Sudhir srivastava Tag: कविता 1251 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Next Sudhir srivastava 13 Jun 2023 · 2 min read अमानवीय संवेदनाएं अमानवीय संवेदनाएं ******************* एक मनहूस खबर ने समूचे राष्ट्र को स्तब्ध कर दिया, तीन ट्रेनों के टक्कर में सबकुछ लहूलुहान हो गया। मंजिल पर सकुशल पहुंचने की उम्मीद अचानक धूलधूसरित... Hindi · कविता 49 Share Sudhir srivastava 13 Jun 2023 · 3 min read कैकेई और राम वनवास कैकेई और राम वनवास ************ सदियों से ही आम जनमानस केकेई के मांगे दो वरदानों में से एक को राम के चौदह वर्षों के वनवास का कारण मानता है पर... Hindi · कविता 1 207 Share Sudhir srivastava 12 Jun 2023 · 2 min read मतंग के राम का मिलन मतंग के राम का मिलन ****** कल भी तो मिलन था हमारा आभासी माध्यमों से तमाम अंजाने लोगों से पर आज आभासी दुनिया से आगे बढ़ते हुए आमने सामने मिलन... Hindi · कविता 1 85 Share Sudhir srivastava 8 Jun 2023 · 1 min read दौलत दौलत ***** धन दौलत जीवन की जरूरत है इससे भला किसे इंकार है, लेकिन संबंधों की दौलत को ठुकरा कर हम खुशहाल नहीं रह पाते चलते फिरते मशीन बन भटकते... Hindi · कविता 1 149 Share Sudhir srivastava 7 Jun 2023 · 1 min read स्मृति स्मृति -----+--0 स्मृतियों के झरोखों में जब हम झांकते हैं, तब में दिखते हैं बीते पलों की खट्टी मीठी झांकियां, हम खो जाते हैं उन झांकियों में जिसमें होती हैं... Hindi · कविता 2 137 Share Sudhir srivastava 1 Jun 2023 · 1 min read गौमाता को नमन गौ माता को नमन ********** हे गौमाता तुम्हें नमन करता हूँ शीष झुकाकर अभिनंदन करता हूँ। हे मैय्या हम सब उदंड होते जा रहे हैं तेरी उपेक्षा भी अब तो... Hindi · कविता 1 147 Share Sudhir srivastava 1 Jun 2023 · 2 min read राम दर्शन की लालसा राम दर्शन की लालसा ****************** राम जी को राम राम राम जी को प्रणाम। नमन करूँ अयोध्या भूमि को जहां राम जी का जन्म स्थान । मंद मंद बहती सरयू... Hindi · कविता 1 286 Share Sudhir srivastava 26 May 2023 · 1 min read जीवन जीवन ******* जीवन क्या है? महज मिट्टी है मात्र मुट्ठी भर जिसे ईश्वर ने सजाया, संवारा पंंचत्तवों से, सांस, प्राण भरकर ईश्वर के दूत , हलवाह हैं हम इस धरती... Hindi · कविता 1 181 Share Sudhir srivastava 25 May 2023 · 1 min read अनमोल प्रेम अनमोल प्रेम ************ जीवन में बस प्रेम ही अनमोल है बाकी सब की कीमत कुछ न कुछ जरूर है। प्रेम की कोई सीमा नहीं है प्रेम का कोई दायरा, कोई... Hindi · कविता 198 Share Sudhir srivastava 25 May 2023 · 1 min read पर्यावरण और हमारे पुरखे पर्यावरण और हमारे पुरखे ----------------------------------- घटते जल जंगल जमीन सिकुड़ते नदी नाले अस्तित्व खोती तलैया पेड़ पौधों की घटती संख्या, मिटती हरियाली कंक्रीट के जंगलों का बढ़ता कारवां कल कारखानों... Poetry Writing Challenge · कविता 3 1 219 Share Sudhir srivastava 23 May 2023 · 1 min read आतंकवाद आतंकवाद ********** समाज और देश दुनिया के लिए आज आतंकवाद नासूर बन गया है, संमूची दुनिया के लिए एक पहेली जैसा हो गया है। जितना इससे बचने का प्रयास हो... Hindi · कविता 2 165 Share Sudhir srivastava 23 May 2023 · 1 min read अपनी सुरक्षा खुद करो अपनी सुरक्षा खुद करो ******************* समय के साथ चलना सीखो अपनी सुरक्षा खुद से करना सीखो, औरों के भरोसे रहकर सुरक्षित रह सकोगे कब तक? इस बात का भी विचार... Hindi · कविता 1 180 Share Sudhir srivastava 23 May 2023 · 2 min read लू का प्रकोप लू का प्रकोप ************* आग उगलता सूर्य का रौद्र रूप जलती तपती