Shutisha Rajput Language: Hindi 127 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Shutisha Rajput 14 Jun 2023 · 1 min read (23) गिले- शिकवे गीले - शिकवे बहुत कर, लिए एक दूसरे से। चलो अब मोहबत, कि बारी है इस से, ही तो सब चलती दुनिया दारी है। मुंह मोड़- मोड़ कर कब तक... Poetry Writing Challenge · कविता 1 244 Share Shutisha Rajput 14 Jun 2023 · 1 min read (22) मासूमियत मासूमियत ये शब्द जितना, बड़ा है लिखने में, उतना ही बडा इसका महत्व है। जिसके पास मासूमियत है, वो सब से बड़ा इंसान है। दुनिया की सबसे महंगी, चीज है... Poetry Writing Challenge 1 283 Share Shutisha Rajput 14 Jun 2023 · 1 min read (21 )अभिनेय जिन्दगी में सब अभिनेय, करने में लगे हैं। दिल से रिश्तों को निभाना भूल गए, बस वक्त बिताने मे लगे हैं। अभिनेय तो पल दो, पल का होता है। और... Poetry Writing Challenge · कविता 3 251 Share Shutisha Rajput 14 Jun 2023 · 1 min read (20) किस्मत के फूल किस्मत के फूल धूप या, छांव में नहीं उगते, ये तो मेहनत से , उगाए जाते हैं। भगवान को दोष, वो लोग देते हैं। जो घर बैठ कर, मुफ़्त में... Poetry Writing Challenge · कविता 2 195 Share Shutisha Rajput 14 Jun 2023 · 1 min read (19) माता "कौशल्या " का दर्द मात कौशल्या एक टक लगी, देखे राह बारम- बार। कभी तो आएगा मेरा लाल। पलकें ना झपके, खाना ना खाए। मात कौशल्या श्री राम जी को बुलाए। मैंने न तुझ... Poetry Writing Challenge · कविता 1 226 Share Shutisha Rajput 14 Jun 2023 · 1 min read (18) भक्ति मीरा बाई जी कुछ यूं चली, भक्ति की और। श्री कृष्ण जी के बिना, न देखा कोई और। गली- गली कुछ यूं, घूमती चली गई। न परवाह की जमाने, कि... Poetry Writing Challenge · कविता 1 96 Share Shutisha Rajput 14 Jun 2023 · 1 min read (17) मां- मां तुम कहां हो ?????? मेरी आंखे तुम्हें ढूंढ रही हैं, सब आते हैं पास मेरे, पर ये तुझे ही तलाश करे। मां- मां तुम कहां हो,,,,,,,, रात तो मुझे खाना दिया था, तेरी गोद... Poetry Writing Challenge · कविता 1 161 Share Shutisha Rajput 14 Jun 2023 · 1 min read ( 16) स्त्री हो तुम प्यार तो सभी करते हैं, पर निभाता है कोई- कोई, रुला तो सभी देते हैं पर हंसाता है कोई- कोई। मोहब्बत तो सभी करते हैं निभाता है कोई- कोई, साथ... Poetry Writing Challenge · कविता 1 220 Share Shutisha Rajput 14 Jun 2023 · 1 min read (15) पिता की मुस्कान हूं मै इस दुनिया में आई एक नन्ही सी जान हूं, मत समझना मुझे अकेला मै अपने, पिता के होंठो को मुस्कान हूं। हूं मैं छोटी सी पर मैंने अपने, पिता... Poetry Writing Challenge 1 129 Share Shutisha Rajput 14 Jun 2023 · 1 min read (14) उम्मीद मैं वो उम्मीद हूं जिसे पानी की लहर कहते हैं, चीर दूंगी मैं पत्थरों का भी सीना, इसी को कहते हैं हिम्मत से जीना । बूंद हूं मैं वो, जो... Poetry Writing Challenge · कविता 2 193 Share Shutisha Rajput 14 Jun 2023 · 1 min read (13) हुस्न - ए- दिदार आज मेरी तबीयत कुछ ना- साज सी है, न जाने क्यों इस दिल में एक आह - सी है। पर जब हुए हुस्न- ए- दीदार, तो ये दिल हो गया... Poetry Writing Challenge · कविता 2 177 Share Shutisha Rajput 13 Jun 2023 · 1 min read (12) ये दुआ है मेरी दुआ है मेरी भगवान से ये, कि वो तुम्हें जमाने की हर खुशी दे। न मिले जिंदगी में तुम्हें कोई गम, तुम्हारी जिंदगी में खुशियां हो हर दम। पूरी हो... Poetry Writing Challenge · कविता 1 124 Share Shutisha Rajput 13 Jun 2023 · 1 min read (11) छोटी - सी बात आज पानी से मेरी एक छोटी सी मुलाकात हुई, उस मुलाकात में एक छोटी सी बात हुई। पानी ने कहा क्यों उदास