RAMESH SHARMA 921 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid RAMESH SHARMA 9 Nov 2024 · 1 min read लगे स्वर्ण के आम घर में जिनके पेड़ पर,लगे स्वर्ण के आम। ढक जाते हैं आप ही , उनके ऐब तमाम।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 8 Share RAMESH SHARMA 8 Nov 2024 · 1 min read आए थे जो डूबने, पानी में इस बार । आए थे जो डूबने, पानी में इस बार । उल्टा पी कर चल दिए, दरिया का विस्तार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 17 Share RAMESH SHARMA 7 Nov 2024 · 1 min read हैं जो हाथ में,लिए नमक शैतान . नहीं दिखाओ भूल कर,घाव उन्हें श्रीमान। बैठे हैं जो हाथ में,लिए नमक शैतान ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 39 Share RAMESH SHARMA 6 Nov 2024 · 1 min read लंबा धागा फालतू, कड़वी बड़ी जुबान . लंबा धागा फालतू, कड़वी बड़ी जुबान । जीवन भर देते रहें,निश्चित ही व्यवधान।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 21 Share RAMESH SHARMA 5 Nov 2024 · 1 min read बीज निरर्थक रोप मत ! , कविता में संस्कार। बीज निरर्थक रोप मत ! , कविता में संस्कार। चीख चीख कर धर्म कवि,तुझको रहा पुकार।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 2 35 Share RAMESH SHARMA 4 Nov 2024 · 1 min read खिड़की रोशनदान नदारद, (सरसी छंद ) सरसी छंद ******** खिड़की रोशनदान नदारद, शुभग नहीं प्रतिमान। मिले शांति सुख वैभव कैसे ,रूठा जब दिनमान ।। नए दौर घर कहाँ बन रहे , लाखों खड़े मकान । रहे... Hindi · मुक्तक 2 41 Share RAMESH SHARMA 1 Nov 2024 · 1 min read कंडक्टर सा हो गया, मेरा भी किरदार बस कंडक्टर सी कटे, गजब जिंदगी यार। आना जाना कब कहीं, मंजिल बिन किरदार ।। मुझे न जाना है कहीं ,करूं सफर नित यार। कंडक्टर सा हो गया, मेरा भी... Hindi · दोहा 2 39 Share RAMESH SHARMA 29 Oct 2024 · 1 min read लगा समूचा नाचने , जुगनू का परिवार गया जरा सा सूर्य क्या ,बादल के उस पार । लगा समूचा नाचने , जुगनू का परिवार ।। रमेश शर्मा, Hindi · दोहा 1 36 Share RAMESH SHARMA 28 Oct 2024 · 1 min read गया अगर विष पेट में, मरे आदमी एक । गया अगर विष पेट में, मरे आदमी एक। पियें उसे यदि कान से,रिश्ते मरें अनेक ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 2 37 Share RAMESH SHARMA 27 Oct 2024 · 1 min read बहती जहां शराब रखे कहां तक जाम का,साकी वहां हिसाब। आंखों में खुद रिंद के, बहती जहां शराब ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 23 Share RAMESH SHARMA 27 Oct 2024 · 1 min read जयचंदों का देश में,फलता नही रिवाज. जयचंदों का देश में,फलता नही रिवाज। गोरी को देता न यदि, माफी पृथ्वीराज ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 27 Share RAMESH SHARMA 26 Oct 2024 · 1 min read अनजाने से प्यार अनजाने में हो गया, अनजाने से प्यार । होने वाले हो रहे,नाहक ही बेजार ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 30 Share RAMESH SHARMA 23 Oct 2024 · 1 min read घट जाएगा शर्तिया, बुरा आदमी एक हमने अपने आप को,बना दिया यदि नेक। घट जाएगा शर्तिया, बुरा आदमी एक।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 28 Share RAMESH SHARMA 22 Oct 2024 · 1 min read समझदार करने लगे,अर्थहीन जब बात . हो जाती है ज्ञान की, दिन में ही तब रात । समझदार करने लगे,अर्थहीन जब बात ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 35 Share RAMESH SHARMA 20 Oct 2024 · 1 min read नाचेगा चढ़ शीश पर, हर ओछा इंसान नाचेगा चढ़ शीश पर, हर ओछा इंसान । हद से ज्यादा दे दिया,यदि उसको सम्मान।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 37 Share RAMESH SHARMA 18 Oct 2024 · 1 min read मंदबुद्धि की मित्रता, है जी का जंजाल. चढ़ कर बैठे शीश पर, छाती दलते दाल । मंदबुद्धि की मित्रता, है जी का जंजाल।