Shekhar Chandra Mitra Language: Hindi 3940 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shekhar Chandra Mitra 3 Oct 2024 · 1 min read बदलाव अंदाज़ के बदलते ही अंज़ाम बदल जाते हैं अज़ीम कायनात के आयाम बदल जाते हैं... (१) यहां ज़र्रे जब उठते हैं बूटों के तले कुचलकर तो चांद और तारों के... Hindi · गीत 1 41 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Oct 2024 · 1 min read ज़ेवर नहीं, ज़ंजीर है यह चलना-फिरना तक मुश्किल हो इतनी भी नज़ाकत ठीक नहीं ये सज-धज--ये नाज़ो-अदा ये शोख़ शरारत ठीक है नहीं... (१) ये रूप--ये जोबन फ़ानी है इसका आख़िर क्या मानी है हद... Hindi · गीत 1 40 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Oct 2024 · 1 min read कटाक्ष हम चाहे भूखे सो जाएंगे लेकिन मंदिर वहीं बनाएंगे... (१) ईलाज बिना मर जाएंगे लेकिन मंदिर वहीं बनाएंगे... (२) बच्चों को नहीं पढ़ाएंगे लेकिन मंदिर वहीं बनाएंगे... (३) उनसे गोबर... Hindi · गीत 49 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Oct 2024 · 1 min read प्रतिक्रांति के दौर में चल रही राम राज्य की खोज हमारे देश में मर रहे बिना इलाज के लोग हमारे देश में... (१) सेठों और साहूकारों के आजकल वारे-न्यारे बढ़ रहे दाम अनाज के... Hindi · गीत 39 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Oct 2024 · 1 min read सामाजिक न्याय क्या दलित कोई इंसान नहीं या आदिवासी में जान नहीं... (१) तुम जो अपने आपको धरती का भगवान समझते हो तुम से ज़्यादा बर्बर तो बीहड़ जंगल का हैवान नहीं...... Hindi · गीत 30 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Sep 2024 · 1 min read बुद्ध में कुछ बात तो है! कुछ बात तो है ही बुद्ध में जो दुनिया उनकी दीवानी है पूरब से लेकर पश्चिम तक यही सूरत जानी-पहचानी है... (१) जिनके चलते इस देश का चारों ओर इतना... Hindi · गीत 32 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Sep 2024 · 1 min read तानाशाहों का अंज़ाम सारे तानाशाहों के एक दिन जोश ठिकाने लग जाते हैं वक्त की मार ऐसी पड़ती कि होश ठिकाने लग जाते हैं... (१) अपने आपको तुम लोगों ने आख़िर समझ क्या... Hindi · गीत 1 42 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Sep 2024 · 1 min read फूलन देवी उठ फूलन उठ जी मत घुट-घुट... (१) तेरा जिसने ऐसा हाल किया है इज़्ज़त से जीना मुहाल किया है तू बिजली बनके उसपे टूट... (२) हर ज़ुल्म का एहतिजाज कर... Hindi · गीत 51 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Sep 2024 · 1 min read निरगुन मेरी पहचान क्या ढूंढ़े, पगले मैं तो हूं आज़ाद रे मेरी पहचान क्या पूछे पगले मैं तो हूं आज़ाद रे... (१) ना तो कोई धर्म है मेरा ना ही कोई... Hindi · गीत · पैरोडी 54 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Sep 2024 · 1 min read डर लगता है, मां मुझे आज भी डर लगता है मां आकर आंचल में छिपा लो ना... (१) चुभती हैं मेरे तन-मन में जो उन भूखी नज़रों से बचा लो ना... (२) कब तक... Hindi · गीत 34 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Sep 2024 · 1 min read मज़हब ही है सिखाता आपस में वैर रखना एक ही ज़मीं हमारी एक आसमां हमारा क़ायम रहे आपस में भाईचारा हमारा... (१) मज़हब ही तो सिखाता आपस में वैर रखना इंसान हैं हम, वतन है सारा जहां हमारा...... Hindi 27 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Sep 2024 · 1 min read सभी इंसान हैं मैं भी इंसान हूं तू भी इंसान है ना कोई हीन है ना कोई महान है... (१) जितनी अधिक है तेरी यह दुनिया उतना ही अधिक मेरा यह ज़हान है...... Hindi · गीत 37 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Sep 