Shekhar Chandra Mitra Language: Hindi 3940 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 33 Next Shekhar Chandra Mitra 22 May 2022 · 1 min read आत्महत्या कोई उपाय नहीं! ऐसी काली रातों में सोना मना है! परियों के सपनों में खोना मना है!! दूसरों के आंसू पोंछना छोड़के! कायर की तरह ख़ुद रोना मना है!! #Geetkar Shekhar Chandra Mitra... Hindi · कविता 69 Share Shekhar Chandra Mitra 21 May 2022 · 1 min read कुछ और होना बाक़ी है अत्याचार के चिंह्न छिपाए जा रहे हैं! अन्याय के प्रमाण हटाए जा रहे हैं!! शायद अभी कुछ और होना बाक़ी है! प्रतिरोध के स्वर दबाए जा रहे हैं!! #सामाजिक_क्रांति #सामाजिक_न्याय... Hindi · कविता 86 Share Shekhar Chandra Mitra 21 May 2022 · 1 min read बोलने वालों से ख़तरा क्योंकि मैं देख सकता हूं, क्योंकि मैं सुन सकता हूं! क्योंकि मैं सोच सकता हूं, क्योंकि मैं समझ सकता हूं!! लाज़िम है कि रास्ते से वो हटा देना चाहें मुझे... Hindi · कविता 166 Share Shekhar Chandra Mitra 21 May 2022 · 1 min read कुछ ऐसा करें कि इससे पहले कि सब कुछ बर्बाद हो जाए! इस देश में तानाशाहों का राज हो जाए!! अपने कम्फर्ट ज़ोन से निकल कर हम! क्यों न करें कुछ ऐसा कि इंकलाब... Hindi · कविता 67 Share Shekhar Chandra Mitra 21 May 2022 · 1 min read अपना-अपना मोर्चा संभालो क्या कुछ न कहा जाए! क्या कुछ न किया जाए!! क्या देश को अब उसके हाल पर छोड़ दिया जाए!! अब पुलिस की मार और गिरफ़्तारियों के ख़ौफ़ से! क्या... Hindi · कविता 83 Share Shekhar Chandra Mitra 21 May 2022 · 1 min read बोलना बहुत ज़रूरी है हमने माना कि यह मज़बूरी है! लेकिन बोलना बहुत ज़रूरी है!! अभिव्यक्ति की आज़ादी ही तो! एक ज़िंदा लोकतंत्र की धूरी है!! #ReleaseProfRatanLal #डॉ_रतनलाल #बहुजन_नायक #FreedomOfSpeech Hindi · कविता 74 Share Shekhar Chandra Mitra 21 May 2022 · 1 min read चुभते हुए सवाल एक देश है आख़िर यह कोई जेल तो नहीं न! अभिव्यक्ति की आज़ादी कोई खेल तो नहीं न!! दुनिया जिसे कहती है भारत का संविधान! वह क़बीलाई कानूनों का घालमेल... Hindi · कविता 85 Share Shekhar Chandra Mitra 21 May 2022 · 1 min read क़ानून और व्यवस्था पर सवाल अमीरों की रखैल बन चुकी क़ानून और व्यवस्था! सियासत का खेल बन चुकी क़ानून और व्यवस्था!! ज़िंदा लेखकों, पत्रकारों और बुद्धिजीवियों के लिए! अंडमान की जेल बन चुकी क़ानून और... Hindi · कविता 124 Share Shekhar Chandra Mitra 21 May 2022 · 1 min read नाज़ुक आस्था इंडिया को इंडिया ही रहने दो इसे सोवियत यूनियन मत बनाओ! अपने कम्फर्ट ज़ोन में बैठकर मार्शल लॉ का सन्नाटा मत बढ़ाओ!! तुम्हें चाहे पुलिस की मार मिले या जाहिलों... Hindi · कविता 90 Share Shekhar Chandra Mitra 21 May 2022 · 1 min read अदालत की निष्पक्षता आख़िर क्या करें मज़बूरी है! हमें आती नहीं जी हजूरी है!! ऐलान-ए-हक़ तो करेगी ही जब फ़ितरत अपनी मंसूरी है!! आकाश से टपकी है क्या वह कि गलत कभी हो... Hindi · कविता 132 Share Shekhar Chandra Mitra 21 May 2022 · 1 min read साहित्यिक योद्धा योद्धा है एक योद्धा वह कभी हार नहीं मानेगा! दया को या भीख को वह अधिकार नहीं मानेगा!! डर कर या लालच में किसी भी तरह से! राजनेता छोड़कर आपको... Hindi · कविता 95 Share Shekhar Chandra Mitra 21 May 2022 · 1 min read सामाजिक कार्यकर्ता हमने जनता को लगातार उन नेताओं से आगाह किया! जीवन-मरन के प्रश्न पर भी जिनने देश को गुमराह किया!! चंद औद्योगिक घरानों को फ़ायदा पहुंचाने के लिए! सारी सरकारी संस्थाओं... Hindi · कविता 78 Share Shekhar Chandra Mitra 21 May 2022 · 1 min read हुक़ूमत की बुनियाद वो भीमा कोरेगांव-वो शाहीन बाग याद रहेगा! याद रहेगा! वो जोशे-बगावत-वो शोरे-इंकलाब याद रहेगा! याद रहेगा! जिसने हिला दी हुक़ूमत की बुनियाद याद रहेगा! याद रहेगा! वो बेख़ौफ़ तेवर-वो बेबाक... Hindi · कविता 62 Share Shekhar Chandra Mitra 21 May 2022 · 1 min read जातीय घमंड आज मैंने समझ लिया कि यह देश बर्बाद कैसे हुआ! आख़िर इस तरह से मूर्दा हमारा समाज कैसे हुआ!! सवर्ण घर में पैदा होना तुम्हारा गुनाह नहीं तो! दलित घर... Hindi · कविता 96 Share Shekhar Chandra Mitra 21 May 2022 · 1 min read जी हजूरी वे हैं ज़ालिम और मगरुर लोग! हुक़ूमत के नशे में चूर लोग!! कड़वा सच बोलने वाले नहीं- उन्हें चाहिए जी हजूर लोग!! #ReleaseProfRatanLal #बहुजन_नायक #FreedomOfSpeech #दलित_प्रोफेसर Hindi · कविता 135 Share Shekhar Chandra Mitra 21 May 2022 · 1 min read चिड़ी का ग़ुलाम तुम क्या ठुकराओगे मेरा कलाम! जाओ मैं ठुकराता हूं तेरा निज़ाम!! झूठ-मूठ की शोहरत के लिए अब मुझे नहीं बनना चिड़ी का गुलाम!! #रतनलाल #ReleaseDrRatanLal #क्रांति #media #बहुजन #FreedomOfSpeech Hindi · कविता 85 Share Shekhar Chandra Mitra 21 May 2022 · 1 min read ज़िंदा रहे तो देखना हम कल भी सवाल करते थे! हम आज भी सवाल करते हैं!! और ज़िंदा रहे तो देख लेना हम कल भी सवाल करेंगे!! #FreedomOfSpeech #media #विपक्ष #बहुजन_नायक #दलित_चेतना #हल्ला_बोल Hindi · कविता 80 Share Shekhar Chandra Mitra 21 May 2022 · 1 min read सवाल करते रहेंगे हम अपने हक़ के लिए लड़ेंगे! उनकी गलतफहमी है कि डरेंगे!! अंज़ाम की परवाह किए बग़ैर सवाल करते थे-सवाल करेंगे!! #ReleaseDrRatanLal #हल्ला_बोल #दलित_चेतना #FreedomOfSpeech Hindi · कविता 63 Share Shekhar Chandra Mitra 20 May 2022 · 1 min read कबीर हैं कि मरते नहीं जिससे जाग उठे देश और जी उठे समाज! छिपे हुए हैं इसमें इतने गहरे राज!! कुछ शब्दों में कही हुई कबीरा की बात! लगा देती है अक़्सर हमारे दिलों में... Hindi · कविता 1 420 Share Shekhar Chandra Mitra 20 May 2022 · 1 min read कहां ले जाएंगे देश को? जो छोड़ कर मज़दूर और