Shekhar Chandra Mitra Language: Hindi 3940 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 59 Next Shekhar Chandra Mitra 16 Sep 2021 · 1 min read हिटलर के साथी जो हिटलर के साथी हैं! वे भी उतने अपराधी हैं!! जर्मनी की बर्बादी में बराबर के सहभागी हैं!! Shekhar Chandra Mitra #फासीवाद #नाजीवाद #CommunalPolitics Hindi · कविता 262 Share Shekhar Chandra Mitra 16 Sep 2021 · 1 min read नाज़ीवाद हिटलर से ऐसे हाथ मिलाने वाले लोग कौन थे? हिटलर का जयकारा लगाने वाले लोग कौन थे? धार्मिक कट्टरवाद से ग्रसित होकर जर्मनी को! बर्बादी की कगार पर ले जाने... Hindi · कविता 310 Share Shekhar Chandra Mitra 16 Sep 2021 · 1 min read पर्दाफाश तुम चीख-चीख कर लोगों को जगा दो! क्या चल रहा देश में सभी से बता दो! शायद थोड़ी-सी शर्म आए हुक्मरानों को! उनका असली चेहरा दुनिया को दिखा दो! Shekhar... Hindi · कविता 287 Share Shekhar Chandra Mitra 16 Sep 2021 · 1 min read स्वतंत्र लेखन लोकतंत्र की सफलता के लिए धरना-प्रदर्शन जरूरी है! देश के जलते हुए सवालों पर व्याख्यान-भाषन जरूरी है! ये दरबारी गायक तो एक दिन हमारी लुटिया डूबो देंगे! अब कुछ जागृत... Hindi · कविता 424 Share Shekhar Chandra Mitra 15 Sep 2021 · 1 min read ज़िंदा लोग कायनात कर रही फरियाद! किधर जा रही आदमजात!! भुलाकर मरने का सलीका गंवाकर जीने का अंदाज़!! सुनते हो दूर आसमान से आ रही ये क्या आवाज़! "जिंदा लोग ही इश्क... Hindi · कविता 223 Share Shekhar Chandra Mitra 15 Sep 2021 · 1 min read मूर्दापरस्त लोग जिन्होंने सीखा नहीं मरने का सलीका! जिन्हें आता नहीं जीने का अंदाज़!! उन्हीं मूर्दापरस्त लोगों के कारण मरा करते देश सड़ा करते समाज!! Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 225 Share Shekhar Chandra Mitra 15 Sep 2021 · 1 min read इश्क़ और इंकलाब हम बगावत की मशाल उठाएं या थामें महबूब का हाथ? घुलता जा रहा था दिल हमारा इसी कशमकश में दिन-रात! तभी कहीं दूर आसमान से आई एक पुरसोज़ आवाज़! "इश्क... Hindi · कविता 278 Share Shekhar Chandra Mitra 15 Sep 2021 · 1 min read चेतना की उड़ान उठाते रहो तुम अपनी आवाज़! सुने ना सुने देश और समाज!! कम से कम तुम्हारी चेतना तो ले सकेगी एक ऊंची परवाज़!! Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 303 Share Shekhar Chandra Mitra 14 Sep 2021 · 1 min read तूफ़ान की आहट यह ख़ामोशी है एक आहट आने वाले किसी तूफ़ान की! अब तो ख़ैर नहीं है बिल्कुल खंडहर होते इस मकान की!! नफ़रत की सियासत पर ही टिकी हुई जिनकी बुनियाद!... Hindi · कविता 188 Share Shekhar Chandra Mitra 14 Sep 2021 · 1 min read मौजूदा दौर में झूठ से बड़ा सच कुछ भी नहीं! लूट से बड़ा सच कुछ भी नहीं! ऐसा लगता कि मौजूदा दौर में फूट से बड़ा सच कुछ भी नहीं! Hindi · कविता 215 Share Shekhar Chandra Mitra 14 Sep 2021 · 1 min read बदल दो अगर सत्ता नहीं बदल सकते तो व्यवस्था ही बदल दो! जो बर्बादी की तरफ़ ले जाए तुम वह रस्ता ही बदल दो!! इसमें थोड़ी-सी रियायत भी इस देश के लिए... Hindi · कविता 231 Share Shekhar Chandra Mitra 14 Sep 2021 · 1 min read शर्मशार नेता को सुनें जहां लाखों लोग विद्वान को सुनें केवल दो-चार! लानत भेजो उस देश को उस समाज को भेजो धिक्कार!! गुलामी की आदत पड़ी कई सदियों से जिन लोगों... Hindi · कविता 280 Share Shekhar Chandra Mitra 14 Sep 2021 · 1 min read देश की विडंबना क्यों ना बने वह देश मसान! जहां आम हो भेड़िया धसान!! जिसमें माला पहनते हों नेता! और जूते खाते हों विद्वान!! #Geetkar Shekhar Chandra Mitra #CommunalPolitics Hindi · कविता 1 479 