Akib Javed 196 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next Akib Javed 15 Mar 2019 · 1 min read सच हो सब इस समय अख़बार जरूरी तो नही 2122-1122-1122-22(112) सारे नेता ही हो मक्कार जरूरी तो नही सच हो सब इस समय अख़बार जरूरी तो नही बिक गया झूठ सरे-राह यूँ बाजार में अब सच का भी कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 242 Share Akib Javed 1 Mar 2019 · 1 min read तुम लफ़्ज़ों से बेगाने रहे तुम लफ़्ज़ों से बेगाने रहे हम धड़कन से बेगाने रहे ग़र कभी हमें होश न रहा अपने भी हमसे बेगाने रहे ज़िंदगी की डोर को बांधे ज़िंदगी से हम बेगाने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 226 Share Akib Javed 15 Feb 2019 · 1 min read दर्द में आदत है मुस्कुराने की वो भी करने लगे ज़िद जाने की हमको आदत नही मनाने की हाल बेहाल ज़िंदगी भी थी उसने कोशिश की आज़माने की जख़्म गहरे बहुत थे ज़माने के साज़िश पूरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 217 Share Akib Javed 2 Feb 2019 · 1 min read बाल कविता : बधाई बस्ते में है कलम और कम्पास मन में खूब उमंग और विश्वास परीक्षा का भी नही है उसे भय सुमन चली पड़ी अपने स्कूल । पढ़ने में उसे है खूब... Hindi · कविता · बाल कविता 2 479 Share Akib Javed 25 Jan 2019 · 1 min read सूरज छीन लो गम के बादल रूह में कायम गर्मी थका हारा है सूरज मयस्सर नही है सुकूँ जज्बात उसके गुम है चक्कर लगाते है दर्द परेशान है धड़कन खोने को... Hindi · कविता 2 244 Share Akib Javed 18 Jan 2019 · 1 min read शिल्पकार वा पत्थर मा देई चलाये चाहे वहिमा जो हुई जाये नव नव रूपन मा गढ़ देई मन चाहे वा रूप बनाये वाहे शिल्पकार कहाये वहिके हाथें मा इतने शक्ति बहुते... Hindi · कविता 2 396 Share Akib Javed 31 Dec 2018 · 1 min read आपने तो साल बदलते देखें है आपने तो साल बदलते देखें है हमने तो यार बदलते देखें है देखा है दिल पे कुछ लब पे कुछ पल पल किरदार बदलते देखें है नफ़रत देखा,देखा हमने यों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 223 Share Akib Javed 7 Dec 2018 · 1 min read हवा सोच रही दवा को हवा सोच रही दवा को देख रही नज़ारे धरा में ज़हरीली हो गई है हवा लेना होगा सबको दवा ग़र न चेते समय से हम नज़र न आयेगी ये धरा... Hindi · कविता 2 391 Share Akib Javed 6 Nov 2018 · 1 min read दर्द सब लेती हैं माँ की कोई पैमाई नहीं! इस जहाँ में मेरी माई जेसी माई नहीं माई जैसी किसी ने भी नेमत पाई नहीं माँ के पैरों में ही बीते मेरा भी ये जीवन सादा जीवन है मेरा... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 31 676 Share Akib Javed 6 Nov 2018 · 1 min read दीपावली विशेष कविता : वो उम्मीद सजा कर बैठ गई कच्चे दिए बना कर बैठ गई वो उम्मीद सज़ा कर बैठ गई! मेरी दिवाली भी रोशन होगी वो भी आस लगाकर बैठ गई! कोई न आया दिये लेने पास वो... Hindi · कविता 6 266 Share Akib Javed 2 Jun 2018 · 1 min read आसान नही किसी से दिल का लगाना आसान नही किसी से दिल का लगाना खंजर छुपाये बैठा हो अब कोई दीवाना आसान नही अपने दिल के हाल बताना धोखा दे जाते हैं लोग निभा के दोस्ताना आसान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 381 Share Akib Javed 28 Apr 2018 · 1 min read ज़िन्दगी में चलती है यूं आंधियां कभी कभी ज़िन्दगी में चलती है यूं आंधियां कभी कभी उड़ा के ले जाती है ऐसे मर्ज़ियाँ कभी कभी।। सफ़र दर सफ़र गुज़रता जा रहा ये कारवाँ तुम बसा लो मुहब्बत का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 195 Share Akib Javed 26 Mar 2018 · 1 min read इंसा भी बदलता है वक्त निकल जाने के बाद हुई घनघोर बारिश तूफाँ गुज़र जाने के बाद ज़िन्दगी में कोई आये तुम्हारे जाने के बाद बाद मौत नही निभाता रिश्ता किसी से कोई सब भूल जाते है समय गुज़र... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 506 Share Akib Javed 20 Mar 2018 · 1 min read मैं अनमोल हूँ अपनी कीमत से ज़ियादा ये शुहरत इज़्ज़त कुछ नही क़िस्मत से ज़ियादा दरख्वास्त तुम्हारी है ज़रूरत से ज़ियादा मै बिक जाऊ ऐसे ये मुझे मंज़ूर नही मै अनमोल हूँ अपनी क़ीमत से ज़ियादा तवज़्ज़ो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 281 Share Akib Javed 2 Mar 2018 · 1 min read होली मुक़द्दर से मिलता है दर आपका रंग में रंग हो और साथ आपका मनाऊ होली अपने पीर के संग मेरे मौला रंग दे दर हो आपका ।आकिब जावेद। Hindi · मुक्तक 2 236 Share Akib Javed 28 Feb 2018 · 1 min read मोरे पिया तू मुझको अब रंग डाल।।होली विशेष।। उड़ते रंग उड़ती है इश्क की गुलाल इस फ़िज़ा को भी करती हरी लाल इक रंग उड़ पहुंचा यूँ पिया के द्वार मन भावन मोरे पिया हुए निहाल इश्क की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 439 Share Akib Javed 26 Feb 2018 · 1 min read खुदा से हमारे सम्भलने की दुआ माँगो थोड़ा सा दिल के संभलने की दुआ माँगो महबूबा के हाथों में अब सजी हिना माँगो मुक़द्दर से मिला है ,वो उनका हाथो में हाथ ख़ुदा से मिलने का जन्मो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 216 Share Akib Javed 20 Feb 2018 · 1 min read इंसानियत प्यार का पैगाम है मुह में राम,नाम बदनाम है वो ही अल्लाह और राम है बेच कर ईमान लड़ते हो बताओ क्या अब अंजाम है धरती एक,एक ही अम्बर इंसानियत क्यू यूँ बदनाम है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 244 Share Akib Javed 19 Feb 2018 · 1 min read ग़ज़ल 221 2122 221 2122 देख अब दिल मेरा कितना लाचार हो गया है बिन तेरे अब ज़िन्दगी जीना दुश्वार हो गया है बना बावरा फिरता मन यूँ अब गली गली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 257 Share Akib Javed 27 Jan 2018 · 1 min read ये जो दिल मिले है, कुछ तो राब्ते है!!ग़ज़ल ये जो दिल मिले हैं, कुछ तो राब्ते हैं ज़िन्दगी का सफर,रास्ते मय-क़दे हैं।। खैर माँगी जो तुमसे,कुछ तो सोचा था यूँ दिल जलाने के अब यही मरहले हैं क़लबो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 252 Share Akib Javed 3 Jan 2018 · 1 min read सूरज निकल रहा था कि नींद आ गई मुझे!!ग़ज़ल प्रेम का धागा बाँधा आपने,उनकी याद तड़पा गयी मुझे बरसो बाद देखा हमने,यूँ ही आँखे छलका गयी मुझे सहमे सहमे से रहते थे वो,ख्वाबो में मुझे सोचकर हकीकत में दीदार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 296 Share Akib Javed 31 Dec 2017 · 1 min read हिन्द के निवासी हैं, फख्र करेंगे हिन्द के निवासी हैं,फख्र करेंगे देश के लिए जियेंगे,मर मिटेंगे ये दौलत,जवानी कुर्बान करेंगे देश के लिए हम नग़मे लिखेंगे तिरंगे को शान से,हाथो में थामेंगे सारे जहाँ से अच्छा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 407 Share Akib Javed 26 Dec 2017 · 1 min read माँ!! ज़िन्दगी में जिसके माँ नही होती है उनसे पूछो माँ की कमी क्या होती है।। जब आफ़त मेरे सर पे आन पड़ती है सिखाई माँ की सीख याद पड़ती है।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 403 Share Akib Javed 25 Dec 2017 · 1 min read सजदों में लज़्ज़त ना थी...मेरी दोस्ती से पहले तुझे कोई जानता ना था...मेरी दोस्ती से पहले तेरी जिंदगी रोशन कहाँ थी...मेरी बंदगी से पहले तेरी सादगी कहाँ थी..मेरी हाज़री से पहले तू खुदा कहाँ था ऐसा...मेरी बंदगी से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 397 Share Akib Javed 23 Dec 2017 · 1 min read अकेला हर राह,हर गली, हर मोड़,हर सड़क हर चाह,कोई हमसफर मत भूल तू पथिक निडर चलता जायेगा तू हरदम यूँ ऐसे अकेला ही चल जिंदगी के इस पथ पर तू अब... Hindi · कविता 1 223 Share Akib Javed 21 Dec 2017 · 1 min read हाइकु!!