Saraswati Bajpai Language: Hindi 209 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Saraswati Bajpai 11 Feb 2022 · 1 min read मेरा जीवन बंजारा मेरा ये जीवन बंजारा, मेरे मन को भाता है। फूलों के संग शूलो सा, सुख दुःख से अपना नाता है। सुख की है परवाह किसे संघर्ष ही अपने साथी हैं।... Hindi · कविता 1 245 Share Saraswati Bajpai 11 Feb 2022 · 1 min read मैं पुकारूंगी सदा मैं पुकारूंगी तुम्हें, हर बोल में बोलो न बोलो। साधना हो तुम्हीं मेरी, संग में ले लो न ले लो। मेरे जीवन का तुम ही , आगाज़ हो व अन्त... Hindi · कविता 1 230 Share Saraswati Bajpai 10 Feb 2022 · 1 min read श्वेत पद्मासीना मां शारदे श्वेत पद्मासीना मां शारदे वीणा के स्वर आज फिर से संवार दे। जागृति हो मन की दिशा हो प्रकाशित, ज्ञान कुञ्ज महके देश हो सुवासित। कलुषता मिटे मन की मृदुलता... Hindi · कविता 1 223 Share Saraswati Bajpai 9 Feb 2022 · 1 min read सब तुम्हारी राह में .... चुन रहे थे पुष्प हम बस सब तुम्हारी राह में, किन्तु ये क्या? कांटो से सब बिंध गये है हाथ मेरे। तुम मगर बस देखते हो पुष्प की मालिन्यता, रक्त... Hindi · कविता 1 270 Share Saraswati Bajpai 9 Feb 2022 · 1 min read मैं दिया बन जल उठूंगी रात्रि के काले अंधेरे और अमावस के दिनों में, मैं तेरे आंगन की देहरी में दिया बन जल उठूंगी। भरूंगी आलोक पथ में सहचरी बन संग चलूंगी। दौड़कर जा पथ... Hindi · कविता 1 309 Share Saraswati Bajpai 8 Feb 2022 · 1 min read क्या संग मेरे आओगे? सुनो मेरी राह में बहुत गिरि कानन खड़े है, ऐसी दुर्गम राहों में, क्या साथ तुम चल पाओगे? क्या संग मेरे आओगे? वेदना से तप्त हो मन ये मरूभूमि हुआ... Hindi · कविता 1 332 Share Saraswati Bajpai 8 Feb 2022 · 1 min read स्वप्न थे कुछ और हासिल कुछ है स्वप्न थे कुछ और हासिल कुछ हैं बिखरा बिखरा अन्तर्मन है ये पीड़ा बस मात्र न मेरी ये पीड़ा हर मन का धन है। कुछ स्वप्नों को तो प्रयत्न लाघव... Hindi · कविता 1 445 Share Saraswati Bajpai 6 Feb 2022 · 1 min read लता दीदी को श्रद्धाञ्जलि सामवेद की आराध्या वो स्वर साम्राज्ञी स्व लोक गईं । दे अमिट छाप इस जग को निज स्वर मन्दिर का नैवेद्य हुईं । वीणापाणि की सुता वो प्रिय शायद थी... Hindi · कविता 2 2 333 Share Saraswati Bajpai 6 Feb 2022 · 1 min read संक्रमण का दौर सुधी पाठकों आप सब से मिल रहे प्रेम व उत्साह के लिए आभार। इस कविता में संक्रमण से तात्पर्य जीवन में दुर्भाग्य के काल चक्र से है जो हमारे पूरे... Hindi · कविता 1 501 Share Previous Page 5