Shekhar Chandra Mitra Language: Hindi 3940 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 62 Next Shekhar Chandra Mitra 2 Sep 2021 · 1 min read अद्वितीय कवि जो लोग किया करते हैं वह मुझे नहीं करना जैसे लोग जिया करते हैं वैसे मुझे नहीं जीना... (१) अपनों और गैरों को सिर्फ़ दिखाने के लिए जो लोग बना... Hindi · गीत 436 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Sep 2021 · 1 min read प्रमाणिक व्यक्तित्व जितना सच है उतना कहूंगा! जितना ठीक है उतना करूंगा!! मैं जो कल था वही आज़ हूं और इंशाअल्लाह यही कल रहूंगा!! #Geetkar Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 200 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Sep 2021 · 1 min read इतिहास से शिक्षा कट्टरपंथ ख़तरनाक है चाहे वह हिंदू हो या मुस्लिम! पोंगापंथ ख़तरनाक है चाहे वह हिंदू हो या मुस्लिम!! इस देश या समाज की शांति और व्यवस्था के लिए! पुरातनपंथ ख़तरनाक... Hindi · कविता 1 1 371 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Sep 2021 · 1 min read मानवता सबसे पहले दुनिया को नर्क होने से बचाना ही होगा हमें! दुनिया को भ्रष्ट होने से बचाना ही होगा हमें!! राजनीति, धर्म और पूंजिवाद की साज़िश से! दुनिया को नष्ट होने से... Hindi · कविता 1 1 351 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Sep 2021 · 1 min read देश का दुर्भाग्य अगर भगतसिंह बच गए होते! ज़ुल्मत के दिन लद गए होते!! अफ़ीम के नशे में सोए हुए सारे मजलूम जग गए होते!! Hindi · कविता 1 1 174 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Sep 2021 · 1 min read सार्थक लेखन जिसका कोई न कोई मतलब हो! जिसका कोई न कोई मक़सद हो!! कम ही लिखो लेकिन ऐसा लिखो जिसकी कोई न कोई बरकत हो!! Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 1 1 258 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Sep 2021 · 1 min read राष्ट्रीय संपत्ति इसे नुक़सान पहुंचाए जाने से बचाएं! इसे नीलाम चढ़ाए जाने से बचाएं!! राष्ट्रीय संपत्ति तो आपकी संपत्ति है! इसे सरेआम लुटाए जाने से बचाएं!! Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 1 446 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Sep 2021 · 1 min read विपक्ष की भूमिका में कवि एक तीर चढ़ी कमान-सी तनी हुई है! अब तो कविता ही विपक्ष बनी हुई है!! खाकी या खादी से इतनी मुझे है घृणा क्योंकि मानवीय रक्त से यह सनी हुई... Hindi · कविता 284 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Sep 2021 · 1 min read विचार और व्यवहार मन की बात-बहुत करते हो! कभी वतन की-बात भी कर लो!! सूख गया जो-भरे सावन में उस चमन की-बात भी कर लो!! हमारे भारत-को विश्व गुरु कौन ये कहता-तुम न... Hindi · कविता 2 1 253 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Sep 2021 · 1 min read इंसान कहां है? राम-रहीम तो ठीक है लेकिन काम कहां है? हमारे खून और पसीने का दाम कहां है? तुम बाभन, मैं दलित, यह आदिवासी, वह पिछड़ा इस जाति-वर्ण की भीड़ में इंसान... Hindi · कविता 1 475 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Aug 2021 · 1 min read रिनेसां की ज़रूरत क्या विश्वगुरु बनने की यही हैं आपकी तैयारियां! झुक जाता है सिर शर्म से देख कर ऐसी कारगुजारियां!! आप तो जिल्लेइलाही हैं कैसे इतना भी पता नहीं! हो जाती हैं... Hindi · कविता 155 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Aug 2021 · 1 min read दिल से दिल तक शेरों और गीतों की यह राह दिल तक पहुंचेगी! हक़ और आज़ादी की यह चाह दिल तक पहुंचेगी!! चाहे इसमें थोड़ी देर हो कुछ उलट और फेर हो! जो आह... Hindi · कविता 291 