गर्मी की प्रचंड आक्रोश झुलस रहे जनमन, पशु पक्षी, जीव जन्तु, पेड़ पौधे तपती,झुलसती धरती कराह रही है... Hindi · कविता 1 430 Share Sudhir srivastava 22 May 2023 · 1 min read बुजुर्गों की सेवा का पुण्य बुजुर्गो की सेवा का पुण्य ********************* जीवन में कुछ कीजिए या न कीजिए ये आपकी मनमर्जी है, मगर बुजुर्गों की सेवा सत्कार सम्मान खूब कीजिए। बुजुर्गो के साथ अपनी मनमानी... Hindi · कविता 1 187 Share Sudhir srivastava 21 May 2023 · 1 min read दादा का प्रिय पौत्र दादा का प्रिय पौत्र **************** दादा जिसके सबसे करीब होता है जिसके साथ वह सर्वाधिक खुश रहता है जिसके साथ अपने सारे दुख दर्द भूल जाता है जिसके लिए वह... Hindi · कविता 1 194 Share Sudhir srivastava 21 May 2023 · 3 min read कैकेई और राम वनवास कैकेई और राम वनवास ************ केकेई के दो वरदानों में से एक को जनमानस राम के चौदह वर्षों के वनवास का कारण मानता है पर उनकी विवशता को भला कौन... Hindi · कविता 1 321 Share Sudhir srivastava 21 May 2023 · 1 min read दर्द का रिश्ता दर्द का रिश्ता *********** दर्द का कोई रिश्ता नहीं होता रिश्ता जब दर्द देने लगता है तब वो रिश्ता दर्द का बन जाता है। जीवन का कड़वा सच जब हमारे... Hindi · कविता 1 202 Share Sudhir srivastava 16 May 2023 · 1 min read आभासी मित्रता आभासी मित्रता ************* मित्रता और आभासी मित्रता में बहुत अंतर नहीं होता क्योंकि मित्रता में पारदर्शिता और विश्वास का बड़ा महत्व होता है। आज के आधुनिक युग में जब लोगों... Hindi · कविता 1 188 Share Sudhir srivastava 16 May 2023 · 1 min read संतुलन संतुलन ******* जीवन के हर हिस्से में संतुलन जरूरी है ये हमारी मजबूरी नहीं हमारी निश्चिंतता के लिए भी जरूरी है बिना संतुलन के सब कुछ उलट पुलक हो जाता... Hindi · कविता 1 169 Share Sudhir srivastava 14 May 2023 · 1 min read वसुधैव कुटुंबकम् वसुधैव कुटुंबकम् ************************* यह खुद आप पर निर्भर है आपके अंतर्मन पर निर्भर है फैसला आपका है सोचना आपका काम है। कौन अपना कौन पराया यह जानने का कोई निश्चित... Hindi · कविता 1 63 Share Sudhir srivastava 13 May 2023 · 2 min read मातृ दिवस की विडंबना मातृदिवस की विडंबना ********************* आज मातृ दिवस है पर क्या यह विडंबना नहीं है? जो हमें मातृदिवस मनाना पड रहा है माँ की ममता का उपहास उड़ाना पड़ रहा है... Hindi · कविता 1 96 Share Sudhir srivastava 13 May 2023 · 2 min read रिश्तों का यथार्थ रिश्तों का यथार्थ *************** मन में इतनी उथल पुथल है उद्गिगनता इतनी कि सब गड्मगड् हो रहा आपस में, जो देखा अपनी आंखों से जो सुना अपने कानों से फिर... Hindi · कविता 56 Share Sudhir srivastava 12 May 2023 · 1 min read खुशी की वजह खुशी की वजह ************* खुशी की कोई वजह नहीं होती वजह समझनी पड़ती है वजह बनानी पड़ती है वजह खोजनी पड़ती है। ये हम पर निर्भर करता है कि हमें... Hindi · कविता 1 100 Share Sudhir srivastava 5 May 2023 · 2 min read अंतिम सत्य अंतिम सत्य *********** आखिर खुद पर खुदा बनने का इतना सनक क्यों सवार है? अपने धन दौलत पद कद रुतबे, दहशत, का इतना अभिमान क्यों है? अंत तो तुम्हारा भी... Hindi · कविता 1 130 Share Sudhir srivastava 1 May 2023 · 1 min read सुख दुख का साथी सुख दुख का साथी **************** सुख दुख का साथी हम किसे मानते हैं, कभी मां बाप भाई बहन परिवार, रिश्तेदार को अपना साथी समझते हैं या अपने जीवन साथी या... Hindi · कविता 1 155 Share Sudhir srivastava 30 Apr 2023 · 2 min read अतीत बन गया अतीत बन गया ---------------------- बड़े