Shekhar Chandra Mitra Language: Hindi 3940 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 39 Next Shekhar Chandra Mitra 1 Apr 2022 · 1 min read विद्रोही आत्मा कोई और जरिया चाहिए मेरे बयान के लिए! कुछ और हादसे लाज़िमी इस दास्तान के लिए! सुकरात की तरह ज़हर मिले या मंसूर की तरह सूली मुझे मैं तैयार हूं... Hindi · कविता 110 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Apr 2022 · 1 min read एक शुरुआत गुंगे बोल भी सकते हैं पर्दे खोल भी सकते हैं ज़रूरत है तो केवल एक शुरुआत की! अंधे देख भी सकते हैं ज़ुल्मत रोक भी सकते हैं ज़रूरत है तो... Hindi · कविता 98 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Mar 2022 · 1 min read आज की औरत फूल भी है! तू आग भी है!! इश्क़ भी है! तू इंकलाब भी है!! अपने आप में एक सवाल भी है! और हर सवाल का तू ज़वाब भी है!! #औरत... Hindi · कविता 1 2 116 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Mar 2022 · 1 min read हम जीएंगे हर चोट खाकर भी हर ज़ख्म लेकर भी! हम जीएंगे,ऐ दिल हर दर्द सहकर भी!! मजबूरों के लिए मजलूमों के लिए! हम जीएंगे,ऐ दिल मासूमों के लिए!! #हल्ला_बोल #बहुजन_शायर #कविता... Hindi · कविता 90 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Mar 2022 · 1 min read वक़्त का ज़िंदा दस्तावेज चले आते समझाने लोग! अक़्सर मुझे बचकाने लोग!! कुदरत की अनदेखी करके जाया करते बुतखाने लोग!! मेरे कैसे हो सकते भला जो ख़ुद से ही बेगाने लोग!! मेरा पागलपन कहा... Hindi · कविता 93 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Mar 2022 · 1 min read बेहतर दुनिया का ख़्वाब कुचली हुई हर एक जान के लिए! टूटे हुए हर एक दिल के लिए!! मुझे जीना है इस दुनिया के एक बेहतर मुस्तकबिल के लिए!! #सियासी_शायरी #जय_भीम #छात्र #youth #हल्ला_बोल... Hindi · कविता 132 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Mar 2022 · 1 min read बगावत की क़ीमत सर उठाने की क़ीमत चुकानी पड़ेगी हमको भी! आंख मिलाने की क़ीमत चुकानी पड़ेगी हमको भी!! सुकरात या मंसूर नहीं यह जानते हैं हम फिर भी! जुब़ान लड़ाने की क़ीमत... Hindi · कविता 283 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Mar 2022 · 1 min read एकलव्य का अंगूठा हर एक द्रोणाचार्य को यह सबक सिखाने का समय है! अंगूठा देने का नहीं, यह अंगूठा दिखाने का समय है!! जात-पात, ऊंच-नीच, छुआछूत और भेद-भाव से भरी हुई! इस सत्यानाशी... Hindi · कविता 2 1 285 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Mar 2022 · 1 min read लानत छुआछूत को लेकर झगड़ा लानत है! ऊंच-नीच को लेकर रगड़ा लानत है!! दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में! जात-पात को लेकर लफड़ा, लानत है!! #भारतीय_संस्कृति #जय_भीम #हल्ला_बोल #ambedkarism #जाति #BhagatSingh Hindi · कविता 123 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Mar 2022 · 1 min read ओशो दि ग्रेट दुनिया के लिए वरदान हैं ओशो! नव जागरण के आह्वान हैं ओशो! साधारण से भी साधारण और महान से भी महान हैं ओशो! हम विस्मित हैं यह सोचकर कि कितने... Hindi · कविता 1 122 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Mar 2022 · 1 min read तथागत मैं वही हूं, मुझे जो बनना है। किसी और काम के काबिल नहीं हूं मैं। मैं वहीं हूं, मुझे जहां जाना है। किसी भी भाग-दौड़ में शामिल नहीं हूं मैं!... Hindi · कविता 118 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Mar 2022 · 1 min read झूठे वादे सभी की ज़वाबदेही होगी! सभी की भागीदारी होगी!! संसद से लेकर सड़क तक