सत्य कुमार प्रेमी 780 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next सत्य कुमार प्रेमी 12 Dec 2023 · 1 min read मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा। मुक्तक मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा। पैसे वालों को भी यारो पैसे पर मरते देखा। मजबूरी तो मजबूरी है क्या क्या ये करवाती है। पर औरों की... Hindi · मुक्तक 340 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Dec 2023 · 1 min read हम न रोएंगे अब किसी के लिए। गज़ल 2122/1212/22(112) हम न रोएंगे अब किसी के लिए। है तेरी आरज़ू खुशी के लिए।1 तू है अनजान ये ही मान लिया। कौन रोता है अजनबी के लिए।2 प्यार का... Hindi · ग़ज़ल 225 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Dec 2023 · 2 min read खेल खेल में छूट न जाए जीवन की ये रेल। गीत- जीवन क्या है समझ न पाए समझ रहे हैं खेल। खेल खेल में छूट न जाए जीवन की ये रेल। (कि भैया जीवन है ये रेल) मां की कोख... Hindi · गीत 1 2 176 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Dec 2023 · 1 min read सभी गम दर्द में मां सबको आंचल में छुपाती है। गज़ल 1222/1222/1222/1222 सभी गम दर्द में मां सबको आंचल में छुपाती है। अभी भी ऐसा लगता है कि मां लोरी सुनाती है।1 किया इज़हार जिससे प्यार का इनकार ही पाया,... Hindi · ग़ज़ल 197 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Dec 2023 · 1 min read मुनाफे में भी घाटा क्यों करें हम। ग़ज़ल 1222/1222/122 मुनाफे में भी घाटा क्यों करें हम। जो सुख है दुख की चिंता क्यों करें हम।1 कोई इंसान हो अपना पराया, किसी के साथ धोका क्यों करें हम।2... Hindi · ग़ज़ल 114 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Dec 2023 · 1 min read शायरों के साथ ढल जाती ग़ज़ल। मुक्तक शायरों के साथ ढल जाती ग़ज़ल। इश्क करिए इश्क फ़रमाती ग़ज़ल। इक ग़ज़ल 'प्रेमी' से मिलने के लिए, प्रेमिका के रूप में आती ग़ज़ल। .........,✍️ सत्य कुमार प्रेमी Hindi · मुक्तक 97 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Dec 2023 · 1 min read गम के पीछे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी। ग़ज़ल 2122/2122/2122/212 गम के पीछे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी। मौत से ही जिंदगी है जिंदगी कहने लगी।1 तुम उतर जाओ गले तो चैन कुछ आ जाएगा। ओस... Hindi · ग़ज़ल 132 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Dec 2023 · 1 min read प्यार करने के लिए हो एक छोटी जिंदगी। मुक्तक प्यार करने के लिए हो एक छोटी जिंदगी। प्यार बिन रहती कहां है जिंदगी भी जिंदगी। जिंदगी औ'र प्यार को कैसे जुदा कर पाओगे, जिंदगी तो प्यार है औ'र... Hindi · मुक्तक 108 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Dec 2023 · 1 min read गम के आगे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी। #मुक्तक गम के आगे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी। मौत से ही जिंदगी है जिंदगी कहने लगी। चाहे कितना हो अंधेरा थाम ले दामन मेरा। यार तू डरना... Hindi · मुक्तक 95 Share सत्य कुमार प्रेमी 1 Nov 2023 · 1 min read चौथ मुबारक हो तुम्हें शुभ करवा के साथ। चौथ मुबारक हो तुम्हें शुभ करवा के साथ। जीवन साथी का रहे सदा हाथ में हाथ। ..........