Shekhar Chandra Mitra Language: Hindi 3940 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 32 Next Shekhar Chandra Mitra 30 May 2022 · 1 min read प्यार का इम्तिहान तेरे बिना तो मेरी दुनिया वीरान है! आजा तू कहीं से मुश्किल में जान है!! मासूम चाहतों का घुट ही न जाए दम! सदियों के प्यार का आज इम्तिहान है!!... Hindi · कविता 71 Share Shekhar Chandra Mitra 30 May 2022 · 1 min read गीत प्यार के जब तक तुम सुनती रहोगी मैं गीत प्यार के गाता रहूंगा! तुमसे मिले हुए सारे जज्ब़े मैं तुमको ही लौटाता रहूंगा!! इस दुनिया की कोई दीवार मुझे रोक नहीं पाएगी... Hindi · कविता 74 Share Shekhar Chandra Mitra 29 May 2022 · 1 min read स्पार्टकस:आदि विद्रोही क्या वह आदि विद्रोही स्पार्टकस हार गया? क्या स्पार्टकस हरा दिया गया? नहीं! कत्तई नहीं! स्पार्टकस नाम है- एक उम्मीद का- एक कोशिश का- एक हौसले का- एक हिम्मत का-एक... Hindi · कोटेशन 108 Share Shekhar Chandra Mitra 29 May 2022 · 1 min read बदल रही है ज़िंदगी चल रही है ज़िंदगी! बदल रही है ज़िंदगी!! ठोकरें खाती हुई सम्भल रही है ज़िंदगी!! तख्त और ताज की रस्म और रिवाज़ की! सारी हदों को लांघकर निकल रही है... Hindi · कविता 168 Share Shekhar Chandra Mitra 29 May 2022 · 1 min read ये कैसी आस्था? वह शख़्स ख़ुद अपनी चेतना का क़ातिल है! जो किसी भी उन्मादी भीड़ में शामिल है!! एक ट्वीट मात्र से कांप जाए जो आस्था क्या सचमुच ही वह बचाने के... Hindi · कविता 139 Share Shekhar Chandra Mitra 29 May 2022 · 1 min read सदियों के झाले आपकी चेतना पर तो अभी सदियों के झाले हैं! पता नहीं कि विश्वगुरु आप कैसे बनने वाले हैं!! अब तो जीने दीजिए ज़रा चैन से अवाम को! कबसे हमारी छाती... Hindi · कविता 130 Share Shekhar Chandra Mitra 29 May 2022 · 1 min read मैं तुमसे मिलूंगा ख़्वाब में ख़ुशबू की तरह गुलाब में! रोशनी की तरह चिराग़ में!! तुम जल्दी ही सो जाना मैं तुमसे मिलूंगा ख़्वाब में!! (A Dream of Love) #sleeping #beauty #poetry #कविता #Romantic #शायरी... Hindi · कविता 144 Share Shekhar Chandra Mitra 28 May 2022 · 1 min read सांप्रदायिक दंगे घर जिसका जल गया हो किसी क़ौमी फसाद में! वह लौटे भी तो कैसे हमारे समाज में!! औरतों की आबरू लूटो और बच्चों को क़त्ल करो! लिखा हुआ यह आख़िर... Hindi · कविता 75 Share Shekhar Chandra Mitra 28 May 2022 · 1 min read मज़दूर हैं हम अपने गांव अपने घर अपने लोगों से कोसों दूर हैं हम! मज़दूर हैं हम!! तपती हुई सड़कों पर पैदल चलने को मजबूर हैं हम! मज़दूर हैं हम!! चाक गिरेवां ख़ाक... Hindi · कविता 2 89 Share Shekhar Chandra Mitra 27 May 2022 · 1 min read बौद्ध धम्म कैसे नष्ट हुआ? यहां के लोक गीतों में भी! यहां की लोक गाथाओं में भी!! बुद्ध को किसने मिटा दिया यहां की लोक कलाओं में भी!! क्या बिना किसी