Jyoti Roshni 221 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Jyoti Roshni 21 Feb 2024 · 1 min read हम रहते हैं आपके दिल में Chahe hum tum abhi ek sath na ho Chahe hamare hathon mein aapke haath na ho Hum rehte hai hamesha aapke Dil mein Chahe kabhi baat na ho Humko chahiye... Poetry Writing Challenge-2 29 Share Jyoti Roshni 21 Feb 2024 · 1 min read अब तो ख्वाबों में आना छोड़ दो अब तो ख्वाबों में आना छोड़ दो हमको जगाना छोड़ दो। नींद में उठकर चलते हैं हम तुम आके जाना छोड़ दो। अपनी कोई बात किया करो गैरों की बातें... Poetry Writing Challenge-2 1 91 Share Jyoti Roshni 21 Feb 2024 · 1 min read कैसे हो तुम ए दोस्त ये क्या किए जाते हो माना कि देने का नाम ही प्यार है मगर यह क्या कि मेरे सारे गम लेकर तुम खुशियां दिए जाते हो तुमसे तो कभी कुछ मांगा नहीं तुम बिन मांगे... Poetry Writing Challenge-2 1 55 Share Jyoti Roshni 21 Feb 2024 · 1 min read अपनी ज़मीन से कर ले तू यारी अपनी ज़मीन से कर ले तू यारी हर दिल से रख दिलदारी। ये शरीर नष्ट हो जायेगा, तब भूल जायेंगे सब तुझे रह जायेगी बस तेरी बातें प्यारी प्यारी। भुला... Poetry Writing Challenge-2 68 Share Jyoti Roshni 21 Feb 2024 · 1 min read फिर मुझे तेरी याद आई हुई बरसात तो फिर मुझे याद आई बस वो तेरी थोड़ी सी बेवफाई। तुम न दिखते थे तो अजीब सी बेचैनी होती थी पर अब तो सताने लगी है ये... Poetry Writing Challenge-2 47 Share Jyoti Roshni 21 Feb 2024 · 1 min read Mere Dil mein kab aapne apna Ghar kar liya Mere Dil mein kab aapne apna Ghar kar liya Mujhe pata bhi nahi chala aur aapne humko apna humsafar kar liya Na aankhon se aankhen mili na hi kabhi ijhaar... Poetry Writing Challenge-2 1 2 45 Share Jyoti Roshni 20 Feb 2024 · 1 min read क्या कोई नई दुनिया बसा रहे हो? तुम मुझे दिल से भुला तो रहे हो क्या कोई नई दुनिया बसा रहे हो? कोई आने लगा है क्या ख्वाबों में जो मुझे नींदों से आकर नहीं जगा रहे... Poetry Writing Challenge-2 70 Share Jyoti Roshni 20 Feb 2024 · 1 min read आओ मोहब्बत की शुरुआत करें... आओ मोहब्बत की शुरुआत करें कम से कम एक तो मुलाकात करें। कब से सूखी पड़ी है दिल की जमीन इस पर प्यार की बरसात करें। दिल ही बोले और... Poetry Writing Challenge-2 50 Share Jyoti Roshni 18 Feb 2024 · 1 min read दोस्तो को रूठकर जाने ना दो... संजोकर रखना बीते पलों को वो लम्हें दोबारा आते नहीं। पतझड़ में मुरझाने के बाद बागो में फिर वो फूल लहराते नहीं। दोस्तो को रूठकर जाने ना देना उनकी याद... Poetry Writing Challenge-2 88 Share Jyoti Roshni 17 Feb 2024 · 1 min read अपना कोई नहीं है इस संसार में.... अपना कोई नहीं इस संसार में, लगता है कि ये उम्र बीत जायेगी किसी अपने के इंतजार में। कांटो के बदले भी फूल ही दिए हमने, पता नहीं क्या कमी... Poetry Writing Challenge-2 1 75 Share Jyoti Roshni 17 Feb 2024 · 1 min read ऐसा घर चाहिए...... जहां न आए गमों की धूप ऐसा घर चाहिए। जहां न कोई रूप ऐसा दर चाहिए। मतलब की इस दुनिया में, औरों का पता न हो मालूम लेकिन खुद की... Poetry Writing Challenge-2 1 408 Share Jyoti Roshni 17 Feb 2024 · 1 min read लो फिर नया साल आ गया... लो फिर नया साल आ गया जुबां पर फिर वही सवाल आ गया। क्या कुछ अच्छा होगा अब के बरस या करने फिर ये बवाल आ गया। मची हुई है... Poetry Writing Challenge-2 106 Share Jyoti Roshni 17 Feb 2024 · 1 min read तेरा तस्वीर लगाना अच्छा लगा... ये तेरा तस्वीर लगाना अच्छा लगा जिसके हम है दीवाने, चांद भी है उसका दीवाना, अच्छा लगा। जब भी हमने सोचा कि कह देंगे दिल की बात, तेरा मुझको बातों... Poetry Writing Challenge-2 109 Share Jyoti Roshni 17 Feb 2024 · 1 min read जा चला जा दिसंबर.... जा चला जा ए दिसंबर ले जा उदासियां हमारी आ जा ए जनवरी तू ले आ खुशियां सारी। न हो किसी की भी आंखे नम कभी हो बस हंसी की... Poetry Writing Challenge-2 58 Share Jyoti Roshni 17 Feb 2024 · 1 min read हमको लगता है बेवफाई से डर.... हमको इश्क में लगता है बेवफाई से डर कहीं वो खेल न रहे हो मेरे जज्बातों से लगता है हमको रुसवाई से डर। भूले से भी याद न आए वो... Poetry Writing Challenge-2 159 Share Jyoti Roshni 15 Feb 2024 · 1 min read साथ छोड़ दिया.... सावन के जाने के बाद, फुहारों ने साथ छोड़ दिया। कैसा आया पतझड़ इस बार कि बहारों ने साथ छोड़ दिया। तारें जो संग जागते थे हमारे, सुबह आने पर... Poetry Writing Challenge-2 2 70 Share Jyoti Roshni 15 Feb 2024 · 1 min read भूल जाना मुझे.... सुनो तुम भूल जाना मुझे न याद करना और न याद आना मुझे। नींदे चुराई थी तुमने मेरी कभी ख्वाबों में आकर न अब सताना मुझे। अब न आऊंगी मैं,... Poetry Writing Challenge-2 2 140 Share Jyoti Roshni 13 Feb 2024 · 1 min read ये क्या नज़ारा मैंने दिनभर देखा? मैंने हर तरफ एक ही मंजर देखा भाई भाई के हाथ में खंजर देखा। कहीं दिलों में दीवारे और कहीं बिखरा हुआ घर देखा दूर तक रेगिस्तान और सूखा हुआ... Poetry Writing Challenge-2 2 621 Share Jyoti Roshni 13 Feb 2024 · 1 min read आपकी मेहरबानी है। आपने हमको दिल में बसाया आपकी मेहरबानी है। अब तो आपकी कर्जदार ये जिंदगानी है। हमने तो सोच लिया है कि ये उम्र संग आपके बितानी है। अब न यूं... Poetry Writing Challenge-2 2 453 Share Jyoti Roshni 12 Feb 2024 · 1 min read तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना है। तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना है अगर हो इजाजत तो मुझे कुछ वक्त यहां बिताना है। बैठना मेरे साथ यूं ही हाथ थामे मेरा फिर हर पल आशिकाना है।... Poetry Writing Challenge-2 2 77 Share Jyoti Roshni 8 Feb 2024 · 1 min read अब तो ख्वाबों में आना छोड़ दो अब तो ख्वाबों में आना छोड़ दो हमको जगाना छोड़ दो। नींद में उठकर चलते हैं हम तुम आके जाना छोड़ दो। अपनी कोई बात किया करो गैरों की बातें... 1 137 Share Previous Page 5