किसान! किए जा रहे हिन्दू और मुसलमान!! अब कहां ले जाएंगे अपने देश को ये क़ातिल और लूटेरे हुक़्मरान!! #सियासत #शायरी #राजनीति #कविता #उर्दू #फिरकापरस्ती... Hindi · कविता 161 Share Shekhar Chandra Mitra 20 May 2022 · 1 min read तुम ज़िंदा हो क्या? नालायकी पर अपनी शर्मिंदा हो क्या! इस परेशान भारत के बाशिंदा हो क्या!! जेल के डर से जा छिपे हो किले में! अरे, अब भी असल में तुम ज़िंदा हो... Hindi · कविता 87 Share Shekhar Chandra Mitra 19 May 2022 · 1 min read जाति उन्मूलन तुम इंसान से इंसान जोड़ दो! जात-पात के बंधन तोड़ दो!! रोटी-बेटी के रिश्ते बनाकर अब रूख़ समाज का मोड़ दो!! #सामाजिक_क्रांति #जाति_उन्मूलन #Caste #Buddha #बहुजन_नायक #नवजागरण Hindi · कविता 157 Share Shekhar Chandra Mitra 19 May 2022 · 1 min read आस्था को चोट जिस आस्था को पहुंचे चोट! ज़रूर उसमें है कोई खोट!! मैं कहता रहूंगा नंगे सच! मुझे नहीं लेना तुमसे वोट!! #WesupportProfRatanlal #हल्ला_बोल #सामाजिक_क्रांति #बहुजन_नायक #बगावत #FreedomOfSpeech #इंकलाब #क्रांति Hindi · कविता 161 Share Shekhar Chandra Mitra 19 May 2022 · 1 min read आहत होती भावनाएं भावनाएं तो भावनाएं ठहरीं बस आहत होती रहती हैं! छोटी-से-छोटी बात पर भी क्षत-विक्षत होती रहती हैं!! उन्मादी भीड़ के डर से हम कैसे छोड़ दें सच कहना! सुकरातों से... Hindi · कविता 72 Share Shekhar Chandra Mitra 19 May 2022 · 1 min read कांपती है आस्था हर सच्ची बात से कांपती है आस्था! पीड़ितों के साथ से कांपती है आस्था!! यहां पूरी दमनकारी व्यवस्था के विरुद्ध! उठे हुए एक हाथ से कांपती है आस्था!! #WesupportProfRatanlal #दलित_कवि... Hindi · कविता 120 Share Shekhar Chandra Mitra 19 May 2022 · 1 min read हक़ के सवाल पर चुपचाप रहा नहीं जाता हमसे हम क्या करें,साहब! अपमान सहा नहीं जाता हमसे हम क्या करें,साहब!! दलितों और आदिवासियों पर हो रहा जो सदियों से! अत्याचार देखा नहीं जाता हमसे... Hindi · कविता 77 Share Shekhar Chandra Mitra 18 May 2022 · 1 min read आदिवासी संकट आदिवासी बचेंगे तो प्रकृति बचेगी और प्रकृति बचेगी तो मनुष्य जाति! #TribalLivesMatter #forest #nature #SaveAdiwasi #जंगल #मूलनिवासी #प्रेम Hindi · कविता 123 Share Shekhar Chandra Mitra 18 May 2022 · 1 min read अब और नहीं (सदियों से रहे हैं) शोषित, वंचित और पीड़ित! निंदित, अपमानित और उपेक्षित!! स्त्री, आदिवासी और दलित! पराजित, शासित और दमित!! #TribalLivesMatter #उत्पीड़न #बहुजन #WesupportProfRatanlal #lynching Hindi · कविता 74 Share Shekhar Chandra Mitra 18 May 2022 · 1 min read हथौड़े की चोट मनुष्य की सोयी हुई चेतना पर जो कविता हथौड़े की तरह चोट करे समझ लेना वह कविता कबीर की है! #Kabir #resistance #protest #विद्रोही #Rebellion #हल्ला_बोल #सामाजिक_क्रांति Hindi · कविता 81 Share Shekhar