*प्रणय* 3785 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 62 Next *प्रणय* 2 Apr 2023 · 1 min read फटे रह गए मुंह दुनिया के, फटी रह गईं आंखें दंग। फटे रह गए मुंह दुनिया के, फटी रह गईं आंखें दंग। मुंह काला करते उजियारे, देखो आज अंधेरे संग।। ■ प्रणय प्रभात ■ Quote Writer 1 376 Share *प्रणय* 2 Apr 2023 · 1 min read पहले नामकरण पहले नामकरण "कुलगुरु" करते थे। अब "गुरु-घंटाल" करते हैं। 👌प्रणय प्रभात👌 Quote Writer 1 278 Share *प्रणय* 2 Apr 2023 · 1 min read ■नाम परिवर्तन■ ■नाम परिवर्तन■ जिसे "सीधी-सपाट भाषा" में "भीख या ख़ैरात" कहते हैं, उसे धूर्त सियासत "सामाजिक क्रांति" कहती है। ★प्रणय प्रभात★ Quote Writer 1 173 Share *प्रणय* 2 Apr 2023 · 1 min read ■ आज का मुक्तक... ■ मुक्तक का मन्तव्य... हार को जीत में बदलने का मंत्र है हताशा के विरुद्ध एक मीठी सी मुस्कान या ज़ोरदार ठहाका। जो जीते हुए को जीत के बाद भी... Hindi · नुस्खा · मुक्तक 1 446 Share *प्रणय* 2 Apr 2023 · 4 min read ■ प्रसंगवश :- #प्रसंगवश :- ■ प्रत्यूषा से आकांक्षा तक 【प्रणय प्रभात】 महज 24 और 25 वर्ष की कमसिन उम्र....सही समय पर मिले अवसर के बलबूते अर्जित लोकप्रियता....प्रतिभा और सौंदर्य के संगम के... Hindi · आलेख · चिंता और चिंतन · जीवन दर्शन · प्रसंगवश · सम सामयिक 1 289 Share *प्रणय* 2 Apr 2023 · 1 min read ■ 100% तौहीन... ■ महज एक जुमला... आज की तारीख़ में "गंगा-जमुनी तहज़ीब" की बात करना गंगा और जमुना दोनों की तौहीन है। इसके सिवाय और कुछ नहीं। 【प्रणय प्रभात】 Hindi · आज का विचार · आज का सवाल · चिंता और चिंतन 1 174 Share *प्रणय* 2 Apr 2023 · 1 min read ज़ईफ़ी में ग़रचे दिमाग़ी तवाज़ुन, सलामत रहे तो समझ लीजिएगा। ज़ईफ़ी में ग़रचे दिमाग़ी तवाज़ुन, सलामत रहे तो समझ लीजिएगा। उमर भर इबादत जो की थी मुसलसल, इबादत ही थी वो, दिखावा नहीं था।। 😊प्रणय प्रभात😊 Quote Writer 1 391 Share *प्रणय* 1 Apr 2023 · 1 min read ■ शेर #शेर ■ आडम्बर क्यों...? ऊपर वाला सर्वत्र है और सर्वज्ञ भी। जिस दिन इस सच को समझ जाएंगे, पाखण्ड से पीछा छूट जाएगा। 【प्रणय प्रभात】 Hindi · भक्ति कुंडलिया · शेर 1 520 Share *प्रणय* 1 Apr 2023 · 1 min read ■ शेर ■ आज का शेर... वक़्त हर चेहरे पर चढ़ी परत उतारने का माद्दा रखता है। भले ही वो स्वाभाविक हो या बनावटी। 【प्रणय प्रभात】 Hindi · शेर 1 160 Share *प्रणय* 1 Apr 2023 · 1 min read ■ लघुकथा / सौदेबाज़ी #लघुकथा ■ सोचिए ! फ़र्क़ क्या...? 【प्रणय प्रभात】 "इसे साल भर मेहनत से पाल-पोस के मेमने से बकरा बनाया है जनाब! माल खिलाया है माल। ऐसे ही नहीं चढ़ी है... Hindi · कटाक्ष · दुनियां दारी · लघु कथा · लघुव्यंग्य · सम सामयिक 1 396 Share *प्रणय* 1 Apr 2023 · 1 min read ■ अप्रैल फ़ूल #लघु_व्यंग्य / #अप्रैल_फुल ■ जी हाँ! मैं मूर्ख हूँ...!! 