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 43 Share RAMESH SHARMA 17 Oct 2024 · 1 min read दुख दें हमें उसूल जो, करें शीघ्र अवसान . दुख दें हमें उसूल जो, करें शीघ्र अवसान । सोना वो किस काम का,काट रहा जो कान ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 34 Share RAMESH SHARMA 17 Oct 2024 · 1 min read देख ! सियासत हारती, हारे वैद्य हकीम देख ! सियासत हारती, हारे वैद्य हकीम । वामपंथ के आम पर,लगते क्यों हैं नीम।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 21 Share RAMESH SHARMA 17 Oct 2024 · 1 min read तबियत मेरी झूठ पर, हो जाती नासाज़. तबियत मेरी झूठ पर, हो जाती नासाज़। कहा सत्य तो हो गए,अपने कुछ नाराज ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 40 Share RAMESH SHARMA 16 Oct 2024 · 1 min read रहे मुदित यह सोच कर,बुद्धिहीन इंसान रहे मुदित यह सोच कर,बुद्धिहीन इंसान। दुनिया में उससे बड़ा, नही और विद्वान।। रमेश शर्मा, Hindi · दोहा 1 39 Share RAMESH SHARMA 16 Oct 2024 · 1 min read बदल गई है प्यार की, निश्चित ही तासीर।। दोहे की दो पंक्तियाँ, .रखतीं हैं वह भाव । हो जाए पढ कर जिसे,पत्थर मे भी घाव ।। बदल गई है प्यार की, निश्चित ही तासीर । कहते थे जो... Hindi · दोहा 1 20 Share RAMESH SHARMA 15 Oct 2024 · 1 min read भरा कहां कब ओस से किसका कभी गिलास कितना भी कर लीजिए,दिल से आप प्रयास । भरा कहां कब ओस से किसका कभी गिलास। कर लें मन को रोकने, जितनी कोशिश आप, इच्छाओं की सूखती ,कहां किसी की... Hindi · मुक्तक 1 53 Share RAMESH SHARMA 14 Oct 2024 · 1 min read जीवन में रहता नहीं,जिसके जोश उमंग जीवन में रहता नहीं,जिसके जोश उमंग । हट्टा कट्टा शख्स भी, लगने लगे अपंग ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 52 Share RAMESH SHARMA 11 Oct 2024 · 1 min read थूकोगे यदि देख कर, ऊपर तुम श्रीमान थूकोगे यदि देख कर, ऊपर तुम श्रीमान। गिर जाएगा स्वयं पर, थूक रहे ये ध्यान।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 28 Share RAMESH SHARMA 7 Oct 2024 · 1 min read सत्यानाशी सोच जिमि,खड़ी फसल पर मेह . मंदबुद्धि की बुद्धि पर, समझदार का नेह। सत्यानाशी सोच जिमि,खड़ी फसल पर मेह ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 40 Share RAMESH SHARMA 6 Oct 2024 · 1 min read होशियार इंसान भी ,बन जाता मतिमंद होशियार इंसान भी ,बन जाता मतिमंद। लोचन उसके ज्ञान के,हुए अगर जो बंद।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 33 Share RAMESH SHARMA 5 Oct 2024 · 1 min read बांटेगा मुस्कान फितरत जिसकी मसखरी,होती है श्रीमान । हो कितना भी कष्ट में, बांटेगा मुस्कान ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 29 Share RAMESH SHARMA 5 Oct 2024 · 1 min read नही रहेगा मध्य में, दोनों के विश्वास नही रहेगा मध्य में, दोनों के विश्वास । पहना शर्तों का अगर,तुमने मित्र लिबास।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 41 Share RAMESH SHARMA 4 Oct 2024 · 1 min read चाहे जितना भी रहे, छिलका सख्त कठोर चाहे जितना भी रहे, छिलका सख्त कठोर। खाते हैं अखरोट को, किए बिना कुछ शोर ll रमेश शर्मा. Hindi 1 50 Share RAMESH SHARMA 1 Oct 2024 · 1 min read जिनका मैंने हर समय, रखा हृदय से ख्याल जिनका मैंने हर समय, रखा हृदय से ख्याल । करते वही वजूद पर, मेरे खड़ा सवाल ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 29 Share RAMESH SHARMA 1 Oct 2024 · 1 min read करते हो करते रहो, मुझे नजर अंदाज करते हो करते रहो, मुझे नजर अंदाज। पर मैं बदलूँगा नहीं,अपना सरल मिज़ाज।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 42 Share RAMESH SHARMA 30 Sep 2024 · 1 min read बिना पढ़े ही वाह लिख, होते हैं कुछ शाद बिना पढ़े ही वाह लिख, होते हैं कुछ शाद । लेखक राजी हो रहा , उसे समझकर दाद ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 46 Share RAMESH SHARMA 30 Sep 2024 · 1 min read खाए खून उबाल तब , आए निश्चित रोष खाए खून उबाल तब, आए निश्चित रोष। करता मानव चूक खुद,औरों को दे दोष।