✍️ सत्य कुमार प्रेमी Quote Writer 122 Share सत्य कुमार प्रेमी 22 Oct 2023 · 1 min read जाने कब दुनियां के वासी चैन से रह पाएंगे। मुक्तक जाने कब दुनियां के वासी चैन से रह पाएंगे। कब तलक आतंकवादी आग ये फैलाएंगे। पाप का इक दिन घड़ा भर जाएगा तुम देखना, ये कुकर्मी अपने ही कर्मों... Hindi · मुक्तक 205 Share सत्य कुमार प्रेमी 1 Oct 2023 · 1 min read अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस पर अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं 🌹🙏 ये माना अब किसी के जूड़े का गज़रा नहीं हूं। ज़रा मुरझा गया तो क्या मगर कचरा नहीं हूं। ..........✍️ सत्य कुमार प्रेमी Quote Writer 1k Share सत्य कुमार प्रेमी 14 Sep 2023 · 1 min read शुभ दिन सब मंगल रहे प्रभु का हो वरदान। शुभ दिन सब मंगल रहे प्रभु का हो वरदान। यह साहित्यिक यात्रा मंगलमय भूटान। .........✍️ सत्य कुमार प्रेमी शुभ दिन शुभ यात्रा 🌹🙏 Quote Writer 338 Share सत्य कुमार प्रेमी 14 Sep 2023 · 1 min read मुख से निकली पहली भाषा हिन्दी है। मुख से निकली पहली भाषा हिन्दी है। जन जन के मन की अभिलाषा हिन्दी है। ..........✍️ सत्य कुमार प्रेमी हिन्दी दिवस पर बधाई 🌹🙏 Quote Writer 169 Share सत्य कुमार प्रेमी 3 Sep 2023 · 1 min read पुजारी शांति के हम, जंग को भी हमने जाना है। मुक्तक पुजारी शांति के हम, जंग को भी हमने जाना है। हमारी धाक दुनियां में जमीं, दुनियां ने माना है। विजय है चांद पर पाई, चले अब सूर्य से मिलने,... Hindi · मुक्तक 265 Share सत्य कुमार प्रेमी 3 Sep 2023 · 1 min read बारह ज्योतिर्लिंग बारह ज्योतिर्लिंग विश्वनाथ जी यूपी में हैं तमिलनाडु में रामेश्वर। महाराष्ट्र में भीमाशंकर त्रयंबकेश्वर घृष्णेश्वर। सोमनाथ और नागेश्वर जी दोनों ही गुजरात बसे, एम पी की पावन धरती पर महाकाल... Hindi · कविता 186 Share सत्य कुमार प्रेमी 3 Sep 2023 · 1 min read वो जाने क्या कलाई पर कभी बांधा नहीं है। रक्षाबंधन गज़ल 1222/1222/1222/122 वो जाने क्या कलाई पर कभी बांधा नहीं है। है राखी प्यार का बंधन महज धागा नहीं है।1 वो भाई क्या है जिसने प्यार बहना का न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 218 Share सत्य कुमार प्रेमी 3 Sep 2023 · 1 min read मैंने चांद से पूछा चहरे पर ये धब्बे क्यों। मुक्तक - चांद पर 😊😊😊😊😊 (1) 212/1222/212/1222 मैंने चांद से पूछा चहरे पर ये धब्बे क्यों। बोल दे अगर सच तो गहरे गहरे गड्ढे क्यों। पूछना जरूरी गर, मां से... Hindi · मुक्तक 231 Share सत्य कुमार प्रेमी 3 Sep 2023 · 1 min read जो दूरियां हैं दिल की छिपाओगे कब तलक। मुक्तक 221/2121/1221/212 जो दूरियां हैं दिल की छिपाओगे कब तलक। दुनियां से राज दिल मे दबाओगे कब तलक। मैं पूछता हूं आज ये बतला ही दो मुझे, ऐसे ये रिश्ता... Hindi · मुक्तक 239 Share सत्य कुमार प्रेमी 3 Sep 2023 · 1 min read ऊपर चढ़ता देख तुम्हें, मुमकिन मेरा खुश होना। मुक्तक ऊपर चढ़ता देख तुम्हें, मुमकिन मेरा खुश होना। तुमने खूब ऊंचाई पा ली, रब का है शुकराना। उस दिन खुशी मनाऊंगा, ऐ दोस्त तुम्हें बतला दूं, कुछ पहुंचे हैं... Hindi · मुक्तक 268 Share सत्य कुमार प्रेमी 3 Sep 2023 · 1 min read जहर मिटा लो दर्शन कर के नागेश्वर भगवान के। नागेश्वर ज्योतिर्लिंग पर गीत- मन वांछित फल सबने पाए शिव शक्ति गुणगान के। जहर मिटा लो दर्शन कर के नागेश्वर भगवान के। जय जय नागेश्वर, जय जय नागेश्वर। ज्योतिर्लिंग नागेश्वर... Hindi · गीत 264 Share सत्य कुमार प्रेमी 3 Sep 2023 · 1 min read मैं ढूंढता हूं रातो - दिन कोई बशर मिले। ग़ज़ल 2212/1212/2212/12 मैं ढूंढता हूं रातो - दिन कोई बशर मिले। दिल से हमारा साथ दे वो हमसफ़र मिले।