सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2758 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 33 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Mar 2021 · 1 min read रंग रंगीला फ़ाग ***** रंग रंगीला फ़ाग ***** *********************** होली के बाद आता है फ़ाग, छिड़े है फागुन फाल्गुनी राग। रंगों की गिरती है बौछारें, तन मन मे लगा देता है आग। देवर... Hindi · कविता 387 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Mar 2021 · 1 min read होली आई खूब रंग बरसे ** होली आई खूब रंग बरसे ** ************************* होली आई है खूब रंग बरसे, खुशी छाई है खूब रंग बरसे। मस्तों की आई बन कर टोली, भीगे चुनरवाली खूब रंग... Hindi · कविता 1 297 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Mar 2021 · 1 min read दिल बेकरार था ******* दिल बेकरार था ******* **************************** आ गए जिन का इंतजार था, जिन से मिलने को दिल बेकरार था। देख कर भी मेरा हृदय शांत था, बोलने को वो सब... Hindi · कविता 547 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Mar 2021 · 1 min read प्यार करें या न करें ******* प्यार करें या न करें ******** ******************************* सोचते रहते हैं प्यार करें या न करें, ईश्क में खाए हैं घाव कुछ करें या न करें। शुरू से ही ये... Hindi · कविता 565 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Mar 2021 · 1 min read होली खेलें हमजोली रे *होली खेलें हमजोली रे* ******************** होली खेलें हमजोली रे, मिलजुलकर खेलें होली रे। मस्ती में झूमें और नाचें, रंग डाले बना टोली रे। रंग बिरंगे रंग बिखेरे, भर दें रंगों... Hindi · कविता 351 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Mar 2021 · 1 min read उम्र छिपाने में क्या रखा है **उमर छिपाने में क्या रखा** *********************** उमर छुपाने में क्या रखा है, तुजर्बा घुट घुट छिपा रखा है। सफेद बाल शौकिया ही नहीं, घाट का पानी पिला रखा है। ठोकरें... Hindi · कविता 2 209 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Mar 2021 · 1 min read पिता जी का साया *** पिता जी का साया *** ********************* पिता जी की छत्रछाया है, कभी भी साथ न पराया हैं। लू गम की जरा न लग पाए, बरगद सी शीतल छाया है,... Hindi · कविता 1 1 429 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Mar 2021 · 2 min read शहीदे आजम भगत सिंह ********शहीदे आज़म भगत सिंह******** ************************************ आओ याद करें कुर्बानी,भगत सिंह महान की, देश के ऊपर जान वार दी,वीर सुत महान की। बंगा में जन्म लिया, किशन सिंह का लाल था,... Hindi · कविता 1 197 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Mar 2021 · 1 min read दूरियाँ नजदीकियाँ ****दूरियाँ नजदीकियाँ***** *********************** बढ़ रही हैं दूरियाँ ही दूरियाँ, खो गईं कहीं पर नजदीकियाँ। बोझ बनते जा रहे हैं रिस्ते, निभ रहें हैं बता मजबूरियाँ। कोई भी नहीं है दिल... Hindi · कविता 1 278 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Mar 2021 · 1 min read जल्दी से चले आओ ****** जल्दी से चले आओ ******* ****************************** सावन का महीना हो रही है काली रैन, सजन अब चले आओ जिया है बैचैन। जहाँ भी हो चले आओ छोड़ सब काम,... Hindi · कविता 2 356 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Mar 2021 · 1 min read सूखी डाली पतझड़ से पूछती **सूखी डाली पतझड़ से पूछती** *************************** सूखी हुई डाली पतझड़ से पूछती, पत्ते न झड़ते तो वो भी नहीं सूखती। पथिकों को देती शीतल घनी छाँव, पहले हरी भरी हरियाली... Hindi · कविता 1 515 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Mar 2021 · 1 min read संस्कृति का उपहास ***संस्कृति का उपहास*** ********************** भारतीय संस्कृति का उपहास औरत जाति का काल विनाश। फैशन नामक नव अंगप्रदर्शन, निडरता कहें या है दुस्साहस। मार्गदर्शन होगा या पथभ्रष्टता, संस्कार नहीं कतई आसपास।... Hindi · कविता 1 3 303 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Mar 2021 · 1 min