Shekhar Chandra Mitra Language: Hindi 3940 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 53 Next Shekhar Chandra Mitra 10 Nov 2021 · 1 min read वह शायर बदनाम: मजाज़ लखनवी हुस्न है तेरे लिए क़हर! इश्क़ है तेरे लिए ज़हर! तू इससे अब तौबा कर ले! फ़न है तेरे लिए कुफ़र! Shekhar Chandra Mitra (A Dream of Love) #brokenheart Hindi · कविता 131 Share Shekhar Chandra Mitra 10 Nov 2021 · 1 min read वह अवामी शायर: अदम गोंडवी किसी का ख़्याल नहीं मिलता है तुम्हारे ख़्याल के साथ! तुम हुक़ूमत को ललकारते हो कितनी मजाल के साथ!! तुम शायर हो या किसान कोई मैं देखकर हैरान हूं यह!... Hindi · कविता 353 Share Shekhar Chandra Mitra 8 Nov 2021 · 1 min read इश्क़ से इंकलाब तक जिस्म की हो या ज़ेहन की तुम तोड़ डालो हर ज़ंजीर! खोखली इबादत से नहीं, मेहनत से बनती तक़दीर!! सरकार भरोसे भारत का अब कुछ नहीं होने वाला नौजवानों को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 216 Share Shekhar Chandra Mitra 8 Nov 2021 · 1 min read इंकलाब का शायर हुज़ूरे-वाला के दरबार में हाज़िरी लगाने से हम तो रहे! जिल्ले-इलाही की शान में कसीदे सुनाने से हम तो रहे! चुनवा दिया जाए क्यों ना अब हमें ज़िंदा ही दीवार... Hindi · कविता 266 Share Shekhar Chandra Mitra 8 Nov 2021 · 1 min read बुद्धमय भारत का सपना शांति, क्षमा और करूणा! सत्य, प्रेम और अहिंसा!! बुद्ध का तात्पर्य है क्या मुक्ति, बंधुत्व और समता!! Shekhar Chandra Mitra #Buddha #JaiBhim Hindi · कविता 315 Share Shekhar Chandra Mitra 8 Nov 2021 · 1 min read अघोषित इमरजेंसी का भारत आपन आज़ादी गंवा सकता है? हां, आजकल लगता तो अइसने है! का भारत में तानाशाही आ सकता है? हां, आजकल लगता तो अइसने है! मंतरी से संतरी ले... Hindi · कविता 157 Share Shekhar Chandra Mitra 8 Nov 2021 · 1 min read जुदाई की रात मैं क्या करूं आख़िर मुझे नींद नहीं आती मेरी जान जाती मगर तेरी याद नहीं जाती... बाग से लेकर बहारों तक चांद से लेकर सितारों तक चारों तरफ फैले हुए... Hindi · गीत 355 Share Shekhar Chandra Mitra 8 Nov 2021 · 1 min read रैन बसेरा कामयाबी के नशे में यह! भूल जाता हर हुक्मरान!! कि सत्ता के शीशमहल में वह चंद रोज़ का मेहमान!! आखिर तुम्हें भी एक दिन इसे खाली करना पड़ेगा!! जिसे तुम... Hindi · कविता 217 Share Shekhar Chandra Mitra 7 Nov 2021 · 1 min read राधा ना तो किसी से मिलती है! ना ही कभी वह हंसती है!! जबसे दूर हुए तुम उससे वह गुमसुम-सी रहती है!! इतनी छोटी-सी उम्र में ही पगली क्या रोग लगा... Hindi · गीत 1 1 356 Share Shekhar Chandra Mitra 7 Nov 2021 · 1 min read टूटे हुए दिल का शायर ना तो पास आ सके ना ही दूर रह सके हम! बातें तो कई थीं मगर तुमसे ना कह सके हम! जो सह लिए वे दर्द तो शेरों में ढ़ले... Hindi · कविता 1 149 Share Shekhar Chandra Mitra 7 Nov 2021 · 1 min read चंदा की डोली उठी ओय रब्बा, तूने ये क्या किया मुझसे किस जनम का बदला लिया तुझसे मांगी थी एक ख़ुशी लेकिन उम्र भर का दर्द दिया... छाया भी छूए कोई उसका मुझको यह... Hindi · गीत 1 383 Share Shekhar Chandra Mitra 7 Nov 2021 · 1 min read जो चले गए आती-जाती हर सांस जैसे गीत उन्हीं के दोहराती! जिनको आना नहीं होता है याद ही उनकी क्यों आती!! यह तो जुदाई का साल है पहला आगे अभी एक उम्र पड़ी... Hindi · गीत 201 Share Shekhar Chandra Mitra 6 Nov 2021 · 1 min read ज़हरीली हवा पता नहीं कब मर जाएं! क्यों नहीं कुछ कर जाएं!! हम उगें कोपल बनकर इससे पहले कि सड़ जाएं!! यह ज़हरीली हवा कहीं घोंट ना डाले दम सबका जाते-जाते फूलवारी... Hindi · कविता 2 190 Share Shekhar Chandra Mitra 6 Nov 2021 · 1 min read गुनाह कबूल है! मज़लूमों की तरफदारी का मतलब अगर ग़लत बोलना हुआ तो वही सही! महरूमों की पैरवीकारी का मतलब अगर ज़हर घोलना हुआ तो वही सही!! आज अपने लिए आपका यह इल्ज़ाम... Hindi · कविता 182 Share Shekhar Chandra Mitra 6 Nov 2021 · 1 min read उपासना प्रार्थना कर! बस प्रार्थना कर!! वंदना कर! बस वंदना कर!! मांग न कुछ! तू चाह न कुछ!! साधना कर! बस साधना कर!! Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 165 Share Shekhar Chandra Mitra 5 Nov 2021 · 1 min read आख़िरी कलाम सारे वक्तव्यों में केवल उन्हीं वक्तव्यों का मेरे लिए कोई मूल्य है जो फांसी के तख्ते से, सूली पर से, हाथों में ज़हर का प्याला लेकर या तलवारों के साए... Hindi · कविता 342 Share Shekhar Chandra Mitra 5 Nov 2021 · 1 min read भगतसिंह की फांसी हंसते हुए मौत को गले लगाने वाले उस शख़्स का आख़िरी बयान सुनो। तुम्हें उसके हर लफ्ज़ से अनलहक की गूंज आती हुई मालूम होगी! Hindi · कविता 209 Share Shekhar Chandra Mitra 5 Nov 2021 · 1 min read तमाशबीन आंख होने के बावजूद अंधे बने हुए हैं जो! कान होने के बावजूद बहरे बने हुए हैं जो!! इस देश की बर्बादी में उनका भी हाथ है! जीभ होने के... Hindi · कविता 134 Share Shekhar Chandra Mitra 5 Nov 2021 · 1 min read शायरी का मतलब अगर ज़ुल्मत में ये शरारा न बन सकें! अगर ग़फ़लत में ये इशारा न बन सकें!! तो मेरे शेरों को तुम कचरे में फेंक देना! अगर मुसीबत में ये सहारा... Hindi · कविता 404 Share Shekhar Chandra Mitra 5 Nov 2021 · 1 min read फ़िरदौस तुम्हारे कदमों में सितारे बिछाना चाहता था! चांद से तुम्हारा आंगन सजाना चाहता था! इसे मेरा प्यार कहो अब तुम या मेरा दीवानापन! मैं तो ज़मीन पर ही फ़िरदौस बनाना... Hindi · कविता 170 Share Shekhar Chandra Mitra 4 Nov 2021 · 1 min read हमदर्दी हां, मज़लूमों से हमदर्दी है मुझे! हां, महरूमों से हमदर्दी है मुझे!! एक इंसान होने के नाते हां, महकूमों से हमदर्दी है मुझे!! Shekhar Chandra Mitra #इंकलाबीशायरी #अवामीशायर #सियासीशायरी #चुनावीशायरी Hindi · कविता 132 Share Shekhar Chandra Mitra 4 Nov 2021 · 1 min read मूक नायक कौन नायक था और कौन खलनायक यह इतिहास तय करेगा! कौन लायक़ था और कौन नालायक यह इतिहास तय करेगा! झूठ के बादल आख़िर कब तक सच के सूरज को... Hindi · कविता 329 Share Shekhar Chandra Mitra 4 Nov 2021 · 1 min read जय भीम! दूर नहीं है अब वह दिन! अपना हक़ हम लेंगे जब छिन!! संसद से सड़क तक गूंजेगा! जय-जय जय-जय जय भीम!! Shekhar Chandra Mitra #अवामीशायर #इंकलाबीशायरी #चुनावीशायरी #सियासीशायरी Hindi · कविता 157 Share Shekhar Chandra Mitra 4 Nov 2021 · 1 min read चेतना की मौत कुछ ख़्याल ऐसे हैं जिन्हें मैं ही सोच सकता हूं! कुछ बातें ऐसी हैं जिन्हें मैं ही कह सकता हूं! कुछ काम ऐसे हैं जिन्हें मैं ही कर सकता हूं!... Hindi · कविता 139 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Nov 2021 · 1 min read प्यार है या जादू ? आप जैसे ही रूबरू होते हैं! एकाएक हम सुर्खरू होते हैं!! जिनसे जागते गीत सीने में वो आप ही के घुंघरू होते हैं!! मेरे दोस्त देखकर हैरान तो मेरे दुश्मन... Hindi · कविता 185 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Nov 2021 · 1 min read एक उदास शाम और मेरे हिस्से में छोड़कर एक उदास शाम और! गुज़र गया यह दिन भी करके खाली जाम और!! तू चाहे तो शायरी को ही मेरा काम समझ ले वर्ना तुझे याद... Hindi · कविता 1 1 207 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Nov 2021 · 1 min read मुझमें ऐसी क्या थी कमी ऐ ज़िंदगी मेरी ज़िंदगी थी मुझमें ऐसी क्या कमी... (१) कि छोड़ गई दिल तोड़ गई तू लेके अब मेरी हर ख़ुशी... (२) मार डाले ना कहीं आज मुझको मेरी... Hindi · गीत 185 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Nov 2021 · 1 min read हल्ला बोल कोई खींच ले मेरी जुबान अगर मैंने हो कुफ्र कहा!! लेकिन हक़ के सवाल पर मैं चुप नहीं रहने वाला!! मज़हब से सियासत तक फैली हुईं जो आजकल उन जुल्मतों... Hindi · कविता 139 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Nov 2021 · 1 min read आग से खेलने वाले अभी कितने गीत तड़प रहे इस जलते हुए मेरे दिल में! क्या कोई नहीं ऐसा गायक गा दे इन्हें जो महफिल में!! आग से खेलने की हिम्मत सबमें नहीं हुआ... Hindi · कविता 140 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Nov 2021 · 1 min read मायूसियों का दौर चारों तरफ़ वही प्यास है! चारों तरफ़ वही भूख है!! चारों तरफ़ वही दर्द है! चारों तरफ़ वही दुःख है!! आदमी जाए तो अब जाए किधर! कहीं कोई उम्मीद नहीं... Hindi · कविता 173 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Nov 2021 · 1 min read रक्तहीन क्रांति वह इंकलाब भी क्या इंकलाब है जिसमें खून-खराबे हों! वह एहतिजाज़ भी क्या एहतिजाज़ है जिसमें खुदकश-धमाके हों!! एक जिंदा जम्हूरियत की बुनियाद है यह अवामी मुज़ाहिरा लेकिन वह बुनियाद... Hindi · कविता 156 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Nov 2021 · 1 min read बुद्धिजीवियों की चुप्पी कमर तोड़ यह महंगाई! ऊपर से इतनी बेकारी!! त्राहि-त्राहि हर ओर मची कहीं भूख-कहीं बीमारी!! नामी-गिरामी बुद्धिजीवी अब डर गए या बिक गए! सरकार को समझाए कौन आम जनता की... Hindi · कविता 344 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Nov 2021 · 1 min read दरबारी संस्कृति सामाजिक विसंगतियों पर जो प्रहार न करे! धार्मिक रूढ़ियों पर जो प्रहार न करे! वह साहित्य, संगीत और कला किस काम की हमारी राजनीतिक विकृतियों पर जो प्रहार न करे!... Hindi · कविता 860 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Nov 2021 · 1 min read मरा हुआ ज़मीर उनकी ज़हालत पर भी जो उन्हें फटकारती नहीं! उनकी वहशत पर भी जो उन्हें लताड़ती नहीं!! लानत है सियासतदानों के उस मरे हुए ज़मीर को उनकी बर्बरियत पर भी जो... Hindi · कविता 1 1 160 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Nov 2021 · 1 min read आवारा गीत तुम अगर एक बार इन्हें किसी शाम गुनगुना लेते! तो ये आवारा गीत हमारे अपना मुकाम पा लेते!! दौलत-शोहरत की हवस जिन्हें होगी उन्हें होगी! हमारी तो इतनी तमन्ना है... Hindi · कविता 266 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Nov 2021 · 1 min read समय का सच हम तो शायर हैं अवाम के! हमें क्या लेना हुक्मरान से!! लिखते रहेंगे समय का सच बेफिक्र होकर अंज़ाम से!! क्या तुम्हें कुछ मालूम भी है देश और समाज के... Hindi · कविता 265 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Nov 2021 · 1 min read ग़ुमराह जीनियस गैरों से तहज़ीब की उम्मीद करने वाले ख़ुद इतना बर्बर होंगे मालूम नहीं था हमें! नज्म़ो और ग़ज़लों के ख़ुबसूरत गुलदस्ते में छिपे हुए खंजर होंगे मालूम नहीं था हमें!... Hindi · कविता 212 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Oct 2021 · 1 min read बेकद्री का ज़माना मरने के बाद ही शायर को बेक़द्र ज़माना याद करता है! हुनर सड़क पे धूल फांकता फ़रेब महल में राज करता है!! साहित्य, संगीत और सिनेमा ये सब अमीरों के... Hindi · कविता 1 377 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Oct 2021 · 1 min read मैं