Ram Krishan Rastogi Language: Hindi 1270 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 7 Next Ram Krishan Rastogi 12 Jul 2022 · 1 min read कुछ कहता है सावन कुछ कहता है सावन, मेरे मन के आँगन मे। साजन से तेरा मिलन करा दू, क्या दोगी मुझे निछावन मे।। मैं एक ऐसा सावन हूँ, तेरे तन मे अग्नि लगाता... Hindi · कविता 4 6 463 Share Ram Krishan Rastogi 11 Jul 2022 · 1 min read अगर प्यार करते हो मुझको अगर प्यार करते हो मुझको, अपने सारे गम दे दो मुझको। बताऊंगी नही कभी जिंदगी में, छिपा लूंगी मैं सीने में उनको।। अगर प्यार करते हो मुझको, कदमों में जगह... Hindi · मुक्तक 4 7 361 Share Ram Krishan Rastogi 11 Jul 2022 · 1 min read विश्व जनसंख्या दिवस बढ़ेगी जब आबादी,अच्छे दिन कैसे आएंगे। होगे जब दस बच्चे,फिर बुरे दिन तो आएंगे।। बढ़ती जा रही है जनसंख्या कैसे नियंत्रण कर पाएंगे। करा नहीं नियंत्रण तुमने फिर तुम कहां... Hindi · कविता 3 4 293 Share Ram Krishan Rastogi 10 Jul 2022 · 1 min read कैसे बताऊं,मेरे कौन हो तुम कैसे बताऊं,मेरे कौन हो तुम, मेरी जिंदगी में समाए हो तुम। मेरे चांद हो तुम मेरे सूरज हो तुम, मै तुम्हारी धरा मेरे गगन हो तुम। तुम बिन होत नही... Hindi · मुक्तक 5 7 329 Share Ram Krishan Rastogi 10 Jul 2022 · 1 min read काश ! तेरी निगाह मेरे से मिल जाती काश ! तेरी निगाह मेरे से मिल जाती, मुझको तेरी पनाह भी मिल जाती। मै सुनाता तुझे के सावन के गीत, तेरी मेरी हरियाली तीज मन जाती।। नज़रों से नज़रे... Hindi · मुक्तक 3 4 397 Share Ram Krishan Rastogi 9 Jul 2022 · 1 min read तेरी कातिल नजरो से तेरी कातिल नजरो से, जो आज टकराया होगा। मुझे नही लगता वह, ठीक से चल पाया होगा।। तूने टेढ़ी नजरो से आज जिसको तूने देखा होगा। जिंदा रह न सकेगा... Hindi · व्यंग्य फैशन पर 4 6 654 Share Ram Krishan Rastogi 9 Jul 2022 · 1 min read सावन में एक नारी की अभिलाषा सावन का महीना, सुन मेरे भरतार। ले चल मुझे आज, नदिया के उस पार।। कैसे ले जाऊं तुझे, नदिया के उस पार। नाविक जाने को नही, कोई भी आज तैयार।।... Hindi 3 4 491 Share Ram Krishan Rastogi 8 Jul 2022 · 1 min read सावन का महीना है भरतार सावन का महीना है भरतार, तू मुझे झूला झुलाने आइयो, तू मुझे झूला झुलाने आइयो, मै करूंगी तेरा इंतज़ार।। हाथो की चूड़ियां लाना, पैरो के बिछवे लाना, मांग का सिंदूर... Hindi · लोकगीत 4 6 768 Share Ram Krishan Rastogi 7 Jul 2022 · 1 min read विरहनी के मुख से कुछ मुक्तक विरहनी के मुख से कुछ मुक्तक *********************** अगर एक बार तुम आ जाते, ये आंसू आंखो से रुक जाते। लगा लेते तुम मुझको सीने से, सारे मन के मैल भी... Hindi 3 4 212 Share Ram Krishan Rastogi 6 Jul 2022 · 1 min read उनकी यादें विचलित कर देती है,उनकी यादें कभी मुझको। नींद उड़ा ले जाती है,सोने नहीं देती है मुझको।। पता नहीं लग पाता है,कहां ले जाती