Ajit Kumar "Karn" Language: Hindi 334 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ajit Kumar "Karn" 7 Jan 2024 · 1 min read धर्म बड़ा या इंसानियत? धर्म बड़ा या इंसानियत? गर कोई किसी की मदद करता है, उसके हालात पर तरस खाता है, थोड़ा इंसानियत दिखलाता है, तो क्या वह बुरा हो जाता है? माना किसी... Hindi · कविता 1 186 Share Ajit Kumar "Karn" 24 Jul 2022 · 2 min read कहीं पे तो होगा नियंत्रण ! कहीं पे तो होगा नियंत्रण ! !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!! सोचता रहता हूॅं मैं ये हरदम... कि 'कहीं पे तो होगा नियंत्रण'! जिधर अपनी नज़रें घुमाओ... उधर ही हो रही कुछ अनबन!! हो... Hindi · कविता 8 4 479 Share Ajit Kumar "Karn" 8 Jul 2022 · 1 min read "रिश्ते" 🌹"रिश्ते" 🌹 ========== "ये रिश्ते" आज अपनी अहमियत खो बैठे ! वो तो बस निजी स्वार्थ तक ही सिमट बैठे ! रिश्तों में जो गर्माहट होती थी कुछ पहले... आज... Hindi · कविता 4 4 465 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Jul 2022 · 2 min read "खुद की तलाश" 🌷खुद की तलाश🌷 ``````````````````````` ( छंद मुक्त कविता ) ============= खुद की तलाश में निकला जब मैं आज , मायूस सा हो गया ! कुछ भी नहीं था ऐसा ,... Hindi · कविता 6 4 751 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Jul 2022 · 1 min read "योग करो" "योग करो" !!!!!!!!!!!!!!!! #योग_करो.... नित नए-नए प्रयोग करो । आरोग्य सुख प्राप्त होगा... काया का कुछ मोह करो । #योग_करो.... सतत ही अध्यात्म से जुड़ो । अंतर्मन संग काया अपनी...... Hindi · कविता 5 350 Share Ajit Kumar "Karn" 3 Jul 2022 · 2 min read "कल्पनाओं का बादल" #विषय_बादल ☁️☁️ #विधा_छन्द_मुक्त_काव्य #दिनांक :- 29 / 06 / 2022. ``````````````````````````````````` ☁️ कल्पनाओं का बादल ☁️ ☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️ बादल शब्द की झलक पाते ही हरेक रचनाकार के मन में 'कल्पनाओं का... Hindi · कविता 6 485 Share Ajit Kumar "Karn" 3 Jul 2022 · 2 min read "कुछ तुम बदलो कुछ हम बदलें" 🌹कुछ तुम बदलो कुछ हम बदलें🌹 ======================= ना तुम आती अपनी आदतों से बाज, अनसुनी करते हम भी तेरी फ़रियाद , सच है, सच्चाई को छूती तेरी हर बात, पर... Hindi · कविता 9 2 959 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Jun 2022 · 1 min read "बदलाव की बयार" 🌹बदलाव की बयार🌹 🐦🐤🐦🐤🐦🐤🐦 पहले नदी पारकर व पैदल जाते थे पढ़ने दूर तक, अब ऑनलाइन ही घर तक पहुॅंच जाते हैं पुस्तक। विद्यालय व अस्पताल आ चुका अब हर... Hindi · कविता 7 2 699 Share Ajit Kumar "Karn" 26 Jun 2022 · 1 min read "समय का पहिया" "समय का पहिया" ============ "समय का पहिया" ना रुका है ना रुकेगा । यह तो सदैव अपनी ही रफ़्तार से चलेगा ।। क्यों परेशान रहते हैं हम सब यदा-कदा ।... Hindi · कविता 8 4 851 Share Ajit Kumar "Karn" 26 Jun 2022 · 1 min read "याद आओगे" "याद