Satish Sharma Language: Hindi 204 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next Satish Sharma 26 May 2020 · 1 min read खाना बदोश ये धरती आकाश बना है मेरा अपना रेन बसेरा नहीं किसी से लेना देना फिर क्या तेरा , फिर क्या मेरा न तो हूँ में जोगी रमता और नहीं में... Hindi · कविता 1 235 Share Satish Sharma 25 May 2020 · 1 min read उन्मुक्त पंछी हमारी चहक में न अंतर पड़ा है । न कोई हमें रोक करके खड़ा है ।। हमें भी किसी से न शिकवा गिला है । हमें जो मिला है प्रकृति... Hindi · कविता 194 Share Satish Sharma 23 May 2020 · 1 min read जितना हल्का होता है जो जितना हल्का होता है उतना ही ऊंचा उड़ता है भारी होता जो जमीन से वह उतना ही जुड़ता है नदी किनारे के पेड़ों को अक्सर बह जाते देखा है... Hindi · कविता 1 237 Share Satish Sharma 22 May 2020 · 1 min read धूल का फूल धूल का जो फूल है सुख उसे प्रतिकूल है प्रेम की परवाह नहीं सुखों की भी चाह नहीं नाता है संघर्ष से स्वयं के उत्कर्ष से बाजुओं पर है भरोसा... Hindi · कविता 1 569 Share Satish Sharma 21 May 2020 · 1 min read अनुभूति मन के बँधे हुए रिश्तों में हानि लाभ की बात नहीं है । भेदभाव से भरे हुए रिश्ते सुख की सौगात नहीं है ।। यूँ तो मेघ उमड़ते रहते हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 246 Share Satish Sharma 20 May 2020 · 1 min read अनमेल के साथ अनमेल के साथ कब तक रहोगे । सूरज को यूँ चाँद कब तक कहोगे ।। जो चाहो किनारा , टकराना पड़ेगा । धाराओं के साथ कब तक बहोगे ।। यदि... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 438 Share Satish Sharma 19 May 2020 · 1 min read दिशाहीन सिर पर रखा है बोझ और जा रहे हैं वो । जाना कहाँ है , ये भी तो मालूम नहीं है ।। सूखी रखी हैं रोटियां जो खाने के लिए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 215 Share Satish Sharma 18 May 2020 · 1 min read सिद्धि मन में थोड़ी सी लगन , पूर्ण पर विस्वास हो । शक्ति हो संघर्ष की और, सीखने की आस हो ।। पथ प्रदर्शक साथ में , और सतत अभ्यास हो... Hindi · कविता 2 1 261 Share Satish Sharma 17 May 2020 · 1 min read अनहोनी अनहोनी के सामने , होना पड़ता मौन । इस पर वश चलता नहीं , इसको रोके कौन ।। बस इसको स्वीकार कर , करना होता काम । नया सबेरा आएगा... Hindi · दोहा 1 3 531 Share Satish Sharma 16 May 2020 · 1 min read समय के साथ जो समय के साथ थे , आगे बढ़े । उन्नति की सीढ़ियां , वो ही चढ़े ।। जो प्रतीक्षा समय की , करते रहे । वो समय के साथ ही... Hindi · कविता 1 232 Share Satish Sharma 15 May 2020 · 1 min read देख लेना एक दिन देख लेना एक दिन मरुभूमि में पौधे उगेंगे । सप्त रंगी पादपों में कुसुम कंचन से खिलेंगे ।। वसुंधरा भी ओढ़ लेगी हरित चादर मखमली सी । शुष्क निर्झर एक... Hindi · कविता 2 2 390 Share Satish Sharma 14 May 2020 · 1 min read कहानियाँ कहानियाँ बच्चों के मन को खूब भाती हैं । उन्हें कल्पना लोक की सैर कराती हैं ।। उनके बौद्धिक विकास के लिये इनसे अच्छा कुछ नहीं हैं । इसलिए तो... Hindi · कविता 2 205 Share Satish Sharma 13 May 2020 · 1 min read कहाँ कमी रह जाती है बार बार