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788 posts
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यूं सजदे में सर झुका गई तमन्नाएं उसकी,
यूं सजदे में सर झुका गई तमन्नाएं उसकी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जो लोग टूट जाते हैं किसी से दिल लगाने से,
जो लोग टूट जाते हैं किसी से दिल लगाने से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
उलझाया रखा है तन्हाइयों ने इश्क़-ए-सफ़र में,
उलझाया रखा है तन्हाइयों ने इश्क़-ए-सफ़र में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तुझे हमने अपनी वफ़ाओं की हद में रखा हैं,
तुझे हमने अपनी वफ़ाओं की हद में रखा हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चांद सूरज भी अपने उजालों पर ख़ूब इतराते हैं,
चांद सूरज भी अपने उजालों पर ख़ूब इतराते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ज़िंदगी का जंग
ज़िंदगी का जंग
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
एक हिम्मत, एक उम्मीद जगानी है,
एक हिम्मत, एक उम्मीद जगानी है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दूसरों के दिलों में अपना घर ढूंढ़ना,
दूसरों के दिलों में अपना घर ढूंढ़ना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वो मुज़्दा भी एक नया ख़्वाब दिखाती है,
वो मुज़्दा भी एक नया ख़्वाब दिखाती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कुछ तो रम्ज़ है तेरी यादें ज़ेहन से नहीं जाती,
कुछ तो रम्ज़ है तेरी यादें ज़ेहन से नहीं जाती,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तिरा चेहरा भी रुखसत हो रहा है जहन से,
तिरा चेहरा भी रुखसत हो रहा है जहन से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
संभालने को बहुत सी चीजें थीं मगर,
संभालने को बहुत सी चीजें थीं मगर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
फुरसत के वो दिन भी बीत गए अब तो,
फुरसत के वो दिन भी बीत गए अब तो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हमारा ये जीवन भी एक अथाह समंदर है,
हमारा ये जीवन भी एक अथाह समंदर है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दरवाज़े का पट खोल कोई,
दरवाज़े का पट खोल कोई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
यूं जो कहने वाले लोग है ना,
यूं जो कहने वाले लोग है ना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
नाराज़गी जताई जा रही है,
नाराज़गी जताई जा रही है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आज़ महका महका सा है सारा घर आंगन,
आज़ महका महका सा है सारा घर आंगन,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तमाम उम्र अंधेरों में कटी थी,
तमाम उम्र अंधेरों में कटी थी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जुदाई का प्रयोजन बस बिछड़ना ही नहीं होता,
जुदाई का प्रयोजन बस बिछड़ना ही नहीं होता,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पूरी ज़िंदगी भर तन्हा रहना एक जबरदस्त नशा है,
पूरी ज़िंदगी भर तन्हा रहना एक जबरदस्त नशा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वक्त अपनी करवटें बदल रहा है,
वक्त अपनी करवटें बदल रहा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ज़िम्मेदारियों ने तन्हा कर दिया अपनों से,
ज़िम्मेदारियों ने तन्हा कर दिया अपनों से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
रंग बिरंगे फूलों से ज़िंदगी सजाई गई है,
रंग बिरंगे फूलों से ज़िंदगी सजाई गई है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आवारग़ी भी ज़रूरी है ज़िंदगी बसर करने को,
आवारग़ी भी ज़रूरी है ज़िंदगी बसर करने को,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ज़माने की ख़राबी न देखो अपनी आंखों से,
ज़माने की ख़राबी न देखो अपनी आंखों से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तमीज़ और तहज़ीब यूं विरासत में मिले हैं मुझे,
तमीज़ और तहज़ीब यूं विरासत में मिले हैं मुझे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
यूं संघर्षों में पूरी ज़िंदगी बेरंग हो जाती है,
यूं संघर्षों में पूरी ज़िंदगी बेरंग हो जाती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
धड़कनों ने इबादत शुरु कर दी,
धड़कनों ने इबादत शुरु कर दी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मेरे टूटे हुए ख़्वाब आकर मुझसे सवाल करने लगे,
मेरे टूटे हुए ख़्वाब आकर मुझसे सवाल करने लगे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हर मोड़ पर कोई न कोई मिलता रहा है मुझे,
हर मोड़ पर कोई न कोई मिलता रहा है मुझे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
यूं टूट कर बिखरी पड़ी थी तन्हाईयां मेरी,
यूं टूट कर बिखरी पड़ी थी तन्हाईयां मेरी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
इन आंखों से इंतज़ार भी अब,
इन आंखों से इंतज़ार भी अब,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मैं सदा चलता रहूंगा,
मैं सदा चलता रहूंगा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वो पहली नज़र का प्यार भी क्या प्यार था,
वो पहली नज़र का प्यार भी क्या प्यार था,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वो सफ़र भी अधूरा रहा, मोहब्बत का सफ़र,
वो सफ़र भी अधूरा रहा, मोहब्बत का सफ़र,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
यूं मुरादे भी पूरी होगी इक रोज़ ज़रूर पूरी होगी,
यूं मुरादे भी पूरी होगी इक रोज़ ज़रूर पूरी होगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
रातें भी कटी हैं करवट बदलते हुए,
रातें भी कटी हैं करवट बदलते हुए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
यूं नए रिश्तें भी बुरी तरह बोझ बन जाते हैं,
यूं नए रिश्तें भी बुरी तरह बोझ बन जाते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
किसी तरह की ग़ुलामी का ताल्लुक़ न जोड़ इस दुनिया से,
किसी तरह की ग़ुलामी का ताल्लुक़ न जोड़ इस दुनिया से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हम कुछ इस तरह समाए हैं उसकी पहली नज़र में,
हम कुछ इस तरह समाए हैं उसकी पहली नज़र में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आया सावन मन भावन
आया सावन मन भावन
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कुदरत ने क्या ख़ूब करिश्मा दिखाया है,
कुदरत ने क्या ख़ूब करिश्मा दिखाया है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जब अकेला निकल गया मैं दुनियादारी देखने,
जब अकेला निकल गया मैं दुनियादारी देखने,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कभी-कभी मुझे यूं ख़ुद से जलन होने लगती है,
कभी-कभी मुझे यूं ख़ुद से जलन होने लगती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
नज़र भर देखने के लिए चेहरा छिपाना पड़ता है,
नज़र भर देखने के लिए चेहरा छिपाना पड़ता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सितारों से सजी संवरी एक आशियाना खरीदा है,
सितारों से सजी संवरी एक आशियाना खरीदा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
इश्क़ में न जाने कितने क़िरदार होते हैं,
इश्क़ में न जाने कितने क़िरदार होते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
यूं उन लोगों ने न जाने क्या क्या कहानी बनाई,
यूं उन लोगों ने न जाने क्या क्या कहानी बनाई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हर पल एक नया ख़्वाब दिखाती है ज़िंदगी,
हर पल एक नया ख़्वाब दिखाती है ज़िंदगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
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