सभी की हिस्सेदारी होगी!! हमसे तो वादा हुआ था कि अंग्रेज़ों के यहां से जाते ही एक... Hindi · कविता 119 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Mar 2022 · 1 min read तुम बोलते क्यों नहीं? सब कुछ इतना साफ़ है तुम देखते क्यों नहीं? मौजूदा हालात पर तुम सोचते क्यों नहीं? मुल्क और समाज के जलते हुए सवालों पर कभी पूरी तरह खुलकर तुम बोलते... Hindi · कविता 119 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Mar 2022 · 1 min read हिजरत (पलायन) न तो अपनी गफलत है! न ही अपनी क़िस्मत है! इस अफ़रा-तफ़री की वज़ह एक गंदी सियासत है!! हिंदोस्तान-पाकिस्तान के बंटवारे के बाद यह देश में हुई सबसे बड़ी हिजरत... Hindi · कविता 230 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Mar 2022 · 1 min read इज़हार दिल लोगे कि जां लोगे! मेरे होने के तुम क्या लोगे!! सिर से पैर तक क़ातिल या यह शोख अदा लोगे!! दिलकश और रूह अफ़ज़ा या रंगीन फिज़ा लोगे!! ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 282 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Mar 2022 · 1 min read हक़ की मांग कोई भीख नहीं, हमें काम चाहिए! मेहनत के मुताबिक दाम चाहिए!! तालीम,सेहत और तफ़रीह के साथ! रोटी, कपड़ा और मकान चाहिए!! #FreedomOfExpression #हल्ला_बोल #विद्रोही #Gujarat #राजनीति #सियासत Hindi · कविता 1 321 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Mar 2022 · 1 min read अमीरों की सरकार सरकार तो अमीरों की पूछे कौन फकीरों की! चलती बस वजीरों की सुने कौन कबीरों की!! देश की इस बर्बादी में हाथ सिर्फ़ सियासत का! इसमें कोई खता नहीं क़िस्मत... Hindi · कविता 1 1 99 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Mar 2022 · 1 min read आ रहा इंकलाब दोहरा रहा है इतिहास फिर से अपने आप को! माफ़ किया न जा सकेगा कभी ऐसे अपराध को!! क्या सुन सकेंगे हुक़्मरान इस वक़्त की फ़रियाद को! मैं देख रहा... Hindi · कविता 1 90 Share Shekhar Chandra Mitra 28 Mar 2022 · 1 min read ये वादा रहा ख़्यालों में तेरे रहूंगा मैं! ख़्वाबों में तेरे रहूंगा मैं!! बनकर नज़्म या गीत कोई किताबों में तेरे रहूंगा मैं!! सुर्ख रंग और ख़ुशबू की तरह गुलाबों में तेरे रहूंगा... Hindi · कविता 139 Share Shekhar Chandra Mitra 28 Mar 2022 · 1 min read बेचैन करने वाले सवाल देश में है दुःख क्यों? प्यास और भूख क्यों? संसद से लेकर सड़क तक मार और लूट क्यों? जालिमों में मेल और मजलूमों में फूट क्यों? पार्टियों के नाम पर... Hindi · कविता 2 2 172 Share Shekhar Chandra Mitra 28 Mar 2022 · 1 min read बचकानी चेतना कुछ निहित स्वार्थों की सुरक्षा के लिए ही हर बचकानी चेतना को थमाए गए खिलौने! कि देश और समाज के जलते हुए प्रश्नों से अपना ध्यान हटाकर चली जाए वह... Hindi · कविता 113 Share Shekhar Chandra Mitra 28 Mar 2022 · 1 min read गोलियां अफ़ीम की पता नहीं यह साज़िश कब समझेंगे अवाम! कि कैसे उन्हें बनाकर रखा गया है ग़ुलाम भीड़ को सुलाने के लिए गोलियां अफ़ीम की बांटते रहे हैं सदियों से दुनिया के... Hindi · कविता 96 Share Shekhar Chandra Mitra 28 Mar 2022 · 1 min read सड़क के लोग भूखमरी से लड़ रहे हैं लोग मेरे देश के! बीमारियों से मर रहे हैं लोग मेरे देश के!! तख्त और ताज की मिली-जुली साजिश से गट्टरों में सड़ रहे हैं... Hindi · कविता 308 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Mar 2022 · 1 min read लोग मेरे देश के भटक रहे हैं दर-बदर क्यों लोग मेरे देश के? पटक रहे हैं अपना सर क्यों लोग मेरे देश के? सोचने दो मुझे जरा कहां गए सब रहनुमा? तड़प