read पतझड़ के पत्तों से झड़ते रहे *पतझड़ के पत्तों से झड़ते रहे* ************************ पतझड़ के पत्तों से झड़ते रहे, हर रोज हर पल हम मरते रहे। लाख कोशिशें नाकाम हो गई, अपनों से सदा हम हरते... Hindi · कविता 379 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Mar 2021 · 1 min read अल्फ़ाज़ बिखर गए ********* अल्फ़ाज़ बिखर गए ********* ********************************** तुझे देखते ही जुबान से अल्फाज़ बिखर गए, ईरादे जो किये थे जज्बात मुकर गए। सोचा था जब मिलोगे प्रेम इज़हार करेंगे, वक्त पास... Hindi · कविता 1 1 505 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Mar 2021 · 1 min read बिखरे अल्फ़ाज़ ***** बिखरे अल्फाज़**** ********************** बिखरे जिंदगी के अल्फ़ाज़, सु लय बिना न बजते साज। नील गगन में उड़ते हैं विहग, नज़र कहीं आते नहीं बाज। नजदीकियाँ हो गई गुमशुदा, देख... Hindi · कविता 1 216 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Mar 2021 · 1 min read इंतकाम ************ इंतकाम ********* **************************** सही वक्त पर ही तुम इंतकाम लेना, पर ये जरूरी है अक्ल से काम लेना। बिगड़े जो माहौल , कोई न संभाले, खामोश रह के ही... Hindi · कविता 412 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Mar 2021 · 1 min read खिलौना *************** खिलौना ************* ***** ****************************** आजकल की जिन्दगी बन गई है एक खिलौना, आदमी धरती पर हो गया दो दिन का बिछौना। रिश्तों की कीमतें हर रोज घटती ही जा... Hindi · कविता 256 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Mar 2021 · 1 min read कुर्सी की लड़ाई ****** कुर्सी की लड़ाई ****** ************************* जब शुरू होती कुर्सी पर लड़ाई, शत्रु बन जाते भाई भरजाई। जिस लाठी उसकी होती है भैंस, बात सच कहता है कालू नाई। बोली... Hindi · कविता 1 826 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Mar 2021 · 1 min read दफन हो गए अरमान *** दफन हो गए अरमान *** *********************** दफन हो गए सारे अरमान, जब पहुंचे श्रीमान कब्रिस्तान। छूमंतर हो गई मस्त जवानी, आ गया बुढ़ापे का फरमान। फंस गया दुनिया बीच... Hindi · कविता 2 206 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Mar 2021 · 1 min read फीका लगता है महताब ****फीका लगता है महताब*** ************************* नशा शराब का नहीं है खराब, दिल की नीयत है बहुत खराब। दिखाई न दे ये सारा जहान, छा गया हो तन मन नशा शवाब।... Hindi · कविता 2 1 242 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Mar 2021 · 1 min read बैठ जाओ पास ******बैठ जाओ पास****** ************************ दो घड़ियाँ बैठ तो जाओ पास, करनी है तुम से दिल की बात। पूछना है, क्या हुई खता बता, क्यों नही करते हो दो पल बात।... Hindi · कविता 1 658 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Mar 2021 · 1 min read पहली मुलाकात **** पहली मुलाकात**** ********************* आधी अधूरी व्याकुल भरी, प्रेम की पहली मुलाकात। उलझी हुई काली जुल्फें, रिमझिम बरसी थी बरसात। बहकी हुई सी साँसें थी, प्यार की स्वर्णिम सौगात। रजत... Hindi · कविता 2 625 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Mar 2021 · 1 min read हकीकत ए दास्तान **** हकीकत ए दास्तान ***** ************************* हकीकत ए दास्तान बहुरंगी है, जिंदगी पग पग पर सदैव ठगी है। किस पर दोष मंढे तारीकियों का, आग पड़ोस की मंडेर पर लगी... Hindi · कविता 235 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Mar 2021 · 1 min read हकीकत की दास्तान ***** हकीकत की दास्तान ****** **************************** क्या सुनाऊँ मैं हकीकत की दास्तान, अनूठी,अनोखी है दर्द भरी दास्तान। अपनों ने छोड़ दिया था मेरा साथ, गैरों ने आ कर पूर्ण की... Hindi · कविता 441 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Mar 2021 · 1 min read तुम्हारे नाम से शिनाख्त है ** तुम्हारे नाम से मेरी शिनाख्त है ** ***************************** तुम जो मिले हो, खुदा की इनायत है, जिन्दगी भर की तुम,मेरी इबादत है। तुम्हारे वास्ते आँहें