रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 232 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 25 Sep 2024 · 1 min read *साम्ब षट्पदी---* *साम्ब षट्पदी---* *25/09/2024* *(1)- प्रथम-तृतीय तथा चतुर्थ-षष्ठम तुकांत* अत्याचार। जब कोई करे, मन में होता प्रहार।। सारा ज्ञान होता तिरोहित। प्रतिशोध का ज्वालामुखी फटता, रणांगन में बिखरता गर्म शोणित।। *(2)-... 52 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 25 Sep 2024 · 1 min read रात जागती है रात भर। रात जागती है रात भर। सिर्फ़ ताकती है रात भर।। मैं सहम गया सोने लगा, मौत झाँकती है रात भर।। --- ननकी 25/09/2024 Quote Writer 69 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 24 Sep 2024 · 1 min read इच्छाओं को अपने मार नहीं। इच्छाओं को अपने मार नहीं। तू कोई ईश्वर अवतार नहीं।। कर प्रयास संकल्पित होकर तू, इस महान भारत पर भार नहीं।। --- ननकी 25/09/2024 Quote Writer 42 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 24 Sep 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *24/09/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* धन्यवाद आओ कर लें, परमपिता उस ईश का, साँसें दी अनमोल। जन्म दिया जिसने हमको,... 38 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 23 Sep 2024 · 1 min read अभी कहाँ आराम, परम लक्ष्य छूना अभी। अभी कहाँ आराम, परम लक्ष्य छूना अभी। बहुत पड़ा है काम, चुना गया सौभाग्य से।। है अनंत यह छंद, करना प्रिय प्रस्तार भी, जग में होगा नाम, छंद देव की... Quote Writer 31 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 23 Sep 2024 · 1 min read *साम्ब षट्पदी---* *साम्ब षट्पदी---* *23/09/2024* *(1)- प्रथम-तृतीय तथा चतुर्थ-षष्ठम तुकांत* बनावट। लगे अप्रतिम, मर्यादित गंगातट।। लहरों का प्रिय कोलाहल। अठखेलियाँ रत मंद हवाएँ, विश्ववंद्या का हर कोई रहा कायल।। *(2)- प्रथम-द्वितीय, तृतीय-चतुर्थ,... 59 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 22 Sep 2024 · 1 min read श्राद्ध- पर्व पर सपने में आये बाबूजी। श्राद्ध- पर्व पर सपने में आये बाबूजी। आकर नजदीक बहुत मुस्काये बाबूजी।। तुम पर जिम्मेदारी अधिक हुई है बेटे, आशिर्वाद दिया हाथ उठाये बाबूजी।। --- ननकी 22/09/2024 Quote Writer 1 64 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 22 Sep 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *22/09/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* इच्छा हो तो प्रयास कर, कभी अनिच्छा मत करो, असफल होगे यार। सबसे पहले सोच... 33 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 22 Sep 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *22/09/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* इच्छा हो तो प्रयास कर, कभी अनिच्छा मत करो, असफल होगे यार। सबसे पहले सोच... 61 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 21 Sep 2024 · 1 min read यूँ डरकर मत लौट चलो, इतने करीब आकर। यूँ डरकर मत लौट चलो, इतने करीब आकर। उतावला मत होना तू, थोड़ा सा ही पाकर।। कठिनाई तो होगी ही, ये तय है राहों में, तू डरपोक रहा सबदिन, कह... Quote Writer 37 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 21 Sep 2024 · 1 min read *साम्ब षट्पदी---* *साम्ब षट्पदी---* *21/09/2024* *(1)- प्रथम-तृतीय तथा चतुर्थ-षष्ठम तुकांत* अवनत। अब तक पड़ा, अंतः संवाद में रत।। जली है अग्नि पश्चाताप की। न्यायकर्ता अपराध क्षमा करें, लज्जित होकर दुहाई देता पाप... 39 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 20 Sep 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *20/09/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* मैं ऐसी प्रिय किताब हूँ, पढ़ सकता कोई कभी, पाये अद्भुत ज्ञान। हर सवाल का... 