कहता आंखन देखी जब जीवन-मरण का प्रश्न खड़ा हो! जब सत्य-असत्य का युद्ध छिड़ा हो!! तटस्थ नहीं रह सकते हम कदापि जब न्याय-अन्याय पर आन पड़ा हो!! हम कबीर के वंशज होते हुए... Hindi · कविता 205 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Oct 2021 · 1 min read क़लम की ताक़त मोहब्बत का-लहज़ा होती है! इंकलाब का-ज़रिया होती है!! तुम क्या समझो-तुम क्या जानो क़लम की ताक़त-क्या होती है!! शायर के सीने में सुलगती है कोई भी आग एक मुद्दत तक!... Hindi · कविता 175 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Oct 2021 · 1 min read आख़िरी निशानी कुछ दिन जवानी और रह गई है! थोड़ी-सी कहानी और रह गई है! सब कुछ दे दिया तन से मन तक आख़िरी निशानी और रह गई है! जो लिख सकता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 174 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Oct 2021 · 1 min read देश-काल से परे अपने आपको सुना कीजिए! अपने आपको देखा कीजिए!! देश और काल से परे जाकर अपने आपसे मिला कीजिए!! ऐसे कब तक राजनेताओं की जय-जयकार करते रहेंगे आप! अपनी धड़कनों की... Hindi · कविता 152 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Oct 2021 · 1 min read बालीवुड जीनियस: गुरुदत्त इज़्ज़त चाही थी, इज़्ज़त कमा ली! दौलत चाही थी, दौलत कमा ली! शोहरत चाही थी, शोहरत कमा ली! ताक़त चाही थी ताक़त कमा ली! क्या है अगर मुहब्बत नहीं! सब... Hindi · कविता 1 1 178 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Oct 2021 · 1 min read भीड़ का हिस्सा एक गुनहगार फरिश्ता मुझे हरगिज़ नहीं बनना! किसी भीड़ का हिस्सा मुझे हरगिज़ नहीं बनना! ख़ुद अपनी क़लम से मैं लिखूंगा अपनी कहानी! बेवकूफियों का किस्सा मुझे हरगिज़ नहीं बनना!... Hindi · कविता 217 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Oct 2021 · 1 min read औरत तू नहीं बनी है इस नुमाइश के लिए! किसी अय्याश की फ़रमाइश के लिए तू जिस्म ही नहीं, एक ज़ेहन भी तो है! अपने अंदर झांक आज़माइश के लिए! Shekhar... Hindi · कविता 1 1 186 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Oct 2021 · 1 min read हाशिए के लोग जिनकी तस्वीर अख़बारों में कभी दिखाई नहीं जाती! जिनकी आवाज़ टेलीविजन में कभी सुनाई नहीं जाती!! मैं तो शायर हूं हाशिए के उन अभागे लोगों का! जिनकी दास्तान सिनेमा में... Hindi · कविता 178 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Oct 2021 · 1 min read भगतसिंह और अंबेडकर तुम सत्ता को बदलो, साथियों! हम व्यवस्था को बदलते हैं! कब तक खाएंगे ठोकरें हम अभी और यहीं से संभलते हैं! दिखाई थी जो राह हमें कभी भगतसिंह और आम्बेडकर... Hindi · कविता 171 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Oct 2021 · 1 min read फेंक दो बंदूक, उठा लो कलम तुमको है कसम तुमको है कसम देश की अपने तुमको है कसम एक खुबसूरत समाज के लिए फेंक दो बंदूक उठा लो क़लम... (1) तुम लिखो किताबें फिल्में बनाओ अपने... Hindi · गीत 1 1 715 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Oct 2021 · 1 min read देश की दशा और दिशा दलितों की यह प्रखर चेतना! आदिवासियों की यह मुखर चेतना! देश की दशा और दिशा तय करेगी! स्त्रियों की यह सुघर चेतना! Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 168 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Oct 2021 · 1 min read जब लाद चलेगा बंजारा बहुत जल्द दुनिया के मेले उठ जाएंगे! आखिरकार हम लोग अकेले छूट जाएंगे! खाली हाथ ही सबको जाना है सफ़र में! लाख पहरों के बाद भी राही लुट जाएंगे! हमपे... Hindi · कविता 283 Share Previous Page 53 Next