Shyam Sundar Subramanian Tag: कविता 522 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 7 Next Shyam Sundar Subramanian 21 Jul 2022 · 1 min read नियमन सुबह की किरणों ने आकर मुझे जगाया, कहा भोर हो गई, उठो, सूरज उग आया , मैं उनींदा सा उठा, तो सामने मुस्कुराती किरणों को पाया , मैंने कहा, नाहक... Hindi · कविता 3 2 183 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Jul 2022 · 1 min read कोशिश कुछ कहना चाहता हूं पर कह नहीं सकता, कुछ करना चाहता हूं पर कर नहीं सकता , ज़ुबाँ पर ताले हालातों ने लगा दिए हैं, ज़माने की बंदिश ने हाथ... Hindi · कविता 3 10 405 Share Shyam Sundar Subramanian 16 Jul 2022 · 1 min read क़ौल ( प्रण ) फ़िरक़ा-परस्ती का जुनून जमाने में इस कदर हावी है, हैवानियत सर चढ़कर बोल रही इंसानियत पर भारी है , बातों ही बातों में इंसाँ दहशतगर्दी और खूँरेज़ी पर उतर आता... Hindi · कविता 5 10 338 Share Shyam Sundar Subramanian 5 Jul 2022 · 1 min read जीवन संगीत समय के आगार पर मानव क्षण भर का मेहमान है , सांसों के तार पर रचित जीवन संगीत के धुनों की पहचान है , कभी मिलन ,कभी विरह , कभी... Hindi · कविता 1 2 379 Share Shyam Sundar Subramanian 27 Jun 2022 · 1 min read कर्मगति कर्मप्रधान यथार्थ के धरातल पर सफलता सुनिश्चित होती है , कर्मविहीन अभिलाषाओं एवं आकांक्षाओं की परिणति निराशा में होती है , माया का चक्रजाल लालसा एवं लोलुपता को जन्म देता... Hindi · कविता 1 2 291 Share Shyam Sundar Subramanian 20 Jun 2022 · 1 min read एहसासात कभी उफ़क में डूबते हुए मेहर को देखता हूं , कभी च़रागों से ऱोशन झरोखों को देखता हूं, कभी श़ब -ए- माहौल में खामोश क़मर के सफ़र को देखता हूं... Hindi · कविता 1 2 291 Share Shyam Sundar Subramanian 30 May 2022 · 1 min read किंकर्तव्यविमूढ़ राजनीति जब से धर्म से जुड़ गई हैं , तब से धर्मांधता राष्ट्रवाद का पर्याय बन गया है, जनता को समस्याओं से भटका, अतीत को उखाड़ भावनाओं को भड़का, राजनैतिक... Hindi · कविता 2 2 598 Share Shyam Sundar Subramanian 27 May 2022 · 1 min read तजर्रुद (विरक्ति) इस सरगर्मी -ए - माहौल से दूर हो जाना चाहता हूं , खुद को भुलाकर तन्हाइयों मे खो जाना चाहता हूं , इंसानियत के मुखौटे पहने ये चेहरे मुझे रास... Hindi · कविता 2 4 338 Share Shyam Sundar Subramanian 16 May 2022 · 1 min read दुविधा सोचते हैं कुछ और कुछ हो जाता है , खोजते हैं कुछ और कुछ खो जाता है , होता है कुछ और कुछ नज़र आता है , समझते हैं कुछ... Hindi · कविता 2 7 303 Share Shyam Sundar Subramanian 11 May 2022 · 1 min read मजदूर की अंतर्व्यथा मैं उस बेबस लाचार मजदूर को देखता हूं, जो रोज सुबह सवेरे चौराहे पर इकट्ठी दिहाड़ी मजदूरों की भीड़ का हिस्सा बनता है, अपनी बारी आने का इंतज़ार करता है... Hindi · कविता 3 8 866 Share Shyam Sundar