27 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 20 Sep 2024 · 1 min read करता था सम्मान, तभी तक अपना नाता। करता था सम्मान, तभी तक अपना नाता। अब होता हैरान, नहीं क्यों वह इठलाता।। है विचित्र संबंध, सुलगती देखी बाती। दीया रहा अशान्त, मगर दिल है घबराता।। --- ननकी 20/09/2024 Quote Writer 53 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 19 Sep 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *19/09/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* हे प्रभु मेरे परमात्मा, अगर छुड़ाना चाहते, छुड़ा जगत का बंध। अगर मिटाने की इच्छा,... 33 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 18 Sep 2024 · 1 min read उम्र ढली तो ही जाना, महत्व जोबन का। उम्र ढली तो ही जाना, महत्व जोबन का। अंतर्प्रज्ञा जाग उठी, रुपसी जोगन का।। सभी शून्य की ओर चले, बरसे हैं नयना, मृत्यु गले से लिपट गई, दर्शन सौतन का।।... Quote Writer 32 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 18 Sep 2024 · 1 min read *साम्ब षट्पदी---* *साम्ब षट्पदी---* *18/09/2024* *(1)- प्रथम-तृतीय तथा चतुर्थ-षष्ठम तुकांत* सिंहासन। बलपूर्वक ही, करता है निर्वासन।। संहिताओं में सदा आबद्ध। किसी का सगा नहीं होता कभी भी, सुख-ऐश्वर्य की लालसा करती नद्ध।।... 38 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 17 Sep 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *17/09/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* अपना पथ स्वयं बनाती, कभी नहीं रुकती नदी, उसका लक्ष्य नदीश। घटता बढ़ता पखवाड़े, फिर... 36 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 17 Sep 2024 · 1 min read वामांगी सिखाती गीत। वामांगी सिखाती गीत। लिखती गीत में भी प्रीत।। हर नव छंद दे आयाम, नव सुर ताल में मनमीत।। --- ननकी 15/09/2024 Quote Writer 40 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 16 Sep 2024 · 1 min read *साम्ब षट्पदी---* *साम्ब षट्पदी---* *16/09/2024* *(1)- प्रथम-तृतीय तथा चतुर्थ-षष्ठम तुकांत* अनुमान। गलत भी होंगें अनुभव सत्य जान।। संसार है सच्चा विद्यालय। समय ईश्वर नियुक्त शिक्षक, अपने घर को ही बना ले शिवालय।।... 46 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 15 Sep 2024 · 1 min read नये सफर में गये हो जब से बड़ी शराफत दिखा रहे हो। नये सफर में गये हो जब से बड़ी शराफत दिखा रहे हो। पुराने जख्मों के जो निशां हैं सफाई से तुम छुपा रहे हो।। हसीन महफिल की रौनकों में लरज... Quote Writer 1 78 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 15 Sep 2024 · 1 min read सजग निगाहें रखा करो तुम बवाल होंगे। सजग निगाहें रखा करो तुम बवाल होंगे। जवाब भी खत्म होंगे इतने सवाल होंगे।। जो कल नहीं थे दिखाई देते वो आज आये, नये सिरे से यहाँ सुनो अब कमाल... Quote Writer 85 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 15 Sep 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *15/09/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* अगर कभी वो याद करें, पड़ी जरूरत आपकी, मत होना नाराज। अंतिम आशा किरण तुम्हीं,... 42 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 14 Sep 2024 · 1 min read अदब नवाबी शरीफ हैं वो। अदब नवाबी शरीफ हैं वो। बता रहे हैं ज़रीफ़ हैं वो।। खुशी हुई जब मिले वो दिल से, मेरे गज़ल की रदीफ हैं वो।। --- ननकी 14/09/2024 Quote Writer 59 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 14 Sep 2024 · 1 min read अदब नवाबी शरीफ हैं वो। अदब नवाबी शरीफ हैं वो। बता रहे हैं ज़रीफ़ हैं वो।। खुशी हुई जब मिले वो दिल से, मेरे गज़ल की रदीफ हैं वो।। --- ननकी 14/09/2024 Quote Writer 58 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 14 Sep 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *14/09/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* शीशे से भी पत्थर की, यारी हो जाती यहाँ, रखते हैं कुछ शर्त। अपनी अपनी... 