आओगे" !!!!!!!!!!!!!!!!!!!! अरे याद करो.... कभी हम अच्छे दोस्त हुआ करते थे ! किनारा तूने कर लिया , ज़ख़्म हृदय में भर दिया ! कहाॅं कोई ग़लती थी मेरी....... Hindi · कविता 6 2 824 Share Ajit Kumar "Karn" 16 Jun 2022 · 1 min read "आदर्श पिता" "आदर्श पिता" ========== पिता को पितृ कह लें या पापा , वे तो रहेंगे संतति के जन्मदाता । जो बच्चों में सर्वगुण है भर जाता, वो ही एक अच्छा पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 2 608 Share Ajit Kumar "Karn" 16 Jun 2022 · 1 min read "पिता" "पिता" !!!!!!!!!! किस परिस्थिति में एक "पिता" संभालते हैं घर-परिवार अपना ! एक पिता ही इसे समझ सकते , दु:ख-दर्द सहते वे रोज़ कितना!! दिन-रात मेहनत वे करते रहते ,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 9 8 464 Share Ajit Kumar "Karn" 17 May 2022 · 1 min read "इच्छा" "इच्छा" ====== मन में इच्छाएं पालना बहुत ही अच्छी बात है। पर सबकी सारी इच्छाएं पूरी न होती आज है। पूरा जिसे करने की ज़िद भी ठानना ठीक नहीं, इच्छाओं... Hindi · मुक्तक 4 235 Share Ajit Kumar "Karn" 17 May 2022 · 1 min read "आपका बहुमूल्य योगदान" "आपका बहुमूल्य योगदान" ;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;; गिले शिकवे भले हों कुछ पल के लिए ! पर अनवरत गले हम मिलते ही रहे ! बाधाऍं तो बीच डगर में आती ही रही !... Hindi · कविता 4 400 Share Ajit Kumar "Karn" 10 May 2022 · 1 min read "क़तरा" "क़तरा" °°°°°°°°° लहू का क़तरा क़तरा मातृभूमि को अर्पित कर दूॅंगा। मगर अपने देश पे तनिक ऑंच न कभी आने दूॅंगा। हम सब भारत माता के सच्चे वीर सिपाही जो... Hindi · मुक्तक 5 676 Share Ajit Kumar "Karn" 10 May 2022 · 1 min read "सुकून" "सुकून" ====== करें कुछ ऐसा, खुद के साथ औरों को भी सुकून मिले। जीवन में कोई भी शख़्स अपने कर्त्तव्य-पथ से न हिलें। तभी इस मतलबी दुनिया की ख़ास पहचान... Hindi · मुक्तक 4 334 Share Ajit Kumar "Karn" 29 Apr 2022 · 1 min read ।। मतलब ।। 🌹मतलब🌹 ×××××××××× ये दुनिया है मतलबी पर कर्तव्य अपने करते चलें। सतत सन्मार्ग पे चलकर दुष्वारियों से लड़ते चलें। लोभ, पाप का नाश होगा, सत्य की ही जीत होगी, करें... Hindi · कोटेशन 9 2 287 Share Ajit Kumar "Karn" 29 Apr 2022 · 1 min read "महरूम" "महरूम" ×××××× अति आवश्यक सुविधाओं से महरूम हैं जो, जीवन की मुख्य धारा में शामिल न हो पाते वो ! सरकार का दायित्व है उन्हें ये सब मुहैया कराना, भले... Hindi · कोटेशन 5 283 Share Ajit Kumar "Karn" 28 Apr 2022 · 1 min read "मतलब" "मतलब" ×××××× बात जब आती किसी दोस्ती या रिश्ते की। छुपी होती उसमें निहित स्वार्थ मतलब की। काश ! होती जो बात सदैव इंसानियत की। तो मिलते सुकून के पल... Hindi · कोटेशन 6 547 Share Ajit Kumar "Karn" 28 Apr 2022 · 1 min read "अकल्पित" "अकल्पित" ×××××××× हमारे इर्द-गिर्द कुछ घटनाएं होती ऐसी घटित। जो पूरी तरह से होती सपनों जैसी अकल्पित। कई बातों पर हम