है मुझको। करवटें बदलती हूं बस सलवटे... Hindi · कविता 9 15 527 Share Ram Krishan Rastogi 5 Jul 2022 · 1 min read गुरु की महिमा पर कुछ दोहे गुरु बिन न बुद्धि मिले,गुरु बिन न होए ज्ञान। गुरु बिन न पथ मिले,गुरु बिन न मिटे अज्ञान।। गुरु तीनों देव है,इससे बड़ा जग में न कोय। जो इसकी शरण... Hindi 5 9 2k Share Ram Krishan Rastogi 4 Jul 2022 · 1 min read पूनम की रात में चांद व चांदनी चांद की चांदनी से बात भी होगी, उनकी इस तन्हाई में बात भी होगी। जब तक उनमें सच्चा प्यार न हो फिर उनकी कैसे मुलाकात होगी।। कल चांदनी रात हो... Hindi 4 7 665 Share Ram Krishan Rastogi 3 Jul 2022 · 1 min read मेरे मन के भाव कुछ स्वप्न मेरे धुंधले से थे कुछ चाहत मेरी उजली थी। कोई आहट थी धीमी सी, उनके लिए मै पगली सी थी।। कुछ मन में भाव अजीब से थे, दिल... Hindi 3 5 416 Share Ram Krishan Rastogi 2 Jul 2022 · 1 min read पहले जैसे रिश्ते अब क्यों नहीं रहे उसने पूछा,पहले जैसे रिश्ते अब क्यों नहीं रहे ? मैने भी कहां,पहले जैसे आदमी अब कहां रहे।। उसने पूछा,घरों में खिड़कियां बनना बंद क्यों हो गई ? मैने कहां,अब पड़ोस... Hindi · कविता 4 7 668 Share Ram Krishan Rastogi 2 Jul 2022 · 1 min read वर्षा ऋतु में प्रेमिका की वेदना जब जब ये बादल बरसे, ये नैना तेरे लिए है तरसे। जब जब ये बिजली चमकी, मेरी माथे की बिंदिया दमकी। कैसे भुलाऊं साजन मै तुमको, मिलने को आ जाओ... Hindi · कविता 7 9 640 Share Ram Krishan Rastogi 1 Jul 2022 · 1 min read तेरे मन मंदिर में जगह बनाऊं मै कैसे तेरे मन मंदिर में जगह बनाऊं मै कैसे। बिन बाती तेल के दीप जलाऊं मै कैसे।। तड़प तड़प कर मर जाऊंगी बिन मै तेरे। जब पास नही तुम मेरे दर्द... Hindi · ग़ज़ल 3 7 487 Share Ram Krishan Rastogi 30 Jun 2022 · 1 min read बुढ़ापे की कुछ सच्चाईयां बुढ़ापे में जवानी की बाते याद आयेगी। गुजरे जमाने की बाते तुम्हे याद आयेगी।। जवानी में जो इत्र लगाते थे खुश्बू के लिए, बुढ़ापे में तो आयोडेक्स की खश्बू आयेगी।... Hindi · कविता 1 1 136 Share Ram Krishan Rastogi 30 Jun 2022 · 1 min read इन तन्हाइयों में तुम्हारी याद आयेगी इन तन्हाइयों में तुम्हारी याद आयेगी। किए थे जो वादे उनकी याद आयेगी।। चांदनी रात में जब चांद चमेगा, देखकर उसको मेरा दिल धड़केगा। कैसे इस दिल को मैं समझाऊंगी,... Hindi · विरह गीत 1 5 361 Share Ram Krishan Rastogi 29 Jun 2022 · 1 min read मिलने के नए बहाने (हास्य व्यंग्य) मिलने वाले भी ढूंढ लेते है मिलने के बहाने। कभी मिलने आते है,चाय शक्कर के बहाने। मिलता नही जब कोई उनको नया बहाना, चले आ जाते है पूछने नए नए... Hindi · हास्य-व्यंग्य 4 9 407 Share Ram Krishan Rastogi 29 Jun 2022 · 1 min read दिए जो गम तूने, उन्हे अब भुलाना पड़ेगा दिए जो गम तूने मुझे,उन्हे अब भुलाना पड़ेगा। नहीं तो मौत को गले भी अब लगाना पड़ेगा।। कर कर तेरा इंतजार,आंखो को