63 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 13 Sep 2024 · 1 min read फूल सारे दहकते हैं। फूल सारे दहकते हैं। आज वो भी बहकते हैं।। हमने पहले ही कहा था, कोई कोई सँभलते हैं।। --- ननकी 13/09/2024 Quote Writer 36 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 13 Sep 2024 · 1 min read *साम्ब षट्पदी---* *साम्ब षट्पदी---* *13/09/2024* *(1)- प्रथम-तृतीय तथा चतुर्थ-षष्ठम तुकांत* अधिकारी। बदलते रहे, देख रहा अलमारी।। फाइलें रही मुँह ताकती। मामले प्रतीक्षारत है अब भी, दिनांक इस बार क्या दिया है झाँकती... 96 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 12 Sep 2024 · 1 min read साधना तू कामना तू। साधना तू कामना तू। जीत की संभावना तू।। मैं भटकता हूँ कभी जो, हमसफर तब थामना तू।। --- ननकी 12/09/2024 Quote Writer 63 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 12 Sep 2024 · 1 min read *साम्ब षट्पदी---* *साम्ब षट्पदी---* *12/09/2024* *(1)- प्रथम-तृतीय तथा चतुर्थ-षष्ठम तुकांत* अँगनाई। हो चुहलबाजी, देवर संग भौजाई।। बुजुर्गों का जहाँ सम्मान हो। नारी सुरक्षित महसूस करे, घर वही है जहाँ पूजा का भी... 78 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 11 Sep 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *11/09/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* हाँ हाँ करते रहते हो, देते मुझको कुछ नहीं, चक्रवृद्धि है ब्याज। ब्याज अगर देते... 56 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 11 Sep 2024 · 1 min read ये दाग क्यों जाते नहीं, ये दाग क्यों जाते नहीं, बुझती नहीं ये आग क्यों। कलियाँ झुलसती हैं अभी, जलते मिले ये बाग क्यों।। -- ननकी 11/09/2024 Quote Writer 67 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 10 Sep 2024 · 1 min read आहों का अब असर देखेंगे। आहों का अब असर देखेंगे। पीते हो कब जहर देखेंगे।। जो औरों की कहानी कहते, कैसा है हमसफर देखेंगे।। --- ननकी 10/09/2024 Quote Writer 63 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 10 Sep 2024 · 1 min read *साम्ब षट्पदी---* *साम्ब षट्पदी---* 10/09/2024 *(1)- प्रथम-तृतीय तथा चतुर्थ-षष्ठम तुकांत* जमघट। होने लगी अब, आने लगे मरघट।। सब अपने में मशगूल। पीड़ित की ही आँखें नम है, खिचड़ी पका रहे सब अपनी... 40 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 9 Sep 2024 · 1 min read कभी विवादों में यूँ रहकर देखा। कभी विवादों में यूँ रहकर देखा। प्रीति भावनाओं में बहकर देखा।। केवल इस्तमाल करते लोग यहाँ, झुलस गया हूँ यारों सहकर देखा।। --- ननकी 09/09/2024 Quote Writer 41 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 9 Sep 2024 · 1 min read *साम्ब षट्पदी---* *साम्ब षट्पदी---* 09/09/2024 महालय। सपनों से भरा, एक सिद्ध विधालय।। विराजते हैं छंदाधिपति। माँ भगवती जहाँ नित्य रहें, जो देती हैं सुर लय शब्द यति गति।। माँ बिलासा। ज्ञान की... 38 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 8 Sep 2024 · 1 min read महालय। महालय। सपनों से भरा, एक सिद्ध विधालय।। विराजते हैं छंदाधिपति। माँ भगवती जहाँ नित्य रहें, जो देती हैं सुर लय शब्द यति गति।। --- ननकी 08/09/2024 Quote Writer 26 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 8 Sep 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *08/09/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* श्री गणनायक की सेवा, करते जन गणमान्य सब, बनते प्रिय गणनीय। मंगलघट सिद्धिविनायक, गजमुख गणनाध्यक्ष... 64 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 8 Sep 2024 · 1 min read महालय। महालय। सपनों