Sanjay Narayan Language: Hindi 258 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Sanjay Narayan 4 Feb 2020 · 1 min read मुक्तक ?????????? चारित्रिक गतिविधियों से मैं कुलीनता की थाह बताऊँ जो हैं वंचित और तिरस्कृत उन सबको भी गले लगाऊँ। ??????????? मुझसे कभी मदद मांगो तो बन सहयोगी प्रीत निबाहूँ न... Hindi · मुक्तक 3 257 Share Sanjay Narayan 4 Feb 2020 · 1 min read ग़ज़ल जमाने भर की आँखों के नए सपने ???बनाऊँगा मैं बेगानों से ग़म चुनकर उन्हें अपने ?❤️?बनाऊँगा । बनाने का हुनर बख़्शा खुदा ने जो कभी मुझको नहीं हथियार कोई भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 1 227 Share Sanjay Narayan 4 Feb 2020 · 1 min read ग़ज़ल गमों में मुस्कराना हो गया है दिल ए दुश्मन जलाना हो गया है। दो पैंतरे क्या सीख लिये मैने दोस्त अब सारा जमाना हो गया है। शुरू आँखें दिखाना कर... Hindi · कविता 4 238 Share Sanjay Narayan 4 Feb 2020 · 1 min read दिल को बच्चा ही बना रहने दो दिल को बच्चा बना ही रहने दो इस तरह जी भर जियो बचपने को। फूलों से उनके रंग माँगो तितलियों के पीछे पीछे भागो समंदरों के किनारों पर घूमो सीपियाँ... Hindi · कविता 4 293 Share Sanjay Narayan 4 Feb 2020 · 1 min read यदि यह मोह यामिनी बीते यदि यह मोह- यामिनी बीते। वस्तु नष्ट हो सम्पति छूटे हृदय -अतिथि से नाता टूटे सच हारे या जीतें झूंठे नियति साथ दे अथवा रूठे उर- आँगन के, सुरभि सुमन... Hindi · कविता 4 184 Share Sanjay Narayan 4 Feb 2020 · 1 min read है परीक्षा की घड़ी कस लो कमर कोशिशों में रह नहीं पाए जरा सी भी कसर। है परीक्षा की घड़ी कस लो कमर।। लक्ष्य को पहचान जाओ, ध्यान अर्जुन सा लगाओ है नहीं पतवार तो क्या, हौसलों... Hindi · कविता 4 1 311 Share Sanjay Narayan 3 Feb 2020 · 1 min read बात हमारी कड़वी लग सकती है बात हमारी कभी कभी कड़वी लग सकती है शब्द हमारे सच्चाई हैं, चुभने लगते हैं। हमने कहा घमण्डी का सिर नीचा होता है विनयशील ही इस दुनियाँ में ऊंचा होता... Hindi · कविता 4 2 241 Share Sanjay Narayan 3 Feb 2020 · 1 min read जिसने दुनियादारी सीखी चिर परिचित हो या हो अपरिचित, मिले उसे वह मुसकाता है, सबसे हाँथ मिलाता है वह, जिसने दुनियादारी सीखी। मुख मंडल पर प्रीति सजाता, प्रतिवेशी से मिलने जाता, सुंदर उजले... Hindi · कविता 4 266 Share Previous Page 6