आत्मविश्वास से अपना डर सारी दुनिया को बताता था, सरकार से खतरा और मीडिया पर भरोसा जताता था सरकार हत्या कराना चाहती है मिट्टी में... Hindi · कविता 1 392 Share Sudhir srivastava 26 Apr 2023 · 2 min read वर्दी में भी इंसान है वर्दी में भी इंसान है **** हम भी इंसान है हमारे अंदर भी संवेदनाएं हैं हमारा भी घर परिवार है हमारे भी माँ बाप, भाई बहन बीवी बच्चे, परिवार रिश्तेदार... Hindi · कविता 1 163 Share Sudhir srivastava 25 Apr 2023 · 1 min read मानवीय मूल्यों का तमाशा मानवीय मूल्यों का तमाशा ************************* कौन कहता है कि मानवीय मूल्य संतोष लाते हैं, लाते भी होंगे मगर तब जब हम मानवीय मूल्यों का अपने जीवन में पालन करते होंगे।... Hindi · कविता 1 164 Share Sudhir srivastava 23 Apr 2023 · 2 min read धरती की पुकार धरती की पुकार ************** मेरे प्यारे बच्चों तुम सब इतना निर्दयी मत बनो, सिर्फ अपनी सुख सुविधा ही मत देखो मेरी पीड़ा को भी महसूस करो। मेरा अस्तित्व खतरे में... Hindi · कविता 1 97 Share Sudhir srivastava 23 Apr 2023 · 2 min read हे परशुराम जी हे परशुराम जी *********** हे जम्दग्नि रेणुका के लाल भगवान विष्णु के छठे अवतार धीर वीर अति क्रोधी,शूरवीर गौ भक्त संत प्रवर भक्ति और शक्ति के प्रतीक भृगुकुल नंदन, शिव... Hindi · कविता 1 305 Share Sudhir srivastava 17 Apr 2023 · 1 min read आत्मनिरीक्षण आत्मनिरीक्षण -------------------- आत्ममुग्धता छोड़िए और विचार संग आत्मचिंतन कीजिए ट आत्मनिरीक्षण भी कीजिए, अपने आसपास का वातावरण अपने मन की आंखों से देखिए खुद को खुदा या शहंशाह समझने की... Hindi · कविता 1 67 Share Sudhir srivastava 15 Apr 2023 · 1 min read दिवास्वप्न हो तुम दिवास्वप्न हो तुम ---------------------- कितने पास थे तुम कुछ दिन पहले तक अब तो दिवास्वप्न से लगते हो, क्या कहें हम तुम्हारी कारगुज़ारी पर संवाद नहीं रहा जब हमारे बीच... Hindi · कविता 78 Share Sudhir srivastava 15 Apr 2023 · 2 min read पक्षी और गर्मी गर्मी और पक्षी --------------------- एक बार फिर गर्मी कहर ढाने लगी है हम पक्षियों को रुलाने लगी है, दुनिया आधुनिकता के रंग में रंगी जा रही है पेड़ पौधे जंगल... Hindi · कविता 1 85 Share Sudhir srivastava 13 Apr 2023 · 2 min read समय की चाल, समय की चाल नीति नियत कर्म जिसका सौ प्रतिशत खराब है जिसके परिवार का हर सदस्य ही गुनहगार है जिसके आतंक का फैला साम्राज्य है जिसके गुर्गों की संख्या आखिर... Hindi · कविता 82 Share Sudhir srivastava 10 Apr 2023 · 1 min read श्री चित्रगुप्त जी भगवान प्रकटोत्सव विशेष (०६.०४.२०२३) श्री भगवान चित्रगुप्त जी ***************** चैत्र मास की पूर्णिमा को भगवान ब्रह्मा जी की काया से प्रकटे और कायस्थ कहाए। ब्रह्मा जी के पहले तेरह पुत्र ऋषि... Hindi · कविता 1 187 Share Sudhir srivastava 10 Apr 2023 · 2 min read संकटमोचक से फरियाद संकटमोचक से फरियाद ********************** आज भोर जैसे मेरा भाग्य खुल गया जब भोर में मैं गहरी नींद में सो रहा था तब मुझे ऐसा महसूस हो रहा था कमरे में... Hindi · कविता 1 214 Share Sudhir srivastava 10 Apr 2023 · 2 min read संकटमोचक हनुमान हनुमान जन्मोत्सव (6अप्रैल) पर विशेष संकटमोचक हनुमान *********************** परमवीर रामभक्त, भगवान राम के अनन्य सेवक मारुति नंदन बजरंगबली हनुमान जी का पावन जन्मोत्सव आज है, जिसे दुनिया उनके बारह नामों... Hindi · कविता 1 171 Share Sudhir srivastava 8 Apr 2023 · 2 min read मरती संवेदनाएं मरती संवेदनाएं ------------------------- यह कैसा बदलाव आज के इंसानों में हो रहा