से भरा, एक सिद्ध विधालय।। विराजते हैं छंदाधिपति। माँ भगवती जहाँ नित्य रहें, जो देती हैं सुर लय शब्द यति गति।। --- ननकी 08/09/2024 Quote Writer 43 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 7 Sep 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *07/09/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* दंडपाणि जब भी आये, दंड संहिता खोलकर, अगर सुनाता दंड। दंडविधायक से कहना, सुनो दंडनायक... 99 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 7 Sep 2024 · 1 min read हे छंद महालय के स्वामी, हम पर कृपा करो। हे छंद महालय के स्वामी, हम पर कृपा करो। करुणावरुणालय शरणागत, अज्ञानता हरो।। अलंकार रस छंद विधा पर, शुभ सोपान गढ़े, अन्वेषक की ऊर्जा दे दो, सब घट रिक्त भरो।।... Quote Writer 42 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 7 Sep 2024 · 1 min read हे छंद महालय के स्वामी, हम पर कृपा करो। हे छंद महालय के स्वामी, हम पर कृपा करो। करुणावरुणालय शरणागत, अज्ञानता हरो।। अलंकार रस छंद विधा पर, शुभ सोपान गढ़े, अन्वेषक की ऊर्जा दे दो, सब घट रिक्त भरो।।... Quote Writer 31 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 6 Sep 2024 · 1 min read जीवनसाथी तुम ही हो मेरे, कोई और -नहीं। जीवनसाथी तुम ही हो मेरे, कोई और -नहीं। हुए तुम्हारे संग सात फेरे, कोई और नहीं।। जीते जी अपने से कभी जुदा मत जानो मुझको, रहती हो तुम हर सांझ... Quote Writer 72 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 6 Sep 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *06/09/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* व्रत रखती हो प्राण प्रिये, आज शुभम् हरितालिका, हरि पुनीत उपवास। पतिव्रता तुम धन्य महा,... 55 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 5 Sep 2024 · 1 min read मुझे छू पाना आसान काम नहीं। मुझे छू पाना आसान काम नहीं। यहाँ जो सुनते हो वही नाम नहीं।। जहाँ जिसकी जो समझ वो नाम रखा युगों से चला हूँ मगर आराम नहीं।। --- ननकी 05/09/2024 Quote Writer 61 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 5 Sep 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *05/09/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* जिसने जितना वक्त दिया, धन्यवाद करते चलो, यही सही सिद्धांत। पीछे मुड़ जिसने देखा, आगे... 37 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 4 Sep 2024 · 1 min read मेरा साथ दे दो आज तो मैं बन सकूँ आवाज़। मेरा साथ दे दो आज तो मैं बन सकूँ आवाज़। मेरी लग सकेगी ख्वाहिशों को इक नई परवाज।। Quote Writer 44 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 4 Sep 2024 · 1 min read कभी निशाना चूकता नहीं। कभी निशाना चूकता नहीं। बदी किसी की भूलता नहीं।। जरा -जरा सी बात पर प्रिये, यहाँ -वहाँ मैं पूछता नहीं।। --- ननकी 04/09/2024 Quote Writer 45 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 4 Sep 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *04/09/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* पूछा मुझे बहारों ने, रहते हो तुम अब कहाँ, अब कैसे हैं हाल। कहाँ गुजरती... 53 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 3 Sep 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *03/09/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* प्रतिभाओं की कुंजी हो, लाखों तुमसे सीखते, वृहद प्रेरणा पुंज। कविकुल के चित में रहते,... 66 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 3 Sep 2024 · 1 min read वो गलियाँ मंदर मुझे याद है। वो गलियाँ मंदर मुझे याद है। वो रातें वो मंजर मुझे याद है।। जो हादसे अपनों ने किये यहाँ, वो चुभता खंजर मुझे याद है।। --- ननकी 03/09/2024 Quote Writer 59 Share Previous Page 3 Next