Shekhar Chandra Mitra Language: Hindi 3940 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 64 Next Shekhar Chandra Mitra 23 Aug 2021 · 1 min read क्या हुआ इंसान को? हाय, क्या हुआ इंसान को? हाय, क्या हुआ इंसान को? सदियों से इसकी कोशिश रही कि जिसमें अब तक यह रहता आया फूंक दे उसी ज़हान को! हाय, क्या हुआ... Hindi · गीत 234 Share Shekhar Chandra Mitra 23 Aug 2021 · 1 min read तालिबानी सोच उनके यहां कट्टरवाद बढ़ने से हमारे यहां भी कट्टरवाद बढ़ेगा! उनके यहां रूढ़िवाद बढ़ने से हमारे यहां भी रूढ़िवाद बढ़ेगा!! हम और वे आख़िर हैं तो बिछड़े हुए भाई ही... Hindi · कविता 410 Share Shekhar Chandra Mitra 23 Aug 2021 · 1 min read धार्मिक कानून बिना अपवाद के सब के सब मानवाधिकारों के रहे हैं भक्षक मनुस्मृति से लेकर शरिया तक! Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 370 Share Shekhar Chandra Mitra 23 Aug 2021 · 1 min read क़ैद में है बुलबुल तुम्हारा भी कोई वजूद है आखिर कैसे भुला देती हो! पिंजरे की सुरक्षा के लिए खुला आकाश गंवा देती हो!! हम लोग तो मारे घुटन के मालूम नहीं क्या कर... Hindi · कविता 319 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read अवाम पर ज़ुल्म मेरा ख़ून खौलता है! मेरा दिल रोता है!! दुनिया में जहां भी अवाम पर ज़ुल्म होता है!! Shekhar Chandra Mitra #SaveAfganistan Hindi · कविता 170 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read आधी दुनिया वे तो जीने भी नहीं देते! वे तो मरने भी नहीं देते!! अपनी मर्ज़ी से हमें कुछ वे तो करने भी नहीं देते!! Shekhar Chandra Mitra #FreedomStruggle Hindi · कविता 327 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read खौफ़ की सियासत मर-मरकर जीते रहें! जी-जीकर मरते रहें!! वे चाहते सदियों से उनसे हम डरते रहें!! Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 204 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read प्रकृति संरक्षण मैंने देखा एक इंसान! जैसे कोई सियासतदान!! बैठा था वह जिस डाली पर काट रहा था वही नादान!! Shekhar Chandra Mitra #SaveLifeOnEarth #SaveNature Hindi · कविता 210 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read ईमान की नीलामी कोई सुने ना अवाम को! क्या हुआ हुक्मरान को!! औने-पौने दामों में सब बेच रहे हैं ईमान को!! Shekhar Chandra Mitra #freedomstruggle Hindi · कविता 159 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read शराब छोड़ो शराबी ना बन शराबी ना बन खराबी बहुत है शराबी ना बन एक औलाद है तू तो मज़दूर की नवाबी ना कर नवाबी ना बन #Geetkar Shekhar Chandra Mitra #शराबछोड़ो Hindi · कविता 364 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read रक्तहीन क्रांति बेकसूरों को सताए बग़ैर! मासूमों को रूलाए बग़ैर!! लड़ना तो है हमें लेकिन बूंद भर ख़ून बहाए बग़ैर!! Shekhar Chandra Mitra #EkAurInquilab #रक्तहीनक्रांति Hindi · कविता 288 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read नास्तिक ना अल्लाह- ना भगवान से! है प्यार हमें बस इंसान से!! चारों तरफ़ मेरे फैले हुए कुदरत के इस निज़ाम से!! Shekhar Chandra Mitra #HealTheWorld #communalharmony Hindi · कविता 174 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read हक़ हमें चाहिए जीने का हक़! जामे-इश्क़ पीने का हक़! इल्मो-हुनर के धागों से! जख्मे-दिल सीने का हक़!! Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 189 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read देश-प्रेम कोई नारा लगाना ज़रूरी है क्या! कोई झंडा उठाना ज़रूरी है क्या!! अपने देश-प्रेम को दिखाने के लिए! किसी दल में जाना ज़रूरी है क्या!! Hindi · कविता 193 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read तानाशाहों का अंज़ाम मेहनतकश अवाम का क़ोहराम बहुत बुरा होता है! मज़हब और सियासत में ताम-झाम बहुत बुरा होता है!! दुनिया के इतिहास से मिलता यही सबक हमें तानाशाहों का अक़्सर अंज़ाम बहुत... Hindi · कविता 161 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read तुम्हारी तस्वीरें तुझसे अभी तक कुछ बातें छुपाई हैं! दिल में यादों की कई बस्तियां बनाई हैं!! तुम्हारी डीपी का स्क्रीन शॉट ले-लेकर मैंने तेरी हसीन तस्वीरें चुरायी हैं!! Hindi · कविता 211 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read खूंरेजी दास्तान सुबह लहूलुहान है! रात भी पशेमान है!! ख़ामोश है क्यों ज़मीन चुप क्यों आसमान है!! रख देती जो चीर कर पत्थर का कलेजा भी! आंसुओं से लिखी हुई यह कैसी... Hindi · कविता 1 180 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read ग्लोबल विलेज क्यों कोई हिंदू हो क्यों कोई मुसलमान हो!! क्यों कहीं भारत हो क्यों कहीं पाकिस्तान हो!! मुहब्बत के साथ भी जब रहा जा सकता यहां इतनी ज़्यादा नफ़रत क्यों दिलों... Hindi · कविता 1 481 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read ख़ुदा करे अब तो दिल यही दुआ करे! दुनिया बच जाए ख़ुदा करे!! कहीं ऐसी कोई दीवार न हो जो हम लोगों को जुदा करे!! Shekhar Chandra Mitra #SaveAfganistan #SaveHumanity #healtheworld Hindi · कविता 182 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read अफ़ग़ानिस्तान चले जाओ पहले कहते थे पाकिस्तान चले जाओ! तुम अब कहते हो अफ़ग़ानिस्तान चले जाओ!! जाहिलों की तरह ऐ बकवास करने वालों! किसकी बपौती है ये हिंदोस्तान चले जाओ!! Hindi · कविता 155 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read भागो मत, सामना करो! तुम यहां भागकर आओगे! या वहां भागकर जाओगे!! कहीं न मिलेगा सुकून तुम्हें तुम कहां भागकर जाओगे!! थोड़े कम या थोड़े ज़्यादा लेकिन पूरब से पश्चिम तक हर जगह आदमखोर... Hindi · कविता 148 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read सच्चाई के ख़तरे पहले नौकरी से हाथ धोनी पड़ेगी! फिर आशिक़ी से हाथ धोनी पड़ेगी!! अगर सच बोलना नहीं छोड़ा तो तुम्हें ज़िंदगी से हाथ धोनी पड़ेगी!! Hindi · कविता 311 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read सृजन चेतना जो अब तक सोचा नहीं गया! जो अब तक कहा नहीं गया!! तुम लिखो आज कुछ ऐसा! जो अब तक किया नहीं गया! Shekhar Chandra Mitra #सृजनचेतना Hindi · कविता 392 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read बर्बादी के कगार पर नाकाम ही सही इश्क़ होना चाहिए! बदनाम ही सही इश्क़ होना चाहिए! बर्बादी के कगार पर खड़ी हुई दुनिया में! तल्ख़ जाम ही सही इश्क़ होना चाहिए! Hindi · कविता 573 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read धार्मिक सौहार्द सियासत में मज़हब! मज़हब में सियासत!! दहशतगर्दों को इससे मिला करती ताक़त!! वे आपसी भाईचारा कभी कम