तब हो जाते आश्चर्यचकित। होती जो कुछ अप्रत्याशित,रहे सदा... Hindi · कोटेशन 5 2 260 Share Ajit Kumar "Karn" 26 Apr 2022 · 1 min read "अल्फ़ाज़" "अल्फ़ाज़" !!!!!!!!!!!!!! सारी दुनिया है मीठे अल्फ़ाज़ का दीवाना। सुनकर जिसे मिज़ाज हो जाता शायराना। ये अल्फ़ाज़ ही है जो जन क्रांति ला सकती, पर एक दायरे में सिमटकर तू... Hindi · मुक्तक 4 384 Share Ajit Kumar "Karn" 25 Apr 2022 · 1 min read "सघन" "सघन" ^^^^^^^ सघन भावों से बनती जो शब्दों की माला, वो रचना होती भावपूर्ण, खूबसूरती वाला। सारगर्भित तथ्यों को रसों से सराबोर कर, सृजित रचना होती सुखद एहसास वाला। (... Hindi · मुक्तक 4 263 Share Ajit Kumar "Karn" 25 Apr 2022 · 1 min read "लिहाज़" "लिहाज़" ^^^^^^^^^ हमें बूढ़े - बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए। उनकी हरेक बात का लिहाज़ रखना चाहिए। आख़िर जीवन भर का तजुर्बा है उनके पास, कभी पुराना नुस्ख़ा भी आज़मा... Hindi · कोटेशन 5 438 Share Ajit Kumar "Karn" 25 Apr 2022 · 1 min read "सुकून की तलाश" "सुकून की तलाश" ########## मुझे कब से है थोड़े से "सुकून की तलाश"। जो किंचित् ही है इस जहान में आसपास।। चाहे जाना पड़े जंगल में या दूर पहाड़ियों पे।... Hindi · कविता 6 4 1k Share Ajit Kumar "Karn" 14 Apr 2022 · 1 min read "भोर" 🌞 "भोर" 🌞 🌅🌅🌅🌅 सबके जीवन में हर रोज़ आए ऐसा भोर। सूर्योदय के दृश्य सा सजा हो हरेक सोच। प्रभु का प्रातः वंदन कर जगाएं ज्ञान बोध। हर क्रियाकलाप... Hindi · कोटेशन 7 2 608 Share Ajit Kumar "Karn" 14 Apr 2022 · 1 min read "फूलों की तरह जीना है" 🌹🌹"फूलों की तरह जीना है"🌹🌹 🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲 फूलों की खुशबू से महक उठती हवाएं, इंसान की ज़िंदगी भी ऐसी ही रंग लाए, किसी का भी वो कुछ नहीं बिगाड़ पाए, परोपकार... Hindi · कविता 5 2 245 Share Ajit Kumar "Karn" 13 Apr 2022 · 1 min read "ज़ेबा" "ज़ेबा" >>>>> भारतवर्ष की सबसे पवित्र नदी है गंगा। "ज़ेबा" सा स्वरूप है इस पावन नदी का। है देश की यह बहुमूल्य प्राकृतिक सम्पदा। जुड़ी जिससे जन-जन की भावनात्मक आस्था।... Hindi · कोटेशन 4 288 Share Ajit Kumar "Karn" 13 Apr 2022 · 1 min read "चाहत" "चाहत" >>>>>> चाहत जब होती कभी हद से ज़्यादा। रहते उसे पूरा करने पर सब आमादा। गर बीच रास्ते में समंदर गहरा आ जाए, पार करने में उसे न लगेगा... Hindi · मुक्तक 4 356 Share Ajit Kumar "Karn" 13 Apr 2022 · 1 min read "अस्मिता" "अस्मिता" ^^^^^^^^^ अपनी अस्मिता की रक्षा हमारा "धर्म" है । क्योंकि इसपे लगी चोट दुखाता "मर्म" है । इंसान जीवन भर करता अपना "कर्म" है । पर अस्मिता खोकर कुछ... Hindi · कोटेशन 4 223 Share Ajit Kumar "Karn" 12 Apr 2022 · 1 min read "निर्झर" 🌷निर्झर🌷 >>>>>>>>> पर्वत, पठार हो, झील हो या निर्झर। ये सारे ही प्राकृतिक दृश्य हैं मनोहर। निर्झर गिरता झर-झर कर पर्वतों से, अवनि की शोभा बढ़ाता जो निरंतर। ( स्वरचित... Hindi · मुक्तक 