Shekhar Chandra Mitra Language: Hindi 3940 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 43 Next Shekhar Chandra Mitra 18 Feb 2022 · 1 min read उम्र का तकाज़ा आख़िर झूठे खिलौनों से बहलते रहोगे कब तक! दूध पीते बच्चों की तरह मचलते रहोगे कब तक!! राह में ठोकरें खाना तो इस उम्र का तकाज़ा है ! तुम गिर... Hindi · कविता 124 Share Shekhar Chandra Mitra 18 Feb 2022 · 1 min read क़लम के सिपाही कुछ ऐसे मंज़र आज-कल सामने हैं थाम कर कलम हम मोर्चे पर तने हैं... (१) देश की बागडोर जिन्हें दी गई थी हाय, उन्हीं के हाथ लहू में सने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 180 Share Shekhar Chandra Mitra 18 Feb 2022 · 1 min read दलित लाइव्स मैटर वह कोई दंगा नहीं, भीषण नरसंहार था! एक साज़िश के तहत लगा वहां दरबार था!! जाति-धर्म के नाम पर जो कुछ भी हुआ वहां! राजनीति से उसका जुड़ा हुआ हर... Hindi · कविता 111 Share Shekhar Chandra Mitra 17 Feb 2022 · 1 min read सत्ता को चुनौती भारी ख़तरा मोल रहा हूं मैं जो खुलकर बोल रहा हूं... (१) आग उगलती नज़्में लिखकर माहौल में गरमी घोल रहा हूं... (२) दरबारों से मुंह मोड़कर आंदोलनों में डोल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 390 Share Shekhar Chandra Mitra 17 Feb 2022 · 1 min read मुझे पत्थर मारो दुनिया के उसूलों से बेगाना हूं मैं! हां, मुझे पत्थर मारो दीवाना हूं मैं!! मेरे लिए तो कुफ्र है ख़ामोश रहना! लबालब भरा हुआ पैमाना हूं मैं!! Shekhar Chandra Mitra... Hindi · कविता 129 Share Shekhar Chandra Mitra 17 Feb 2022 · 1 min read दरबारी मीडिया रहजनों से उम्मीद-ए-रहनुमाई है! ऐ नासमझ मुसाफ़िर, तेरी दुहाई है!! क्यों वे हुक़्मरानों का पर्दाफाश करें! क्या ख़बरनवीसों की शामत आई है!! Shekhar Chandra Mitra #अवामीशायरी #बहुजनशायर #इंकलाबीशायरी #चुनावीकविता #मीडिया... Hindi · कविता 297 Share Shekhar Chandra Mitra 17 Feb 2022 · 1 min read बहुरूपिए का खेल चोर-चोर मौसेरे भाई राम दुहाई! राम दुहाई!! भोली जनता समझ न पाई राम दुहाई! राम दुहाई!! देश बना अब घर अजायब आंख बंद-पनडिब्बा गायब ऐसी दिखाई हाथ की सफाई राम... Hindi · गीत 181 Share Shekhar Chandra Mitra 17 Feb 2022 · 1 min read डरे हुए लोग अपनी बहन-बेटियों से ही डरे हुए ये लोग! इस जीने के मौसम में भी मरे हुए ये लोग! इस देश की आबो-हवा को बना रहे ज़हरीला! जेहनी तौर पर बुरी... Hindi · कविता 361 Share Shekhar Chandra Mitra 17 Feb 2022 · 1 min read क्रांतिवीर तुम्हारे कम्युनल स्टेट के सपने को इन बूटों तले हम मसल देंगे! तुम लोग ख़त्म करोगे सेकुलरिज्म रिलीज़न ही हम बदल लेंगे!! तुम्हारे फासिस्ट-नाज़ी मंसूबों में सूली चढ़के भी हम... Hindi · कविता 247 Share Shekhar Chandra Mitra 16 Feb 2022 · 1 min read सबका साथ-कुछ का विकास हमारे देश का सर्वनाश ज़ारी रहे! संसाधनों की लूट-पाट ज़ारी रहे!! ऐसे ही दिन दूना तो रात चौगुना पूंजिपतियों का विकास ज़ारी रहे!! #अवामी_शायरी #इंकलाबीशायरी #राजनीति #चुनावी_कविता #बहुजनशायर #सियासीशेर Hindi · कविता 157 Share Shekhar Chandra Mitra 16 Feb 2022 · 1 min read संसाधनों की लूट हमारा मध्यम वर्ग ऐसे रहेगा चुप कब तक? हमारे संसाधनों की होती रहेगी लूट कब तक? वे जो रोक सकते हैं इनके अश्वमेध यज्ञ का घोड़ा! उन विपक्षी दलों में... Hindi · कविता 1 1 325 Share Shekhar Chandra Mitra 15 Feb 2022 · 1 min read चुनावी लॉलीपाप हमें एक दुनिया हरी-भरी चाहिए! उसमें देवता नहीं, आदमी चाहिए!! आप जन्नत के ख़्वाब दिखाते किसे ख़ाकसारों को केवल ज़मीं चाहिए!! Shekhar Chandra Mitra #अवामीशायरी #बहुजनशायर #इंकलाबीशायरी #चुनावीकविता Hindi · कविता 148 Share Shekhar Chandra Mitra 15 Feb 2022 · 1 min read सोहनी-महिवाल ये साज़िश हुई कैसी धरती-आसमान में! जिसकी कोई मिसाल मिलती नहीं ज़हान में!! कुछ भी न कर सका बेचारा महिवाल! हाय, फंस के रह गई सोहनी तूफ़ान में!! Shekhar Chandra... Hindi · कविता 1 782 Share Shekhar Chandra Mitra 15 Feb 2022 · 1 min read मुल्क के रहनुमा जब से कुछ जाहिल सरकार में आ गए! सारे ज़हीन हद-ए-दार में आ गए!! वे ख़ुद को मुल्क का रहनुमा समझने लगे जिनके नाम क़ौमी अख़बार में आ गए!! Shekhar... Hindi · कविता 258 Share Shekhar Chandra Mitra 15 Feb 2022 · 1 min read चलो बुद्ध की ओर चलो बुद्ध की ओर परम शुद्ध की ओर... (१) जात-पात के जंगल से निकलकर ऊंच-नीच के दलदल से निकलकर जय भीम जय भीम करते हुए बढ़ो धम्म की ओर... (२)... Hindi · कविता 1 1 365 Share Shekhar Chandra Mitra 15 Feb 2022 · 1 min read मज़हब का नशा न इज़्ज़त का नशा न शोहरत का नशा! न दौलत का नशा न ताक़त का नशा!! ख़तरनाक सबसे है मज़हब का नशा! न हुक़ूमत का नशा न सियासत का नशा!!... Hindi · कविता 2 187 Share Shekhar Chandra Mitra 15 Feb 2022 · 1 min read हुक़ूमत को ललकारने वाला शायर इस मुल्क और अवाम के ख़िलाफ़ तुम चाहे कोई भी साज़िश कर लो लेकिन मैं उस पर एक नज़्म लिखकर तुम्हारे सारे किए-कराए पर पानी फेर दूंगा! Shekhar Chandra Mitra... Hindi · कविता 233 Share Shekhar Chandra Mitra 15 Feb 2022 · 1 min read ललकार अवाम की नींद हराम करके ये हाकिम कैसे सो सकते हैं? हल्ला बोल! गुलामी तो एक लानत ठहरी इसे हम कितना ढ़ो सकते हैं? मुंह खोल! क़ौमी यक-जेहती की राह... Hindi · कविता 250 Share Shekhar Chandra Mitra 14 Feb 2022 · 1 min read एकतरफा प्यार जब मुझे अपनाने से तूने इंकार किया ख़ुद ही को यार बनाया ख़ुद ही से प्यार किया... जिन रातों में आने का वादा नहीं था कोई उनमें भी अक्सर मैंने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 232 Share Shekhar Chandra Mitra 14 Feb 2022 · 1 min read ख़ालिस इंसान अल्लाह वही है! वही है भगवान!! झूठ में लड़ते हैं हिंदू-मुसलमान!! तुम अगर अपनी खैरियत चाहते हो अब भी बनो एक ख़ालिस इंसान!! Shekhar Chandra Mitra #इंकलाबीशायरी #चुनावीकविता #छात्रआंदोलन #देख_कबीरा_रोया Hindi · कविता 170 Share Shekhar Chandra Mitra 14 Feb 2022 · 1 min read देख कबीरा रोया मैंने पूछा- "जॉब पर आपका क्या कहना है?" उसने सुना- "हिजाब