डॉ आनन्द किशोर 284 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 डॉ आनन्द किशोर 27 Sep 2020 · 1 min read तूफ़ां में किस तरह से भी जाया न जाएगा तूफ़ां में किस तरह से भी जाया न जाएगा जाते अगर तो लौट के आया न जाएगा दिल का अगर ये मैल हटाया न जाएगा उल्फ़त के फिर नगर को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 376 Share डॉ आनन्द किशोर 27 Sep 2020 · 1 min read किसी को सदाक़त का ताना भी मुश्किल किसी को सदाक़त का ताना भी मुश्किल कमी उसकी उसको गिनाना भी मुश्किल वो सुनता नहीं है सुनाना भी मुश्किल उसे आइना तक दिखाना भी मुश्किल मुहब्बत पे मेरी न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 411 Share डॉ आनन्द किशोर 27 Sep 2020 · 1 min read पड़ कहीं जाए न महंगा यूँ झगड़ना भाई अक़्ल अपनी भी रखो ठीक से वरना भाई पड़ कहीं जाए न महंगा यूँ झगड़ना भाई अपनी बातों से कभी तुम न मुकरना भाई और मौसम की तरह तुम न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 304 Share डॉ आनन्द किशोर 27 Sep 2020 · 1 min read पाप के गड्ढ़े में सीधा जा रहा है आदमी पाप के गड्ढ़े में सीधा जा रहा है आदमी ख़ुद को धोका रोज़ देता जा रहा है आदमी कर के आँखें बन्द चलता रौशनी में आजकल ख़ुद को ही हर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 303 Share डॉ आनन्द किशोर 26 Sep 2020 · 1 min read यहाँ जो नेकियाँ करता उसी पर वार होता है यहाँ जो नेकियाँ करता उसी पर वार होता है बदी सौ बार हंसती है यही हर बार होता है कहींं जिस्मों के सौदे हैं कहीं बाज़ार होता है कहे किससे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 388 Share डॉ आनन्द किशोर 26 Sep 2020 · 1 min read वो अगर चाहे तो पौदा भी शजर बनता है उसकी रहमत से तो सहरा भी नगर बनता है वो अगर चाहे तो पौदा भी शजर बनता है उम्रभर की है कहानी न कोई इक दिन की आदमी वो है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 189 Share डॉ आनन्द किशोर 26 Sep 2020 · 1 min read करें क्या वक़्त भी अच्छा नहीं है जो सोचा है वही होता नहीं है करें क्या वक़्त भी अच्छा नहीं है वो तन्हा है मगर रोता नहीं है हुआ क्या है पता चलता नहीं है अंधेरों में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 422 Share डॉ आनन्द किशोर 25 Sep 2020 · 1 min read सच्ची मगर थी बात मेरी बात काट दी करने नहीं दी मुझको शुरूआत काट दी सच्ची मगर थी बात मेरी बात काट दी चालें तमाम उसकी तो मालूम थी हमें चालाकियां अदू की हरिक घात काट दी मज़बूरियाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 208 Share डॉ आनन्द किशोर 24 Sep 2020 · 1 min read गिर रहे किरदार कैसा दौर है गिर रहे किरदार कैसा दौर है जो करे धोखाधड़ी वो चोर है चोर भागा चोर भागा शोर है चोर बोला है कहाँ पर चोर है वो समझता था बड़ा वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 3 251 Share डॉ आनन्द किशोर 24 Sep 2020 · 1 min read क्यूँ एक भी ग़लती रही ये सोच ही चलती रही क्यूँ एक भी ग़लती रही रौशन महल होता रहा बस्ती मगर जलती रही वो तंज ही करता रहा ये बात पर खलती रही सुनते हुये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 214 Share डॉ आनन्द किशोर 24 Sep 2020 · 1 min read जला या बुझा दो वफ़ा कर चले विदाकर तुम्हें हम दुआ कर चले तुम्हारे लिये रास्ता कर चले तुम्हारी हैं ख़ुशियाँ बधाई तुम्हें लो दामन भी अपना लुटा कर चले दिया दिल का अपना तुम्हें दे दिया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 417 Share डॉ आनन्द किशोर 23 Sep 2020 · 1 min read बहुत दहेज में क्यूँ मालो-ज़र