6 1k Share Ajit Kumar "Karn" 12 Apr 2022 · 1 min read "अंजन" "अंजन" >>>>>> 'अंजन' से अंधेरे में भी कभी धैर्य ना खोना। जीवन में सुख, दु:ख के हर भाव तू संजोना। फूलों के सेज संग काॅंटों का चुभन सहकर , कर्तव्य... Hindi · मुक्तक 4 211 Share Ajit Kumar "Karn" 12 Apr 2022 · 1 min read "अफ़साना तेरा मेरा" 🌷अफ़साना तेरा मेरा🌷 ******************** ओहो ! कितना खूबसूरत था वो ज़माना , तेरे मेरे बीच जब बनता था कोई फ़साना। दिन - रात रहता था इंतज़ार बस तेरा ही ,... Hindi · कविता 4 245 Share Ajit Kumar "Karn" 11 Apr 2022 · 1 min read "जब प्यार किसी से होता है" 🌹"जब प्यार किसी से होता है"🌹 🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲 जब प्यार किसी से होता है , सब कुछ खोया सा लगता है , तन, मन बहका सा लगता है , चैन हर... Hindi · कविता 5 254 Share Ajit Kumar "Karn" 11 Apr 2022 · 1 min read "परछाई" "परछाई" ~~~~~~ पिता के बताए मार्ग पे ही चलते हो । उनके हरेक संस्कार लिए दिखते हो । कार्यशैली हू-ब-हू पिता की ही जैसी , बिल्कुल पिता की परछाई दिखते... Hindi · मुक्तक 4 293 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Apr 2022 · 1 min read "नेह" 🌹"नेह"🌹 🌷🌷🌷🌷 नेह की धुरी पे ही सारा संसार टिका है , जीवन जीने का हर इक सार टिका है , क्यूॅं ना नेह के फूल हम यूॅं बरसाते चलें... Hindi · मुक्तक 5 238 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Apr 2022 · 1 min read "दुआ" 🙌 "दुआ" 🙌 🙏🙏🙏🙏🙏 उन गरीबों के लिए "दुआ" मांगो, रहने के लिए जिन्हें कोई घर नहीं। उस दुखित परिवार का भला सोचो, जिस परिवार का कोई फ्यूचर नहीं। (... Hindi · कोटेशन 5 247 Share Ajit Kumar "Karn" 9 Apr 2022 · 1 min read "मैंने दिल तुझको दिया" 🌹"मैंने दिल तुझको दिया"🌹 🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲 तीरे नयन से तूने जो इतना घायल किया, ऑंखोंं से कुछ कहके नित पागल किया , इस ठहरे हुए दिल में कुछ हलचल किया, तभी... Hindi · कविता 5 551 Share Ajit Kumar "Karn" 9 Apr 2022 · 1 min read "विहग" 🐦 "विहग" 🐦 🐦🐦🐦🐦🐦 विहग की तरह पर मुझे भी होते। तो आसमान में हम उड़ रहे होते। स्वच्छंद, उन्मुक्त उड़ान के जरिए , हमारे ख़्वाबों में पंख लग रहे... Hindi · मुक्तक 6 2 561 Share Ajit Kumar "Karn" 8 Apr 2022 · 1 min read "सूखा गुलाब का फूल" 🌹सूखा गुलाब का फूल🌹 🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲 मेरी पुरानी किताब के पन्नों के बीच , रखा मिला मुझे "सूखा गुलाब का फूल"। रहा था जो अपनी ओर मुझे खींच , प्यारा, मुर्झाया... Hindi · कविता 7 835 Share Ajit Kumar "Karn" 8 Apr 2022 · 1 min read "एक नई सुबह आयेगी" "एक नई सुबह आयेगी" ******************* एक नई सुबह आयेगी , अपने को अपनों से मिलाएगी, ना कोई वैर भाव होगा , ना कोई ईर्ष्या द्वेष होगा , ना कोई तिमिर... Hindi · कविता 5 732 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Apr 2022 · 1 min read "जुनून" "जुनून" !!!!!!!!!!! दिल में हो जोश, जुनून व जज़्बा। तो सफलता है निश्चित हर मर्तबा। लक्ष्य चाहे कितना भी कठिन हो , मिलकर रहेगा ज़िंदगी का फलसफा। © अजित कुमार... Hindi · मुक्तक 5 245 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Apr 2022 · 1 min read "साहित्यकार भी गुमनाम होता है" "साहित्यकार भी गुमनाम होता है" !