【प्रणय प्रभात】 "जी हाँ! आज मेरा दिन है। क्योंकि,,,,मैं मूर्ख हूँ। मूर्ख हूँ तभी तो, कड़वी हक़ीक़तों को सपना समझता हूँ,... Hindi · दिवस विशेष · लघुव्यंग्य 1 163 Share *प्रणय* 31 Mar 2023 · 1 min read "चुनावी साल" "चुनावी साल" न रंगों का, न पतंगों का और न उमंगों का। केवल दंगों, जंगों, लफंगों और भुजंगों का।। 😢प्रणय प्रभात😢 Quote Writer 1 251 Share *प्रणय* 31 Mar 2023 · 1 min read चुनावी साल का चुनावी साल का "दूसरा ज़िंदा शहीद" बनने के जुगाड़ में "झाड़ू देहलवी?" ■प्रणय प्रभात■ Quote Writer 1 146 Share *प्रणय* 31 Mar 2023 · 1 min read लाखों करोड़ रुपए और 400 दिन बर्बाद करने के बाद भी रहे वो ही। लाखों करोड़ रुपए और 400 दिन बर्बाद करने के बाद भी रहे वो ही। "पुत्तन के पुत्तन।" भली क्या हुई.....?? ■प्रणय प्रभात■ Quote Writer 1 271 Share *प्रणय* 31 Mar 2023 · 1 min read "थामता है मिरी उंगली मेरा माज़ी जब भी। "थामता है मिरी उंगली मेरा माज़ी जब भी। मैं ख़यालात के बीहड़ में भटक जाता हूँ।।" ■प्रणय प्रभात■ Quote Writer 1 144 Share *प्रणय* 31 Mar 2023 · 1 min read जिसे पश्चिम बंगाल में जिसे पश्चिम बंगाल में "हिंसा" माना जाता है उसे गुजरात और महाराष्ट्र में "सांस्कृतिक कार्यक्रम" कहते हैं शायद...? 😢प्रणय प्रभात😢 Quote Writer 1 227 Share *प्रणय* 31 Mar 2023 · 1 min read ■ सीधी-सपाट... #खरी_खरी... ■ नियति और नीयत...! "पत्थर बरसाना" किसी की "परिस्थितिजन्य मजबूरी"माना जा सकता है। मगर उन्हें "पहले से जुटा कर रखना" और कुछ नहीं, "कुत्सित मंशा" के सिवाय। ऊपर वाला... Hindi · खरी खरी · चिंता और चिंतन · मौजूदा हालात · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 191 Share *प्रणय* 31 Mar 2023 · 4 min read #अनंत_की_यात्रा_पर #अनंत_की_यात्रा_पर ■ सास : ससुराल में अंतिम आस 【प्रणय प्रभात】 वैसे तो हर रिश्ते का अपना बजूद है। अपनी अलग अहमियत भी। बावजूद इसके "सास" का रिश्ता हर दामाद के... Hindi · आलेख · श्रद्धांजलि · संवेदना · संस्मरण 2 228 Share *प्रणय* 30 Mar 2023 · 1 min read ■ अवतरण पर्व ■ अवतरण पर्व ◆आस्थामय/काव्यात्मक अभिनंदन◆ 【प्रणय प्रभात】 "वो चैत्र माह का शुक्ल पक्ष, माँ कौशल्या का शयन कक्ष। राजा दशरथ की अवधपुरी, पावन श्रद्धा की बनी धुरी। ग्रह वार लगन... Hindi · कविता · धर्म · धर्म संस्कृति · मंगलकामनाएं 1 211 Share *प्रणय* 30 Mar 2023 · 1 min read ■ मंगलमय हो प्राकट्य दिवस #शुभ_दिवस ■ प्राकट्य पर्व मंगलमय हो अखिल कोटि ब्रह्मांड नायक, मर्यादा पुरुषोत्तम, रघुवंश-शिरोमणि, लोक आराध्य प्रभु श्रीराम जी के अवतरणोत्सव पर समस्त सनातनी आस्थावानों को आत्मीय शुभकामनाएं व हार्दिक बधाई।... Hindi · पर्व · मंगलकामनाएं 1 373 Share *प्रणय* 29 Mar 2023 · 1 min read "जाने कितना कुछ सहा, यूं ही नहीं निखरा था मैं। "जाने कितना कुछ सहा, यूं ही नहीं निखरा था मैं। कल ज़मीं बतलाएगी, किस-किस जगह बिखरा था मैं।।" 