभात】 राजस्थान की वो कोटा नगरी आज एक हब बन चुकी कोटा महानगरी से बिल्कुल अलग थी। जो... Hindi · Heart उसकी यादें · आलेख · डायरी · पुराने संदर्भ · संस्मरण 1 262 Share *प्रणय* 4 Feb 2023 · 1 min read ■ सनद रहे.... #सीधी_बात ■ सत्यमेव जयते... उजालों को अगर अंधेरों का भय होता तो हर काली रात के बाद चमकता दिन क्यों निकलता? झूठ अगर सच की छाती पर चढ़ने का दम... Hindi · राजनीति · विचार · सकारात्मकता · हिंदुस्तान 1 295 Share *प्रणय* 4 Feb 2023 · 1 min read ■ प्रसंगवश...एक प्रसंग #प्रसंगवश... ■ एक और प्रसंग 【प्रणय प्रभात】 आपको रामायण के "अरण्य-कांड" का "जयंत प्रसंग" तो याद होगा। श्री राम प्रभु को भगवती सीता का श्रृंगार करते देख जयंत को भ्रम... Hindi · धर्म · नए प्रसंग · राजनीति · सम सामयिक 1 255 Share *प्रणय* 4 Feb 2023 · 1 min read ■ मुक्तक और कटाक्ष... #जंगलराज ■ चुनाव माने तनाव...! माहौल हो तनाव का तो समझ लेना कि मौसम है चुनाव का। बात है "रामराज" के नाम पर जारी "जंगलराज" की। मुक़ाबला है सांपनाथ और... Hindi · कटाक्ष · जंगलराज · मुक्तक · राजनीति · हिंदुस्तान 1 393 Share *प्रणय* 4 Feb 2023 · 1 min read ■ तेवरी ? #ग़ज़ल #तेवरी / देसी ग़ज़ल ■ बौने कितने बड़े हो गए।। 【प्रणय प्रभात】 ★ सर पे चढ़ के खड़े हो गए। बौने कितने बड़े हो गए।। ★ पानी रुका न आँसू... Hindi · Gazal ग़ज़ल · देसी ग़ज़ल · सम सामयिक 1 216 Share *प्रणय* 4 Feb 2023 · 1 min read ■ हिप-हिप हुर्रे... #लघु4व्यंग्य ■ हिप-हिप हुर्रे... ★ हो जाओ तैयार जवानों!! अपसंस्कृति के अंतरराष्ट्रीय महापर्व "वेलेंटाइन डे" के लिए काउंट-डाउन शुरू हो गया है। दूध के दांत वालों से लेकर नक़ली बत्तीसी... Hindi · लघुव्यंग्य · वेलेंटाइन डे · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 223 Share *प्रणय* 4 Feb 2023 · 1 min read ■ सरस्वती वंदना (छंद शैली) #छंद_शैली_में ■ श्री सरस्वती वंदना 【प्रणय प्रभात】 वीणापाणी, पद्मासना, कमलासना, ब्रह्म-अजा, माँ तू मुझे विद्या औ विनय का शुभ दान दे। कण्ठ में विराज मेरी क़लम को सिद्धि सौंप, मेरी... Hindi · धर्म · सरस्वती वंदना 1 759 Share *प्रणय* 3 Feb 2023 · 1 min read ■ काब्यमय प्रयोगधर्म ■ प्रयोगात्मक कवित- (राष्ट्रगीत के मुखड़े के हर शब्द पर केंद्रित लघु-कविता) 【प्रणय प्रभात】 "जन" जितने सारे आहत। "गण" जितने पाते राहत। "मन" व्याकुल करता क्रंदन । "अधिनायक" का अभिनंदन।।... Hindi · देश · नवाचार · लघुकविता 1 284 Share *प्रणय* 3 Feb 2023 · 1 min read ■ आज की सलाह.... #कर_के_देखिए ■ उपेक्षा : सहज उपचार... "बुराई" और "नकारात्मकता" पर बिना लड़े जीत हासिल की जा सकती है। वो भी बिना ऊर्जा और समय नष्ट किए। आप बस उनके बारे... Hindi · आज का विचार · राजनीति · सामयिक सलाह 1 192 Share *प्रणय* 3 Feb 2023 · 1 min read ■ सीधी-सपाट... ■ अक़्ल के अंधे, वक़्त चिकित्सक बौद्धिक और वैचारिक अंधता का कोई उपचार किसी के पास नहीं। ठीक वैसे ही, जैसे वहम का उपचार हक़ीम लुक़मान के पास नहीं था।... Hindi · कटाक्ष · चिंता और चिंतन · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 344 Share *प्रणय* 3 Feb 2023 · 1 min read ■ आज का ज्ञान... ■ एक अद्भुत प्रजाति... औरों के काम, नाम, दाम सबसे जलने-भुनने वालों की आबादी तेज़ी से बढ़ रही है। ख़ुद से कुछ होता नहीं और