भरते आए, तुम्हें भूल... Hindi · कविता 1 415 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Mar 2021 · 1 min read लाल लहू का रंग है भाई *लाल लहू का रंग है भाई* ********************* हिन्दू,मुस्लिम, सिख,ईसाई, लाल लहू का रंग है भाई। धर्म नाम पर कट मर जाते, इंसानियत है गिरती आई। मजहबी दंगे है हानिकारक, बंधुत्व... Hindi · कविता 219 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Mar 2021 · 1 min read रौद्र रूप विनाशक भोलेनाथ तू *रौद्र रूप विनाशक भोलेनाथ तू* ************************** सृष्टि का है चालक भोलेनाथ तू, रौद्र रूप विनाशक भोलेनाथ तू। विषैले नीले कंठ में सर्प लपेटा है, कैलाश निवासी शिव भोलेनाथ तू। सारे... Hindi · कविता 238 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Mar 2021 · 1 min read नशा इश्क ए जुनून का ********* नशा इश्क ए जुनून का ********* ************************************* आँखों में है छा गया ,नशा इश्क ए जुनून का, तन मन मे लगाए आग,नशा इश्क ए जुनून का। दिन में न... Hindi · कविता 744 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Mar 2021 · 1 min read जुनून इश्क का *** जुनून इश्क का **** ******************** आदमियत पर है भारी, छा गया जुनून इश्क का। छिपाए नहीं छुप सकता, कभी भी आना मुश्क का। घर सील हो जाते अक्सर, असर... Hindi · कविता 1 1 329 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Mar 2021 · 1 min read महिलाएँ ******** महिलाएँ ******* *********************** जब यदि सीखना हो सत्कार, याद आती हैं महिलाएँ। शिक्षित करना हो गर समाज, शिक्षित करनी होगी महिलाएँ। कैसे सीखोगे भला शिष्टाचार, अनुकरणीय होती हैं महिलाएँ।... Hindi · कविता 521 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Mar 2021 · 1 min read नारी तुम नारायणी हो *नारी तुम नारायणी हो* ****************** नारी से ही जीवन है, नारी से जन जीवन है। प्रसव पीड़ा सहकर वो, शिशु को दे नवजीवन है जग में मिलती पहचान, दे सभी... Hindi · कविता 1 1 728 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Mar 2021 · 1 min read मैं कैसे उसे भुलाऊँ *** मैं कैसे उसे भुलाऊँ *** ********************** भला मैं कैसे उसे भुलाऊँ, बात दिल की किसे बताऊँ। कोने कोने में प्यार समाया, किस कोने में उन्हें बिठाऊँ। हर पन्ना मोहब्बत... Hindi · कविता 279 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Mar 2021 · 1 min read बेवफा किसको कहूँ बेवफा किसको कहूँ ******************* किसको मैं बेवफा कहूँ, मुस्कराते हुए चाँद को कहूँ, जिसने मुझे हसीन स्वप्न दिखाए, सितारों भरी काली रात को कहूँ, जिन्होंने था चमकना सिखाया, नीले आसमान... Hindi · कविता 1 513 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Mar 2021 · 1 min read तुम हमारे हुए ****** तुम हमारे हुए ****** ************************ आँखों ही आँखों में इशारे हुए, तुम हमारे हुए, हम तुम्हारे हुए। जो राहों में मिले,वो किनारे हुए, तुम हमें मिल गए तो सहारे... Hindi · कविता 280 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Mar 2021 · 1 min read बेरी के खट्टे मीठे बेर **** बेर के खट्टे मीठे बेर *** *********************** दे कर बेरी , खट्टे मीठे बेर, खाती रहती पत्थर,शाम सवेर। काँटो तले सदा खिलतें हैं फूल, युद्ध में सदैव लड़ते हैं... Hindi · कविता 2 549 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Mar 2021 · 1 min read कैसा वक्त जग में आया *कैसा वक्त जग में आया* ********************* कैसा वक्त जग में आया, दुश्मन बना अपना साया। रिस्तों में आ गई दरार, रहा न चाचा न ही ताया। किस्ती फंस गई मंझदार,... Hindi · कविता 250 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Mar 2021 · 1 min read मुसाफिर हूँ यारों ******** मुसाफिर हूँ यारों ******* ***************************** मुसाफिर हूँ मैं यारों, चलता जा रहा हूँ, मुसीबतों से हर रोज लड़ता जा रहा हूँ। पल पल जिन्दगी से खफ़ा हो के देखा,... Hindi · कविता 1 199 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Mar 2021 · 1 min read छोड़ जाए जब कोई साथ आज हमउम्र मौसेरा भाई दुर्घटना