गर असफलता ही आती है । तो सोचो कि कहाँ कमी रह जाती है ।। सदअभ्यास निरंतर त्रुटियां दूर करे । तब ही मेहनत सदा सफलत लाती है... Hindi · कविता 1 2 287 Share Satish Sharma 12 May 2020 · 1 min read नारी का हर रूप महान सृजन शीलता जिसका गुण है । जो है आदर्शों की खान ।। जिसके है कई रूप जगत में । नारी का हर रूप महान ।। अपने सारे कष्ट भुलाकर ।... Hindi · कविता 2 2 361 Share Satish Sharma 11 May 2020 · 1 min read गर्मी के मेघ उमड़ घुमड़ कर मेघ गरजते रहते हैं । जाने कौन कि वो हमसे क्या कहते हैं ।। भूल गए क्या यह गर्मी का मौसम है । इसमें पानी नहीं ,... Hindi · कविता 2 337 Share Satish Sharma 10 May 2020 · 1 min read अधूरा सफ़र न छोड़ो अभी यह अधूरा सफर है । मंजिल की थोड़ी कठिन रहगुजर है ।। चले जो निरंतर वो कहते यही है । कि कदमो से छोटी रही ये डगर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 195 Share Satish Sharma 9 May 2020 · 1 min read अपने अंदर डूबकर अपने अंदर डूबकर , अन्तः जगत निहार । क्या अच्छा क्या बुरा है मन में करो विचार ।। पंछी है आकाश में भले उड़े दिन रैन । मानव जो उड़ता... Hindi · कविता 186 Share Satish Sharma 8 May 2020 · 1 min read असमंजस जिनकी पल में राय बदलती रहती है । असमंजस में जीवन सरिता बहती है ।। किसी झोंपड़ी में गर जाकर देखोगे । बुढ़िया बच्चों संग कहानी कहती है ।। हुक्मरान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 217 Share Satish Sharma 7 May 2020 · 1 min read कम में गुजारा कम में गुजारा करना सीखो । अति संग्रह से डरना सीखो ।। पहले से ही चाह असीमित । नई नई पैदा होती नित ।। इनका कभी दास मत बनना ।... Hindi · कविता 2 1 223 Share Satish Sharma 6 May 2020 · 1 min read अथकित चलते जिनके पाँव अथकित चलते जिनके पाँव । सिर पर बोझा है लदा हुआ , बाजू में दो बच्चे लेकर । अहसान जताते है अमीर , दो सूखी सी रोटी देकर ।। सौ... Hindi · कविता 1 268 Share Satish Sharma 5 May 2020 · 1 min read नीड़ । तिनका तिनका जोड़ जोड़ कर , फिर बुलबुल ने नीड़ बनाया । अपने अद्भुत रचना कौशल , से उसने परिचय करवाया ।। कौन कवि, वर्णित कर सकता , है उसकी... Hindi · कविता 3 1 217 Share Satish Sharma 4 May 2020 · 1 min read पत्र तुम न रह सकोगे । पत्र ! तुम न रह सकोगे सदा तरु की डाल पर । एक दिन तुमको यहां से टूटना तो पड़ेगा ।। विटप के इस मोह बंधन से बँधे हो आज... Hindi · कविता 2 2 535 Share Satish Sharma 3 May 2020 · 1 min read समायोजन समायोजन के भाव से अद्भुत सौंदर्य निखरता है । इसके अभाव में जीवन का हर रंग , बेरंग विखरता है ।। प्रकृति का यही परम् संदेश । बना सद्ग्रन्थों का... Hindi · कविता 479 Share Satish Sharma 2 May 2020 · 1 min read सृजन सृजन की अद्भुत शक्ति है । बार बार एक नन्हे पौधे को काट रहा हूँ । दूसरी सुबह फिर से , नव अंकुर सीना ताने निकल आता है । कहा... Hindi · कविता 1 2 208 Share Satish Sharma 1 May 2020 · 1 min read मौत पे किसका वश चलता है मौत पे किसका वश चलता है । उगता हुआ दिनकर ढलता है ।। जिसको जितनी सांसें मिलती । उतना ही जीवन हासिल है ।। एक राह के सभी मुसाफिर ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 