हमारा समाज आज कैसे बदल रहा है आज के इंसानों का जमीर मरता जा रहा है, आधुनिकता का... Hindi · कविता 125 Share Sudhir srivastava 8 Apr 2023 · 1 min read महावीर भगवान भगवान महावीर *************** *भगवान महावीर जी को कोटि कोटि नमन* सिद्ध साधक स्वामी महावीर जी, पिता सिद्धार्थ माता त्रिशला की संतान। चौबीसवें तीर्थंकर स्वामी का आज है, दो हजार छ:... Hindi · कविता 142 Share Sudhir srivastava 7 Apr 2023 · 3 min read हे राम जी! मेरी पुकार सुनो हे राम जी! मेरी गुहार सुनो *********************** हे राम जी! मेरी पुकार सुनो एक बार फिर धरा पर आ जाओ धनुष उठाओ प्रत्यंचा चढ़ाओ कलयुग के अपराधियों आतताइयों, भ्रष्टाचारियों पर... Hindi · कविता 1 234 Share Sudhir srivastava 28 Mar 2023 · 2 min read अपनत्व में पारदर्शिता अपनत्व में पारदर्शिता ******************* अपनत्व भाव है भावना है आत्म साधना है, अपनत्व किसी से भी हो सकता है पर हर किसी के लिए नहीं हो सकता खून के रिश्तों... Hindi · कविता 1 83 Share Sudhir srivastava 25 Mar 2023 · 1 min read नववर्ष नवसंवत्सर नववर्ष नवसंवत्सर ******* चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से आरंभ होता है विक्रम संवत नव संवत्सर कहलाता है यही सनातन हिन्दू नववर्ष आओ मनाएं हम सब मिलकर... Hindi · कविता 73 Share Sudhir srivastava 25 Mar 2023 · 3 min read गौमाता की याचना गौ माता की याचना ****************** आज सुबह सुबह नवरात्रि पर्व पर मंदिर में मां की पूजा आराधना चल रही थी धूप दीप आरती हो रही थी घंटे घड़ियाल शंख बज... Hindi · कविता 1 87 Share Sudhir srivastava 24 Mar 2023 · 2 min read जय माता दी जय माता दी जय माता दी,जय माता दी *********************** आदि शक्ति मां के पूजन का अवसर है नवरात्रि का पवित्र पावन सुअवसर है मां के नौ रुपों का पूजन वंदन होता है। सबके... Hindi · कविता 1 116 Share Sudhir srivastava 24 Mar 2023 · 1 min read आप मेरे शुभचिंतक हैं आप मेरे शुभचिंतक हैं ******************* आजकल मेरे जीवन की अजीब पहेली है दर्द चिंता आंसुओं में डूबी मेरी सहेली है समझ आता नहीं ये क्यूं बनती सांप सीढ़ी है। उसकी... Hindi · कविता 1 106 Share Sudhir srivastava 23 Mar 2023 · 2 min read खुशहाली दिवस खुशहाली दिवस ********* आज की भागती दौड़ती जिंदगी में हमसे बहुत कुछ छूटता जा रहा है आधुनिकता की चाशनी में हमारा जीवन भी मशीन बनकर रह गया है। हमसे हमारे... Hindi · कविता 1 98 Share Sudhir srivastava 23 Mar 2023 · 1 min read आध्यात्मिक चिंतन आध्यात्मिक चिंतन ***************** चिंताऔर चिंतन मानवीय गुण है इसमें कुछ नया नहीं पर अति विशेष है, आजादी भी भरपूर है। जो चाहे कीजिए आप पर निर्भर है। तो आइए! आप... Hindi · कविता 1 109 Share Sudhir srivastava 21 Mar 2023 · 1 min read अवसाद अवसाद ******* आज अवसाद आम समस्या बन गई है इंसानों से जैसे इसकी रिश्तेदारी हो गई है। आधुनिकता की ओट में हम अवसाद पालने लगे हैं, बढ़ रही अवसाद की... Hindi · कविता 1 88 Share Sudhir srivastava 21 Mar 2023 · 1 min read आत्मविश्वास आत्मविश्वास -------------------- आइए अपने आप में आत्मविश्वास जगाते हैं उम्मीद की बुझती लौ को जलाते हैं। बहुत कुछ खोया हमने जबसे हमारा आत्मविश्वास डगमगाया। हर वो जीत हाथ से फिसल... Hindi · कविता 1 228 Share Sudhir srivastava 20 Mar 2023 · 1 min read अंत:करण अंत:करण --------------- अंत:करण यानी अंतर्मन से निकले भावों की गूंज, स्वर, भाव अक्सर हमें सुनाई नहीं देते या हम जानबूझ कर अनसुनी कर देते,अबूझ मान लेते हैं या महज भ्रम... Hindi · कविता 139 Share Previous Page 6 Next