होते हो, जिंदगी के छोटे- चोट दूखों से... Poetry Writing Challenge · कविता 1 78 Share Shutisha Rajput 13 Jun 2023 · 1 min read (10) मृत्यु मौत संसार का एक अटूट सत्य है, फिर भी इन्सान को ये झूठ लगता है। हर रोज़ हम किसी न किसी को विदा, होते इस संसार से देखते हैं। लेकिन... Poetry Writing Challenge · कविता 1 194 Share Shutisha Rajput 13 Jun 2023 · 1 min read (9) पैसे का तमाशा इस दुनिया में आकर जीना, चाहते हो यदि। तो पैदा होते ही पैसा लाना अधिक। दुनिया में होता है तिलक उसके माथे पर, जिसने जीता हो दुनिया को पैसे से।... Poetry Writing Challenge · कविता 1 166 Share Shutisha Rajput 13 Jun 2023 · 1 min read (8) मत बुनो सपना जिंदगी में मत बनाओ, सपना इतना सुनहरा। क्योंकि जब टूटे यह, सपना तो दुख न हो अति गहरा। सपना बनाओ तो ऐसा, जैसा है रात की रानी को फूल। जो... Poetry Writing Challenge · कविता 1 194 Share Shutisha Rajput 13 Jun 2023 · 1 min read (7) आज का इंसान जीवन है भगवान कि देन, मनुष्य तो कतपुटली है। फिर भी कितना घमंडी, है आज का इंसान। गर्भ से बाहर आने के लिए, मांगी थी हजारों मन्नते। बाहर आया गर्भ... Poetry Writing Challenge · कविता 3 265 Share Shutisha Rajput 13 Jun 2023 · 1 min read (6) गरीब का नया साल कहते हैं लोग कि आज है नया साल, पर एक गरीब के लिए वही पुराना ख्याल। कहां से आएगी तीन वक्त की रोटी, फिर उठानी पड़ेगी किसी की पतल झूठी।... Poetry Writing Challenge · कविता 2 217 Share Shutisha Rajput 13 Jun 2023 · 1 min read (,5) एसा क्यूं होता है एसा क्यूं होता है ये मार्च क्यों आता है 2।। सभी महीने अच्छे होते हैं, खुशी से हम जीते हैं। पर ये मार्च क्यों आता है पेपरों कि, चिंता तोहफे... Poetry Writing Challenge · कविता 2 91 Share Shutisha Rajput 13 Jun 2023 · 1 min read (4) बेटियां बेटियां तो भगवान ने परियों के रूप में उतारी है, फिर ये क्यों अपनी होकर भी पराई हैं। बेटियां तो बस बेटियां होती हैं । पर सब जानते हैं ये... Poetry Writing Challenge · कविता 2 2 221 Share Shutisha Rajput 13 Jun 2023 · 1 min read (3) मौसम बरसात का मौसम की ठंडी फुहार, दिल में ले आई बहार। खुश हुआ पूरा आलम, आ गया खुशियों का मौसम। पूर्ण कायानाथ में आ गई बहार, संसार का कोना कोना हो गया... Poetry Writing Challenge · कविता 1 90 Share Shutisha Rajput 13 Jun 2023 · 1 min read (2) सुनो मेरी दास्तां आओ मै सुनती हूं तुम्हें एक कहानी, जो है मेरी ही जुबानी। मैं हूं एक सड़क कच्ची , जिसकी बरसात में हो जाती है छुट्टी। जब आती है बरसात तो... Poetry Writing Challenge · कविता 1 63 Share Shutisha Rajput 13 Jun 2023 · 1 min read ( 1 ) ये वादे हैं नेता के पांच साल बाद आता है नेताओं का त्यौहार, वो खुश होते हैं और जनता पहनाती है उन्हें हार। सबसे पहले वादा किया करूंगा, देश की सेवा तन मन धन से,... Poetry Writing Challenge · कविता 1 301 Share Shutisha Rajput 19 Feb 2023 · 1 min read मैं हूं ना निकली थी अकेली जिंदगी के सफ़र में, मिल गया एक प्यारा सा हमसफर रास्ते में। होंठो की हंसी पहचान लेता है असली है या नकली, कहता है क्यों फिकर है... Hindi · कविता 1 241 Share Shutisha Rajput 6 Feb 2023 · 1 min read ब ढ़ ते चलो एक हाथी था जब भी वह गांव या शहर की गलियों से गुजरा करता , तो कुते पीछे से उसे बहुत भोंका करते थे । हाथी में साहस व बल... Hindi · लेख 1 148 Share Shutisha Rajput 2 Feb 2023 · 1 min read कदर कदर नहीं मेरे हुसन ए महबूब को मेरी, पर मुझे उन पर नाज़ है। चर्चे हैं उनकी सुंदरता के, यही मेरे लिए ताज है। यकीन है मुझे उन पर वो... Hindi · शेर 1 279 Share