षड्यंत्र के यह अपने... Hindi · कविता 82 Share Shekhar Chandra Mitra 27 May 2022 · 1 min read जड़ होती चेतना आस्था का प्रश्न उठते ही सोचना तक छोड़ देते हैं लोग! तर्क, बुद्धि और विवेक से अपना मुंह मोड़ लेते हैं लोग!! इस सीमा तक हो जाती है प्रायः जड़... Hindi · कविता 199 Share Shekhar Chandra Mitra 27 May 2022 · 1 min read गुलामगिरी वो सिपाही हो कि फ़ौजी राजनेता हो कि धर्मगुरु किसी की भी गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी! यहां ख़ास तौर से अब इंसानी हुक़ूक़ को लेकर कोई भी दखलअंदाज़ी बर्दाश्त... Hindi · कविता 245 Share Shekhar Chandra Mitra 27 May 2022 · 1 min read मस्त मौला फ़कीर उजड़ गईं कितनी बस्तियां! बिखर गईं कितनी हस्तियां!! मस्त मौला फ़कीर थे हम! क़ायम रहीं अपनी मस्तियां!! Shekhar Chandra Mitra #OSHO #sprituality #Philosophy #आध्यात्म #रहस्य #दर्शन #ओशो #कवि Hindi · कविता 88 Share Shekhar Chandra Mitra 26 May 2022 · 1 min read क्रांति और प्रतिक्रांति सिद्धों और नाथों के साथ क्या हुआ था इस देश में? चार्वाकों और तांत्रिकों के साथ क्या हुआ था इस देश में? नास्तिक श्रमणों की परंपरा एकाएक कैसे लुप्त हो... Hindi · कविता 205 Share Shekhar Chandra Mitra 26 May 2022 · 1 min read हमारी जान किताबों में हम इल्म के रोशन-चिराग़ों में रहते हैं! हम हुनर के सुर्ख़-गुलाबों में रहते हैं!! हमसे मिलने आना-वहीं तुम हमेशा हम बुतों में नहीं-किताबों में रहते हैं!! Shekhar Chandra Mitra #पिछड़ा... Hindi · कविता 220 Share Shekhar Chandra Mitra 26 May 2022 · 1 min read कामयाब लोग घर से आफिस और आफिस से घर! आख़िर क्या करोगे ऐसे जी कर!! हाहाकार मचा हुआ देश में लेकिन! कोई फ़र्क नहीं क्यों पड़ता तुम पर!! Shekhar Chandra Mitra #पिछड़ा... Hindi · कविता 266 Share Shekhar Chandra Mitra 26 May 2022 · 1 min read हमारे पूर्वज बौद्ध थे हमारे पूर्वज तो बौद्ध ही थे हमारे वंशज भी बौद्ध ही होंगे... (१) पोंगापंथियों के सारे षड्यंत्रों को सामंतवादियों के सारे षड्यंत्रों को कभी न कभी तो वे समझेंगे... (२)... Hindi · गीत 103 Share Shekhar Chandra Mitra 26 May 2022 · 1 min read कारवां गुज़र गया रे मांझी मोड़ ले नांव अब! हम हारे दिल का दांव अब!! ओझल हुई डोली प्यार की! मरघट हुआ यह गांव अब!! Hindi · कविता 209 Share Shekhar Chandra Mitra 26 May 2022 · 1 min read बदनाम हुए जाते हम दिल के अरमान हैं कि जवान हुए जाते हैं! एक सैलाब-एक तूफ़ान हुए जाते हैं!! और करते हुए हम उनका पीछा! देखते ही देखते बदनाम हुए जाते हैं!! Hindi · कविता 144 Share Shekhar Chandra Mitra 26 May 2022 · 1 min read रात की रानी उसका रुप चंदा रंग तारा लगता है! उसका आकाश से कोई नाता लगता है!! एक रात आयी थी वह मुझसे मिलने! आज तक मेरा आंगन उजला लगता है!! Hindi · कविता 96 Share Shekhar