पर आपका क्या कहना है?" मैंने पूछा- "इलाज़ पर आपका क्या कहना है?" उसने सुना- "नमाज़ पर आपका क्या... Hindi · कविता 523 Share Shekhar Chandra Mitra 14 Feb 2022 · 1 min read वैलेंटाइन डे तू जी रही क्यों आख़िर ऐसे मन को मारकर प्यार कर प्यार कर... किस सोच में ऐसे पड़ी सामने ज़िंदगी खड़ी इतनी जल्दी बैठ मत मुश्किलों से हारकर प्यार कर... Hindi · कविता 155 Share Shekhar Chandra Mitra 14 Feb 2022 · 1 min read आंदोलन करने वाले कोई तो है जो ज़िंदा है! कीड़ा नहीं, परिंदा है!! देश की बदहाली से थोड़ा-बहुत शर्मिंदा हैं!! #farmersprotestchallenge Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 187 Share Shekhar Chandra Mitra 14 Feb 2022 · 1 min read सत्ता परिवर्तन अगर इस बार भी तुम चुके! तो मरना पड़ेगा तुम्हें भूखे!! लगता है पिछली गलतियों से बिल्कुल ही नहीं कुछ सीखे!! Shekhar Chandra Mitra #चुनावीगीत #छात्रआंदोलन #नौकरी #बेरोजगारी Hindi · कविता 135 Share Shekhar Chandra Mitra 13 Feb 2022 · 1 min read जागेंगे बहुजन ये ढोंग-पाखंड कब तक चलेगा! ये कर्मकाण्ड कब तक चलेगा! बहुत जल्द ही जागेंगे बहुजन! ये छल-प्रपंच कब तक चलेगा!! Shekhar Chandra Mitra #अवामीशायरी #इंकलाबीशायरी #चुनावीकविता #बहुजनशायर Hindi · कविता 1 165 Share Shekhar Chandra Mitra 13 Feb 2022 · 1 min read होगी नींद हराम रंग-रलियों में कितना खो सकते हैं! ग़ैर ज़िम्मेदार कैसे हो सकते हैं!! देश के हाकिम आम जनता की नींद हराम करके कब तक सो सकते हैं!! #हल्लाबोल Shekhar Chandra Mitra... Hindi · कविता 304 Share Shekhar Chandra Mitra 13 Feb 2022 · 1 min read आरक्षण यह देश नहीं है किसी की बपौती! तुम कबूल करो वक़्त की चुनौती!! जो छिना तुमने सदियों तक उनसे ये आरक्षण तो है उसी की फिरौती!! Shekhar Chandra Mitra #अवामीशायरी... Hindi · कविता 507 Share Shekhar Chandra Mitra 13 Feb 2022 · 1 min read अधूरापन जब तक तुझसे नज़र नहीं मिलती! दिल को अपनी ख़बर नहीं मिलती!! जो पहुंचाए सपनों के मंज़िल तक मुझे ऐसी कोई डगर नहीं मिलती!! Shekhar Chandra Mitra #valentinespecial #love #इंतजार... Hindi · कविता 241 Share Shekhar Chandra Mitra 13 Feb 2022 · 1 min read हल्ला बोल अवाम की नींद हराम करके ये हाकिम कैसे सो सकते हैं? हल्ला बोल! गुलामी तो एक लानत ठहरी इसे हम कब तक ढ़ो सकते हैं? मुंह खोल! Shekhar Chandra Mitra... Hindi · कविता 145 Share Shekhar Chandra Mitra 13 Feb 2022 · 1 min read तेरे बिना हम तो जी न सकेंगे बिना अब तेरे ज़हर पी न सकेंगे बिना अब तेरे जो दुनिया ने दिए जिस्मो-जान पे ज़ख्म सी न सकेंगे बिना अब तेरे... #Geetkar Shekhar... Hindi · गीत 172 Share Shekhar Chandra Mitra 13 Feb 2022 · 1 min read भागो नहीं, दुनिया बदलो! प्यार-प्यार करते हैं दिल! ठंडी आह भरते हैं दिल!! संसार से जूझे बिना ही हार से क्यों डरते हैं दिल!! #valentinespecial Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 139 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Feb 2022 · 1 min