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Aug 2021 · 1 min read गुनाह कबूल इससे पहले कि तख्त हिल जाए! बेहतर यही कि ज़ख्म सिल जाए!! वे अपने गुनाह कबूल कर लें! शायद उन्हें माफ़ी मिल जाए!! Hindi · कविता 177 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Aug 2021 · 1 min read देश की बर्बादी का कारण सांप्रदायिक राजनीति ने ही इस देश का बंटाधार किया है! दुनिया में हमारी इज़्ज़त को बुरी तरह तार-तार किया है!! कभी भारत-पाकिस्तान तो कभी हिंदू-मुस्लिम के नाम पर! अनगिनत बेकसूर... Hindi · कविता 297 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Aug 2021 · 1 min read डायवर्ट एंड रूल मंदिर-मस्जिद के जाल में हरगिज़ नहीं फंसना हमें! हिंदू-मुसलमान की चाल में हरगिज़ नहीं फंसना हमें!! हमारे रास्ते तो गुजरते हैं विश्व-विद्यालयों से होकर! भारत-पाकिस्तान के हाल में हरगिज़ नहीं... Hindi · कविता 173 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Aug 2021 · 1 min read वजूद की लड़ाई मुश्किल में हैं दरिया! और ख़तरे में हैं जंगल!! देर तक चलेगा दंगल!!! Shekhar Chandra Mitra Hindi · हाइकु 431 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Aug 2021 · 1 min read सुविधाभोगी बुद्धिजीवी छिनने दो ज़मीनें! कटने दो जंगल!! तुम मनाओ मंगल!!! Hindi · हाइकु 269 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Aug 2021 · 1 min read राजसिंहासन डोलता है! किस शिद्दत से मेरे शेरों में दर्द-ए-जमाना बोलता है! मैं उठाता हूं जैसे ही क़लम राजसिंहासन डोलता है!! इल्ज़ाम हुआ है यह आइद एक इंकलाबी शायर पर! अपनी नज़्मों से... Hindi · कविता 188 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Aug 2021 · 1 min read क़िस्मत या साज़िश? वे हंसते हैं हम रोते हैं! हम जागते हैं वे सोते हैं!! क़िस्मत है या साज़िश यह! वे पाते हैं हम खोते हैं!! Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 190 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Aug 2021 · 1 min read मैं अख़बार नहीं पढ़ता! आख़िर अखबारों में क्या रहता! झूठ, लूट, नफ़रत और हिंसा!! पढ़ने के लिए किताबें बहुत हैं! मैं कभी अख़बार नहीं पढ़ता!! Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 190 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Aug 2021 · 1 min read आपातकालीन पत्रकार देश के हर एक शिक्षित नागरिक को आपातकालीन पत्रकार बनना होगा! आखिर दूसरों का मुंह कबतक ताकेंगे अब तो हमें ही जिम्मेदार बनना होगा!! मेन स्ट्रीम मीडिया ने तो सरकार... Hindi · कविता 214 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Aug 2021 · 1 min read प्रमाणिक बुद्धिजीवी मजलूमों के साथ जिसे खड़ा देखो! उसे ही दानिश्वर तुम बड़ा समझो!! महरूमों के साथ जिसे खड़ा देखो! उसे ही दानिश्वर तुम बड़ समझो!! सेफ़्टी ज़ोन से जो बाहर आकर!... Hindi · कविता 390 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Aug 2021 · 1 min read लोकतंत्र की धूरी हमने माना कि यह मजबूरी है! लेकिन बोलना बहुत ज़रूरी है!! अभिव्यक्ति की आज़ादी ही तो! एक ज़िंदा लोकतंत्र की धूरी है!! Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 277 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Aug 2021 · 1 min read गुलामी की आहट तो क्या हमारा देश अब ग़ुलाम हो चुका है! संसद से सड़क तक सब नीलाम हो चुका है!! मंत्री और संतरी की मिली-जुली साज़िश से! आम जनता पर ज़ुल्म खुलेआम... Hindi · कविता 183 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Aug 2021 · 1 min read साम्प्रदायिक घृणा हमें नहीं है यह भी इजाज़त! अपने लिए ढूंढें कोई राहत!! तालिबान का देशी माडल और भी शातिर और भी भयानक!! Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 154 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Aug 2021 · 1 min read रंग लाएगा लहू रंग लाएगा लहू! शाम होगी सुर्ख़-रू!! बचाएंगे किसी तरह देश की हम आबरू!! जब भी तुम्हारा दिल करे आज़मा लेना तुम हमें हम पूरी मुस्तैदी से खड़े मिलेंगे रू-ब-रू!! #Geetkar... Hindi · गीत 190 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Aug 2021 · 1 min read मेरा लक्ष्य अंबेडकर जैसे जीऊं और! भगतसिंह जैसे मैं मरूं!! एक मुद्दत से मेरे दिल की रही है यही एक आरज़ू!! Shekhar Chandra Mitra #FarmersProtest #freedomofspeech Hindi · कविता 192 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Aug 2021 · 1 min read जिम्मेदार नागरिक इतनी ऊंची डिग्रियां लेकर तुम्हें आखिर क्या करना! अगर सीखा ही नहीं तुमने अपने हक़ के लिए लड़ना!! ऐ मेरे देश के नौजवानों, चाहे डॉक्टर या इंजीनियर! तुम बनो या... Hindi · कविता 145 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Aug 2021 · 1 min read काबुलीवाला हमारी बचकानी क़ौम पर जब शबाब आएगा! हमारी बीमार नस्ल का जब इलाज आएगा!! मैं मुंतजिर हूं उस दिन का निहायत ही बेसब्री से! हमारे अभागे मुल्क में जब इंकलाब... Hindi · कविता 321 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Aug 2021 · 1 min read तमाशबीन जाओ-जाओ ऐ दुनिया वालों याद रखेंगे तुमको हरदम! तुम्हारा भी तो हाथ है कुछ जो आज ऐसे मजबूर हुए हम!! औरतें लूटती हैं तो लूटने दो बच्चे मरते हैं तो... Hindi · गीत 470 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Aug 2021 · 1 min read रोमांटिक शायरी ख़्वामख़ाह क्यों गिला करें हम अपना वक़्त ज़ाया करें... जो छोड़ गए-दिल तोड़ गए सदा ख़ुश रहें वो, दुआ करें... उनकी अगर कुछ बंदिशें तो हमारी भी कुछ मजबूरियां हैं... Hindi · कविता 147 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Aug 2021 · 1 min read खौफ़नाक मंज़र चारों तरफ़ है खौफ़ का आलम! बंदूक कहीं तो कहीं है बम!! बंद हैं दुनिया के दरवाज़े! जाएं तो अब जाएं कहां हम!! ना कोई हक़ ना कोई आज़ादी यहां... Hindi · कविता 148 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Aug 2021 · 1 min read बचा लो हमें एक सानेहा से गुज़र रहे हम अब धीरे-धीरे मर रहे हम... कुछ हुआ कुछ बाक़ी है ख़तरे में पूरी थाती है अपने अंज़ाम से डर रहे हम अब धीरे-धीरे मर... Hindi · गीत 344 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Aug 2021 · 1 min read तालिबानी सोच के ख़िलाफ़ फ़िर किस पर रोब जमाओगे? फिर किसको धौंस दिखाओगे? जब बस्ती मरघट बन जाएगी फ़िर किस पर हुक्म चलाओगे? #TalibanAttack #SaveAfganistan #ShekharChandraMitra Hindi · कविता 1 154 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Aug 2021 · 1 min read इंकलाबी शायर देश के मौजूदा हालात पर तू सचमुच अगर शर्मिंदा है तो! कोई रेंगने वाला कीड़ा नहीं, तू एक आज़ाद परिंदा है तो!! मज़हब का पर्दाफाश और सियासत को बेनकाब कर!... Hindi · कविता 453 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Aug 2021 · 1 min read तरक्कीपसंद शायरी ऐ भारत के मेहनतकशों, अब एक हो जाओ! फ़ैसले का वक़्त है यही सचेत हो जाओ!! ज़ुल्म और नाइंसाफी के निज़ाम के लिए! तुम इंकलाब के जिंदा संदेश हो जाओ!!... Hindi · कविता 464 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Aug 2021 · 1 min read नौजवानों से अपील तुम पर कोई ज़ुल्म हो रहा है तो उसका खुलकर एहतिजाज़ करो! उठ खड़े होंगे अनगिनत लोग एक बार दिल से आवाज करो!! इतनी-सी गुज़ारिश है मेरी अपने देश के... Hindi · कविता 1 151 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Aug 2021 · 1 min read एक सनक होनी चाहिए सच बोलने के लिए एक सनक होनी चाहिए! भेद खोलने के लिए एक सनक होनी चाहिए!! क़लम की नोक पर सत्ता के वज़न को बिल्कुल! ठीक तोलने के लिए एक... Hindi · कविता 2 177 Share Shekhar Chandra Mitra 28 Aug 2021 · 1 min read मेरा शाप उस सम्राज्यवाद का नाश हो! उस सामंतवाद का नाश हो!! जो मानव को यंत्र समझता है उस पूंजिवाद का नाश हो!! Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 167 Share Shekhar Chandra Mitra 28 Aug 2021 · 1 min read भविष्य के ख़तरे हम अगर उट्ठे नहीं तो सत्यानाश हो जाएगा! लोकतंत्र नहीं बचेगा, सर्वनाश हो जाएगा!! वही भय जो हमें कुछ कहने नहीं देता खुलके अगली पीढ़ी के लिए गलफांस हो जाएगा!!... Hindi · कविता 180 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Aug 2021 · 1 min read प्रेम-प्रस्ताव जब कोई तुम्हें बहुत अच्छा लगा! तुमने उसे आय लव यू कह दिया!! कोई इतनी छोटी-सी बात के लिए! किसी को ऐसी सजा देता है क्या!! Hindi · कविता 137 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Aug 2021 · 1 min read मंथन आख़िर हममें कहां कमी रह गई कि हमारे देश की ऐसी आज हालत हुई अपनी गल्तियों को ढ़ांकना छोड़कर क्यों न सुधार लाएं हम उनमें अभी! #SelfCriticism Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 151 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Aug 2021 · 1 min read घृणा का उत्तर प्रेम से पहले के कट्टरपंथ का उत्तर दूसरे का कट्टरपंथ नहीं, उदारता है! पहले के पोंगापंथ का उत्तर दूसरे का पोंगापंथ नहीं, प्रगतिशीलता है! पहले के पुरातनपंथ का उत्तर दूसरे का पुरातनपंथ... Hindi · कविता 129 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Aug 2021 · 1 min read धार्मिक कट्टरवाद मुस्लिम कट्टरपंथ को हिंदू कट्टरपंथ से या हिंदू कट्टरपंथ को मुस्लिम कट्टरपंथ से हराया ही नहीं जा सकता। दोनों में से जो भी जीतना चाहता है, उसे प्रगतिशील होना पड़ेगा!... Hindi · कविता 195 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Aug 2021 · 1 min read कुछ बेहतर कर ले इससे पहले कि तुझे इतिहास के कूड़ेदान में फेंक दिया जाए, कुछ बेहतर कर ले! Hindi · मुक्तक 223 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Aug 2021 · 1 min read ज़िंदा सवाल हम कल भी सवाल करते थे! हम आज भी सवाल करते हैं!! और जिंदा रहे तो देखना हम कल भी सवाल करेंगे!! Hindi · मुक्तक 186 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Aug 2021 · 1 min read बुद्धिजीवी वर्ग की तटस्थता जब भारत एक बहुत बुरे दौर से गुजर रहा था! तो हमारा पढ़ा-लिखा तबका क्या कर रहा था!! आने वाली नस्लें यही पूछकर शर्मिंदा करेंगी तुम जिंदा कैसे रह गए... Hindi · कविता 184 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Aug 2021 · 1 min read सामना अब चाहे जीना है या मरना है! लेकिन उनका सामना करना है!! हर कीमत पर हर हाल में उनसे हमें अपने ही ढ़ंग से लड़ना है!! Hindi · कविता 165 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Aug 2021 · 1 min read हमारेे पूर्वज सुन सको तो सुन लो तुम कान खोलकर यह आज! मजदूर और किसान हैं हमारे पूर्वज या अजदाद!! हमारे नायक और आदर्श भगतसिंह और आम्बेडकर! ना कोई धर्मगुरु ना कोई... Hindi · कविता 207 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Aug 2021 · 1 min read हिटलर की वापसी एक नए रूप में एक नए रंग में! हिटलर लौटा है एक नए ढ़ंग में!! दंगे-फसाद से काम न बना तो झोंक देगा वह देश को ज़ंग में!! Shekhar Chandra... Hindi · कविता 220 Share Previous Page 62 Next