Chandra Mitra 18 May 2022 · 1 min read युद्ध या प्रेम? युद्ध नहीं, सम्भोग करो! विनाश नहीं, उपयोग करो!! धरती पर उतर सकता है स्वर्ग विवाद नहीं, सहयोग करो!! #NoWar #love #Buddha #riots #प्रेम #UNO #USA #सांप्रदायिकता #poetry Hindi · कविता 88 Share Shekhar Chandra Mitra 18 May 2022 · 1 min read दुनिया को एक होना होगा अगर देश बचे तो दुनिया न बचेगी यह तय है बिल्कुल! अगर धर्म बचे तो दुनिया न बचेगी यह तय है बिल्कुल!! हर हाल में अब इस दुनिया को एक... Hindi · कविता 1 91 Share Shekhar Chandra Mitra 18 May 2022 · 1 min read रक्तहीन प्रतिशोध युद्ध के विरुद्ध एक कवि का प्रतिरोध है यह! प्रेम का समर्थन तो घृणा का विरोध है यह!! दुनिया में सुंदर नामों से सदियों से जारी! अत्याचार का एक रक्तहीन... Hindi · कविता 126 Share Shekhar Chandra Mitra 17 May 2022 · 1 min read जुल्मतों के दौर में उनके फ़िक्र-ओ-सुखन में जान कहां है आख़िर? शाह-सेठ और पंडित तो हैं अवाम कहां है आख़िर? देश और समाज के जलते हुए मुद्दों पर! ज़रा सोचो, उनका ज़ाती बयान कहां... Hindi · कविता 1 1 85 Share Shekhar Chandra Mitra 17 May 2022 · 1 min read मुहब्बत की ज़रूरत चारों तरफ़ है होड़ मची दौलत और ताक़त की! ना जाने कब निगल जाए सब कुछ साज़िश सियासत की!! मुल्क और नस्ल के लफड़ों ने पहले ही बहुत कुछ छिन... Hindi · कविता 74 Share Shekhar Chandra Mitra 17 May 2022 · 1 min read सृष्टि का खेल अंधेर और किरन! हास्य और रूदन!! साथ-साथ चल रहे ध्वंश और सृजन!! #OSHO #दार्शनिक #जीवन #मृत्यु #life #Death #सिद्ध #तंत्र #शिव #शक्ति #प्रेम Hindi · कविता 105 Share Shekhar Chandra Mitra 17 May 2022 · 1 min read एक पल हर ख़ुशी है बस एक पल उसके बाद कुछ नहीं! आशिकी है बस एक पल उसके बाद कुछ नहीं!! इससे पहले कि यह बीते अपनी ज़िंदगी तू जी ले! ज़िंदगी... Hindi · कविता 73 Share Shekhar Chandra Mitra 17 May 2022 · 1 min read बचा सको तो बचा लो जो बचा सको तो बचा लो नष्ट होती हुई इस दुनिया को! जो बचा सको तो बचा लो भ्रष्ट होती हुई इस दुनिया को!! धर्म, पूंजी और राजनीति के घिनौने... Hindi · कविता 74 Share Shekhar Chandra Mitra 17 May 2022 · 1 min read एक औरत इस दुनिया को सिर्फ़ और सिर्फ़ सजा सकती है एक औरत! इस दुनिया को सिर्फ़ और सिर्फ़ बढ़ा सकती है एक औरत!! क़ौम के रहनुमाओं और देश के ठेकेदारों से!... Hindi · कविता 86 Share Shekhar Chandra Mitra 16 May 2022 · 1 min read बुद्ध की अंतरराष्ट्रीय अपील यहां कोई छोटा नहीं यहां कोई बड़ा नहीं सब के सब बराबर हैं! यहां कोई खोटा नहीं यहां कोई खरा नहीं सब के सब बराबर हैं!! यह बुद्धों का दरबार... Hindi · कविता 149 Share Shekhar Chandra Mitra 16 May 2022 · 1 min read बर्बर लोग ये तो बीमार लोग हैं ईलाज की ज़रूरत है इन्हें निकले हैं कबीलों से समाज की ज़रूरत है इन्हें... (१) हर लूट-मार में