2024 · 1 min read जय भीम! भला जय भीम के नारों से दिक्कत क्या है तुम्हें महकूमों की ललकारों से दिक्कत क्या है तुम्हें... (१) जिसकी जितनी आबादी उतना हिस्सा तो चाहिए महरूमों के अधिकारों से... Hindi · गीत 37 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Sep 2024 · 1 min read जिसका ख़ून न खौला अब भी जिसका ख़ून न खौला उसके रगों में पानी है जो इंसानियत के काम न आए वह क्या ख़ाक जवानी है... (१) औरतों को हमारे मज़हब में देवियों का... Hindi · गीत 29 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Sep 2024 · 1 min read कब तक सहोगी? कब तक सहोगी कितना सहोगी क्या कभी अपना मुंह तुम खोलोगी... (१) वक्त रहते ही सीख लो बोलना वर्ना गूंगी की गूंगी रहोगी... (२) एक लाश बनकर रह जाओगी अगर... Hindi · गीत 26 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Sep 2024 · 1 min read अफ़ीम की गोलियां खाकर अफ़ीम की गोलियां तुम रात-दिन मदहोश हो लुट रहीं तुम्हारी बेटियां फिर भी क्यों ख़ामोश हो... (१) जागकर देखो किस तरह सारी दुनिया के सामने डूब रहीं तुम्हारी लुटियां... Hindi · गीत 32 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Sep 2024 · 1 min read तू लड़की है या लकड़ी कोई? तू लड़की है या लकड़ी कोई सदियों से चूल्हे में जारी जाए न तो प्रतिरोध-न ही प्रतिकार दिन-रात रो-रोके गुज़ारी जाए... (१) खूंटे में बंधी हुई गाय से भी दीन-हीन... Hindi · गीत 29 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Sep 2024 · 1 min read चल हंसा वा देश चल हंसा वा देस समय नहीं अब शेष... (१) ढ़लते हुए सूरज में आया पिया का संदेश... (२) कौन वियोगी दर-दर भटके योगी का धरके वेश... (३) राग बिहाग छेड़े... Hindi · गीत 47 Share Shekhar Chandra Mitra 19 Sep 2024 · 1 min read कागज़ की आज़ादी कागज़ की आज़ादी मिलती है ले लो दो-दो आने में इससे सस्ता कुछ न मिलेगा आज के ज़माने में... (१) जो कुछ हुआ हमारे देश में बंटवारे के दौरान अभी... Hindi · गीत · पैरोडी 1 1 45 Share Shekhar Chandra Mitra 19 Sep 2024 · 1 min read यह आज़ादी झूठी है यह आज़ादी झूठी है देश की जनता भूखी है... (१) मुट्ठी भर लोगों के सिवा आज कौन यहां सुखी है... (२) सबके दिल में पल रही एक ज्वालामुखी है... (३)... Hindi 2 1 35 Share Shekhar Chandra Mitra 19 Sep 2024 · 1 min read बीमार क़ौम हम तो एक बीमार क़ौम हैं जाहिल और गंवार क़ौम हैं... (१) इतनी जल्दी क्यों सुधरेंगे आदत से लाचार क़ौम हैं... (२) तरक्की की राह में अपनी ख़ुद ही एक... Hindi · गीत 2 1 46 Share Shekhar Chandra Mitra 19 Sep 2024 · 1 min read शूद्र नहीं, हम शुद्ध हैं अरे शूद्र नहीं, हम शुद्ध हैं रग-रग में हमारे बुद्ध हैं... (१) नहीं मानते ऐसी रस्मों को जो मानवता के विरुद्ध हैं... (२) क्या करें दूसरों की इज़्ज़त वे जो... Hindi · गीत 49 Share Shekhar Chandra Mitra 18 Sep 2024 · 1 min read चल रे कबीरा चल रे कबीरा चल यहां से रेत के सारे महल यहां के... (१) मूर्दों का एक देश है यह जल्दी से जल्दी निकल यहां से... (२) छोड़कर निर्गुण और मर्सिया... Hindi · गीत 40 Share Shekhar Chandra Mitra 18 Sep 2024 · 1 min read संविधान के पहरेदार कहां हैं? संविधान के पहरेदार कहां हैं लोकतंत्र के चौकीदार कहां हैं... (१) जो छिपे हुए सच सामने लाएं ऐसे साहसी पत्रकार कहां हैं... (२) मंदिर-मस्जिद ठीक हैं लेकिन स्वास्थ्य और रोज़गार... Hindi · गीत 28 Share Shekhar Chandra Mitra 17 Sep 2024 · 1 min read हर चेहरा लहूलुहान है हर चेहरा लहूलुहान है अब तो दहशत में जान है... (१) हुक्मरान का अवाम से कैसा बर्बर इंतकाम है... (२) गौतम-नानक का तो