Chandra Mitra 26 May 2022 · 1 min read कुर्सी छोड़ तेरे आने से मची देश में सत्ता की एक पागल होड़! जनता से जो कर रखे थे तूने दिए सभी वादे तोड़!! शर्म नाम की कोई चीज़ तुझमें बची भी... Hindi · कविता 179 Share Shekhar Chandra Mitra 26 May 2022 · 1 min read परवाज़ की कोशिश बुलंदियां छूने में नाकाम परिंदा! अहले-चमन में बदनाम परिंदा!! मैंने कोशिश तो की परवाज़ की! लेकर मरा होठों पर मुस्कान परिंदा!! #शाहीन #प्रेरणा #तसल्ली #inspirational #Motivational #आंदोलन #इंकलाब #उर्दू Hindi · कविता 101 Share Shekhar Chandra Mitra 25 May 2022 · 1 min read भविष्य है अंधकार में देश का भविष्य है अंधकार में पूरी तरह आपकी सरकार में... (१) देखकर किसी को आ जाए शर्म जो छपा हुआ रहता अख़बार में... (२) ईमान से सस्ती कोई चीज़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 428 Share Shekhar Chandra Mitra 25 May 2022 · 1 min read क़लम जो बंदूक बनी सुन ओए भगतसिंह-ओए भगतसिंह याद करके तुम्हें दिल-रोए भगतसिंह... (१) तुम जैसे यारों के-यार को खोकर हम अपना सब कुछ-खोए भगतसिंह... (२) हम ले आएंगे-एक और इंकलाब अब चाहे जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 100 Share Shekhar Chandra Mitra 25 May 2022 · 1 min read क़ौम का रहनुमा उसको सबसे जुदा अब समझने लगे हैं कुछ लोग! इस क़ौम का रहनुमा अब समझने लगे हैं कुछ लोग!! आदमी भी कहलाने के लायक़ नहीं वह दरअसल! जिसको अपना ख़ुदा... Hindi · कविता 102 Share Shekhar Chandra Mitra 25 May 2022 · 1 min read अधिकारों की लड़ाई यहां कब तक रहेंगे बहुजन तंग? भारत बंद! भारत बंद!! पिछड़े भी आए दलितों के संग भारत बंद! भारत बंद!! अब तो टूटेगा सत्ता का घमंड भारत बंद! भारत बंद!!... Hindi · कविता 119 Share Shekhar Chandra Mitra 25 May 2022 · 1 min read जातीय जनगणना ज़रूरी है हम होने नहीं देंगे बहुजन को अपंग भारत बंद! भारत बंद!! अब शुरू हो चुकी आर-पार की ज़ंग भारत बंद! भारत बंद!! टूट कर ही रहेगा सरकार का घमंड भारत... Hindi · कविता 89 Share Shekhar Chandra Mitra 25 May 2022 · 1 min read इंसानियत का वास्ता किसानों की मदद कीजिए मज़दूरों की मदद कीजिए! मजलूमों की मदद कीजिए मजबुरों की मदद कीजिए!! इंसानियत का वास्ता आपको अब तो जैसे भी मुमकिन हो! मुफ़लिसों की मदद कीजिए... Hindi · कविता 146 Share Shekhar Chandra Mitra 25 May 2022 · 1 min read प्रमाणिक बनिए ना मैं आस्तिक! ना मैं नास्तिक!! मैं हूं वास्तविक! मैं हूं स्वास्तिक!! #कवि #लेखक #साहित्य #शायर #गीतकार #अदीब #writer #poet #lyricist #हिंदी Hindi · कविता 105 Share Shekhar Chandra Mitra 25 May 2022 · 1 min read देश के दुश्मन हिंदू-मुस्लिम दंगों से किन लोगों को फ़ायदा पहुंचता है? ग़ैर क़ानूनी धंधों से किन लोगों को फ़ायदा पहुंचता है? कुछ धर्मगुरुओं, राजनेताओं और पूंजिपतियों के