सुला न सकी। अब इन नींद भरी आंखो... Hindi · ग़ज़ल 5 8 284 Share Ram Krishan Rastogi 28 Jun 2022 · 1 min read मन की फितरत मन ही मन को जानता,मन को मन से प्रीत। मन ही मनमानी करे, मन ही मन का मीत।। मन झूमे,मन बांवरा,मन की है अद्भुत रीत। मन के हारे हार है,... Hindi · कविता 7 9 699 Share Ram Krishan Rastogi 27 Jun 2022 · 1 min read आज आदमी क्या क्या भूल गया है आदमी आज क्या क्या भूल गया। नई आने पर वह पुरानी भूल गया।। जब से टूथ पेस्ट बाजार में आया है। वह नीम की दातुन करना भूल गया है।। जब... Hindi 4 5 258 Share Ram Krishan Rastogi 26 Jun 2022 · 1 min read दूल्हे अब बिकते हैं (एक व्यंग्य) दूल्हे बाजार में अब बिकते है। ऑन व ऑफ लाइन बिकते है।। दुल्हो का बाजार लगा हुआ है। हर तरीके से वह सजा हुआ है।। दूल्हे सजधज कर खड़े हुए... Hindi · हास्य-व्यंग्य 7 13 1k Share Ram Krishan Rastogi 25 Jun 2022 · 1 min read महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन बिछड़ रहे है सभी साथी धीरे धीरे। बढ़ रहा शनि का प्रकोप धीरे धीरे।। बदलेगी स्थिति महाराष्ट्र की धीरे धीरे। सत्ता छोड़नी पड़ेगी,पर जरा धीरे धीरे।। परिवर्तन आ रहा है,पर... Hindi · कविता · व्यंग्य 6 10 366 Share Ram Krishan Rastogi 25 Jun 2022 · 1 min read पत्नि जो कहे,वह सब जायज़ है पत्नि जो कहे,वह सब जायज़ है। पति जो कहे,वह सब नजायज है।। तुम जो कर रहो,वह सब जायज़ है। वही जो दूसरा करे,वह नजायज है।। पत्नि से जो औलाद हो,वह... Hindi · हास्य-व्यंग्य 9 14 555 Share Ram Krishan Rastogi 24 Jun 2022 · 1 min read आज बंदा अपने धंधे में अंधा हुआ है आज बंदा अपने धंधे में अंधा हुआ है। वक्त के कारण वह अब अंधा हुआ है।। मिलता नही न्याय जल्दी से न्यायलय में। न्याय भी आज फांसी का फंदा हुआ... Hindi · ग़ज़ल 5 10 252 Share Ram Krishan Rastogi 24 Jun 2022 · 1 min read कुछ ज्ञान वर्धक पहेलियां कहो कौन हो तुम दमयंती सी इस तरु के नीचे सोई। हाय तुम्हें भी छोड़ गया,कोई नल सा निष्ठुर कोई।। एक घड़ा मोतियों से भरा,सिर पर वह ओंधा धरा। चारो... Hindi 3 5 300 Share Ram Krishan Rastogi 22 Jun 2022 · 1 min read बरसात में साजन और सजनी आह ! लगी है आज बरसात, जैसे दिन में हो गई हो रात। फोन साजन को लगा रही हूं, हो रही नहीं उनसे मेरी बात।। चल रही है ठंडी ठंडी... Hindi · कविता 2 7 374 Share Ram Krishan Rastogi 21 Jun 2022 · 1 min read में और मेरी बुढ़िया घर का नाम है मधुबाला, प्यार से कहता हूं बाला। जब जब वह आती है, खुल जाता दिल का ताला।। जब जब घंटी मै बजाता, दौड़ी दौड़ी मेरे पास आती।... Hindi · मुक्तक 6 11 789 Share Ram Krishan Rastogi 20 Jun 2022 · 2 min read योग क्या है और इसकी महत्ता योग विज्ञान पर आधारित एक आध् यात्मिक विषय है जो मन एवं शरीर के बीच सामंजस्य स्थापित करने पर ध्यान देता है। यह स्वस्थ जीवन यापन की कला एवं विज्ञान... Hindi · लेख 3 5 