1 जीना कठिन हो राह में जब ऐसी धूप हो, तपते बदन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 248 Share सत्य कुमार प्रेमी 3 Sep 2023 · 1 min read चकोर हूं मैं कभी चांद से मिला भी नहीं। गज़ल 1212/1122/1212/22(112) चकोर हूं मैं कभी चांद से मिला भी नहीं। करूं मैं प्यार उसे, उसको ये पता भी नहीं। ये इश्क मुश्क भी होता है रब की मर्जी से,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 264 Share सत्य कुमार प्रेमी 3 Sep 2023 · 1 min read देश से दौलत व शुहरत देश से हर शान है। गज़ल 2122/2122/2122/212 देश से दौलत व शुहरत देश से हर शान है। देश से ही हम, हमारी देश से पहचान है।। देश के प्रति प्रेम का अंकुर अगर फूटा नहीं,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 217 Share सत्य कुमार प्रेमी 3 Sep 2023 · 1 min read चांद पर पहुंचे बधाई, ये बताओ तो। गज़ल 2122/2122/2122/2 चांद पर पहुंचे बधाई,ये बताओ तो। भूख महगाई गरीबी भी हटाओ तो।1 बेचिए मत देश की सम्पत्ति अब कोई, रोजगारी के भी कुछ अवसर बढ़ाओ तो।2 छेड़ दो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 121 Share सत्य कुमार प्रेमी 5 Aug 2023 · 1 min read अब कहां वो प्यार की रानाइयां। गज़ल 2122/2122/212 अब कहां वो प्यार की रानाइयां। हर तरफ हैं दर्द औ'र बेचैनियां।1 चांद के खातिर मचलना वो मेरा, याद आती आज सब नादानियां।2 देखकर के रोज दंगे औ'र... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 106 Share सत्य कुमार प्रेमी 4 Aug 2023 · 1 min read कहां नाराजगी से डरते हैं। गज़ल 2122/1212/22(112) कहां नाराजगी से डरते हैं। हम तो तेरी खुशी से डरते हैं।1 जिसको चाहे उसी को दे दे दिल, उसकी दरियादिली से डरते हैं।2 प्यार में जो भुला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 109 Share सत्य कुमार प्रेमी 29 Jul 2023 · 1 min read चाहत में उसकी राह में यूं ही खड़े रहे। ग़ज़ल 221/2121/1221/212 चाहत में उसकी राह में यूं ही खड़े रहे। हर दर्द ले के दिल में, उसे देखते रहे। नज़रों के पास था मेरी बाहों से दूर था, बारिश... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 129 Share सत्य कुमार प्रेमी 29 Jul 2023 · 1 min read इश्क में हमको नहीं, वो रास आते हैं। गज़ल 2122/2122/2122/2 इश्क में हमको नहीं, वो रास आते हैं। प्यार को बदनाम पर सब लूट जाते हैं।1 दिल जिगर औ'र जान सबकुछ दे दिया जिसको, राम जाने फिर उसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 150 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 Jul 2023 · 1 min read जो गर्मी शीत वर्षा में भी सातों दिन कमाता था। गज़ल 1222/1222/1222/1222 जो गर्मी शीत वर्षा में भी सातों दिन कमाता था। कई दिन भूखा सोता था उसे किस्मत ने मारा था।