दूसरों का किया सुहाता नहीं।... Hindi · अनुभव · कटाक्ष · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 408 Share *प्रणय* 3 Feb 2023 · 1 min read ■ अटल भरोसा... ■ घड़ा भरा और लाठी बजी...!! अमर्यादित बोल, अनियंत्रित कृत्य और क्षुद्र स्वार्थों पर केंद्रित उन्माद कुछ समय के लिए व्यथित कर सकती है, पर विचलित नहीं। हम उस परम्परा... Hindi · चिंतन · धर्म · सकारात्मकता 1 690 Share *प्रणय* 3 Feb 2023 · 1 min read ■ आज का कटाक्ष ■ कौन कहता है...? कौन कहता है कि मुल्क़ में लोगों के पास वक़्त नहीं है? भरपूर वक़्त है साहब, सबके पास। ख़ास कर उनके पास, जिनके साथ ख़ुद वक़्त... Hindi · कटाक्ष · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 361 Share *प्रणय* 3 Feb 2023 · 1 min read ■ अटल सच..... #भ्रम_मिटाए ■ न धूप अपनी, न छांव.... धूप और छांव शाश्वत हैं। जिनका अस्तित्व अनादिकाल से है। अनंतकाल तक रहना तय है। दोनों धरती पर बसने वाले प्रत्येक जीव के... Hindi · अटल सच · चिंतन · जीवन दर्शन · विचार 1 371 Share *प्रणय* 3 Feb 2023 · 1 min read ■ इसे भूलना मत... ■ गुमशुदा न हो जाना...! अपने आप में कभी-कभी गुम होना स्वाभाविक है। बावजूद इसके ख़ुद में इस हद तक गुम नहीं होना चाहिए कि आप दुनिया के लिए गुमशुदा... Hindi · चिंतन · जीवन दर्शन · विचार 1 375 Share *प्रणय* 3 Feb 2023 · 1 min read ■ छोटा शेर बड़ा संदेश... #आज_का_संदेश ■ प्रकृति का संकेत "आशा" 【प्रणय प्रभात】 "अभी है दौर पतझड़ का, जुदा पत्ते हुए सारे ! मगर उम्मीद शाखों को, बहारें लौट आएंगी !!" सारे पत्ते झड़ जाने... Hindi · आशावाद · शायरी · शेर · सकारात्मकता · संदेश 1 187 Share *प्रणय* 3 Feb 2023 · 1 min read ■ कटाक्ष.... ■ आज की बात.... "का वर्षा जब कृषी सुखाने" वाली बात लगता है सरकार को आज़ादी के 75 साल बाद भी समझ नहीं आई है। आज का बेड़ा ग़र्क़ कर... Hindi · कटाक्ष · छलावा · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 605 Share *प्रणय* 2 Feb 2023 · 4 min read ■ व्यंग्य / मूर्धन्य बनाम मूढ़धन्य...? ■ शर्म जिनको कभी नहीं आती! ★ पता न ज़ेर का न जबर का 【प्रणय प्रभात】 आपने अक़्सर ऐसे तमाम नाम पढ़े होंगे, जिनके नीचे बड़े-बड़े विशेषण लिखे होते हैं।... Hindi · व्यंग्य · सम सामयिक · हिंदी साहित्य परंपरा 1 427 Share *प्रणय* 2 Feb 2023 · 4 min read ■ आलेख / सामयिक चिंतन #बड़ा_सवाल ■ सियासत का "सॉफ्ट टार्गेट" सनातन ही क्यों.....? ★ बेशर्म खेल के पीछे की वजह बस "ध्रुवीकरण" ★ सियासत, मीडिया व बाहरी शक्तियों का त्रिकोण 【प्रणय प्रभात】 किसी की... Hindi · आलेख · चिंता और चिंतन · धर्म · राजनीति · सम सामयिक 1 221 Share *प्रणय* 2 Feb 2023 · 1 min read ■ ग़ज़ल / मोल है साहब!! ■ ग़ज़ल / मोल है साहब!! 【प्रणय प्रभात】 ★ सिर्फ़ साँसों का मोल है साहब! जिस्म मिट्टी कि खोल है साहब!! ★ ये जो दुनिया है इक थिएटर है। इसमें... Hindi · Gazal ग़ज़ल · जीवन दर्शन 1 204 Share *प्रणय* 1 Feb 2023 · 1 min read ■ उल्लू छाप...बिचारे ■ मनहूसियत के मारे 【प्रणय प्रभात】 "जो हैं क़ाबिले-दीद नहीं। उनसे कोई उम्मीद नहीं।। उन्हें पसंद फ़क़त मातम। दीवाली या ईद नहीं।।" आज की यह चार पंक्तियाँ आदतन बेचारगी और... Hindi · कटाक्ष · मुक्तक · लघुव्यंग्य · विचार · शायरी 1 478 Share Previous Page 68 Next