😊प्रणय प्रभातY😊 Quote Writer 2 2 500 Share *प्रणय* 29 Mar 2023 · 1 min read "एक भगोड़ा" "एक भगोड़ा" 80 हज़ार जवान 1 लाख 60 हज़ार समर्थक 130 करोड़ तमाशबीन और सशक्त मुल्क़। ★शाब्बास★ 👌प्रणय प्रभात👌 Quote Writer 1 361 Share *प्रणय* 29 Mar 2023 · 2 min read #लघुकथा #लघुकथा ■ स्पेशल बर्फी... 【प्रणय प्रभात】 कम से कम आठ से दस दिन पुरानी होंगी वो दस तरह की मिठाइयां। वज़न में लगभग 30-35 किलो के आसपास। इनमें बासी पेड़े,... Hindi · लघुकथा · लघुव्यंग्य · हास परिहास 1 262 Share *प्रणय* 29 Mar 2023 · 1 min read ■ बड़ा सवाल #दोहा.. ■ सवाल के साथ... चहेतों को तो कोई भी पोषित और लाभान्वित कर देगा। उनकी मदद कौन करेगा, जो इस श्रेणी में नहीं आते। ना सत्ता के, ना संगठन... Hindi · आज का सवाल · दोहा · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 2 275 Share *प्रणय* 29 Mar 2023 · 1 min read ■ चलते रहो... #आज_का_मुक्तक ■ चलना पड़ता है... दिल न चाहे तो भी। कभी अपने तो कभी अपनों के लिए। कभी शौक़ से तो कभी मजबूरी में। यही जीवन की नीति और जगत... Hindi · जीवन · मुक्तक 2 473 Share *प्रणय* 29 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का दोहा एक बालक अपनी माँ से और कुछ नहीं चाहता, सिर्फ़ दुलार के। माँ साथ है तो सब साथ हैं। जय माता दी।। 【प्रणय प्रभात】 Hindi · दोहा · भक्ति 1 429 Share *प्रणय* 29 Mar 2023 · 1 min read ■ शुभकामनाएं... ■ वंदन-अभिनंदन जगत-जननी माँ जगदम्बा के समस्त भक्तजनों को चैत्री नवरात्र महोत्सव के अंतर्गत श्री दुर्गाष्टमी महापर्व की मोदपूर्ण मंगलकामनाएं। मातारानी आपके समस्त मनोरथ पूर्ण करते हुए आप पर अपना... Hindi · पर्व · बधाई · शुभकामनाएं 1 192 Share *प्रणय* 28 Mar 2023 · 1 min read #लघु_व्यंग्य #लघु_व्यंग्य ■ शादी के बाद ढेर... 【प्रणय प्रभात】 "एक शेर था। बड़ा ज़िद्दी, क्रोधी और अकडेल था। किसी से सीधे मुंह बात करना, उसकी शान के खिलाफ़ था। माँ-बाप तक... Hindi · लघुकविता · लघुव्यंग्य 1 397 Share *प्रणय* 28 Mar 2023 · 1 min read ■ लघुकथा... #लघुकथा ■ बाहर नहीं जाऊंगा मैं...! 【प्रणय प्रभात】 बरसों पहले दूरदर्शन पर एक विज्ञापन आता था। जिसमें एक बच्चा उछल-उछल कर गाता था- "एशेल वर्ल्ड में रहूंगा मैं। घर नहीं... Hindi · लघुकथा · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 266 Share *प्रणय* 28 Mar 2023 · 1 min read Gone Gone A"मृतपाल" को ज़िंदा पकड़ पाना, मुमकिन ही नहीं नामुमकिन है। ★अमृतकाल का नया डायलॉग★ 😊प्रणय प्रभात😊 Quote Writer 1 127 Share *प्रणय* 28 Mar 2023 · 3 min read #जंगल_में_मंगल #जंगल_में_मंगल ■ दिन में तीन रूप बदलती स्वयंभू प्रतिमा 【प्रणय प्रभात】 चैत्र माह की चमचमाती धूप में चिलचिलाती घरती और उस पर पेट व घुटनों के बल दंडवत कर आगे... Hindi · आलेख · आस्था व माब्यताएँ · धर्म संस्कृति · स्पेशल रिपोर्ट 1 253 Share *प्रणय* 27 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का विचार ■ ख़ुद सोचिए... जहाँ अपने आपके ख़िलाफ़ बिगुल फूंक कर आपका बेंड बजाने पर आमादा हों, वहां ग़ैरों पर भरोसे की कितनी गुंजाइश बाक़ी रहती है?? 