1 वो महनत से बदलना चाहता था जिंदगी लेकिन,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 157 Share सत्य कुमार प्रेमी 15 Jul 2023 · 1 min read तुझसे मुझे है प्यार ये दिखला रहा हूॅं मैं। मुक्तक- चन्द्रयान मिशन तुझसे मुझे है प्यार ये दिखला रहा हूॅं मैं। ऐ चांद मेरे तुझसे मिलने आ रहा हूॅं मैं। ये दिल भी धड़कता है बड़ी जोर जोर से,... Hindi · मुक्तक 277 Share सत्य कुमार प्रेमी 15 Jul 2023 · 1 min read मुक्तक- जर-जमीं धन किसी को तुम्हारा मिले। मुक्तक जर-जमीं धन किसी को तुम्हारा मिले। भावनाओं का मुझको सहारा मिले। तन से धन से किसी के लिए तुम रहो, मेरे दिल को तो इक साथ प्यारा मिले। ..........✍️... Hindi · मुक्तक 285 Share सत्य कुमार प्रेमी 15 Jul 2023 · 1 min read तुझसे है मुझे प्यार ये बतला रहा हूॅं मैं। गज़ल 221/1221/1221/212 तुझसे है मुझे प्यार ये बतला रहा हूॅं मैं। ऐ चांद मेरे तुझसे मिलने आ रहा हूॅं मैं।1 ये दिल भी धड़कता है बड़ी जोर जोर से, ज्यों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 252 Share सत्य कुमार प्रेमी 15 Jul 2023 · 1 min read गज़ल गज़ल 2122/2122/2122/212 जो नहीं मुमकिन था, वो इंसान सब करता गया। पैर धरती पर रहे औ'र चांद पर देखा गया।1 जो नहीं विचलित हुआ है ज़ख्म खाकर भी कभी, अच्छे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 331 Share सत्य कुमार प्रेमी 15 Jul 2023 · 1 min read जर जमीं धन किसी को तुम्हारा मिले। गज़ल 212/212/212/212 जर जमीं धन किसी को तुम्हारा मिले। भावनाओं का मुझको सहारा मिले।1 तन से धन से किसी के लिए तुम रहो, मेरे दिल को तो इक साथ प्यारा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 234 Share सत्य कुमार प्रेमी 14 Jul 2023 · 1 min read (मुक्तक) जऱ-जमीं धन किसी को तुम्हारा मिले। मुक्तक जर-जमीं धन किसी को तुम्हारा मिले। भावनाओं का मुझको सहारा मिले। तन से धन से किसी के लिए तुम रहो, मेरे दिल को तो इक साथ प्यारा मिले। ..........✍️... Hindi · मुक्तक 116 Share सत्य कुमार प्रेमी 6 Jul 2023 · 1 min read मां के आंचल में कुछ ऐसी अजमत रही। ग़ज़ल 212/212/212/212 मां के आंचल में कुछ ऐसी अजमत रही। मुझको सबकुछ मिला मेरी किस्मत रही।1 एक माॅं दे दी जिसने सभी कुछ दिया, या खुदा ये तेरी ही तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 185 Share सत्य कुमार प्रेमी 29 Jun 2023 · 1 min read मजदूर औ'र किसानों की बेबसी लिखेंगे। ग़ज़ल 221/2122/221/2122 मजदूर औ'र किसानों की बेबसी लिखेंगे। दुख दर्द से भरी जो वो जिंदगी लिखेंगे।1 मुस्कान भी बमुश्किल जिनके लबों पे आती, जिस दिन दिखेगी उस दिन उनकी हॅंसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 123 Share सत्य कुमार प्रेमी 29 Jun 2023 · 1 min read खा गया हिस्सा महल तूने पता पाया नहीं। ग़ज़ल 2122/2122/2122/212 खा गया हिस्सा महल तूने पता पाया नहीं। झोपड़ी तू कर बगावत और अब चारा नहीं।1 बंद कर के मुॅंह न बैठो, ध्यान ये रखना सदा, कौन सुनता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 77 Share सत्य कुमार प्रेमी 29 Jun 2023 · 1 min read यहां कश्मीर है केदार है गंगा की माया है। ग़ज़ल 1222/1222/1222/1222 यहां कश्मीर है केदार है गंगा की माया है। तभी सारे जहां से भी हमारा देश प्यारा है। सदा रखना पिता माता को ईश्वर के ही दर्जे में,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 206 Share सत्य कुमार प्रेमी 25 Jun 2023 · 1 min read तुम्हारे बिन कहां मुझको कभी अब चैन आएगा। मुक्तक तुम्हारे बिन कहां मुझको कभी अब चैन आएगा। तुम्हारे बिन जुदाई में ये दिन पल पल सताएगा। हमारे लब पे रहते हैं तुम्हारे प्यार के किस्से, तुम्हारे लब पे... Hindi · मुक्तक 129 Share सत्य कुमार प्रेमी 19 Jun 2023 · 1 min read हे प्रभू तुमसे मुझे फिर क्यों गिला हो। ग़ज़ल 2122/2122/2122 हे प्रभू तुमसे मुझे फिर क्यों गिला हो। बिन ही मांगे जब मुझे सबकुछ दिया हो।