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!! ज्यों मैंने आवाज़ उठाई , 'पर' ही मेरा कतर दिया । अपनी लाज बचाना चाहा, झट से लज्जित कर दिया। अरे , न्याय ही... Hindi · कविता 4 809 Share Ajit Kumar "Karn" 5 Apr 2022 · 1 min read "दुआ" 🙌 "दुआ" 🙌 ************* हे ईश्वर ! सबको दे दो तुम ऐसी दुआ । किसी को लगे ना किसी की बददुआ । प्रेम, विश्वास, संवेदना हो सबके लिए , सबके... Hindi · मुक्तक 4 255 Share Ajit Kumar "Karn" 3 Apr 2022 · 1 min read *मजबूर* *मजबूर* °°°°°°°°° सबका ही आदर सत्कार करें। ना कभी किसी का दुत्कार करें। ना करें किसी को इतना मजबूर, कि वो आपका ही अपकार करे। © अजित कुमार "कर्ण" ✍️... Hindi · मुक्तक 6 2 282 Share Ajit Kumar "Karn" 1 Apr 2022 · 1 min read "घुटन" "घुटन" ===== आज स्वच्छ वायु इतना दुर्लभ हो गया , कि इंसान का सांस लेना भी दूभर हो गया। शहरों में प्रदूषण का प्रकोप खूब बढ़ गया , बात-बात में... Hindi · कोटेशन 5 2 243 Share Ajit Kumar "Karn" 31 Mar 2022 · 1 min read "जब लगा वक्त थम सा गया" "जब लगा वक्त थम सा गया" !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!! घर था मेरा जब एक छात्रावास , उस वक्त पढ़ता था, नौवीं क्लास , स्कूल नहीं जा सका,था जो उदास, यकायक शिक्षक आ... Hindi · कविता 5 254 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Mar 2022 · 1 min read "अमिट" "अमिट" """""""""" कर्तव्यपरायणता हर नागरिक का धर्म व ईमान है। पर अनेकों इस नेक कार्य से बिल्कुल ही अंजान है। उचित व सात्विक भाव से जिसने थामा इस डोर को,... Hindi · मुक्तक 4 194 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Mar 2022 · 1 min read "आत्मा" "आत्मा" ====== हर मानव का शरीर नश्वर है । परंतु आत्मा अजर, अमर है । तन पंचतत्व में विलीन होता , पर आत्मा तो रहता प्रखर है । ©अजित कुमार... Hindi · मुक्तक 4 256 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Mar 2022 · 1 min read "बोलती ऑंखें" 👁️👁️ 👁️👁️ "बोलती ऑंखें" 👁️👁️ 🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲 ज़माने से जब इतना ऊब जाते हैं, अधिकार तक छीन लिए जाते हैं , हर बात पर ही ताने दिए जाते हैं , दिल में... Hindi · कविता 4 229 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Mar 2022 · 1 min read "प्रफुल्लित" "प्रफुल्लित" ???? ऐसा इक जहाॅं, हो मन सबका प्रफुल्लित , भूल कर गिले-शिकवे , रहें सब आनंदित । सत्कर्म, सदाचरण व विश्वास की डगर हो , शांति व समृद्धि में... Hindi · मुक्तक 4 537 Share Page 1 Next