शामिल हैं, ये पूरी तरह से जाहिल... Hindi · गीत 130 Share Shekhar Chandra Mitra 16 May 2022 · 1 min read बुद्ध या महाविनाश? ना जंग चाहिए ना युद्ध चाहिए बुद्ध-बुद्ध-बुद्ध हमें बुद्ध चाहिए! तन हो जैसा भी मन शुद्ध चाहिए बुद्ध-बुद्ध-बुद्ध हमें बुद्ध चाहिए!! नर्क जात-धरम का कब तक रहेगा फ़र्क रंग-नस्ल का... Hindi · गीत 106 Share Shekhar Chandra Mitra 16 May 2022 · 1 min read तथागत बुद्ध इंसानों के करने से क्या ख़ाक़ होता है! दुनिया में सबकुछ अपने आप होता है!! चीज़ें जैसी दिखती हैं वैसी सच में होती नहीं! हम लोगों को केवल आभास होता... Hindi · कविता 77 Share Shekhar Chandra Mitra 15 May 2022 · 1 min read बुद्ध हैं कि मरते नहीं ख़ुद ही मिटते जा रहे बुद्धत्व को मिटाने वाले! ऐसा हम नहीं कह रहे, कह रहे हैं जमाने वाले!! भारत से तो बुद्ध को हटा दिया गया लेकिन! वह कभी... Hindi · कविता 126 Share Shekhar Chandra Mitra 15 May 2022 · 1 min read बुद्ध पूर्णिमा इस देश ने तो बुद्ध की परवाह भी नहीं की! हर चोट सह ली उन्होंने और आह भी नहीं की!! उन्होंने हम अभागों को क्या-क्या नहीं दिया! लेकिन बदले में... Hindi · कविता 222 Share Shekhar Chandra Mitra 15 May 2022 · 1 min read जनवादी गीतकार बादल की घोर घनक लिए! सूरज की तेज लपट लिए!! ये आ गया कौन-सा गीतकार! गांव की सच्ची रपट लिए!! #Geetkar Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 238 Share Shekhar Chandra Mitra 15 May 2022 · 1 min read देश का दिवाला भूखमरी चारों ओर फटेहाली चारों ओर! देखी नहीं जाती अब तंगहाली चारों ओर! कहीं से कोई अच्छी ख़बर ही नहीं आती छायी हुई कैसी यह बदहाली चारों ओर? उसी ने... Hindi · कविता 204 Share Shekhar Chandra Mitra 15 May 2022 · 1 min read मूर्तिभंजक कवि मनोरंजन चाहिए तो तुम कहीं और जाओ! आंदोलन चाहिए तो तुम यहीं रूको! यथास्थिति चाहिए तो तुम कहीं और जाओ! परिवर्तन चाहिए तो तुम यहीं रूको! विवाद चाहिए तो तुम... Hindi · कविता 155 Share Shekhar Chandra Mitra 15 May 2022 · 1 min read मैकाले की देन (शिक्षा में क्रांति) दलितों को पढ़ाता कौन? स्त्रियों को जगाता कौन? होता नहीं मैकाले यहां तो नई चेतना फैलाता कौन? #शिक्षामेंक्रांति #लार्डमैकाले #OSHO #मनु #अंबेडकर Hindi · कविता 195 Share Shekhar Chandra Mitra 15 May 2022 · 1 min read मनु-मैकाले: आमने-सामने तेरे हिस्से का ख़ून-पसीना कहीं कोई और बहाता है! तभी तो तू यहां बैठे-बैठे परजीवियों को प्रवचन सुनाता है!! एक शब्द-जाल रचने के अतिरिक्त तूने कुछ और किया हो तो... Hindi · कविता 119 Share Shekhar Chandra Mitra 15 May 2022 · 1 min read भारत माता तुम्हारे लिए भारत माता एक तस्वीर, एक मूर्ति या एक हवाई कल्पना भर है लेकिन मेरे लिए तो जीती-जागती वे तमाम औरतें भारत माता हैं जिन पर होते हुए ज़ुल्म... Hindi · कविता 90 Share Previous Page 33 Next