read रंगीन धोखा दीन या धरम और कुछ भी नहीं एक रंगीन धोखा है! हमारे आपसी मेल-जोल को इसने ही तो रोका है!! इससे पहले कि हमारा देश पूरी तरह बर्बाद हो! इसके... Hindi · कविता 174 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Feb 2022 · 1 min read अजीब देश पसीना बहाने वाले नापाक कहे जाते हैं! बैठकर खाने वाले पाक-साफ कहे जाते हैं!! पूरी दुनिया में ऐसा कौन देश है जिसमें नब्बे फीसदी अवाम नीच ज़ात कहे जाते हैं!!... Hindi · कविता 143 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Feb 2022 · 1 min read व्यवस्था परिवर्तन तख्त को अब उलटना ही होगा! ताज को अब पलटना ही होगा!! ज़ोर-ज़ुल्म पर टिके हुए इस समाज को अब बदलना ही होगा!! Shekhar Chandra Mitra #अवामीशायरी #इंकलाबीशायरी #चुनावीकविता #सियासीशायरी Hindi · कविता 229 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Feb 2022 · 1 min read हमारा भी तो देश है यह राजा का बेटा राजा और भंगी का बेटा भंगी क्यों रहे? जो महलों को चमकाती है उसी की झोंपड़ी गंदी क्यों रहे? शिक्षा, संपत्ति और सत्ता में सबको बराबर हिस्सा... Hindi · कविता 363 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Feb 2022 · 1 min read बेचैन करने वाले सवाल अपनी मर्ज़ी के मुताबिक़ जीने-मरने का हक़ हमसे आख़िर छिना था किसने? अपने आप के लिए कुछ करने-धरने का हक़ हमसे आख़िर छिना था किसने? इस देश और समाज के... Hindi · कविता 332 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Feb 2022 · 1 min read वर्चस्व को चुनौती शिक्षा, सत्ता और संपत्ति! अब नहीं किसी की बपौती!! देखो सदियों के वंचित लोग आज दे रहे तुम्हें चुनौती!! Shekhar Chandra Mitra #अवामीशायरी #इंकलाबीशायरी #चुनावीकविता #सियासीशायरी Hindi · कविता 198 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Feb 2022 · 1 min read छुआछूत हमें अंधेरे में रखा था किसने? ग़लीज़ बसेरे में रखा था किसने? आख़िर तंतर-जंतर-छू मंतर के अपने फेरे में रखा था किसने? Shekhar Chandra Mitra #अवामीशायरी #इंकलाबीशायरी #सियासीशायरी #बहुजनकविता Hindi · कविता 149 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Feb 2022 · 1 min read तथाकथित विश्वगुरु से वाग्जाल यह अब न चलेगा! भ्रमजाल यह अब न चलेगा!! ज्ञान, भक्ति और कर्म का मायाजाल यह अब न चलेगा!! Shekhar Chandra Mitra #अवामीशायरी #इंकलाबीशायरी #सियासीशायरी #चुनावीकविता Hindi · कविता 487 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Feb 2022 · 1 min read इंतज़ार आओ चलें अब उनसे मुलाक़ात हो गई! जिसके लिए थे पागल वो बात हो गई!! एक-एक कर बुझ चले शयनगारों के दीए! यही इशारा है चांद का आधी रात हो... Hindi · कविता 1 191 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Feb 2022 · 1 min read मंदिर-मस्जिद की राजनीति वे जैसे ही मंदिर-मस्जिद का जुमला उछालते हैं, शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और रोज़गार जैसे सारे असली मुद्दे बेमानी हो जाते हैं और भोली जनता उनकी सारी