548 Share Ram Krishan Rastogi 20 Jun 2022 · 1 min read अंतरराष्ट्रीय योग दिवस आओ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाये। इसको जन जन तक सबको पहुचाये।। योग से होगा स्वस्थ तन मन, स्वस्थ तन से मिलेगा धन। नित्य नियम से करे योग हम, चिन्ता फिकर... Hindi · कविता 4 5 378 Share Ram Krishan Rastogi 20 Jun 2022 · 1 min read बुढ़ापे में अभी भी मजे लेता हूं बुढ़ापे में अभी भी जवानी के मजे लेता हूं। रसीले आम को अभी भी मै चूस लेता हूं।। बुढ़ापे में भले ही मेरे सारे दांत टूट गए है। फिर भी... Hindi · कविता 8 12 1k Share Ram Krishan Rastogi 19 Jun 2022 · 1 min read पिता है तो परिवार है पिता है तो लगता परिवार है। वरना दुनिया में सब बेकार है।। पिता है तो सोने में सुहागा है। वरना सारा परिवार अभागा है।। पिता परिवार की धन दौलत है।... Hindi · कविता 5 4 291 Share Ram Krishan Rastogi 19 Jun 2022 · 1 min read चला कर तीर नज़रों से चला कर तीर नज़रों से,पूछते हो लगा कहां है। घायल करके पूछते हो मुझसे घाव हुआ कहां है।। दिल देकर पूछते मुझसे,दिल में धड़कन कहां है। तड़पा कर तुम मुझको,पूछते... Hindi · कविता 4 6 549 Share Ram Krishan Rastogi 18 Jun 2022 · 1 min read भगवान की तलाश में इंसान ढूंढ रहा है जंगल जंगल,मृग अपनी कस्तूरी को। देख पाया न अपनी नाभि,छिपी हुई कस्तूरी को।। ढूंढ रहा है मंदिर मंदिर,भक्त अपने भगवान को। मिल न पाया भगवान उसे इस... Hindi · कविता 3 10 898 Share Ram Krishan Rastogi 17 Jun 2022 · 1 min read मै और तुम ( हास्य व्यंग ) तुम राजमहलों की बड़ी रानी हो, मै झोपड़ी का गरीब बालक हूं। तुम नदी की मीठी चंचल धारा हो, मै समुंद्र का केवल खारा पानी हूं। तुम मृग शावक सी... Hindi 5 8 306 Share Ram Krishan Rastogi 17 Jun 2022 · 1 min read धुआं उठा है कही,लगी है आग तो कही धुआं उठा है कही,लगी है तो आग कही। बात उठी है तो,दामन में है तो दाग कहीं।। समझाया है मैंने उनको,पर वे तो मानते नहीं। मिलते है जरूर मुझसे,पर उनका... Hindi · ग़ज़ल 4 5 753 Share Ram Krishan Rastogi 16 Jun 2022 · 1 min read पैसे की महिमा पैसे को आगे रखो,सब काम तुम्हारे होते जायेगे। पैसे को मुर्दो के आगे फैको वे भी बढ़ते जायेगे।। पैसे में इतना दम है,वह मरे हुए को जिला देगा। बिन पैसे... Hindi 4 9 840 Share Ram Krishan Rastogi 15 Jun 2022 · 1 min read सच्चे मित्र की पहचान मित्र वही जो बुरे वक्त पर तुम्हारे काम आए। बने सुख दुख का साथी सच्चा मित्र कहलाए।। बन जायेगे सभी मित्र जब दौलत है होती। बने उस वक़्त वह मित्र... Hindi 6 9 1k Share Ram Krishan Rastogi 15 Jun 2022 · 1 min read बुढ़ापे में जीने के गुरु मंत्र बुढ़ापे को जवानी की तरह जियो, पानी को भी अमृत की तरह पियो। कट जायेगा आसानी से बुढ़ापा तुम्हारा, हर गम को खुशी की तरह तुम जियो।। बुढ़ापा जीवन में... Hindi 7 13 997 Share Ram Krishan Rastogi 14 Jun 2022 · 1 min read प्यार करते है लोग,फिर डरते क्यों है प्यार करते है लोग,फिर डरते क्यों है, प्यार में वे झूठी कसमें खाते क्यो है। क्यो न करते सच्चा प्यार एक दूजे से, प्यार को लोग बुराई समझते क्यो है।।... Hindi 2 2 446 Share Ram Krishan Rastogi 14 Jun 2022 · 1 min read मेघो से प्रार्थना मेघ से प्रार्थना *********** भीषण गर्मी जेठ की,व्याकुल हृदय उदास। देख तुम्हे आकाश में,कर बैठे थे आस।। कर बैठे थे आस,अब कबहु बरसेगे, जीव जंतु व्याकुल है,सब जल को तरसेगे।... Hindi 3 2 560 Share Ram Krishan Rastogi 13 Jun 2022 · 1 min read नारी को सदा राखिए संग नारी में गुण बहुत है,सदा राखिए संग। बिन नारी के रहोगे,हो जाओगे उदंड।। हो जाओगे उदंड,मुंह मारते फिरोगे, भोजन नही मिलेगा,तुम भूखे मरोगे। कह रस्तोगी कविराय,खेलो अच्छी पारी, घर में... Hindi 4 9 504 Share Ram Krishan Rastogi 12 Jun 2022 · 1 min read दिल के जख्म कैसे दिखाए आपको दिल के जख्म कैसे दिखाए आपको। उनमें कितना दर्द है कैसे बताए आपको।। दिल पर जो बीत चुकी है बीत जाने दो। उसे दुबारा से कैसे सुनाए आपको।। तुमने सताया... Hindi 3 3 646 Share Ram Krishan Rastogi 12 Jun 2022 · 1 min read धरा की प्यास पर कुंडलियां मेघ देख आकाश में,बढ़ी धरा की प्यास। कब मिलोगे मेघ तुम,आओ बुझाओ प्यास।। आओ बुझाओ प्यास,तुम्हारी प्रतीक्षा करूंगी। आए अगर नही तुम,मै प्यासी ही मरूंगी।। कह रस्तोगी कविराय,तुम्हारा जाना नही... Hindi 2 2 161 Share Ram Krishan Rastogi 11 Jun 2022 · 1 min read बुजर्गो के कुछ शौक कुछ बुजुर्ग भी अजीब से शौक रखते हैं, बुढ़ापे में भी अपने बाल काले रखते है। बसका कुछ नही होता बुढ़ापे में उनके, बस कोरी डींगे ही बुढ़ापे में मारा... Hindi 2 1 200 Share Ram Krishan Rastogi 10 Jun 2022 · 1 min read जूते जूती की महिमा (हास्य व्यंग) जूते में बहुत गुण है,सदा राखिए अपने पास। दुश्मन से ये बचाए,कोई न फटके आस पास।। मैडम जूती सदा राखिए,बिन जूती सब है सून। जूती बिना न उबरे,राजकाज राजनीति के... Hindi 4 5 1k Share Ram Krishan Rastogi 10 Jun 2022 · 1 min read प्रभु से प्रार्थना कर दी बड़ी बर्बादी,देश हुआ बड़ा बेहाल। कोरोना के जाल से प्रभु हमको निकाल।। चुनाव की रैलियां रोज है होती, भीड़ बिन मास्क इकठ्ठा है होती। नेता सभी सत्ता के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 7 210 Share Ram Krishan Rastogi 9 Jun 2022 · 1 min read ए ! जिंदगी तू काफी कच्ची है ए ! जिंदगी तू काफी कच्ची है, पेंसिल की तरह घिसती जा रही। रबड़ भी हर समय तुझको ही, यह पल पल घिसती है जा रही ।। मत कर गुबान... Hindi · कविता 3 3 310 Share Ram Krishan Rastogi 8 Jun 2022 · 1 min read आदमी की फितरत भावना में बह जाता है जब आदमी। दिल की बात कहता है तब आदमी।। परख लेता है जब किसी को भी आदमी। दिल में बसा लेता या बस जाता आदमी।।... Hindi · कविता 3 6 558 Share Previous Page 7 Next