1 वो महल भी शर्म से नीचे झुकेगा, खून पीकर जो गरीबों का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 276 Share सत्य कुमार प्रेमी 19 Jun 2023 · 1 min read यहां नसीब में रोटी कभी तो दाल नहीं। ग़ज़ल 1212/1122/1212/22(112) यहां नसीब में रोटी कभी तो दाल नहीं। गरीब का है किसी को कोई खयाल नहीं।1 वो खा रहे हैं हरिक रोज मुर्गा औ'र बकरा, उन्हें तो चाहिए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 428 Share सत्य कुमार प्रेमी 19 Jun 2023 · 1 min read मैं हर चीज अच्छी बुरी लिख रहा हूॅं। ग़ज़ल 122/122/122/122 मैं हर चीज अच्छी बुरी लिख रहा हूॅं। कि जीवन में नेकी बदी लिख रहा हूॅं।1 जिन्हें ज्यादातर मैंने रोते ही देखा, मैं मुश्किल से उनकी हॅंसी लिख... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 245 Share सत्य कुमार प्रेमी 19 Jun 2023 · 1 min read दूर जाकर क्यों बना लीं दूरियां। ग़ज़ल 2122/2122/212 दूर जाकर क्यों बना लीं दूरियां। आज भी फिर क्यों गिराते बिजलियां।1 जीत तुमको चाहिए थी, इसलिए, हार कर तुमको जिता दी बाजियां।2 कुछ कमी मुझ में भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 210 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 Jun 2023 · 1 min read जो गगन जल थल में है सुख धाम है। ग़ज़ल 2122/2122/212 जो गगन जल थल में है सुख धाम है। जो रमा कण कण में वो ही राम है। जन्म जो देता है सबको पालता, परम पावन वो प्रभू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 334 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 Jun 2023 · 1 min read देख बहना ई कैसा हमार आदमी। ग़ज़ल 212/212/212/212 देख बहना ई कैसा हमार आदमी। हाय कितना है सुंदर तोहार आदमी।1 ई था किस्मत म हमरे नकारा आदमी, अब हूॅं पीछे पड़े हैं हजार आदमी।2 नीक लागै... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 252 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 Jun 2023 · 1 min read ईमान धर्म बेच कर इंसान खा गया। मुक्तक ईमान धर्म बेच कर इंसान खा गया। दुनियां में असुर कर्म का सम्राज्य छा गया। चारो ही तरफ सर्वनाश जैसा दिख रहा, लगता है कयामत का दिन करीब आ... Hindi · मुक्तक 257 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Jun 2023 · 1 min read कम कमाना कम ही खाना, कम बचाना दोस्तो! गज़ल 2122.......2122......2122......212 कम कमाना कम ही खाना, कम बचाना दोस्तो! पर किसी की आंख में आंसू न लाना दोस्तो! जिंदगी तो इस जहाँ में आपकी कट जायेगी! पर खुदा को... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 369 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Jun 2023 · 1 min read हो मापनी, मफ़्हूम, रब्त तब कहो ग़ज़ल। ग़ज़ल 221/1221/2121/212 हो मापनी, मफ़्हूम, रब्त तब कहो ग़ज़ल। समझो न मियां काफ़िया रद़ीफ को ग़ज़ल।1 पहले तो पढ़ो जान एलिया व मीर को, संगीत में जगजीत की सुना करो... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 291 Share Previous Page 4 Next