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तुम्हें अपना कहने की तमन्ना थी दिल में...
Vishal babu (vishu)
ना जाने क्यों आज वक्त ने हालात बदल
Vishal babu (vishu)
नारी एक शक्ति
Vishal babu (vishu)
तुम मेरी किताबो की तरह हो,
Vishal babu (vishu)
वाह ग़ालिब तेरे इश्क के फतवे भी कमाल है
Vishal babu (vishu)
फूलों की ख़ुशबू ही,
Vishal babu (vishu)
बस एक गलती
Vishal babu (vishu)
वक्त से वकालत तक
Vishal babu (vishu)
लबो पे तबस्सुम निगाहों में बिजली,
Vishal babu (vishu)
मुक्तक श्रृंगार रस
Vishal babu (vishu)
काँटों के बग़ैर
Vishal babu (vishu)
प्यार ना सही पर कुछ तो था तेरे मेरे दरमियान,
Vishal babu (vishu)
मुक्तक रस शायरी
Vishal babu (vishu)
तो कहना..
Vishal babu (vishu)
कसूर उनका नहीं मेरा ही था,
Vishal babu (vishu)
तेरा मेरा साथ.❤❤❤
Vishal babu (vishu)
आंखे, बाते, जुल्फे, मुस्कुराहटे एक साथ में ही वार कर रही हो।
Vishal babu (vishu)
एक नया मुक्तक शृंगार रस से निर्मित
Vishal babu (vishu)
कि हम हुआ करते थे इश्क वालों के वाक़िल कभी,
Vishal babu (vishu)
मैंने पीनी छोड़ तूने जो अपनी कसम दी
Vishal babu (vishu)
तेरे दिल में मेरे लिए जगह खाली है क्या,
Vishal babu (vishu)
मोहब्बत, हर किसी के साथ में नहीं होती
Vishal babu (vishu)
नज़र नज़र का फर्क है साहेब...!!
Vishal babu (vishu)
प्रेम की बात जमाने से निराली देखी
Vishal babu (vishu)
सजाया जायेगा तुझे
Vishal babu (vishu)
दवा की तलाश में रहा दुआ को छोड़कर,
Vishal babu (vishu)