ना होने दें! मुल्क और क़ौम की जो चाहते हिफ़ाज़त!! Hindi · कविता 513 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read आवाज़ उठाएं अब इससे पहले कि कोई न बचे! मुंह खोलने वाला आपके लिए! इस दुनिया के सभी जलते मूद्दों पर बेबाकी से बोलना शुरू कीजिए! Hindi · कविता 225 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read अफगानी अवाम की तरफ़ से ख़त पहुंचे सियासतदान को! इस दुनिया के हुक्मरान को!! आप बचा सकें तो बचा लीजिए किसी तरह अफ़ग़ानिस्तान को!! Hindi · कविता 420 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read आंकड़ों का खेल हमें आंकड़ों में मत उलझाएं, साहब! ये काग़ज़ सामने से हटाएं, साहब!! हम जैसे मेहनतकश अवाम के लिए वो अच्छे दिन कहां हैं बतलाएं, साहब!! Hindi · कविता 156 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read दरबारी मीडिया आज-कल के अखबारों में हिंदोस्तान का पहलू कहां है? हुक्मरान का पहलू है लेकिन अवाम का पहलू कहां है? खुदकुशी करने के लिए मजबूर किया जा रहा जिसे उस मेहनतकश... Hindi · कविता 495 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read भगतसिंह की वापसी अब तो लगता है एक बार फिर आना पड़ेगा हमें! बहरों को सुनाने के लिए चिल्लाना पड़ेगा हमें!! हमारे अचानक चले जाने से जो होते-होते रह गया! किसी तरह सूद... Hindi · कविता 434 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read लेखक और पत्रकार हमने जनता को लगातार उन नेताओं से आगाह किया! जीवन-मरन के प्रश्न पर भी जिनने देश को गुमराह किया! चंद औद्योगिक घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए सारी सरकारी संस्थाओं... Hindi · कविता 315 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read फिर सुबह होगी हर हाथ में एक मशाल तो हर होठ पर एक नारा होगा! संसद भले ही तुम रख लो लेकिन सड़क हमारा होगा!! भला कब तक रहेगी रात यह! आखिर कभी... Hindi · कविता 443 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Aug 2021 · 1 min read तालिबानी हुक्मरान और कितनी ठोकरें खाओगे तुम होश में आने के लिए! धर्म का अफ़ीम दिया जा रहा तुम्हें जोश में लाने के लिए! कोई मसीह या अवतार नहीं वह सिर्फ आदमखोर... Hindi · कविता 336 Share Shekhar Chandra Mitra 21 Aug 2021 · 1 min read खुला ख़त ख़त पहुंचे सियासतदान को! दुनिया भर के हुक्मरान को!! अगर रोक सकें तो रोक लीजिए आप किसी तरह तालिबान को!! Hindi · कविता 1 312 Share Shekhar Chandra Mitra 21 Aug 2021 · 1 min read कुफ़्र दुनिया ख़ुबसूरत है! ज़िंदगी भी ख़ुबसूरत है! इसे ख़त्म करने की कोई भी कोशिश कुफ़्र है! Hindi · कविता 395 Share Shekhar Chandra Mitra 21 Aug 2021 · 1 min read आरक्षण का आधार "जाति पर आधारित अपमान, शोषण और उत्पीड़न की पांच हजार साल पुरानी परंपरा भारत में आरक्षण की व्यवस्था का आधार बनी।" -शेखर चंद्र मित्रा Hindi · लेख 1 263 Share Shekhar Chandra Mitra 21 Aug 2021 · 1 min read दलितों से अपील हमें मंदिरों और मूर्तियों के भ्रमजाल से बाहर निकल कर पुस्तकालयों, प्रयोगशालाओं और ध्यान केंद्रों की संस्कृति को बढ़ावा देना चाहिए। वरना उनमें और हममें अंतर ही क्या रह जाएगा!... Hindi · लेख 1 3 228 Share Shekhar Chandra Mitra 21 Aug 2021 · 1 min read इश्क़ से इंकलाब इश्क और हुश्न का शायर होने के बावजूद देश और समाज के संगीन हालात के मद्देनजर मैं