नाकामियां भुलाकर एक बार... Hindi · कविता 253 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Feb 2022 · 1 min read कलम से तलवार का काम लेने वाला शायर मैंने अमीर होने के लिए ज़मीर नहीं बेचा! अपने भीतर का फक्कड़ फ़कीर नहीं बेचा!! इस कलम से तलवार का काम लिया अमूमन! हुक्मरान की चापलूसी में कबीर नहीं बेचा!!... Hindi · कविता 263 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Feb 2022 · 1 min read पांच बरसों का हिसाब अब सवाल नहीं, ज़वाब दो तुम! छिपे हुए अपने राज दो तुम!! अवाम के लिए क्या किए हो? पांच बरसों का हिसाब दो तुम!! Shekhar Chandra Mitra #चुनावीकविता #छात्रआंदोलन #धर्मनिरपेक्षता... Hindi · कविता 127 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Feb 2022 · 1 min read यही मौका है! मौका है सबक सिखाने का! अपनी औकात दिखाने का!! आज जनता के गद्दारों से अपने देश को बचाने का!! Shekhar Chandra Mitra #अवामीशायरी #इंकलाबीशायरी #चुनावीशायरी #सियासीशायरी Hindi · कविता 148 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Feb 2022 · 1 min read याद रहेगा मजदूरों पर-किसानों पर! मेहनतकश इंसानों पर!! हुआ लाठीचार्ज याद रहेगा बेरोजगार नौजवानों पर!! Shekhar Chandra Mitra #अवामीशायरी #इंकलाबीशायरी #चुनावीशायरी #सियासीशायरी Hindi · कविता 108 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Feb 2022 · 1 min read अनपढ़ बनाने की साज़िश एक सोची-समझी साज़िश के तहत गंवार बनाया गया हमें! हाय, जेहनी तौर पर पीढ़ी दर पीढ़ी बीमार बनाया गया हमें!! ताकि इस देश और समाज में उनका दबदबा हमेशा बना... Hindi · कविता 147 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Feb 2022 · 1 min read जनता की बात यूपी की-बिहार की बातें करो! गांव की-जवार की बातें करो!! हिंदू-मुस्लिम से फूर्सत मिले तो शिक्षा की-रोजगार की बातें करो!! Shekhar Chandra Mitra #अवामीशायरी #इंकलाबीशायरी #चुनावीशायरी #सियासीशायरी Hindi · कविता 436 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Feb 2022 · 1 min read सुखिया मर गया सुख से कल सुखिया मर गया सुख से! पिछले चार दिन की भूख से!! कैसे बिटिया की शादी होगी वह सो पाता नहीं था हूक से!! Shekhar Chandra Mitra #चुनावीकविता #इंकलाबीशायरी #अवामीशायरी... Hindi · कविता 225 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Feb 2022 · 1 min read जिल्लत की ज़िंदगी आख़िर यह देश किसका है! आजकल दलितों में चर्चा है!! इस ज़िल्लत की ज़िंदगी से क्या मुक्ति का कोई रस्ता है!! Shekhar Chandra Mitra #अवामीशायरी #चुनावीकविता #इंकलाबीशायरी #सियासीशायरी Hindi · कविता 317 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Feb 2022 · 1 min read वह इंकलाब जो उधार है ऐ देश, तुझपे क़र्ज़ है जवानी भगतसिंह की बेकार जाएगी क्या कुर्बानी भगतसिंह की... (१) मूर्दों के बीच रहकर हो जाऊं मैं न मूर्दा दिल में आग लगाती है कहानी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 302 Share Previous Page 43 Next