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विज्ञान की हार
विज्ञान की हार
Vindhya Prakash Mishra
सूरज क्यों गुस्से से लाल
सूरज क्यों गुस्से से लाल
Vindhya Prakash Mishra
पिता कैसे जीता है ।
पिता कैसे जीता है ।
Vindhya Prakash Mishra
बादल घुमड घुमड कर बरसो
बादल घुमड घुमड कर बरसो
Vindhya Prakash Mishra
सूरज क्यों गुस्से से लाल
सूरज क्यों गुस्से से लाल
Vindhya Prakash Mishra
डायरी से मुलाकात
डायरी से मुलाकात
Vindhya Prakash Mishra
गुब्बारे मुझे प्यारे हैं ।
गुब्बारे मुझे प्यारे हैं ।
Vindhya Prakash Mishra
वर्ण विचार
वर्ण विचार
Vindhya Prakash Mishra
इक चांद अकेला ।
इक चांद अकेला ।
Vindhya Prakash Mishra
संघर्ष
संघर्ष
Vindhya Prakash Mishra
बडा कारसाज होता है भगवान
बडा कारसाज होता है भगवान
Vindhya Prakash Mishra
प्यारे घन धरती पर आओ
प्यारे घन धरती पर आओ
Vindhya Prakash Mishra
व्यंजन गीत
व्यंजन गीत
Vindhya Prakash Mishra
आओ न पास बैठो दिल के तार छेड़ो
आओ न पास बैठो दिल के तार छेड़ो
Vindhya Prakash Mishra
कर्तव्य
कर्तव्य
Vindhya Prakash Mishra
माता जीवन दाता
माता जीवन दाता
Vindhya Prakash Mishra
दोहा
दोहा
Vindhya Prakash Mishra
सच कह दूँ पर कौन सुनेगा
सच कह दूँ पर कौन सुनेगा
Vindhya Prakash Mishra
रिसते रिश्ते
रिसते रिश्ते
Vindhya Prakash Mishra
पैसों से मत तोलो मुझे
पैसों से मत तोलो मुझे
Vindhya Prakash Mishra
अपने -अपने सपने
अपने -अपने सपने
Vindhya Prakash Mishra
बेवफाई
बेवफाई
Vindhya Prakash Mishra
#सेल्फी # शौक या मनोविकार
#सेल्फी # शौक या मनोविकार
Vindhya Prakash Mishra
गौरेया
गौरेया
Vindhya Prakash Mishra
उप चुनाव उ प्र में
उप चुनाव उ प्र में
Vindhya Prakash Mishra
महिला दिवस पर विशेष
महिला दिवस पर विशेष
Vindhya Prakash Mishra
मंच संचालन में स्वागत सम्मान हेतु पंक्तियाँ
मंच संचालन में स्वागत सम्मान हेतु पंक्तियाँ
Vindhya Prakash Mishra
[मन कहता नेता बन जाऊँ]
[मन कहता नेता बन जाऊँ]
Vindhya Prakash Mishra
होली है
होली है
Vindhya Prakash Mishra
होली खुशियों की झोली
होली खुशियों की झोली
Vindhya Prakash Mishra
राजनीति इतनी प्यारी क्यों है ।
राजनीति इतनी प्यारी क्यों है ।
Vindhya Prakash Mishra
स्वप्न सजाकर रखो
स्वप्न सजाकर रखो
Vindhya Prakash Mishra
जुबान दबाकर बैठे हैं
जुबान दबाकर बैठे हैं
Vindhya Prakash Mishra
बडी गांठ गहरी पडी जो दिल में-
बडी गांठ गहरी पडी जो दिल में-
Vindhya Prakash Mishra
शिवरात्रि पर विशेष
शिवरात्रि पर विशेष
Vindhya Prakash Mishra
वसंत
वसंत
Vindhya Prakash Mishra
बेटियाँ
बेटियाँ
Vindhya Prakash Mishra
कवि की कविता
कवि की कविता
Vindhya Prakash Mishra
कोई कैसे कवि बन पाता है
कोई कैसे कवि बन पाता है
Vindhya Prakash Mishra
सीख
सीख
Vindhya Prakash Mishra
शरद सुहावन
शरद सुहावन
Vindhya Prakash Mishra
कवि हूँ शब्द बुन रहा हूँ मैं
कवि हूँ शब्द बुन रहा हूँ मैं
Vindhya Prakash Mishra
गणतंत्र
गणतंत्र
Vindhya Prakash Mishra
गरीबों को मिलता निवाला कहाँ है
गरीबों को मिलता निवाला कहाँ है
Vindhya Prakash Mishra
---------नववर्ष 2018 मेरे शब्दों में- ----
---------नववर्ष 2018 मेरे शब्दों में- ----
Vindhya Prakash Mishra
नया वर्ष हो नये हर्ष हो
नया वर्ष हो नये हर्ष हो
Vindhya Prakash Mishra
ठंडी भारी है
ठंडी भारी है
Vindhya Prakash Mishra
क्या शीत उन्हें भी लगती होगी
क्या शीत उन्हें भी लगती होगी
Vindhya Prakash Mishra
मेरे हाथ में जो तेरा हाथ हो
मेरे हाथ में जो तेरा हाथ हो
Vindhya Prakash Mishra
कवि हूँ लिखता पढता हूँ ।
कवि हूँ लिखता पढता हूँ ।
Vindhya Prakash Mishra
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