सिवा! गुंडों और लफंगों से... Hindi · कविता 102 Share Shekhar Chandra Mitra 25 May 2022 · 1 min read उदास लड़की पूछ रहीं बचपन की सखियां किसका रस्ता देखें अंखियां... आख़िर कैसे चहकना भूल गई डाली-डाली फूदकना भूल गई फूलों के मौसम आकर ले गया कौन तेरी पंखियां... Shekhar Chandra Mitra Hindi · गीत 140 Share Shekhar Chandra Mitra 25 May 2022 · 1 min read वह कौन थी? एक आईना सामने रखकर मुस्कुरा रही थी वह! कल शाम को छत पर खड़ी हो बाल बना रही थी वह! जैसे ही मुझसे आंखें मिलीं कुछ शरमा गई थी वह!... Hindi · कविता 276 Share Shekhar Chandra Mitra 25 May 2022 · 1 min read सपने में तुम रात सपने में तुम आई थी कोई अनसुना गीत गाई थी... मीठा-मीठा नशा बनकर तन-मन पर मेरे छायी थी... कितना प्यार कितनी खुशी साथ अपने तुम लाई थी... ना जाने... Hindi · कविता 85 Share Shekhar Chandra Mitra 24 May 2022 · 1 min read अवैध कब्जे में हैं बुद्ध अब तो बौद्धों की विरासत उन्हें सौंप दो तुम पर बुद्ध की हो रहमत उन्हें सौंप दो... (१) बर्बर इतिहास दोहरावो मत सच पर लिहाफ़ चढ़ाओ मत अगर थोड़ी भी... Hindi · गीत 74 Share Shekhar Chandra Mitra 24 May 2022 · 1 min read बुद्धिजीवियों का दायित्व अब विपक्ष की खामियां जनता के सामने ले आओ! सत्तापक्ष की नाकामियां जनता के सामने ले आओ!! ऐ लेखकों और पत्रकारों, ऐसे दायित्व से मत भागो! अपने देश की चुनौतियां... Hindi · कविता 118 Share Shekhar Chandra Mitra 24 May 2022 · 1 min read दुनिया बदलो यहां नहीं हैं! कि वहां नहीं!! मुश्किलें भला कहां नहीं!! तुम वह जगह बताओ मुझे! मुश्किलें हैं जहां नहीं!! #भागो_मत_दुनिया_बदलो #दलित #Aligarh #बहुजन #संघर्ष #हल्ला_बोल #क्रांति #हक़ Hindi · कविता 201 Share Shekhar Chandra Mitra 24 May 2022 · 1 min read एक दास्तान इस बेमुरव्वत जमाने को! दिल के दाग़ दिखाने को!! हम चले आए किसी तरह एक दास्तान सुनाने को!! Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 114 Share Shekhar Chandra Mitra 24 May 2022 · 1 min read सदियों का इंतजार मैं इस दुनिया में आने को न था मुझे खींच लाया ये प्यार तेरा.... अच्छा हुआ कि तू मिल गया मुझे सदियों से था इंतज़ार तेरा... #Geetkar Shekhar Chandra Mitra... Hindi · गीत 120 Share Shekhar Chandra Mitra 24 May 2022 · 1 min read परेशान हुआ आम आदमी अगर एक तरफ़ है महामारी! तो दूसरी तरफ़ है भूखमरी!! देखी नहीं जाती हमसे बिल्कुल! आम आदमी की अब लाचारी!! #मज़दूर #गरीब #बेरोजगार #दलित #पिछड़ा #आदिवासी #महंगाई #विपक्षी #हल्ला_बोल Hindi · कविता 71 Share Shekhar Chandra Mitra 24 May 2022 · 1 min read हसदेव बचाओ आंदोलन हर उम्मीद जो ख़ाक हो गई! ज़िंदा ही जलके राख हो गई!! इस देश के पाक दामन पर! एक बदनुमा दाग़ हो गई!! #आदिवासी #triballivesmatter #nature #forest #healtheworld #जंगल #जम़ीन Hindi · कविता 