नहीं यह किसका हिंदुस्तान है... (३) जीना... Hindi · गीत 26 Share Shekhar Chandra Mitra 17 Sep 2024 · 1 min read यह देश भी क्या कोई देश है? देखो ये दिन-रात के झगड़े ज़ात के झगड़े पात के झगड़े यह देश भी क्या कोई देश है... (१) ये भाषा और प्रांत के झगड़े कबीले और खाप के झगड़े... Hindi · गीत 42 Share Shekhar Chandra Mitra 17 Sep 2024 · 1 min read काल बली है काल बली है एक खली है... (१) इसके आगे किसकी चली है... (२) कुछ कांटों में हर कली है... (३) शोर इसी का गली-गली है... (४) इसकी लौ में दुनिया... Hindi · गीत 54 Share Shekhar Chandra Mitra 17 Sep 2024 · 1 min read सब कुछ ठीक है समाज में ऊंच-नीच है जात-पात का कीच है बाक़ी सब कुछ ठीक है... (१) सारी ठगी के बावजूद आरक्षण एक भीख है बाक़ी सब कुछ ठीक है... (२) जो जितना... Hindi · गीत 49 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Aug 2024 · 1 min read संविधान के पहरेदार संविधान के पहरेदार कहां हैं लोकतंत्र के चौकीदार कहां हैं... (१) जो छिपे हुए सच सामने लाएं ऐसे साहसी पत्रकार कहां हैं... (२) मंदिर-मस्जिद ठीक हैं लेकिन स्वास्थ्य और रोज़गार... Hindi · गीत 48 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Aug 2024 · 1 min read हम तो हैं इंसान के साथ न हिंदू न मुसलमान के साथ हम तो हैं इंसान के साथ... (१) चाहे इसे एक कुफ्र कहो चाहे कहो इसे कोई पाप न अल्लाह न भगवान के साथ हम... Hindi · गीत 39 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Jul 2024 · 1 min read जंगल बचाओ जंगल होता है धरती का ज़ेवर बचाओ, बस्तर बचाओ पेड़ों के बिना मिट्टी होगी बंजर बचाओ, बस्तर बचाओ... (१) हमने दिल में तुम्हें बसाया है अपने गले से तुम्हें लगाया... Hindi · गीत 95 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Jul 2024 · 1 min read अंधेरी रात माना कि रात अंधेरी है सुबह होने में देरी है फिर भी दीया जलाए जा आंधी में जगमगाए जा... (१) माना कि रूत अनेरी है बहार आने में देरी है... Hindi · गीत 81 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Jul 2024 · 1 min read ज़माने के ख़िलाफ़ मेरा-तुम्हारा प्यार है ज़मानों के ख़िलाफ़ हर तरफ़ तलवार है दीवानों के ख़िलाफ़... (१) कत्ले-लैला-मजनूं के इस बर्बर समाज में कौन उठाये आवाज़ हैवानों के ख़िलाफ़... (२) कहें भी तो... Hindi · गीत 62 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Jul 2024 · 1 min read आवारा आवारा और बदनाम सही टूटा हुआ एक जाम सही ऐ दुनिया तुम्हारी नज़रों में मैं पूरी तरह नाकाम सही... (१) मैं करता हूं ऐसी शायरी जिसकी न कोई पूछताछ पढ़ने-लिखने... Hindi · गीत 72 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Jul 2024 · 1 min read निर्गुण क्या लेकर तू आया था क्या लेकर तू जाएगा झूठे माया मोह में फंसके हीरा जनम गंवाएगा... (१) खाली हाथ तू आया था खाली हाथ ही जाएगा हाथी-घोड़ा महल अटारी... Hindi · गीत 70 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Jul 2024 · 1 min read अपना अपना भारत उसे छू भी नहीं सकता तू लगा ले जितना ज़ोर तेरा भारत कुछ और है मेरा भारत कुछ और... (१) तेरे भारत में राजनेता मेरे भारत में कलाकार आज तेरा... Hindi · गीत 63 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Jul 2024 · 1 min read सिरफिरा आशिक़ तो तुम यही अब काम करोगे मुझे दुनिया में बदनाम करोगे याद रखेंगी सात पीढ़ियां जिसे मेरा इतना बुरा अंज़ाम करोगे... (१) जिसके लिए खाई थी तुमने कभी जीने-मरने की... Hindi · गीत 85 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Jul 2024 · 1 min read जा लिख दे आसमान पे जा लिख दे आसमान पे