Share Shekhar Chandra Mitra 14 Sep 2021 · 1 min read तुम्हारी मर्ज़ी के बग़ैर तुम्हारे चुने हुए लीडर तुमसे बड़े कैसे हुए? तुम्हीं उनकी ताक़त हो उनसे डरे कैसे हुए? वे तुम्हारी गर्दन पर अपनी लात रखकर तुम्हारी मर्ज़ी के बग़ैर आख़िर खड़े कैसे... Hindi · कविता 179 Share Shekhar Chandra Mitra 14 Sep 2021 · 1 min read पढ़ने की आदत पढ़ो क्योंकि पढ़े बिना कुछ नहीं मिलता! ज़हालत से लड़े बिना कुछ नहीं मिलता!! तक़दीर की हथेली पर अपने नाम को! अपने ख़ून से लिखे बिना कुछ नहीं मिलता!! Shekhar... Hindi · कविता 180 Share Shekhar Chandra Mitra 14 Sep 2021 · 1 min read अंग्रेजी: दुनियादारी की भाषा अंग्रेजी पढ़ो! अंग्रेजी लिखो!! अंग्रेजी सोचो! अंग्रेजी बनो!! क्योंकि अंग्रेजी आज़ादी की भाषा है! अंग्रेजी बराबरी की भाषा है!! अंग्रेजी इंसानियत की भाषा है! अंग्रेजी दुनियादारी की भाषा है!! Shekhar... Hindi · कविता 192 Share Shekhar Chandra Mitra 14 Sep 2021 · 1 min read तरक्की की भाषा अंग्रेज़ी अंग्रेजी ही ज़िंदगी की भाषा है! अंग्रेजी ही रोशनी की भाषा है!! मौजूदा दौर में सिर्फ़ और सिर्फ़ अंग्रेजी ही तरक्की की भाषा है!! Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 338 Share Shekhar Chandra Mitra 14 Sep 2021 · 1 min read हालात का सामना तुम्हें हर हाल में पढ़ना चाहिए! ज़िंदगी में आगे बढ़ना चाहिए!! सामना कर सको किसी तूफ़ान का ख़ुद को इस क़दर गढ़ना चाहिए!! Shekhar Chandra Mitra #ambedkarism #bhagatsinghvision Hindi · कविता 332 Share Shekhar Chandra Mitra 14 Sep 2021 · 1 min read खुदकुशी नहीं, इंकलाब करो! ऐ खुदकुशी करने वालों! तुम इंकलाब क्यों नहीं करते? जिससे दिक्कत है उसका तुम एहतिजाज़ क्यों नहीं करते? आखिर कोई कमी है क्या दुनिया में बेहतर विकल्पों की? यहीं से... Hindi · कविता 135 Share Shekhar Chandra Mitra 14 Sep 2021 · 1 min read वक़्त की चुनौतियां आंख चुराकर मत निकल! मुंह छुपाकर मत निकल!! तू वक्त की चुनौतियों से- जान बचाकर मत निकल!! Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 441 Share Shekhar Chandra Mitra 14 Sep 2021 · 1 min read आंदोलन कोशिश तो हम कर ही सकते हैं! इंकलाब चाहे हो या नहीं! हमारी क़ौमी चेतना में एक नई परवाज़ चाहे हो या नहीं!! किसी का तो ख़ून खौलायेगा यह एहतिज़ाजी... Hindi · कविता 231 Share Shekhar Chandra Mitra 13 Sep 2021 · 1 min read प्रमाणिक लेखन प्रिय! जो भी लिखो पूरे प्राणों से लिखो कम से कम शब्दों में बड़ी से बड़ी बात कहने की कोशिश करो फिर देखो कि तुम्हारा लिखा हुआ एक-एक शब्द कैसे... Hindi · लेख 247 Share Shekhar Chandra Mitra 13 Sep 2021 · 1 min read पागलों के हाथ में दुनिया कुछ पागलों के हाथ में है दुनिया पता नहीं कब इसे खतम कर दें! वे तुझको-मुझको इसको-उसको सबको एक साथ भसम कर दें! इससे पहले कि जीने का मौका अब... Hindi · कविता 1 158 Share Shekhar Chandra Mitra 13 Sep 2021 · 1 min read दोहरी मुसीबत अगर एक तरफ नाकाम मोहब्बत! तो दूसरी तरफ दुनिया की हालत!! अपने लिए तो यहां दोहरी मुसीबत! जीने का मौका न मरने की फूर्सत!! Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 169 Share Shekhar Chandra Mitra 13 Sep 2021 · 1 min read ज़मीर का सौदा झूठ-मूठ का खेल-तमाशा क्यों! आखिर इतना शोर-शराबा क्यों!! मज़हब के नाम पर चारों तरफ रात-दिन यह धूम-धड़ाका क्यों!! हमारे लेखकों और पत्रकारों ने क्या अपने आप को बेच दिया!! मौजूदा... Hindi · कविता 195 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Sep 2021 · 1 min read होश हैं गुम तुम तरा रूम तरा रूम तरा रूम भाग गए बंदर छोड़ गए दुम... (१) चकबुम चकबुम बुम बुम बुम सारे सिस्टम को लग गया घुन... (२) रूनझुन रूनझुन झुन झुन... Hindi · गीत 194 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Sep 2021 · 1 min read विष-वृक्ष आख़िर यह जाति कहां से आई इसे भेजो वहीं यह जहां से आई हाय, ऊंच-नीच का जाल फैलाके इसी ने तो देश की लुटिया डुबाई... #Geetkar Shekhar Chandra Mitra #जनवादीगीतकार Hindi · कविता 261 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Sep 2021 · 1 min read दिवा स्वप्न सामने तेरे बैठे हुए! तेरी आंखों में देखते हुए!! गाता रहूं मैं गीत प्यार के! तेरे बारे में सोचते हुए!! #Geetkar Shekhar Chandra Mitra (A Dream of Love) Hindi · कविता 284 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Sep 2021 · 1 min read जागृत चेतना का कवि मैं क्या करूं, मुझसे गुलामी नहीं होती! किसी तरह ज़मीर की नीलामी नहीं होती! जिनके हाथ रंगे हुए ख़ून में अवाम के उनको सिर झुका कर सलामी नहीं होती! Shekhar... Hindi · कविता 199 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Sep 2021 · 1 min read हिल गया इंडिया पहले तो लगा था कि खिल गया इंडिया! हिल गया इंडिया!! देखो कैसे माटी में मिल गया इंडिया! हिल गया इंडिया!! लगता है सबका मुंह सिल गया इंडिया! हिल गया... Hindi · गीत 229 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Sep 2021 · 1 min read डोली सीने में कुछ टूट रहा! जिससे मेरा दम घुट रहा!! गूंज रही कहीं शहनाई! शायद कोई डोला उठ रहा!! Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 248 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Sep 2021 · 1 min read यादों का दलदल तेरी यादों के दलदल में धंसता ही जाता है दिल! बाहर आने की कोशिश में फंसता ही जाता है दिल!! एक हूक-सी उठती है रह-रहकर मेरे सीने में घुट जाए... Hindi · कविता 238 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Sep 2021 · 1 min read मेरे सपनों का देश जहां न कोई ऊंच-नीच हो जहां न कोई जात-पात! जहां न कोई भेद-भाव हो जहां न कोई छूत-छात!! हमें चाहिए ऐसा देश! हमें चाहिए ऐसा समाज! जहां न कोई लूट-मार... Hindi · गीत 177 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Sep 2021 · 1 min read खूंरेजी दास्तान आंसू के दरिया बहेंगे कब तक धरती पर? ख़ून के प्यासे रहेंगे कब तक धरती पर? किसी तरह बचा लो तुम धरती को समय रहते! गुलशन भी सहरा बनेंगे कब... Hindi · कविता 196 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Sep 2021 · 1 min read जनता से सवाल क्या इन्हीं अच्छे दिनों के लिए तरस रहे थे आप लोग? कब आएगा हमारा तारणहार तड़प रहे थे आप लोग? आपके सारे अरमान पूरे हो गए या अब भी कुछ... Hindi · कविता 188 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Sep 2021 · 1 min read सदियों का इंतज़ार सदियां गुज़र गईं हाय सदियां गुज़र गईं मिला न प्यार तेरा राम ही जाने पूरा होगा कब तक यह इंतज़ार मेरा... मैं गुलशन-गुलशन तुमको ढूंढूं फूल और चिड़िया सबसे पूछूं... Hindi · गीत 165 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Sep 2021 · 1 min read दीवाने का हाल वह जो कभी मेरी होती थी अब हो गई बेगाने की हालत है क्या उससे बिछड़कर मत पूछो दीवाने की... उससे मुझे जो दर्द मिले मेरे नग्मों के मौज़ू हैं... Hindi · गीत 395 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Sep 2021 · 1 min read हम क्यों बोलें? बोलो ताकि अपने आप से आंख तुम मिला सको! अपने ज़मीर अपनी गैरत को मरने से बचा सको!! आताताइयों या तमाशाइयों में शामिल नहीं थे तुम! अपनी अगली