Subramanian 24 Apr 2022 · 1 min read वो वो एक अजनबी सा झोंका बनकर जिंदगी में आया , अलम भरे लम्ह़ों को अपनी मौजूदगी से खुश़गवार बना चला गया , ज़ेहन में पैव़स्त अब्र उन मस़र्रत भरे पलों... Hindi · कविता 404 Share Shyam Sundar Subramanian 24 Apr 2022 · 1 min read सच का सामना दूसरों में ख़ामी क्या ढूंढते फिरते हो, अपनी ख़ुदी को टटोलकर तो देखो, गैरों के दाम़न के दाग़ों को उजागर करने की कोशिश में लगे हो, अपने गिरेबाँ की असलिय़त... Hindi · कविता 3 4 713 Share Shyam Sundar Subramanian 19 Apr 2022 · 1 min read पितृ ऋण याद आते है, बचपन के वो दिन, जब उनकी उँगली पकड़ हम सैर पर जाते , रास्ते भर बतियाते जाते, हर कौतूहल भरे प्रश्नों का उनसे उत्तर पाते , धीरे-धीरे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 23 44 859 Share Shyam Sundar Subramanian 6 Apr 2022 · 1 min read कश्मकश-ए-हयात चाहत के च़रागों से दिल के झरोख़ों को हम ऱोशन करते रहे, हालातों के झोंके उन्हें बार-बार बुझाते रहे, माज़ी के अब्र ज़ेहन मे उभरते थमते ग़ुम होते रहे, हर... Hindi · कविता 1 2 153 Share Shyam Sundar Subramanian 29 Mar 2022 · 1 min read क़त्बा कल हर क़ब्र पर ये क़त्बा लिखा जाएगा , इंसांनियत यहां दफ़्न है , इंसाँ कभी इंसांनियत को ज़िंदा ना रख पाएगा , हैवानियत के जहाँ में हमेशा हैवान पैदा... Hindi · कविता 2 4 155 Share Shyam Sundar Subramanian 28 Mar 2022 · 1 min read हक़ीक़त हालाते हाज़िरा का तज़क़िरा एक खबरनवीस ने इस तरह पेश किया , गुज़िश्ता बरसों पहले जुल्मो तश़द्दुत की खबर का इस क़दर असर है , अवाम बेचैन कश्मकश के दौर... Hindi · कविता 3 6 172 Share Shyam Sundar Subramanian 28 Mar 2022 · 1 min read खबरदार ! जेव्हा एका व्यक्तीने मला माझा धर्म विचारला? तर मी म्हणालो मी हिंदुस्थानी आहे! तो म्हणाला तू हिंदू आहेस का? मुस्लिम आहेत का? शीख आहेत; किंवा ख्रिश्चन? की इतर धर्माचे पालन... Marathi · कविता 170 Share Shyam Sundar Subramanian 19 Mar 2022 · 1 min read अनुभूति कुछ खट्टे , कुछ मीठे, कुछ तीखे ,कुछ कड़वे , पलो के साथ दिन गुजरते हैं, जिनकी अनुभूति लिए हम जीवन पथ पर आगे बढ़ते रहते हैं, कुछ कड़वे अनुभवों... Hindi · कविता 4 380 Share Shyam Sundar Subramanian 14 Mar 2022 · 1 min read गुज़ारिश ग़म -ए- फ़िराक के किस्से ना सुनाओ मुझे , मुझे मेरे हाल पर छोड़ दो ना सताओ मुझे, वक़्त की गर्दिश में हालात का मारा हूं मैं, मायूस ज़िदगी का... Hindi · कविता 2 266 Share Shyam Sundar Subramanian 14 Mar 2022 · 1 min read अस्तित्व कभी किसी शिल्पकार की मूर्ति में, कभी किसी चित्रकार की कृति में , कभी किसी कवि की भावाभिव्यक्ति में , कभी किसी गायक के गायन श्रुति में, कभी किसी वादक... Hindi · कविता 2 411 Share Shyam Sundar Subramanian 11 Mar 2022 · 1 min read उनकी आमद से गुलशन में शगुफ़्ता कलियाँ महकी महकी है , सबा भी खुश़गवार बहकी बहकी है , इधर उधर उड़ती चिड़ियाँ भी चहकी चहकी हैं , रंग बिरंगी उड़ती तितलियाँ भी लहकी... Hindi · कविता 3 4 280 Share Shyam Sundar Subramanian 3 Mar 2022 · 1 min read वसूक़ कभी-कभी अनजाने गलतियां हो जातीं हैं , लाख कोशिश के बावजूद चूक हो जाती है , गर्दिश -ए -वक्त में कभी नसीब साथ नही देता, करीब जीत को भी जो... Hindi · कविता 236 Share Shyam Sundar Subramanian 20 Feb 2022 · 1 min read कलयुग का अवसान पहले देखता था, उच्छृंखल बालक गली के कुत्तों पर पत्थर मारके उनके आहत् वेदना रुंदन स्वर से प्रफुल्लित होते थे, अब देखता हूं , कि एक इंसान दूसरे इंसान को... Hindi · कविता 2 2 385 Share Shyam Sundar Subramanian 12 Feb 2022 · 1 min read एका मुलाची आकांक्षा मी एका मुलाला विचारले की तू मोठा झाल्यावर काय व्हायला आवडेल? तो म्हणाला मला राजकारणी व्हायचे आहे, कारण त्याच्यासाठी कोणि शिक्षणची अडचण नाही, निरुपयोगी आदर्श आणि कर्मकांडांचे पालन करण्याचे कोणतेही... Marathi · कविता 205 Share Shyam Sundar Subramanian 7 Feb 2022 · 1 min read एक बालक की अभिलाषा एक बालक से मैंने पूछा तुम बड़े होकर क्या बनना चाहोगे ? उसने कहा मैं एक राजनेता बनना चाहूंगा , क्योंकि उसके लिए कोई पढ़ाई लिखाई का झंझट नहीं ,... Hindi · कविता 1 2 188 Share Shyam Sundar Subramanian 3 Feb 2022 · 1 min read सियासत यह कैसा जमाना आ गया है ? भेड़ियों के पीछे सियार पिछलग्गू को होकर घूमते हैं , शेर अपनी मांद में दुबके पड़े हैं , क्या शेरों को पता नहीं... Hindi · कविता 2 326 Share Shyam Sundar Subramanian 29 Jan 2022 · 1 min read 'इल्म ताउम्र भटकता रहा ख़ुदा की तलाश में , नासेह बहुत मिले खुद को पैग़ंबर कहने वाले, कुछ तो ऐसे मिले खुद को ख़ुदा समझने वाले , नाख़ुदा ऐसे भी मिले... Hindi · कविता 1 2 205 Share Shyam Sundar Subramanian 26 Jan 2022 · 1 min read किंकर्तव्यविमूढ़ सोचता हूं कुछ लिखूँ , वर्तमान त्रासदी से प्रभावित अंतर्व्यथा पर लिखूँ , या चारों तरफ व्याप्त कुशासन अराजकता पर लिखूँ , या राजनीति के दोहरे मापदंड पर लिखूँ ,... Hindi · कविता 2 6 195 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Jan 2022 · 1 min read कौन ? हम तो समझे थे कि हम भूल गए हैं उनको , ये क्या हुआ ? ये कौन छू गया है मुझको? किस तरफ हम चले थे राहे जुस्तजू याद नहीं,... Hindi · कविता 1 2 198 Share Shyam Sundar Subramanian 19 Jan 2022 · 1 min read जय श्रीराम जय श्रीराम हे नाव जनतेच्या आवाजात अपेक्षी नाही, ते जीवन जगण्याचे तत्वज्ञान आहे, कोणत्याही दिखाव्याचा धर्म नाही, प्रत्येक कष्टकरी प्रामाणिक माणसाच्या हृदयात वास्तव्य असते, हे त्याच्या धैर्यात आणि विवेकामध्ये दिसून... Marathi · कविता 180 Share Shyam Sundar Subramanian 15 Jan 2022 · 1 min read परिंदों की वफ़ादारी परिंदों की वफ़ादारी