नहीं आया सफ़र शुरू भी हुआ हमसफ़र नहीं आया तलाश ख़ूब किया वो नज़र नहीं आया उसे करी भी ख़बर वो मगर नहीं आया इसी में हो भी गई दोपहर नहीं आया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 277 Share डॉ आनन्द किशोर 23 Sep 2020 · 1 min read ख़ामोश फ़ासले से रहे हैं किसी से हम जितना क़रीब जा के मिले ज़िन्दगी से हम महसूस हो गया कि मिले अजनबी से हम ख़ामोश फ़ासले से रहे हैं किसी से हम देखा किये हैं रोज़ उन्हें दूर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 196 Share डॉ आनन्द किशोर 22 Sep 2020 · 1 min read किसी को ख़्याल में अक्सर तलाश करता है किसी को ख़्याल में अक्सर तलाश करता है कभी वो ख़्वाब का मन्ज़र तलाश करता है उसे तलाश है हीरे की पत्थरों में सदा बड़े हिसाब से पत्थर तलाश करता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 224 Share डॉ आनन्द किशोर 22 Sep 2020 · 1 min read प्यार से उसको ये गुलशन भी सजाते देखा प्यार से उसको ये गुलशन भी सजाते देखा उसको नफ़रत की वो दीवार गिराते देखा था यक़ी सबको इधर आज न आयेगा वो जबकि महफ़िलल पे उसे बात बनाते देखा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 350 Share डॉ आनन्द किशोर 21 Sep 2020 · 1 min read नाम उसने कर दिया बदनाम मेरा आदतन देखकर किरदार मेरा काम मेरा आदतन नाम उसने कर दिया बदनाम मेरा आदतन मैंने तो इतना कहा था दिल का हीरा पास है कह दिया उसने सभी से दाम मेरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 448 Share डॉ आनन्द किशोर 21 Sep 2020 · 1 min read रंजोग़म को भूलकर खुशियाँ मनाना सीखिये रंजोग़म को भूलकर खुशियाँ मनाना सीखिये इस ज़माने में मुहब्बत को लुटाना सीखिये खेलने को एक भी देकर खिलौना सीखिये रो रहा बच्चा अगर उसको हँसाना सीखिये गीत, दोहा या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 345 Share डॉ आनन्द किशोर 21 Sep 2020 · 1 min read कुछ उसको ज़माने से शिकायत भी बहुत थी कुछ उसको ज़माने से शिकायत भी बहुत थी आँखों में भरी उसकी बग़ावत भी बहुत थी तूफ़ान जो आया तो मुसीबत भी बहुत थी कुछ लोग भी जीदार थे हिम्मत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 368 Share डॉ आनन्द किशोर 21 Sep 2020 · 1 min read कभी तो दर्द में भी मुस्कुराओ कहा आने को है वादा निभाओ कभी तो मान आसानी से जाओ मुहब्बत के गुलों को तुम खिलाओ मिटाकर नफ़रतें गुलशन सजाओ कभी गर ग़म मिले सबको हंसाओ कभी तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 415 Share डॉ आनन्द किशोर 21 Sep 2020 · 1 min read कभी तो दर्द में भी मुस्कुराओ कहा आने को है वादा निभाओ कभी तो मान आसानी से जाओ मुहब्बत के गुलों को तुम खिलाओ मिटाकर नफ़रतें गुलशन सजाओ कभी गर ग़म मिले सबको हंसाओ कभी तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 150 Share डॉ आनन्द किशोर 20 Sep 2020 · 1 min read प्यार के फूल खिला कर देखो प्यार के फूल खिला कर देखो गीत वफ़ा के गा कर देखो पासे नये बिछा कर देखो दांव भी एक लगा कर देखो कितना मुश्किल पैसा पाना दो पैसे तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 462 Share डॉ आनन्द किशोर 20 Sep 2020 · 1 min read हुये शहीद जो उनको सलाम करते हैं हुये शहीद जो उनको सलाम करते हैं दिलों से जान से हम एहतिराम करते हैं वतन के काम जो बस सुब्हो-शाम करते हैं वो ही तो देश का ऊँचा ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 187 Share डॉ आनन्द किशोर 20 Sep 2020 · 1 min read कभी भी दिल से हमें तुम भुला न पाओगे कभी भी दिल से हमें तुम भुला न पाओगे किसी भी और से हरगिज़ निभा न पाओगे छुपा के