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 56 Share RAMESH SHARMA 29 Sep 2024 · 1 min read दिल के जैसा आज तक, नजर न आया खेत दिल के जैसा आज तक, नजर न आया खेत ! कुछ भी बो कर देख लो, मिलता सूद समेत !! जब जब बोऊँ गम यहाँ,हो जाऊं ग़मगीन ! दिल से... Hindi · दोहा 1 39 Share RAMESH SHARMA 29 Sep 2024 · 1 min read संस्कार की खिड़कियां, हुई जरा क्या बंद संस्कार की खिड़कियां ,हुई जरा क्या बंद । अशिष्टता के हौसले, होने लगे बुलंद ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 44 Share RAMESH SHARMA 28 Sep 2024 · 1 min read सीखा रहा उड़ना मुझे, जिस गति से सैयाद ।. सिखलाता उड़ना मुझे, जिस गति से सैयाद । मुमकिन है अति शीघ्र वो, कर देगा आजाद।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 57 Share RAMESH SHARMA 28 Sep 2024 · 1 min read हो जाती हैं आप ही ,वहां दवा बेकार हो जाती हैं आप ही ,वहां दवा बेकार । रहने लग जाए जहां,स्वयं रूह बीमार ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 58 Share RAMESH SHARMA 26 Sep 2024 · 1 min read आंखे सुनने लग गई, लगे देखने कान । आंखे सुनने लग गई, लगे देखने कान । क्या दें और सबूत अब,कलियुग का श्रीमान । रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 64 Share RAMESH SHARMA 25 Sep 2024 · 1 min read ओढ दुशाला श्याम का, मीरा आर्त पुकार ओढ दुशाला श्याम का, मीरा आर्त पुकार। आओगे घनश्याम कब,जोगन दिल के द्वार। जोगन दिल के द्वार, नैनपट बाट निहारें । आयेंगे प्रभु आज, पलक दल राह बुहारें । कृष्णा... Hindi · कुण्डलिया · दोहा 1 53 Share RAMESH SHARMA 24 Sep 2024 · 1 min read गई सुराही छूट रिश्ता अवसरवाद का, यूं जाता है टूट। फ्रीज देख ज्यों हाथ से ,गई सुराही छूट ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 50 Share RAMESH SHARMA 24 Sep 2024 · 1 min read धरा दिवाकर चंद्रमा धरा दिवाकर चंद्रमा, निभा रहे है फर्ज । मानव तू क्यों कर हुआ,दुनिया प्रति खुदगर्ज।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 39 Share RAMESH SHARMA 19 Sep 2024 · 1 min read साहित्यिक व्यापार इश्तिहार सा हो गया, सबका अब किरदार । करें फेसबुक वाल पर, साहित्यिक व्यापार।। जरिया है ये फेसबुक, लिखने का आधार । लोगों ने इसको मगर, बना दिया बाजार ।।... Hindi · दोहा 1 32 Share RAMESH SHARMA 19 Sep 2024 · 1 min read औषधि की तालीम सीखी है कब वक्त ने,औषधि की तालीम। हुआ नहीं उससे बड़ा कोई मगर हकीम। चाहे रहे फकीर वह, या हो सर पर ताज । किया हमेशा वक्त ने, उसका तुरत... Hindi · दोहा 1 36 Share RAMESH SHARMA 19 Sep 2024 · 1 min read नही तनिक भी झूठ कौन रखेगा सोचिए, ऐसों से उम्मीद। कटवाकर नाखून जो,बनते आप शहीद। ये भी पूरा सत्य है, नही तनिक भी झूठ, मिल जायेंगे अनगिनत,इनके हमें मुरीद ।। रमेश शर्मा. Hindi · मुक्तक 1 25 Share RAMESH SHARMA 18 Sep 2024 · 1 min read मिले मुफ्त मुस्कान बुद्धि धैर्य विश्वास उर,मिले मुफ्त मुस्कान । समझेगा इसको कहां , मंदबुद्धि इंसान । । रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 62 Share RAMESH SHARMA 18 Sep 2024 · 1 min read समझेंगे झूठा हमें समझेंगे झूठा हमें, करे लाख सच पेश । क्या होगी इससे बड़ी, कोई सजा रमेश ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 41 Share RAMESH SHARMA 18 Sep 2024 · 1 min read खुद को कहें शहीद कौन रखेगा सोचिए, ऐसों से उम्मीद। कटवाकर नाखून जो, बनते आप शहीद।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 47 Share RAMESH SHARMA 16 Sep 2024 · 1 min read रिश्ता मेरा नींद से, इसीलिए है खास रूठों को भी ख्वाब में, ले आती है पास । रिश्ता मेरा नींद से, इसीलिए है खास ।। ख्वाबों से मेरा नही,कोई हुआ करार । आते है क्यों नींद मे,... Hindi · दोहा 1 35 Share RAMESH SHARMA 16 Sep 2024 · 1 min read कैसे पचती पेट में, मिली मुफ्त की दाल।. कैसे पचती पेट में, मिली मुफ्त की दाल। नहीं लगाए दांत जब, सिर्फ हिलाए गाल।। राकेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 42 Share RAMESH SHARMA 13 Sep 2024 · 1 min read मर जाओगे आज होते हो क्यों मौत से, नाहक ही नाराज । जिंदा कब थे आप जो, मर जाओगे आज ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 34 Share Page 1 Next