रहे हैं... Hindi · कविता 96 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Mar 2022 · 1 min read गुमराह नस्लें तुम्हें चाहिए गुलामों की जमात इसलिए लाज़मी है कि तुम हमारे बच्चों को किताब और क़लम से दूर करके उन्हें थमा दो लाठी और डंडे! #हल्ला_बोल #सांप्रदायिक_दंगा #JaiBhim Hindi · कविता 109 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Mar 2022 · 1 min read वैधानिक चेतावनी जंगलों की लाश पर! खड़े होते रहे हैं शहर!! शहरों के मलबे पर भी जंगल उगेंगे एक रोज!! #हल्ला_बोल #आदिवासी #forests #कवि Hindi · कविता 171 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Mar 2022 · 1 min read भारतीय मीडिया कीर्तनिया-मंडली में तब्दील होती हुई हिंदी मीडिया! जल्दी ही डुबोकर छोड़ेगी देश और समाज की लुटिया!! #हल्ला_बोल #media #riots #सांप्रदायिक Hindi · कविता 169 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Mar 2022 · 1 min read यह देश नहीं सुधरेगा चाहे धरती पलट जाए! चाहे आकाश फट जाए!! मजाल क्या कि यह देश अपनी गलती समझ जाए!! #ReleaseAllPoliticalPrisoners #poet #FreedomOfExpression #दंगा #riots Hindi · कविता 138 Share Shekhar Chandra Mitra 25 Mar 2022 · 1 min read दि मैड मैन जब-जब दुनिया मुझे पागल कहती है तब-तब मुझे लगता है कि मैं सही रास्ते पर हूं! #विद्रोही #जीनियस #प्रतिभा #Unic #कवि Hindi · कविता 134 Share Shekhar Chandra Mitra 25 Mar 2022 · 1 min read घर में रहो तुमने कह तो दिया कि घर में रहो लेकिन जिनका घर ही नहीं वो क्या करें? Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 100 Share Shekhar Chandra Mitra 25 Mar 2022 · 1 min read दांव-पेंच जब पूरा देश अपने वजूद की लड़ाई लड़ रहा था तो हमारे राजनेता सरकार गिराने और बनाने में लगे हुए थे! #BhagatSingh #हल्ला_बोल #सियासत Hindi · कविता 1 115 Share Shekhar Chandra Mitra 25 Mar 2022 · 1 min read आदिवासी सभ्यता ने क्या दिया बर्बादी के सिवाय? इंसान क्यों न फिर से आदिवासी हो जाय? #StopWarInUkraine #Forest #USA #peace #love #Adiwasi #UNO #US Hindi · कविता 120 Share Shekhar Chandra Mitra 25 Mar 2022 · 1 min read अलविदा अलविदा! अलविदा! अलविदा! अलविदा! ताकयामत रहेंगे चांद और सूरज लेकिन यहां से हुईं अपनी राहें जुदा!! अलविदा! अलविदा! अलविदा! अलविदा! अब देख न सकोगे तुम मेरी झलक अब सुन न... Hindi · गीत 128 Share Shekhar Chandra Mitra 25 Mar 2022 · 1 min read बगावत का शायर सच पर से पर्दा उठाने वाले शायर कहां! सत्ता का चेहरा दिखाने वाले शायर कहां!! अपनी क़लम से तलवार का काम लेते हुए! व्यवस्था की नींव हिलाने वाले शायर कहां!!... Hindi · कविता 352 Share Shekhar Chandra Mitra 25 Mar 2022 · 1 min read बेख़ौफ़ आवाज़ हक़ और इंसाफ़ के लिए आवाज़ उठाने वाले शायर कितने हुए हैं भारत में? ज़ुल्मत के इस निज़ाम की बुनियाद हिलाने वाले शायर कितने हुए हैं भारत में? #दुष्यंतकुमार, #गोरखपाण्डेय... Hindi · कविता 235 Share Shekhar Chandra Mitra 25 Mar 2022 · 1 min read बर्बादियों का जश्न बर्बादियों का ज़श्न मनाता है कौन शायरों के सिवा? हर फ़िक्र को धुंए में उड़ाता है कौन शायरों के सिवा? तक़दीर की इनायत और दुनिया की मेहरबानी से! जो खो... Hindi · कविता 249 Share Shekhar Chandra Mitra 25 Mar 2022 · 1 min read कैरियर की चिंता एजुकेशन कम्पलीट होने के बाद! अपना कैरियर संवारने के बाद!! तुम देश के लिए कुछ करोगे पूरा लाइफ़ सेटल्ड करने के बाद!! (अगर तब तक देश बचा तो) #BhagatSingh #हल्ला_बोल... Hindi · कविता 322 Share Shekhar Chandra Mitra 24 Mar 2022 · 1 min read बिछड़े हुए साथी हम मिलेंगे, साथी! हम फिर मिलेंगे!! कब-कहां-कैसे कुछ पता नहीं लेकिन मुझे पूरा भरोसा है कि हम फिर मिलेंगे!! #प्रकृति #nature #love #liveandletlive Hindi · कविता 1 109 Share Shekhar Chandra Mitra 24 Mar 2022 · 1 min read आत्म-ज्ञान मेरी हर नज़्म नश्तर! मेरा हर शेर खंजर!! और कौन जान सकता है! यहां मुझे मुझसे बेहतर!! #FreedomOfExpression #हल्ला_बोल #BhagatSingh #सियासी_शायरी #कविता Hindi · कविता 244 Share Shekhar Chandra Mitra 24 Mar 2022 · 1 min read एक बदनाम शायर तू कौन है! तू क्या है!! मुझे बख़ूबी पता है!! एक बदनाम शायर तू शेखर चंद्र मित्रा है!! Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 135 Share Shekhar Chandra Mitra 24 Mar 2022 · 1 min read भगतसिंह की फांसी ज़िंदगी हो तो ऐसी हो कि मौत को भी इश्क़ हो जाए! मौत हो तो ऐसी हो कि ज़िंदगी को भी रश्क़ हो जाए!! #BhagatSingh #हल्लाबोल #आज़ादी Hindi · कविता 104 Share Shekhar Chandra Mitra 23 Mar 2022 · 1 min read महाराणा प्रताप और मीराबाई जब #मीराबाई को ज़हर पिलाया जा रहा था! जब मीराबाई को सूली चढ़ाया जा रहा था!! #महाराणा प्रताप आख़िर क्या कर रहे थे तब? जब मीराबाई को ज़िंदा जलाया जा... Hindi · कविता 1 1 237 Share Shekhar Chandra Mitra 23 Mar 2022 · 1 min read सच्ची ख़ुशी हमारी डरी हुई तहज़ीब की हंसी उड़ाते हुए ये बच्चे! हमारी मरी हुई तहज़ीब की हंसी उड़ाते हुए ये बच्चे!! हमारे पूरे सिस्टम पर एक सवालिया निशान लगा रहे! हमारी... Hindi · कविता 118 Share Shekhar Chandra Mitra 23 Mar 2022 · 1 min read भगतसिंह और अंबेडकर आज़ाद भारत का रास्ता भगतसिंह और अम्बेडकर के बीच से होकर गुजरता है! #इन्क़लाब_जिन्दाबाद #BhagatSingh Hindi · कोटेशन 104 Share Shekhar Chandra Mitra 23 Mar 2022 · 1 min read पैदाइशी हक़ जो इज़्ज़त उन्हें पैदा होते ही मिलने लगती है उसी इज़्ज़त को कमाने के लिए हमें पूरा जीवन लगा देना पड़ता है! #Jai_Bhim #BahujanaYatra #अंबेडकर #बहुजन_क्रांति #जाति_प्रथा #दलित #औरत Hindi · कविता 101 Share Shekhar Chandra Mitra 23 Mar 2022 · 1 min read नौकरी चली जाएगी इतना भी सच मत बोल नौकरी चली जाएगी! छिपे हुए राज़ मत खोल नौकरी चली जाएगी!! इन पागल तानाशाहों को नाफ़रमानी नहीं पसंद! फिज़ा में कुफ़्र मत घोल नौकरी चली... Hindi · कविता 125 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Mar 2022 · 1 min read आप यह कर सकते हैं अनादि काल से मानवजाति ने बड़ी-बड़ी चुनौतियों को पार करके अपने अस्तित्व को निरंतर कायम रखा है। अपने भीतर की शक्ति को जगाइए। विश्वास कीजिए आप यह कर सकते हैं!... Hindi · कोटेशन 118 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Mar 2022 · 1 min read अद्वितीय मुझे वह नहीं कहना! मुझे वह नहीं करना!! जो तुम चाहते मुझसे! मुझे वह नहीं बनना!! #इंकलाब #बगावत #हल्लाबोल #उर्दू_शायरी #Be_A_Rebel #JaiBhim #विद्रोही #कवि Hindi · कविता 138 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Mar 2022 · 1 min read अपनी शर्त पर मैंने तो सीखा है मर्दों-सा रहना! अपनी ही शर्त पर जीना या मरना!! अब भी तुम मुझे अगर नहीं समझे! तो बेकार है तुमसे मेरा कुछ कहना!! #जनकवि #शायर #शायरी... Hindi · कविता 176 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Mar 2022 · 1 min read चोचला ये शराफ़त के चोचले तुम्हीं को मुबारक! ये रिवायत के चोचले तुम्हीं को मुबारक! मैं जो हूं-जैसा हूं अपने लिए ठीक हूं ये नफ़ासतके चोचले तुम्हीं को मुबारक! Shekhar Chandra... Hindi · कविता 259 Share Previous Page 39 Next