का शिकार हो कर सदा के लिए छोड़ गया साथ****नम आँखों से विदाई *********************************************** छोड़ जाए जब कोई साथ ********************* सीने में होता है दर्द,... Hindi · कविता 1 371 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Feb 2021 · 1 min read ज़िल्लत में रहना सीख लिया जिल्लत में रहना सीख लिया *********************** रोते -रोते हँसना सीख लिया, गम में मुस्कराना सीख लिया। हम मालिक अपनी मर्जी के, तेरी रजा में रहना सीख लिया। नभ में घुमंतू... Hindi · कविता 334 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Feb 2021 · 1 min read शिरोमणि संत रविदास **** शिरोमणि संत रविदास*** ************************* रामानंद का परम शिष्य रविदास, रैदास के नाम से मशहूर रविदास। माघ मास पूर्णिमा विक्रम सावंत, रविवार को जन्मे थे प्रिय रविदास। जाति,वर्णो में विभक्त... Hindi · कविता 449 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Feb 2021 · 1 min read पुराने दिन सुहाने ***पुराने दिन सुहाने*** ******************* कहाँ गए वो दिन पुराने, याद आते हैं पल सुहाने। एक कोठरी थी टूटी फूटी, संग सोते थे पैंद सराहने। दादी की मिले गोदी लोरी, माँ... Hindi · कविता 1 296 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Feb 2021 · 1 min read कसम ******* कसम ******* ******************** कसम की खाते हैं कसम, निभाएंगे हम हर कसम। वचन दे दिया है तब से, जब से मिले हो तुम सनम। हो जाएगी दुनियाँ हसीं, प्रेम... Hindi · कविता 222 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Feb 2021 · 1 min read महफिल में उदासी छाई है महफिल में उदासी छाई है ******************** महफिल में उदासी छाई है, जुदाई की घड़ियाँ आईं हैं। भीगी भीगी आँखों में नमी, यार की आँखें भर आई है। चेहरे सभी के... Hindi · कविता 2 1 340 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Feb 2021 · 1 min read बेवफा हुजूर हो चाहे बेवफा हुजूर हो ***************** मेरी आँखों का नूर हो, बेशक नजरों से दूर हो। दीवाना तेरी सूरत का, दीवानगी का फितूर हो। राहें कठिन हैं प्यार की, लक्ष्य जैसे... Hindi · कविता 268 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Feb 2021 · 1 min read आँखों में छाई हो हवस ** आँखों में छाई हो हवस ** *********************** जब आँखों में छाई हो हवस, दरिंदे नहीं करते तनिक तरस। नोच डालते हैं कंचन सा बदन, लूटते अस्मत कर तहस नहस।... Hindi · कविता 1 1 260 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Feb 2021 · 1 min read ईश्क की शाम सुहानी ਇਸ਼ਕ ਦੀ ਸ਼ਾਮ ਸੁਹਾਣੀ ईश्क दी शाम सुहानी ***************** **************** ਗੱਲ ਸੁਣ ਜਾ ਵੇ ਹਾਣੀ, गल जा वे हाणी, ਤੂੰ ਮਨ ਦੀ ਨਹੀਂ ਜਾਣੀ। तूं मन दी नहीं जानी। ਜਿੰਦ... Hindi · कविता 456 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Feb 2021 · 1 min read मिलने का करार *******मिलने का करार कर****** ***************************** हूँ याद में रहा रोता ऐतबार कर, दिल से कभी हमें थोड़ा प्यार कर। नजरें मिली,हसीं दिल ये धड़कने लगा, दीवानगी भरे लम्हों का इंतजार... Hindi · कविता 341 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Feb 2021 · 1 min read कुछ ख़त मोहब्बत के0 ***कुछ ख़त मोहब्बत के** ********************** दिल के बहुत होते हैं पास, कुछ कहते ख़त मोहब्बत के। भावों का गहरा है दरिया, हँसाते रुलाते मोहब्बत के। फूलों से होते सदाबहार, महकते... Hindi · कविता 2 3 252 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Feb 2021 · 1 min read यह कैसे रिश्ते यह कैसे रिश्ते नाते **************** यह कैसे हैं रिस्ते नाते, प्रेम गीत नहीं है गाते। नीचा दिखाते हैं रहते, तनिक नहीं हैशर्माते। घर में बुला अपने, पथ बाहरी दिखाते। बेईज्ज़ती... Hindi · कविता 2 1 203 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Feb 2021 · 1 min read अपमान ******अपमान******* ******************* अपमान की लगती आग, मुँह से निकलती है झाग। बेईज्ज़ती की हद पार, लगती तन मन में आग। मन में उठती है तब टीस, जैसे डसता है काला... Hindi · कविता 1 2 388 Share Previous Page 33 Next