पर मशहूर शायरों की पेशकश : उड़ने दे परिंदों को आज़ाद फिजां में "गालिब" जो तेरे अपने होंगे वो लौट आएंगे। मिर्ज़ा ग़ालिब ना रख उम्मीद- ए-... Hindi · कविता 1 2 707 Share Shyam Sundar Subramanian 6 Jan 2022 · 1 min read मासूमियत लबों की चुप्पी दिलों की दूरियों का सबब न बन जाए , बाहम सी गुफ्तगू राब्ते के लिए ज़रूरी है , अश्कों को खुल के बहने दो दिल के गुबार... Hindi · कविता 447 Share Shyam Sundar Subramanian 5 Jan 2022 · 1 min read बेचैन ज़िंदगी खौफ़ के साए में लम्हे किस कदर खुशगवार होगें , हर वक्त कश्मकश की बसर के ये पल सुक़ूनवार कैसे होंगे, आज़ाद ज़िंदगी कफ़स में क़ैद होकर रह गई है,... Hindi · कविता 2 4 227 Share Shyam Sundar Subramanian 16 Dec 2021 · 1 min read ख़बरदार ! एक शख्स ने जब मुझसे मेरा मज़हब पूछा ? तो मैंने कहा मैं हिंदुस्तानी हूं ! उसने कहा क्या आप हिंदू हैं ? मुस्लिम हैं? सिक्ख हैं ; या ईसाई?... Hindi · कविता 2 6 230 Share Shyam Sundar Subramanian 14 Dec 2021 · 1 min read स्त्री वेदनांचे स्वर काल अंधारात पहाटे शेजारच्या बायकांचा रडण्याचा आवाज आला. कौटुंबिक हिंसाचाराने छळलेल्या गृहिणीच्या व्यथेचा तो आवाज होता, की मुलगा आणि सून यांच्याकडून दुर्लक्षित झालेल्या आईच्या दुखावलेल्या हृदयाचा आवाज होता, किंवा मुलीच्या... Marathi · कविता 224 Share Shyam Sundar Subramanian 13 Dec 2021 · 1 min read युवा आत्मविश्वास से परिपूर्ण दृढ़ संकल्पित ह्रदय लिए , जीवन संघर्ष पथ पर धैर्य एवं साहस की पराकाष्ठा का परिचय जब युवा देता है , तब प्रकृति तो क्या नियति को... Hindi · कविता 2 6 191 Share Shyam Sundar Subramanian 13 Dec 2021 · 1 min read जय श्रीराम ! जय श्रीराम का नाम अवाम की आवाज़ का मोहताज़ नहीं , वो तो ज़िंदगी जीने का है फलसफा किसी दिखावे का मज़हब नहीं , हर मेहनतकश ईमानदार शख्स के दिल... Hindi · कविता 4 8 342 Share Shyam Sundar Subramanian 13 Dec 2021 · 1 min read धन्यवाद ! आत्मविश्वास एवं संकल्प से परिपूर्ण , समय के झंझावातो से जूझकर बढ़ते रहने की उसकी प्रकृति सतत् , द्वेष क्लेष एवं संताप से अविचलित लक्ष्य एकाग्र मनस अपने पथ पर... Hindi · कविता 4 6 268 Share Shyam Sundar Subramanian 2 Dec 2021 · 1 min read गठबंधन राजनीति के जंगल में जब चुनावी लहर चली , जंगली बिल्ली एक बूढ़े हाथी से मिली , जिसके पैर कब्र में लटके थे , फिर भी कुर्सी लालसा थी; से... Hindi · कविता 4 12 450 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Nov 2021 · 1 min read खुशनसीब हैं वो खुश़नसीब हैं वो जिनके सर पर बुजुर्गों का हाथ होता है , खुश़नसीब हैं वो जिन्हें माता-पिता का साथ मयस्सर होता है , खुश़नसीब हैं वो जिनका बावफ़ा हमराज़ हमनवा... Hindi · कविता 4 6 199 Share Shyam Sundar Subramanian 15 Nov 2021 · 1 min read खुली किताब एहसास के पन्नों पर लिखी हुई एक खुली