Sheela Gahlawat Seerat 234 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Sheela Gahlawat Seerat 28 Feb 2021 · 1 min read धीरज धीरज टूटा नाथ का, पहिया लीनों हाथ सीरत शरणी जो रहे, प्रभ भी देते साथ शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · दोहा 2 280 Share Sheela Gahlawat Seerat 27 Feb 2021 · 1 min read दूध- मलाई दूध मलाई बार से, नहा हुआ था प्यार सीरत फल है इश्क का, हाथों में विम बार शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · दोहा 3 1 468 Share Sheela Gahlawat Seerat 26 Feb 2021 · 1 min read मतलब की दुनियाँ मतलब की दुनियां सभी, दिखे नहीं को नेक सीरत दिल में क्या छुपा, किस विध पढ़िये लेख शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · दोहा 4 350 Share Sheela Gahlawat Seerat 25 Feb 2021 · 1 min read फूल और कांटे ये जीवन फूल और कांटों की हंसती, खेलती सुंदर सी बगिया है........... इसे हर पल, सीप के मोती और.... चमन के फूल.... खिलते रहते हैं...... शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · कविता 5 706 Share Sheela Gahlawat Seerat 25 Feb 2021 · 1 min read मात-पिता मात पिता औ देश का, श्रृण जो नहीं चुकाय जीवन ऐसे पूत का, सीरत विरथा जाय शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · दोहा 4 263 Share Sheela Gahlawat Seerat 24 Feb 2021 · 1 min read "आंखों की पहचान" पांवों में जान हो... मंजिल हमसे कभी न दूर हो आंखों में पहचान हो... इंसान हमसे कभी न दूर हो दिल में स्थान हो... अपने हमसे कभी न दूर हो... Hindi · कविता 3 2 487 Share Sheela Gahlawat Seerat 24 Feb 2021 · 1 min read भटकाव, ठहराव जीवन बस भटकाव है, दिखता नाहिं छोर गर चाहे ठहराव तू, प्रभु कर दे दे डोर शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · दोहा 2 402 Share Sheela Gahlawat Seerat 23 Feb 2021 · 1 min read "सुख ही बांट" सुख ही बांटे जात हैं, दुःख ना सांझा होत होता तभी प्रकाश है, जब जलती है जोत शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · दोहा 2 267 Share Sheela Gahlawat Seerat 22 Feb 2021 · 1 min read "हरि सिमरण" हरि सिमरण जो भी करे,बढ़ता निस दिन नूर सीरत शरणी श्याम जो, रहता गम से दूर शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · दोहा 3 370 Share Sheela Gahlawat Seerat 20 Feb 2021 · 1 min read जो चले तौड़ी तौड़ी जो चले, सीरत हो जा वार खाता पीता झूमता, पहुँचे टाइम सार शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · दोहा 1 239 Share Sheela Gahlawat Seerat 19 Feb 2021 · 1 min read लिखती हर रोज़ लिखती हूँ हर रोज़ मैं, करती हूँ अभ्यास फूल खिलेंगे एक दिन, सीरत रख विश्वास शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · दोहा 1 238 Share Sheela Gahlawat Seerat 18 Feb 2021 · 1 min read दोहा (प्यार) चलो आज चलते कहीं, दूर अंतरिक्ष पार बसते चल के हैं वहाँ, जहाँ प्यार ही प्यार शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · दोहा 3 419 Share Sheela Gahlawat Seerat 18 Feb 2021 · 1 min read अंकुरित से रिश्ते रिश्ते अंकुरित से होते हैं कुछ जिंदा से भी रहते हैं मुरझा जाते गलत फहमी में यूँ बिखर अंहकार में जाते हैं खुशियों का हर लम्हा तुम भी आन्नद की... Hindi · कविता 3 254 Share Sheela Gahlawat Seerat 17 Feb 2021 · 1 min read "हंस लेती हूँ" हंस लेती हूँ, हर बात पे गम छुपा लेती हूँ मैं अक्सर हर रस्म निभा जाती हूँ हाँ! हाथ सबसे मिला लेती हूँ हंसते हुए चेहरे को देख दुनिया दु... Hindi · कविता 2 4 245 Share Sheela Gahlawat Seerat 16 Feb 2021 · 1 min read ग़ज़ल ( फूल हवा में तैर उठें) ऐसी ही तू कोशिश कर दिल में यार रिहाइश कर फूल हवा में तैर उठें खुशबू की तू बारिश कर दिल का फ़ीता लेकर तू उल्फ़त की पैमाइश कर फ़स्ल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 243 Share Sheela Gahlawat Seerat 1 Feb 2021 · 1 min read "मोम इश्क़ पिघल रहा" मोम इश्क़ का पिघल रहा है मेरा दिल भी संभल रहा है नैनों ने कीं बातें जबसे ख़्वाब तुम्हारा ही पल रहा है ये आलम है बेचैनी का दिल अब... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 51 157 1k Share Sheela Gahlawat Seerat 31 Jan 2021 · 1 min read ग़ज़ल कुछ इधर,कुछ उधर कई देखे इक मुसाफ़िर ने घर कई देखे रास आया न एक भी हमको हमने रस्ते मगर कई देखे आदमी एक भी न मिल पाया हमने कितने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 2 347 Share Sheela Gahlawat Seerat 29 Jan 2021 · 1 min read कुछ ठिठकी सी यादें सपनों की दहलीज पे कुछ ठिठकी सी यादें मेरी बांध लो! धूप के पल्लू में उन राहों की यादें मेरी सिरहाने पे जो पलों को तुमने ही सज़ा रखा है... Hindi · कविता 8 9 389 Share Sheela Gahlawat Seerat 25 Jan 2021 · 1 min read मुक्तक ऊन की सलाईयों सी हो गई जिंदगी उल्टे-सीधे फंदों में ये खो गई जिंदगी सारी रात उधेड़ बुन में गुजर जाती है अपने ही फैसलों पर रो गई जिंदगी शीला... Hindi · मुक्तक 1 6 401 Share Sheela Gahlawat Seerat 23 Jan 2021 · 2 min read लेख नदी की आत्मकथा मैं नदी हूँ मैं नदी हूँ! अनेको मेरे रूप और नाम हैं । नदी प्रकृति के जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग है, इसकी गति पर इसके नाम... Hindi · लेख 1 2 289 Share Sheela Gahlawat Seerat 21 Jan 2021 · 1 min read रचना मोहब्बत का होना जरूरी है कुछ पाना ओ खोना जरूरी है जीवन के रंग ढंग खास ऐसे ही गर हंसना हो रोना जरूरी है!! रूठे को मनाना जरूरी है सोते... Hindi · कविता 5 5 297 Share Sheela Gahlawat Seerat 20 Jan 2021 · 1 min read रचना कहीं घुम आयें आओ घूम कहीं आये हम जगह नई कहीं जाये हम आसमां से उपर उडते बादल मखमली सी ओड हम चादर हम- तुम उनमें खो जाये दिल- दो,... Hindi · कविता 3 2 283 Share Sheela Gahlawat Seerat 20 Jan 2021 · 1 min read रचना जिंदगी दूर से महकती फूलों की इक बगिया है जिंदगी.. कभी उलझी, कभी सुलझी सुंदर नज़ारा है जिंदगी मधुशाला यूँ ही बदनाम है हाथों जाम घोलती जिंदगी नेक रस्ते पर... Hindi · कविता 3 2 294 Share Sheela Gahlawat Seerat 20 Jan 2021 · 1 min read मुक्तक मुक्तक बादल बरसता है जीवन तरसता है घनश्याम आ जाओ नयैन तरसता है जपते जाओ मन ही मन में राधा-रानी हार न पाओगे तुम, मन में राधा-रानी शीला गहलावत सीरत... Hindi · मुक्तक 5 4 375 Share Sheela Gahlawat Seerat 19 Jan 2021 · 2 min read लघु कथा लघुकथा (प्रेम) प्रेम दो आत्माओं का मिलन है, यूँ कहूँ कि इक अट्टू बंधन है! ये दो शब्द अट्टू प्रेम का हिस्सा माने जाते हैं! इसमें कुछ खट्टी-मीठी यादें भी... Hindi · लघु कथा 3 2 410 Share Sheela Gahlawat Seerat 19 Jan 2021 · 1 min read रचना जीवन जीवन की इस पाठशाला में सीख लिए जीने के रंग ढंग चोट, आघात, ठेस, पीडा़... जख्म- घाव सहे हमने भी मधुशाला की पाठशाला सा ग़म का प्याला पी, जिए... Hindi · कविता 3 6 333 Share Sheela Gahlawat Seerat 18 Jan 2021 · 1 min read रचना चांद यादों की गली में आता- जाता चांद मन की बात सुनकर जब जाता चांद दु:ख - सुख में संग मेरे रहता चांद घुम रहा है! अब मेरा तन्हा चांद... Hindi · कविता 6 9 424 Share Sheela Gahlawat Seerat 18 Jan 2021 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल तन्हाई में शहर बनाया करता है कागज का जो फूल बनाया करता है कैसा पागल दीवाना है रातों में दीवारों को दर्द सुनाया करता है अपनी ही बातों पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 4 307 Share Sheela Gahlawat Seerat 17 Jan 2021 · 1 min read रचना बीते हुए लम्हें उन लम्हों का क्या जो बीत गये उन यादों का क्या जो बीत गये खूबसूरत तराने हमारे पास बहुत हैं महकते रहने के बहाने पास बहुत हैं... Hindi · कविता 6 6 309 Share Sheela Gahlawat Seerat 17 Jan 2021 · 1 min read रचना प्रेम तेरी मीठी बातें सुनकर तारें गिन- गिन बीती रातें तुझको ही तुझसे से लिया अपने प्रेम हृदय में बसा लिया तेरी मीठी बातें सुनकर मैनें.. आसमां में तारें, गिन... Hindi · कविता 8 10 579 Share Sheela Gahlawat Seerat 16 Jan 2021 · 1 min read ग़ज़ल कर्मों का फल मिलता है कब इंसां फूल सा खिलता है कब रंग बिरंगी इस दुनिया में साथ सभी का मिलता है कब बंद हुए दरवाज़े घर के पत्ता कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 303 Share Sheela Gahlawat Seerat 16 Jan 2021 · 1 min read रचना हवा जब छुकर आ जाती वहम नया पैदा ला जाती बादल उमडता जाता न ई याद तेरी छा जाती चांद पिघल जाता है याद मीठी हो, गा जाता तेरा अफसाना,... Hindi · कविता 7 4 306 Share Sheela Gahlawat Seerat 15 Jan 2021 · 1 min read ईमली- गुड़ सी यादें बस यूँ ही, चलते-चलते मन की बात बोल दूं अपने दिल के राज, चलते-चलते खोल दूं ईमली-गुड़ सी बंधी मन की गांठ कैसे खोल दूं कुछ तुम बोलो, कुछ हम... Hindi · कविता 3 2 397 Share Sheela Gahlawat Seerat 13 Jan 2021 · 1 min read कोरोना कोरोना कोरोना को हरा कर है आया दिन सुहाना, आज दिन आया आई लोहड़ी है, छाई खुशियाँ दिखती हर सूरत मनमोहनी यहाँ कोरोना ने बुझा रखे थे दीपक चिराग दिलों... Hindi · कविता 8 7 416 Share Previous Page 5