260 Share Satish Sharma 30 Apr 2020 · 1 min read कृष्ण का संदेश है यह कर्म से मुंह मोड़ लेना , ये गलत आदत पड़ी है । बताओ किस देवता की , इबादत इससे बड़ी है ।। कृष्ण का संदेश है यह , तुलसी का... Hindi · कविता 1 508 Share Satish Sharma 29 Apr 2020 · 1 min read आदमी होना जरूरी है आज फिर आदमी का आदमी होना जरूरी है । जो पाया है उसी में से ही कुछ खोना जरूरी है ।। उसके आंसू हुए पत्थर उसे खुश हाल न समझो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 222 Share Satish Sharma 28 Apr 2020 · 1 min read खुद से आंख चुराते क्यों हो । खुद से आंख चुराते क्यों हो । मन में भला छुपाते क्यों हो ।। तन के भीतर है कस्तूरी । वन में मृग भटकाते क्यों हो ।। सूखी सरिता की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 198 Share Satish Sharma 27 Apr 2020 · 1 min read कल के वीरान कल के वीरान आज हो गए गुलजार । वक़्त कभी एक सा नहीं रहता ।। बह जाती है बरसात में सूखी नदियां । कभी थम जाता है दरिया बहता ।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 350 Share Satish Sharma 26 Apr 2020 · 1 min read परिंदे सोच में है परिंदे सोच में हैं , आदमी क्यूँ बंद घर में है । क्यूँ मौसम अजनबी सा हर , गांव और शहर में है ।। कहाँ क्या हो गया कुछ ,... Hindi · गीत 2 2 568 Share Satish Sharma 25 Apr 2020 · 1 min read कैंसे सह जाते है लोग कम शब्दों में ऊंची बातें , कैंसे कह जाते है लोग । गुमसुम होकर दर्दे गम को , कैंसे सह जाते हैं लोग । अफवाहों के बहते दरिये , यूं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 204 Share Satish Sharma 24 Apr 2020 · 1 min read श्रम साधना ऊंची नीची पग डंडी पर , बोझ उठाकर चलने वाले । निठुर ठंड में ठिठुर कभी , और कड़ी धूप में जलने वाले ।। जिनका लहू पसीना बनकर , गिरे... Hindi · कविता 364 Share Satish Sharma 23 Apr 2020 · 1 min read बदल रही है प्रकृति बदल रही है प्रकृति अपना रूप पुराना । नव यौवन सा लौट रहा है आज सुहाना ।। साफ हुआ आकाश वायु भी शुद्ध हो रही । छेड़ रहे है खग... Hindi · कविता 216 Share Satish Sharma 22 Apr 2020 · 1 min read मन मौसम सा जिसका मन मौसम सा बदले । उस पर कभी विश्वास न करना ।। जो न बात की कीमत समझे । उससे कभी कुछ आस न करना ।। जिसका स्वयं पर... Hindi · कविता 1 226 Share Satish Sharma 21 Apr 2020 · 1 min read आग चकमक बनने से पहले , यह बात समझना जरूरी है । कि कौन व्यक्ति ? तुमको घिसकर , कहाँ आग लगाना चाहता है ।। Hindi · कविता 381 Share Satish Sharma 20 Apr 2020 · 1 min read हर चेहरे के पीछे हर चेहरे के पीछे एक कहानी है । आंखों में आंसू की जगह पानी है ।। ऊंचे महलों में , जलती शमाओं ने । कुटिया के दीपक की कद्र न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 214 Share Satish Sharma 19 Apr 2020 · 1 min read आदत इस तरह पड़ गई आदत , उनकी अब घर में रहने की । कोई बाहर निकालता है , तो वो भीतर को जाते हैं । खाना भी इस तरह खाया... Hindi · कविता 285 Share Satish Sharma 30 Sep 2019 · 1 min read देवी गीत हे जग जननी, सिंह वाहनी । ममतामयी माँ, अभय दायनी ।। तोरी जय जय कार , भवानी माँ खोलो दरबार..... अष्टभुजी माता महारानी । शक्ति स्वरूपा अम्बे भवानी ।। सुनले... Hindi · गीत 1 1 372 Share Satish Sharma 30 Sep 2019 · 1 min read देवी गीत हे जग जननी, सिंह वाहनी । ममतामयी माँ, अभय दायनी ।। तोरी जय जय कार , भवानी माँ खोलो दरबार..... अष्टभुजी माता महारानी । शक्ति स्वरूपा अम्बे भवानी ।। सुनले... Hindi · गीत 569 Share Satish Sharma 29 Sep 2019 · 1 min read देवी गीत देवी गीत हाथ में नरियल, पान सुपारी , संग में फूलन की माला धरूँ ..... जय अम्बे जगदम्बे तोरी पूजा करूँ ।। तू बलशाली, सिंह सवारी । सारे जग की... Hindi · गीत 282 Share Satish Sharma 23 Sep 2019 · 1 min read कैंसे कैंसे लोग अरे आजकल नजर आ रहे , कैसे कैसे लोग । आसमान में उड़े जा रहे , कैसे कैसे लोग ।। चूल्हे चक्की छोड़ आधुनिक फैशन में डूबे । सड़क किनारे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 247 Share Satish Sharma 13 Mar 2019 · 1 min read खेल बिगड़ जाता है ... पल में खेल बिगड़ जाता है .... हो सकते थे कभी जो पूरे । रह जाते हैं स्वप्न अधूरे ।। फूलों के खिलने से पहले, निष्ठुर पाला पड़ जाता है... Hindi · कविता 518 Share Satish Sharma 10 Mar 2019 · 1 min read अरे ! आदमी बदल रहा है.. अरे ! आदमी , बदल रहा है जो जैसा चाहे , चल रहा है फुर्सत नहीं है एक पल की वो व्यस्तताओं में पल रहा है मरीज होकर भी मर्ज... Hindi · कविता 1 210 Share Satish Sharma 5 Mar 2019 · 1 min read मन की पीर कुत्ता रोया रात भर , ले निज मन की पीर । अनहोनी का अर्थ दे, धमका गया फकीर ।। पत्ता गिरे बबूल से , घायल चीटी होय । ऊंट दहाड़ें... Hindi · कविता 383 Share Satish Sharma 15 Feb 2019 · 1 min read हो गए जो अमर जग में हो गए जो अमर जग में , उन सपूतों को नमन । प्राण आहुति दे जिनने , रक्त से सींचा चमन ।। धन्य है वे जननि जिनके, लाड़ले सुत सो... Hindi · कविता 201 Share Satish Sharma 30 Jan 2019 · 1 min read धजी के सांप धजी के सांप तो बनते बहुत है । पर धजी सांप की नहीं बनती ।। भर गए भेद कितने रिश्तों में । बेटे और बाप की नहीं बनती ।। पहनते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 248 Share Satish Sharma 7 Nov 2018 · 1 min read दिए मत जलाना भले हो दीवाली, दिए मत जलाना । ग़मों के समंदर में डूबा हो कोई , कोई शोक संतप्त भी हो रहा हो । अंधेरो की चाहत ले ,गम भूलने को... Hindi · गीत 1 2 610 Share Satish Sharma 15 Sep 2018 · 1 min read जय हे ! गणपति जय हे ! गणपति जगवंदन । हम करते हैं , अभिनंदन ।। जो ध्यान, करे प्रभु जी का । बन जाये जीवन नीका ।। कट जाते जग के बंधन ,... Hindi · गीत 220 Share Satish Sharma 26 Aug 2018 · 1 min read राखी जो राखी को त्योहार सखी बड़ो नीको लागे री....... जब सावन को महीना आवे , फूलें फूल , हरियारी छावे । कारे बदरवा पानी भर भर , रात दिना ख़ूबई... Hindi · गीत 451 Share Satish Sharma 19 Aug 2018 · 1 min read जरा देखिये.... ज़माने का कैंसा चलन है निराला जरा देखिये | उन्होंने ही काटा जिन्हे मैंने पला जरा देखिये || वो करते रहे हैं दुआ मेरे मरने की खातिर सदा | दिया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 388 Share Previous Page 4 Next