किताब हूं , गुज़री हक़ीक़त का सिलसिलेवार हिसाब हूं , यादों की धूल भी कुछ लगी हुई है, साज़िशों से कुछ पन्ने... Hindi · कविता 4 6 516 Share Shyam Sundar Subramanian 8 Nov 2021 · 1 min read जीवन एक मृगतृष्णा जीवन एक मृगतृष्णा है , जिसमें आसक्ति अपनी ओर आकर्षित करती है , आत्मीय संबंधों की विभक्ति अंतर्वेदना निर्मित करती है , स्वप्निल आशाओं ,आकांक्षाओं , अभिलाषाओं के मनस पटल... Hindi · कविता 1 2 608 Share Shyam Sundar Subramanian 7 Nov 2021 · 1 min read मौन मौन ही मूक भाषा आहे, मौन ही विवेकाची अभिव्यक्ती आहे, मौन म्हणजे न बोललेल्या भावनांचा मूक अहवाल, शांतता म्हणजे हृदयापासून हृदयापर्यंत संवेदनांचे स्पंदन, मौन हे संचित तत्वज्ञानाचे अव्यक्त सार आहे,... Marathi · कविता 227 Share Shyam Sundar Subramanian 7 Nov 2021 · 1 min read मी आणि तुझे जीवन तुझ्या श्वासाच्या तारात मी आहे, तुझ्या हृदयाच्या ठोक्याला, तुझ्या स्वप्नात, तुझ्या इच्छेच्या रागात, तुझ्या नसांच्या सुगंधात, तुझ्या प्रत्येक मार्गाने, मी तुझ्या हृदयापेक्षा आत्म्यात राहतो, तू माझ्यापासून दूर कसा राहू शकतोस?... Marathi · कविता 239 Share Shyam Sundar Subramanian 6 Nov 2021 · 1 min read कठोर वास्तव वंचितांनी वेढलेले बालपण, एक तरुण प्रेषित गोंधळला, करारामुळे गरीब महिला, ज्याचा धर्म नफेखोरी करणारा व्यापारी, राजकारणी निवडणुकीतील आश्वासने विसरतो. एक अधिकारी, एक पैशाचा भुकेलेला भ्रष्ट, एक पत्रकार, उच्चभ्रू वर्गातील एक... Marathi · कविता 249 Share Shyam Sundar Subramanian 1 Nov 2021 · 1 min read चाहत समुंदर के किनारे खेलते बच्चों के बनाए घरों को देखता हूं , फिर उन घरों को अपनी ज़द में लेकर मिटाती लहरों को देखता हूं , कुछ इसी तरह मैं... Hindi · कविता 199 Share Shyam Sundar Subramanian 27 Oct 2021 · 1 min read रिश्ते ज़िंदगी के सफर में कुछ रिश्ते अधूरे ही रहे , कुछ टूटे , टूटकर बिखरे से होकर रह गए , रिश्ते जिन पर हमें नाज़ था , जिनका थे हम... Hindi · कविता 5 10 220 Share Shyam Sundar Subramanian 22 Oct 2021 · 1 min read हक़ीक़त- ए- हाल टूटे क़ल्ब की कोई सदा नहीं होती , झूठे रिश्तो से बड़ी कोई सज़ा नहीं होती , ला-हासिल ख्वाहिशें कभी मज़ा नहीं देती, बेपरवाह ज़िंदगानी फ़क्त कज़ा बन रह जाती... Hindi · कविता 2 2 210 Share Shyam Sundar Subramanian 22 Oct 2021 · 1 min read अनंत यात्रा एक पथिक चला जा रहा निर्बाध अपने गंतव्य की ओर , समय के थपेड़ों की मार सहते हुए क्लांत चेहरा. असमय झुर्रियों को वहन किए हुए , आशा की किरण... Hindi · कविता 2 228 Share Shyam Sundar Subramanian 22 Oct 2021 · 1 min read नन्ही कली परिवार में नवजात शिशु आगमन पर प्रस्तुत रचना : किसलय की मुस्कान बनी , नवकिरण आगम प्रकाश बनी, दिव्य रूप परी साक्षात बनी , जीवन संगीत मधुर झंकार बनी ,... Hindi · कविता 1 4 190 Share Previous Page 7 Next