अब तू मेरा पैग़ाम ये... (१) ज़िंदा इंसान बेहतर है पत्थर के भगवान से... (२) कोई मत छेड़छाड़ करे भारत के संविधान से... (३) हिल... Hindi · गीत 69 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Jul 2024 · 1 min read व्यर्थ जीवन हाय, पूरी तरह असमर्थ निकला यह जीवन भी व्यर्थ निकला... (१) कुछ गीत लिखे मैंने आंसुओं से उनका न कोई अर्थ निकला... (२) जब-जब तोड़ा गया मेरे दिल को इसके... Hindi · गीत 49 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Jul 2024 · 1 min read कलम और किताब की लड़ाई मूर्दों के इस देश में इंकलाब की ये लड़ाई है कलम और किताब की... (१) चुनी हुई चुप्पियों के इस दौर में गूंगे अवाम की एक आवाज़ की... (२) जाहिलों... Hindi · गीत 51 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Jul 2024 · 1 min read मूर्दों का देश ऐ चांद, रहना गवाह मूर्दों के इस देश में कितने दिल हुए तबाह मूर्दों के इस देश में... (१) सब कुछ यहां जायज़ हत्या से बलात्कार तक मुहब्बत है एक... Hindi · गीत 40 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Jun 2024 · 1 min read बंदर के हाथ में उस्तरा बंदर के हाथ में उस्तरा है यह सबके लिए ख़तरा है... (१) जब तक है गोदी मीडिया तब तक देश में कचरा है... (२) मैं जनता को क्या दोष दूं... Hindi · गीत 44 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Jun 2024 · 1 min read अकेला रह गया शायर चाहा था जिसे कभी उसने अपनी आख़िरी ख्वाहिश की तरह उसकी ज़िंदगी हुई किसी और की आज अकेला रह गया शायर... (१) माना था जिसे कभी उसने अपने आप से... Hindi · गीत 1 56 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Jun 2024 · 1 min read शाम, छत और लड़की ये शाम हो जाएगी सिंदूरी बस एक बार छत पर तुम आओ... (१) हवाओं में ख़ुशबू घुल जाएगी भींगी हुई ज़ुल्फें तो लहराओ... (२) बिल्कुल जी उठेंगे गीत मेरे फ़ुर्सत... Hindi · गीत 40 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Jun 2024 · 1 min read प्यार अगर है तुमको मुझसे वादा करो तुम मुझसे आज नया साथी ढूंढोगी मेरे बाद पिछले दिनों को करके याद क्या करना ख़ुद को बर्बाद... (१) किसी बात का नहीं मलाल रखोगी अपने आपको खुश-हाल... Hindi · गीत 55 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Jun 2024 · 1 min read चीख को लय दो आख़िर ऐ मेरे दोस्त मासूम कब तक बैठोगे ऐसे गुमसुम... (१) अपनी चीखों को एक लय दो और अपनी आहों को एक धुन... (२) पूरी तरह नाकाम होकर भी बहुत... Hindi · गीत 52 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Jun 2024 · 1 min read एक दुआ बस ज़िंदगी का जश्न हो मौत का तमाशा न हो किसी बाप के कांधे पर बेटे का जनाजा न हो... (१) चारों तरफ़ गूंजती रहें बच्चों की किलकारियां छा जाए... Hindi · गीत 43 Share Shekhar Chandra Mitra 16 Jun 2024 · 1 min read उठ कबीरा छपता नहीं अख़बार में क्या चल रहा सरकार में उठ कबीरा, तेरी दुल्हनिया हाय, लुटे बीच बाज़ार में... (१) अपने देश और समाज की कितनी बदनामी हो रही तू ख़ुद... Hindi · गीत 61 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Jun 2024 · 1 min read बदल रही है ज़िंदगी चल रही है ज़िंदगी बदल रही है ज़िंदगी ठोकरें खाती हुई संभल रही है ज़िंदगी... (१) तख्त और ताज की रस्म और रिवाज़ की सारी हदों को लांघकर निकल रही... Hindi · गीत 45 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Jun 2024 · 1 min read इंकलाब की मशाल मशालें उठ चुकी हैं अब मशालें जल चुकी हैं अब... (१) अंधेरों को ख़बर कर दो मशालें चल चुकी हैं अब... (२) तूफानों से लड़ने को मशालें तुल चुकी हैं... Hindi · गीत 62 Share Page 1 Next