डोली नाज़ों से पली बाबुल के आंगन वो दौड़ी खेली डाँट भी सही माँ की लोरी भी सूनी पायी प्यार भी भाई से लड़ी बहन को सताई खूब हँसाती समय बीता... Hindi · हाइकु 3 292 Share Akib Javed 20 Dec 2017 · 1 min read कुछ बिखरे किस्से याद आ गए!! नींद के आगोश में जो हम आ गए कुछ बिखरे हुए किस्से याद आ गए राजदां थे वो,जो कल तक जिस हवेली में जर्जर हवेली देख,पुराने किस्से याद आ गए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 234 Share Akib Javed 20 Dec 2017 · 1 min read मुहब्बत के फ़लसफ़ा में ये कहानी होनी चाहिये!! सोच में तुमको ही सोचूँ,सोच ये होनी चाहिये मुहब्बत के फ़लसफा में ये कहानी होनी चाहिये तेरे मेरे इश्क की,कोई पुरानी निशानी चाहिये चाँद तारो के जैसे,कोई गवाही होनी चाहिये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 458 Share Akib Javed 19 Dec 2017 · 1 min read ग़ज़ल!!अश्क़ का वो कतरा अब कहाँ मेरे हासिल में हैं!! रंजो गम की दुनिया में वो मेरे महफ़िल में हैं लाख छुपाये प्यार मुझसे वो अब मेरे दिल में हैं।। लाख हालात मेरे मुश्किल सही राब्ता तो हैं हाथो में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 384 Share Akib Javed 16 Dec 2017 · 1 min read हाइकुः सुबह..प्राताः..भोर ********************* हुआ सवेरा जब आँखे खुलती हो दिन प्यारा चिड़िया कूकी वो सूरज भी आया सर के पास बिखरी लाली हैं फैला उजियारा अब जग में भास्कर देखो बोले जग में... Hindi · हाइकु 2 2 221 Share Akib Javed 15 Dec 2017 · 1 min read राम अपना करीम अपना सपने अपने दर्पण अपना होगा खुदा भी राज़ी उनका मेहनत करते रहते दिन-रात हासिल उनका बाकी उनका सर्द हवाएं अब ऋतु है गर्म माजी अपना काजी उनका जलती बुझती है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 350 Share Akib Javed 15 Dec 2017 · 1 min read दिल!!हाइकु!! पत्थर दिल बेख्याल सा रहता घूमता रहा घमंडी रहा बेपरवाह फिरा ऐसे ही रहा तोड़ने वाले तोड़ते ही रहते मायूस हुआ चाहत रही दिल में बसाने की अधूरी रही सोचता... Hindi · हाइकु 1 271 Share Akib Javed 14 Dec 2017 · 1 min read एल्बम छण छण गतिमान जिंदगी का पहिया उस पहिये को यादो के रूप में समेट के रखती है चाहे अच्छा लम्हा हो या कि हो कोई बुरी याद कभी किसी में... Hindi · कविता 1 2 532 Share Akib Javed 14 Dec 2017 · 1 min read ग़ज़ल!!यूँ तेरी जुल्फ़े निहारी जा रही है!! मेरे हर सोच में तेरा शय शामिल किस्मत हमारी सँवारी जा रही हैं जिंदगी हो गयी हैं रंगमंच की तरह जैसी भी हो अब गुज़ारी जा रही हैं वो सर्द... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 258 Share Akib Javed 13 Dec 2017 · 1 min read धड़कन मेरी हर साँसों मे सिर्फ अब तेरी ही रवानी है... तुझे देखू सिर्फ तेरी ही कहानी है.... दिल की हर धड़कन में अब तू ही धड़क रही है.... हर अहसास... Hindi · कविता 653 Share Akib Javed 13 Dec 2017 · 1 min read हमारी मुहब्बत सिमटी है एक शम्मा जलाया था तेरे मुहब्बत का हमने उस दिन के इंतज़ार में अब जाँ मचलती है। मेरे महबूब तू आ जा अब मेरे सामने वो सच्ची मुहब्बत अब आँखों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 465 Share Akib Javed 13 Dec 2017 · 1 min read असर है प्यार की रजाई का!! जब नज़र पडी मेरी किसी के बुराई पर खुद पे ना ध्यान दिया अपनी परछाई का बादलों की छटा और मौसम पुरवाई का याद आता हैं दौर किसी के रुसवाई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 404 Share Akib Javed 11 Dec 2017 · 1 min read ओस ओस गिरे बूंदों से जो फूलों के ऊपर रखती नमी ओस की बूँद देती सीख नयी हैं जीवन भर किरन अब सूरज की पड़ती ओज भरती नये पल्लव पल्लवित होती... Hindi · कविता 532 Share Akib Javed 11 Dec 2017 · 1 min read ग़ज़ल!!