पीढ़ियों को... Hindi · कविता 160 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Sep 2021 · 1 min read बुनियादी मसले हिंदू-मुसलमान करने से हमारा पेट भरेगा क्या? भारत-पाकिस्तान करने से हमें रोज़गार मिलेगा क्या? मंदिर-मस्जिद करने से हमारा इलाज़ तो होने से रहा श्मसान-कब्रिस्तान करने से हमरा घर बनेगा क्या?... Hindi · कविता 182 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Sep 2021 · 1 min read युवा रक्त अत्याचार देखकर उबलता है अन्याय देखकर खौलता है यह युवा रक्त है क्या करें अब संभाले नहीं संभलता है.... #Geetkar Shekhar Chandra Mitra #जनवादीगीत Hindi · कविता 282 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Sep 2021 · 1 min read खुदकुशी नहीं तो क्या करें? जहां न कोई आज़ादी है जहां न कोई बराबरी एक ऐसे देश में कोई खुदकुशी नहीं तो क्या करे? बगावत! इंकलाब! मुजाहिरा! एहतिजाज!! (१) जहां न कोई ज़िंदगी है जहां... Hindi · गीत 2 194 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Sep 2021 · 1 min read जन्म-जन्म का प्यार बैठी रहो बैठी रहो तुम ऐसी ही बैठी रहो घंटों नहीं सदियों तक बस ऐसी ही बैठी रहो... (१) यह शाम यह तनहाई मुझे अच्छी लग रही है यह बदली... Hindi · गीत 177 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Sep 2021 · 1 min read सावन के महीने में आग लगी मेरे सीने में इस सावन के महीने में दिलवर से जुदा होकर कोई मज़ा नहीं जीने में... #Geetkar Shekhar Chandra Mitra (A Dream of Love) Hindi · कविता 227 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Sep 2021 · 1 min read जौहरी की नज़र आख़िर है फूर्सत किसे! आकर यह समझाए इसे!! जो अनगढ़ हीरे को पहचाने कहते हैं जौहरी उसे!! #Geetkar Shekhar Chandra Mitra #LiteraryGenius Hindi · कविता 199 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Sep 2021 · 1 min read लिट्रैरी जीनियस चलो आज मैं नाकाम सही आवारा सही-बदनाम सही एक रोज़ तुम्हारी शान बनूंगा हर महफ़िल की पहचान बनूंगा... #Geetkar Shekhar Chandra Mitra #LiteraryGenius Hindi · कविता 200 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Sep 2021 · 1 min read पैनी नज़र मेरे टैलेंट की क़दर! दुनिया को होगी मगर!! तुमको थोड़ी देरी से मिलेगी इसकी ख़बर!! एक अनगढ़ हीरे को परखने के लिए अभी! तुम लाओगे कहां से चाहिए जो पैनी... Hindi · कविता 185 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Sep 2021 · 1 min read सोने के क्लिप पद, प्रतिष्ठा, पुरस्कार और पदक क्लिप हैं- सोने के क्लिप जो आम तौर पर सरकार के पक्ष में बोलने और सरकार के ख़िलाफ़ बोलने से रोकने के लिए लोगों के... Hindi · कविता 324 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Sep 2021 · 1 min read भगतसिंह, पाश और मैं भगतसिंह और पाश की तरह मेरा जन्म भी बारिशों के मौसम यानि कि भादो में हुआ था मेरी ख्वाहिश है कि मेरी मौत भी ठीक उन्हीं की तरह फूलों के... Hindi · कविता 157 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Sep 2021 · 1 min read दुनिया की दीवार हम करेंगे प्यार हां, हम करेंगे प्यार टूटकर भी हर बार हम करेंगे प्यार... मैं हवा हूं तुझसे मिलने से मैं ख़ुशबू हूं तुझमें घुलने से कैसे रोकेगी कैसे टोकेगी... Hindi · गीत 210 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Sep 2021 · 1 min read तोहफ़ा दर्द का ये जो दर्द है मेरे दिल में तोहफा है मेरे यार का! कि लिख सकूं मैं उम्र भर रोज़ गीत कोई प्यार का!! समझ नहीं पाएगा इसको वह सपनों में... Hindi · कविता 1 1 341 Share Previous Page 59 Next