बगावत और इंकलाब के नग्मे गाने लगा। लाज़मी है जब पूरी इंसानियत ही... Hindi · लेख 171 Share Shekhar Chandra Mitra 21 Aug 2021 · 1 min read आत्महत्या नहीं, विद्रोह करें! प्रतिभाशाली लोगों के समय से पहले दुनिया को छोड़ देने से देश और समाज को जो नुकसान पहुंचता है उसका तो आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते। कुछ हद तक... Hindi · लेख 1 246 Share Shekhar Chandra Mitra 21 Aug 2021 · 1 min read पत्रकारिता की साख ये सियासत एक बहुत बड़ी मुसीबत होती देश की! अगर रवीश नहीं होता तो फजीहत होती देश की! उसका हिडेन एजेंडा कभी आ नहीं पाता सामने कितनी ज्यादा खौफनाक हकीकत... Hindi · कविता 155 Share Shekhar Chandra Mitra 21 Aug 2021 · 1 min read जन कवि आंख पर पट्टी चढ़ा लूं क्या? कान में रूई घुसा लूं क्या? मैं जिल्लेइलाही की शान में मुंह पर ताला लगा लूं क्या? Hindi · कविता 504 Share Shekhar Chandra Mitra 21 Aug 2021 · 1 min read क्रांतिवीर योद्धा है एक योद्धा वह कभी हार नहीं मानेगा! दया को या भीख को वह अधिकार नहीं मानेगा!! डर कर या लालच में किसी भी तरह से! राजनेता छोड़कर आपको... Hindi · कविता 317 Share Shekhar Chandra Mitra 20 Aug 2021 · 1 min read याद रहेगा वो भीमा कोरेगांव-वो शाहीन बाग याद रहेगा! याद रहेगा! वो जोशे-बगावत-वो शोरे-इंकलाब याद रहेगा! याद रहेगा! जिसने हिला दी हुकूमत की बुनियाद याद रहेगा! याद रहेगा! वो बेखौफ तेवर-वो बेबाक... Hindi · कविता 152 Share Shekhar Chandra Mitra 19 Aug 2021 · 1 min read मानवाधिकारों पर हमले ये मानवता की चीखें परेशान किया करती हैं! बेचैन किया करती हैं!! हैरान किया करती हैं!!! ये खून से लथपथ राहें पशेमान किया करती हैं! बेजुबान किया करती हैं!! बेजान... Hindi · कविता 297 Share Shekhar Chandra Mitra 19 Aug 2021 · 1 min read नफ़रत का व्यापार मालूम है क्या टीवी और अख़बार कर रहे हैं! जेह़नी तौर पर लोगों को बीमार कर रहे हैं!! एक शख़्स की सियासत चमकाने के लिए कितनी लगन से नफ़रत का... Hindi · कविता 435 Share Shekhar Chandra Mitra 19 Aug 2021 · 1 min read ज़िंदा दस्तावेज़ जज्बात लिखते रहिए ख्यालात लिखते रहिए! देश और समाज के हालात लिखते रहिए! आगामी नस्लों के बेहतर भविष्य के लिए अपने वक्त का जिंदा इतिहास लिखते रहिए! Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 160 Share Shekhar Chandra Mitra 18 Aug 2021 · 1 min read मुफ्लिश का ताजमहल प्यार तो शाहजहां ने भी किया और दशरथ मांझी ने भी लेकिन उसे ज़ाहिर करने के लिए एक ने जहां कारीगरों के हाथ काटे वहीं दूसरे ने रास्ते में पड़ने... Hindi · कविता 447 Share Shekhar Chandra Mitra 17 Aug 2021 · 1 min read असली पहचान सोचो कि तुम कौन थे सोचो कि तुम कौन हो! ढूंढ़ो कि तुम कौन थे ढूंढ़ो कि तुम कौन हो!! बैठकर फूर्सत में कभी ठंडे दिमाग़ से! पूछो कि तुम... Hindi · कविता 363 Share Shekhar Chandra Mitra 17 Aug 2021 · 1 min read देश के अपराधी लुटेरे हैं वे लोग सभी! क़ातिल हैं वे लोग सभी!! देश की बर्बादी में! शामिल हैं वे लोग सभी!! बहुत कुछ कर सकते थे लेकिन जो कुछ न किए! आने... Hindi · कविता 1 151 Share Shekhar Chandra Mitra 17 Aug 2021 · 1 min read क्या यही आज़ादी है? हंसकर चढ़े थे फांसी पर सीने पर गोली खायी थी क्या यही वह आज़ादी है जिसके लिए जान गंवाई थी... Hindi · गीत 2 2 428 Share Previous Page 64 Next