खंजर छुपाये बैठा कोई जान मुश्किल में हैं गनीमत हैं कि वो फूल अभी खिला नही हैं खंज़र छुपाये बैठा कोई जान मुश्किल में हैं।। याद आती हैं, दुआएँ अब माँ की मेरी आज जान मेरी कितनी मुश्किल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 243 Share Akib Javed 11 Dec 2017 · 1 min read ग़ज़ल!!अश्क़ का वो कतरा अब कहाँ मेरे हासिल में हैं रंजो गम की दुनिया में वो मेरे महफ़िल में हैं लाख छुपाये प्यार मुझसे वो अब मेरे दिल में हैं।। लाख हालात मेरे मुश्किल सही राब्ता तो हैं हाथो में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 189 Share Akib Javed 10 Dec 2017 · 1 min read ग़ज़ल!! अपनी तबाही का ऐसे जश्न यूँ मानाती हैं सफर में भी जिंदगी लेती हैं इम्तिहाँ अपना।। दिल की धड़कनों पे हैं अब किसी का हक हैं उस निशां पे हम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 195 Share Akib Javed 9 Dec 2017 · 1 min read हाइकु!!निर्झर बारिश आयी निर्झर सी बछौर मन भायी सोता बहा दिखा प्रकृति छटा मन समायी इंद्रधनुष रंग बिखेरे खूब झरना खिले आकिब देखो ऋतू बहार आयी निर्झर लायी खूब खिलेंगे झरना... Hindi · हाइकु 1 275 Share Akib Javed 9 Dec 2017 · 1 min read झरना मन का झरना बहता जाये इस कोने से उस कोने झरना देखो आँखों का भी बोझ हुआ गर कुछ दिल में बह जाता यह पल पल में झरना एक जुबां... Hindi · कविता 531 Share Akib Javed 9 Dec 2017 · 1 min read !!ग़ज़ल!!ऐसे ही चलता रहे अब कारवाँ अपना मैं तेरा हो जाऊँगा,तू मेरा हो जाना ऐसे ही चलता रहे अब कारवाँ अपना।। हर चेहरे पे यहाँ एक मुखौटा देखा किसको बनाये यहाँ राजदां अपना।। देखा था हूबहू एक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 170 Share Akib Javed 8 Dec 2017 · 1 min read मजहब,जात में इतने बट गये हैं... अपनी नैतिकता हमने यूँ खो दी हैं कितने नीचे अब हम गिर गये हैं मजहब,जात में इतने बट गये है हम इंसान अब कहाँ रह गये हैं टूट कर हम... Hindi · कविता 374 Share Akib Javed 7 Dec 2017 · 1 min read माँ के पल्लू में सारे सिक्के मिला करते हैं घर पे छोड़ जाते हैं सारे बालाओं को माँ के पल्लू में सारे सिक्के मिला करते हैं माँ की दुआओ से फूल खिला करते है। घर मे उन्ही से दिये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 520 Share Akib Javed 7 Dec 2017 · 1 min read उम्र की झुर्रियां चेहरे पे झलक जाती हैं छलकता जा रहा हैं वो जाम अब खुशियां मयखाने में मिला करते हैं उम्र की झुर्रियां चहरे पे झलक जाती हैं लोग फिर भी यहाँ जवान हुआ करते हैं दिन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 487 Share Akib Javed 6 Dec 2017 · 1 min read दिसम्बर छंद मुक्त रचना: दिसंबर साल का अंतिम महीना हूँ महीनों का मैं नगीना हूँ गर्मी को मैं देता मात जाड़े की लाता सौगात काम धाम सारे छोड़कर रजाई में अब... Hindi · मुक्तक 525 Share Akib Javed 5 Dec 2017 · 1 min read ग़ज़ल।।होती हैं माँ की दुआ और तरह की।। देख कर नज़रो से हमे वो मुस्काये ऐसे दिल से मेरे आयी थी सदा और तरह की वो आये थे ख्यालों ख्याल में इस तरह जिंदगी में गम भुलाया और... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 659 Share Akib Javed 5 Dec 2017 · 1 min read देखो मोजज़ा का किस अज़ल से इंतज़ार हैं दिल अभी भरा नही,कि तड़प रहा हैं ये मिलने को तुझसे तड़पे रोये जार जार हैं निभा के साथ यूँ,चलना हैं तेरे साथ अब मंजिल अभी मिली नही दिल तार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 202 Share Previous Page 3 Next