1524
posts
चलो कहीं दूर जाएँ हम, यहाँ हमें जी नहीं लगता !
DrLakshman Jha Parimal
“मेरे जीवन साथी”
DrLakshman Jha Parimal
“दो अपना तुम साथ मुझे”
DrLakshman Jha Parimal
" प्रिये की प्रतीक्षा "
DrLakshman Jha Parimal
कहू किया आइ रूसल छी , कोनो कि बात भ गेल की ?
DrLakshman Jha Parimal
कैसे कहूँ किसको कहूँ
DrLakshman Jha Parimal
" कविता और प्रियतमा
DrLakshman Jha Parimal
" मैं तो लिखता जाऊँगा "
DrLakshman Jha Parimal
बेरोजगारी मंहगायी की बातें सब दिन मैं ही दुहराता हूँ, फिरभ
DrLakshman Jha Parimal
कोई पढे या ना पढे मैं तो लिखता जाऊँगा !
DrLakshman Jha Parimal
तुम पढ़ो नहीं मेरी रचना मैं गीत कोई लिख जाऊंगा !
DrLakshman Jha Parimal
मैं लिखता हूँ जो सोचता हूँ !
DrLakshman Jha Parimal
चारू कात देख दुनियां कें,सोचि रहल छी ठाड़ भेल !
DrLakshman Jha Parimal
हम बात अपनी सादगी से ही रखें ,शालीनता और शिष्टता कलम में हम
DrLakshman Jha Parimal
जो सब समझे वैसी ही लिखें वरना लोग अनदेखी कर देंगे!@परिमल
DrLakshman Jha Parimal
" रहना तुम्हारे सँग "
DrLakshman Jha Parimal
ये प्यार की है बातें, सुनलों जरा सुनाउँ !
DrLakshman Jha Parimal
प्रजातन्त्र आडंबर से नहीं चलता है !
DrLakshman Jha Parimal
कहो तुम बात खुलकर के ,नहीं कुछ भी छुपाओ तुम !
DrLakshman Jha Parimal
“नये वर्ष का अभिनंदन”
DrLakshman Jha Parimal
" पुराने साल की बिदाई "
DrLakshman Jha Parimal
“परिंदे की अभिलाषा”
DrLakshman Jha Parimal
“ जीवन साथी”
DrLakshman Jha Parimal
जिसके लिए कसीदे गढ़ें
DrLakshman Jha Parimal
“फेसबूक का व्यक्तित्व”
DrLakshman Jha Parimal
“बिरहनी की तड़प”
DrLakshman Jha Parimal
"तुम नूतन इतिहास लिखो "
DrLakshman Jha Parimal
“आखिर मैं उदास क्यूँ हूँ?
DrLakshman Jha Parimal
"हमारे नेता "
DrLakshman Jha Parimal
“दूल्हे की परीक्षा – मिथिला दर्शन” (संस्मरण -1974)
DrLakshman Jha Parimal
“शादी के बाद- मिथिला दर्शन” ( संस्मरण )
DrLakshman Jha Parimal
“अनोखी शादी” ( संस्मरण फौजी -मिथिला दर्शन )
DrLakshman Jha Parimal
“सुरक्षा में चूक” (संस्मरण-फौजी दर्पण)
DrLakshman Jha Parimal
" मिलन की चाह "
DrLakshman Jha Parimal
तुम्हीं सुनोगी कोई सुनता नहीं है
DrLakshman Jha Parimal
” सबको गीत सुनाना है “
DrLakshman Jha Parimal
सबको सम्मान दो ,प्यार का पैगाम दो ,पारदर्शिता भूलना नहीं
DrLakshman Jha Parimal
अपने में वो मस्त हैं ,दूसरों की परवाह नहीं ,मित्रता में रहक
DrLakshman Jha Parimal
जानना उनको कहाँ है? उनके पते मिलते नहीं ,रहते कहीं वे और है
DrLakshman Jha Parimal
सहयोग की बातें कहाँ, विचार तो मिलते नहीं ,मिलना दिवा स्वप्न
DrLakshman Jha Parimal
बहुत दोस्त मेरे बन गये हैं
DrLakshman Jha Parimal
लिखना चाहूँ अपनी बातें , कोई नहीं इसको पढ़ता है ! बातें कह
DrLakshman Jha Parimal
आब त रावणक राज्य अछि सबतरि ! गाम मे ,समाज मे ,देशक कोन - को
DrLakshman Jha Parimal
रंगमंचक कलाकार सब दिन बनल छी, मुदा कखनो दर्शक बनबाक चेष्टा क
DrLakshman Jha Parimal
फेसबुक ग्रूपों से कुछ मन उचट गया है परिमल
DrLakshman Jha Parimal
हम जब लोगों को नहीं देखेंगे जब उनकी नहीं सुनेंगे उनकी लेखनी
DrLakshman Jha Parimal
चारु कात देख दुनियाँ के सोचि रहल छी ठाड़ भेल ,की छल की भऽ गेल
DrLakshman Jha Parimal
मित्रता मे बुझु ९०% प्रतिशत समानता जखन भेट गेल त बुझि मित्रत
DrLakshman Jha Parimal
मित्रता मे १० % प्रतिशत लेल नीलकंठ बनब आवश्यक ...सामंजस्यक
DrLakshman Jha Parimal
मंहगाई को वश में जो शासक
DrLakshman Jha Parimal