103 Share Shekhar Chandra Mitra 23 May 2022 · 1 min read आस्था या छुईमुई? आख़िर कैसे फ़ैसला होगा भई! यहां क्या ग़लत और क्या सही!! जो अंगुली दिखाते ही मुरझाए तुम्हारी आस्था है या छुईमुई!! #अंधविश्वास #पाखंड #कर्मकाण्ड #धर्मांधता #नवजागरण #कट्टरता #सांप्रदायिक #विद्रोह Hindi · कविता 90 Share Shekhar Chandra Mitra 23 May 2022 · 1 min read आहत होती हुई भावना मेरी नास्तिक भावना भी आहत होती है! मेरी दार्शनिक भावना भी आहत होती है!! तुम्हारी बेसिर-पैर की बातें सुन-सुनकर मेरी वैज्ञानिक भावना भी आहत होती है!! मैं कहां जाकर शिकायत... Hindi · कविता 1 113 Share Shekhar Chandra Mitra 23 May 2022 · 1 min read प्रतिक्रांति इन पत्थरों पर इतिहास लिखा है! पापियों का हरेक पाप लिखा है!! सम्राट बृहद्रथ की हत्या के बाद जो हुआ बौद्धों के साथ लिखा है!! #बहुजन_शायर #नालंदा #दलित #Buddha #बौद्ध_धम्म... Hindi · कविता 84 Share Shekhar Chandra Mitra 23 May 2022 · 1 min read ख़ुद की कद्र अगर कोई तुम्हें यहां नहीं समझता तो क्या फ़र्क पड़ता है? अरे, तुम तो अपने आपको समझते हो न! इतना भर काफ़ी है। अगर कोई तुम्हें यहां नहीं पूछता तो... Hindi · कविता 177 Share Shekhar Chandra Mitra 23 May 2022 · 1 min read अवाम का शायर अपने आपको कितना ख़ुदग़र्ज़ किया जाए! कैसे गैरत के लहू को अब सर्द किया जाए!! ग़म-ए-जहां से अगर कभी फूर्सत मिले तो! गम-ए-दिल के बाबत कुछ अर्ज़ किया जाए!! #बहुजन... Hindi · कविता 337 Share Shekhar Chandra Mitra 22 May 2022 · 1 min read अंबेडकर के वारिस अंबेडकर के वारिस हम सरकार से क्यों डरेंगे! हमें गाली मिले या लाठी अधिकार के लिए लड़ेंगे!! अपने ज़मीर का गला अपने हाथों से घोंटकर! बुजदिलों की तरह कभी यहां... Hindi · कविता 169 Share Shekhar Chandra Mitra 22 May 2022 · 1 min read सिस्टम से सवाल हम कल भी सिस्टम से सवाल करते थे हम कल भी सिस्टम से सवाल करेंगे! हम कल भी हक़ के लिए अपने लड़ते थे हम कल भी हक़ के लिए... Hindi · कविता 84 Share Shekhar Chandra Mitra 22 May 2022 · 1 min read कन्फ्यूज़न के दौर में उम्मीद का ज़िक्र छेड़ हौसले की बात कर! गिर-गिर कर उठने के सिलसिले की बात कर!! ऐसे सोचते रहने से कुछ नहीं होने वाला! कन्फ्यूज़न के दौर में फैसले की... Hindi · कविता 79 Share Shekhar Chandra Mitra 22 May 2022 · 1 min read सच की क़ीमत गालियां चाहें जितनी मिल जाएं कोई इज़्ज़त तो हमें मिलने से रही! लाठियां चाहें जितनी मिल जाएं कोई दौलत तो हमें मिलने से रही!! हम जो कर रहे उसके बदले... Hindi · कविता 115 Share Shekhar Chandra Mitra 22 May 2022 · 1 min read बुनियाद के पत्थर जीने के लिए मरे जाते हैं मरने के लिए जीए जाते हैं! तुम्हारी एक हंसी के लिए ख़ून के आंसू पीए जाते हैं!! हम तो बुनियाद के पत्थर बाहर से... Hindi · कविता 88 Share Previous Page 32 Next