【प्रणय प्रभात】 Hindi · आज का विचार · आज की बात · कटाक्ष 1 580 Share *प्रणय* 27 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का मुक्तक #मुक्तक ■ सलीक़ा ज़िंदगी का.... जीवन केवल हलचल नहीं सलीके का नाम है। सलीक़ा सिर्फ़ मुस्कुराने या ठहाका लगाने का नहीं, अपने दर्द और अश्क़ छिपाने का भी। ■प्रणय प्रभात■ Hindi · अश्क़ · मुक्तक · शायरी · सलीक़ा 2 447 Share *प्रणय* 27 Mar 2023 · 1 min read ■ प्रबुद्धों_के_लिए 😢 प्रतीकात्मक गीत :- ◆ हरियाती अमरबेल और सूखता पेड़◆ 【प्रणय प्रभात】 "कितनी गदगद है देखो कितना हर्षाती है। पेड़ सुखा कर अमरबेल कितना इतराती है।। ■ परजीवी है उसे... Hindi · गीत · प्रतीकात्मक गीत · मौजूदा हालात · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 247 Share *प्रणय* 27 Mar 2023 · 1 min read ■ समझ का अकाल ■ फ़र्क़ तो समझो... जो अंतर अंग्रेज़ी वर्णमाला के "जे" और "ज़ेड" में है, वही उर्दू के "ज" और "ज़" में है। यह बात उन सभी को समझनी चाहिए, जो... Hindi · कटाक्ष · भाषा ज्ञान · लघुव्यंग्य · सम सामयिक 1 303 Share *प्रणय* 27 Mar 2023 · 1 min read ■आज पता चला■ ■आज पता चला■ जहां सरकार चूक जाती है वहां "नामकरण की ठेकेदारी" इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ख़ुद अपने कंधों पर ले लेती है। जैसे- ●विकास दुबे मार्ग● 😊प्रणय प्रभात😊 Quote Writer 1 435 Share *प्रणय* 27 Mar 2023 · 1 min read 👌काहे का डर...?👌 👌काहे का डर...?👌 माफ़िया डॉन के उक्त तीन शब्द क्या उस झूठी मीडिया के मुंह पर करारा तमाचा नहीं, जो उसे "थर-थर थर्राता" बताते आ रहे हैं लगातार...? ■प्रणय प्रभात■ Quote Writer 1 419 Share *प्रणय* 27 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का दोहा... ■ मन्तव्य अब बारह महीने गूंजने वाला राग बन चुका है राग-दरबारी। जो चुनावी काल मे और उबाल पर आ जाता है। वैसे भी वैशाख का महीना पास है। ऐसे... Hindi · कटाक्ष · दोहा · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 530 Share *प्रणय* 27 Mar 2023 · 1 min read ■ आज की ग़ज़ल #ग़ज़ल- ■ इंतज़ार की हद है ना...? 【प्रणय प्रभात】 ★बे-शुमार की हद है ना? हर विचार की हद है ना? ★ पथराई ऑंखें दर पे। इंतज़ार की हद है ना?... Hindi · Gazal ग़ज़ल · शायरी · हद 1 218 Share *प्रणय* 26 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का मुक्तक #मुक्तक... ■ बोलते हैं खंडहर... दूर रहिए और दूर से ही गुज़र जाइए। जर्जर दीवारें मामूली सी आहट से भी धराशायी हो जाती हैं अक़्सर।। ■ प्रणय प्रभात ■ Hindi · एहसास · दिल · दिल का पैगाम · भक्ति मुक्तक · शायरी 1 462 Share *प्रणय* 26 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का अनुरोध... #शेर ■ एक अनुरोध... चारदीवारी को दुनिया समझने का समय-विरुद्ध मुग़ालता पाले बैठे मानसिक बंदियों से एक छोटा सा समयोचित अनुरोध।। ■प्रणय प्रभात■ Hindi · आज का विचार · आज की बात · कटाक्ष · नेक सलाह 1 198 Share *प्रणय* 26 Mar 2023 · 1 min read ■ मौजूदा दौर... ■ यक़ीन मानिए... आज के दौर में बस दो तरह के लोग ही हँस सकते हैं। या तो पागल और दीवाने, या फिर वो जिन्हें ऊपर वाले ने अलग मिट्टी... Hindi · राजनीति · शेर · सम सामयिक · हालात · हिंदुस्तान 1 419 Share *प्रणय* 26 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का शेर #स्वानुभूत... ■ शाश्वत सच... अनुभव सदैव मुखर होता है। फिर चाहे वो कथन रूप में हो या लेखन रूप में। अनुभव चाह कर भी सतत मूक नहीं रह सकता। वह... Hindi · अनुभूत · विचार · शायरी उर्दू शायरी · शाश्वत · शेर 1 654 Share *प्रणय* 26 Mar 2023 · 1 min read #लघुकथा / #सम्मान #लघुकथा ■ ऑनलाइन सम्मान 【प्रणय प्रभात】 स्वयम्भू कविराज मांगीलाल कुबेर के व्हाट्सअप पर एक संदेश आया। संदेश दिल्ली की किसी विशुद्ध व्यावसायिक जेबी और फ़र्ज़ी साहित्यिक संस्था का था। संदेश... Hindi · खरी खरी · लघुकथा · लघुव्यंग्य · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 482 Share *प्रणय* 26 Mar 2023 · 1 min read ■ कहानी घर घर की.... ■ सीधी-सपाट... निस्संदेह "मंथरा" अविवाहित थी। इसके बाद भी वो अपने पीछे एक पूरा वंश छोड़ कर गई है। जो उसी के पद्चिह्नों पर चल रहा है त्रेता युग से... Hindi · कटाक्ष · खरी खरी · लघुव्यंग्य · सम सामयिक · सीधी बात 1 610 Share *प्रणय* 26 Mar 2023 · 1 min read ■ "बेमन" की बात... ■ आज की सलाह.... अगर नाम बदलने भर से होता हो समस्याओं और कुंठाओं का अंत। तो आज ही लीजिए एक और निर्णय तुरंत।। ★प्रणय प्रभात★ Hindi · कटाक्ष · नेक सलाह · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 191 Share *प्रणय* 26 Mar 2023 · 1 min read ■ आज की बातH ■ इस दौर में.... हल्के लोगों के बस की बात नहीं, वज़नदार बात कर पाना। हां, हल्की बात करने की योग्यता ज़रूर हासिल हो गई है वज़नदार लोगों को। ■प्रणय... Hindi · आज का विचार · आज की बात · सम सामयिक 1 338 Share *प्रणय* 26 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का दोहा... ■ सर्वोपरि है धैर्य..... पूज्य गोस्वामी तुलसीदास जी ने आपदा-काल में जिन्हें परखने की शिक्षा दी है, उनमें सबसे ऊपर धैर्य अर्थात धीरज है। यदि आप अपने धैर्य की परख... Hindi · आज का विचार · आज की बात · दोहा · धर्म संस्कृति · प्रेरणा 1 491 Share *प्रणय* 25 Mar 2023 · 1 min read ■ नया शब्द ■ ■ नया शब्द ■ तानाशाही का तो पता नहीं मगर देश हाल-फ़िलहाल "ताना-बाना-शाही" के चंगुल में ज़रूर है।। 😢प्रणय प्रभात😢 Quote Writer 1 386 Share *प्रणय* 25 Mar 2023 · 1 min read #लघु_कविता :- #लघु_कविता :- ■ चेहरा.....!! 【प्रणय प्रभात】 "भावों को पढ़ना सरल नहीं, कोई मत गढ़ना सरल नहीं। अनुमान लगाना मुश्किल है, अंतर तक जाना मुश्किल है। मन बस कुछ देर बदलता... Hindi · असलियत · चेहरा · जीवन सार · दुनियां · लघुकविता 1 210 Share Previous Page 62 Next