राज़ जो रक्खा बता न पाओगे हमें न देख सकोगे जता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 453 Share डॉ आनन्द किशोर 19 Sep 2020 · 1 min read दिलों में किसी के सख़ावत नहीं है अना हर किसी में शराफ़त नहीं है दिलों में किसी के सख़ावत नहीं है पुराने ज़माने की चाहत नहीं है नये दौर से कुछ शिकायत नहीं है अदालत भी झूटी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 1 606 Share डॉ आनन्द किशोर 19 Sep 2020 · 1 min read सदा दिल की सदारत हो रही है सदा दिल की सदारत हो रही है तभी जीवन में राहत हो रही है अभी तो दिल में चाहत हो रही है तेरी हो दीद हसरत हो रही है सनम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 196 Share डॉ आनन्द किशोर 18 Sep 2020 · 1 min read औ'र ज़ियादा हमें याद आते रहे जितना बीते दिनों को भुलाते रहे औ'र ज़ियादा हमें याद आते रहे तीरगी दिल में जो थी मिटाते रहे तेरी यादों में हर पल नहाते रहे सामने सबके बोले हमें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 183 Share डॉ आनन्द किशोर 18 Sep 2020 · 1 min read सबसे बड़ा सवाल यहाँ ज़िन्दगी का है सबसे बड़ा सवाल यहाँ ज़िन्दगी का है दिल के सुकून और सभी की ख़ुशी का है ख़ामोश है उदास है बैठा हुआ है बस क्या राज़ उसकी आँख की सारी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 261 Share डॉ आनन्द किशोर 18 Sep 2020 · 1 min read जाना है बड़ी दूर उसे अपने नगर से तैयार हुआ है न निकलता ही है घर से जाना है बड़ी दूर उसे अपने नगर से पहले तो रही फ़िक़्र कि आना भी उसे है दम ख़ुश्क हुआ आज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 192 Share डॉ आनन्द किशोर 17 Sep 2020 · 1 min read कहीं ढूँँढ़े नहीं मिलती मुहब्बत इस ज़माने में बता दे ग़र नहीं मुश्किल तुझे मुझको बताने में जफ़ा तैयार होती है यहाँ किस कारखाने में नज़र जिस ओर पड़ती है नज़ारा नफ़रतों का है कहीं ढूँँढ़े नहीं मिलती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 193 Share डॉ आनन्द किशोर 16 Sep 2020 · 1 min read वो मेरी जान अब होने लगा है कोई मेहमान अब होने लगा है वो मेरी जान अब होने लगा है सफ़र मुश्किल था मेरा तू नहीं था मगर आसान अब होने लगा है गुलों से कर रहा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 417 Share डॉ आनन्द किशोर 17 Nov 2018 · 1 min read वो परिन्दा....... मुश्क़िलों को बयान क्या करता हादसों का बखान क्या करता राहे-उल्फ़त ज़रा सी मुश्क़िल थी वो हुआ इम्तिहान क्या करता मुद्दतों क़ैद में रहा था जो वो परिन्दा उड़ान क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 192 Share डॉ आनन्द किशोर 16 Nov 2018 · 1 min read वक़्त ऐसा ग़ज़ब मदारी है अपनी मर्ज़ी चला के छोड़ेगा कोई करतब दिखा के छोड़ेगा मूंग सीने पे फिर दलेगा वो मेरे दिल को दुखा के छोड़ेगा बैठ जाता है जा के ग़ैरों में यूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 282 Share डॉ आनन्द किशोर 15 Nov 2018 · 1 min read राष्ट्र प्रेम पर आधारित हाइकु कविताएं 1) देश का हित सर्वोपरि हो सदा यही लक्ष्य हो... 2) देश पहले बाद में जग सारा प्रण हमारा... 3) भारत कहे विश्व है परिवार गूढ़ है बात... 4) क़ुरबान... Hindi · कविता 3 852 Share डॉ आनन्द किशोर 12 Nov 2018 · 1 min read अपने वतन की शान बढ़ाते रहेंगे हम अपने वतन की शान बढ़ाते रहेंगे हम नामे-वतन पे जान लुटाते रहेंगे हम दिन-रात हौसले को जगाते रहेंगे हम दुश्मन को बार-बार हराते रहेंगे हम गुलशन को प्यार से ही... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 10 55 590 Share Previous Page 6