Shutisha Rajput 2 Feb 2023 · 1 min read हुसन हुसन वो जादू है जो चल जाए, तो दीवाना कर देता है। पर न जाने क्यों ये हुसन, वालों को कम दिखाई देता है। Hindi · शेर 1 275 Share Shutisha Rajput 2 Feb 2023 · 1 min read ये ही तो है बसंत हो गईं है सरसों जवान, उसने पीले फूलों से ,किया है सिंगार। मन नहीं बस में उसका, क्योंकि उसे चढ़ा है बसंत का बुखार। बच्चों की भी है मौज आई,... Hindi · कविता 1 183 Share Shutisha Rajput 13 Jan 2023 · 1 min read धन धन तो जोड़ लिया भर भर, कर थैले। पर इस दौड़ में हाथ, कर लिए अपराधो से मैले। धन की खोज में रिश्ते खो दिए। अपनो की आंखों में आसूं... Hindi · कविता 1 2 129 Share Shutisha Rajput 11 Jan 2023 · 1 min read सुन री! सर्दी बात सुन सर्दी मेरी, मैं बजुर्ग बड़ा हूं। तेरी इस ठिठुरन से, मैं अकड़ा पड़ा हूं। सुन री ! सर्दी कान लगाकर , मैं गरीब बड़ा हूं। तेरी इस ठंड... Hindi · कविता 1 122 Share Shutisha Rajput 9 Dec 2022 · 1 min read विश्वास क्या विश्वास करूं जिंदगी तेरा, तू हर रोज बदलती है | विश्वास तो मुझे उस भगवान पर है , जिसके सामने ' ए जिंदगी ' तेरी , क्या ! हस्ती... Hindi · शेर 1 80 Share Shutisha Rajput 11 May 2022 · 1 min read क्या आज भी पिता धृतराष्ट्र है??????? हां ! आज भी पिता धृतराष्ट्र है। जब निकली एक लड़की घर से तो, लड़कों ने बेहाल किया जब , लड़के के पिता को पता चला तो , मुकदमा भी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 247 Share Shutisha Rajput 5 May 2022 · 1 min read पिता से पराई सुन बिटिया, सुन बिटिया, तेरी कर तो दी बिदाई है। पर क्या करूं तेरी, याद बहुत सताती है। उठा सुबह जब तो, पहले तूझे आवाज लगाई है। देखा तेरा कमरा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 148 Share Shutisha Rajput 5 May 2022 · 1 min read पिता मेरे आप खुश रहे ,आबाद रहे , आपके चेहरे की मुस्कान , सदा महकती रहे । रब करे आपके सिर पर , हमेशा इज्जत का ताज रहे । ओ पिता मेरे....…..... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 324 Share Shutisha Rajput 19 Dec 2021 · 1 min read पानी बन जाती हर मुसीबत से मैं हर वक्त लड़ती हूं, कुछ नहीं पता जिंदगी का, फिर भी जीती हूं । क्यों नहीं मैं अपना बहाव , खुद ही बना पाती। काश में... Hindi · कविता 1 373 Share Shutisha Rajput 19 Dec 2021 · 1 min read आज का विद्यार्थी जीवन आज के विद्यार्थी का जीवन, बड़ा बेहाल है। पढ़ाई करने का न किसी , को ख्याल है । अध्यापक के प्रति न किसी, के मन में मान है । शायद... Hindi · कविता 1 243 Share Shutisha Rajput 10 Dec 2021 · 1 min read वक्त वक्त वक्त की बात है, कल सब रो रहे थे। लड़की हुई है , और आज वक्त देखो , वह लड़की भी रब के पास है। यही तो वक्त वक्त... Hindi · कविता 1 300 Share Shutisha Rajput 3 Oct 2021 · 1 min read दीवानगी अरे !किसी से सच्चे, दिल से प्रीत लगाओगे। तभी तो दीवानेपन का, अर्थ समझ पाओगे । चांद की दीवानगी चांदनी तक , चकोर की दीवानगी चांद तक । सच्ची मोहब्बत... Hindi · कविता 3 4 434 Share Shutisha Rajput 30 Sep 2021 · 1 min read शहीद ( अमरीश ) ::::::::::::???? 16 साल बाद माफ करना मां,मै तुझे फीर से, रुलाने आ गया। तेरे दिल में मुझे,अंतिम बार मिलने, की तमन्ना थी, मै 16 साल बाद उसे, फीर से पूरा करने आ गया। कर्ज... Hindi · कविता 1 228 Share Shutisha Rajput 29 Sep 2021 · 1 min read आज का इंसान जीवन है भगवान की देन, मनुष्य तो कठपुतली है । फिर भी कितना घमंडी है , आज का इंसान । गर्भ से बाहर आने के लिए, मांगी थी हजारों मन्नतें... Hindi · कविता 1 242 Share Shutisha Rajput 29 Sep 2021 · 1 min read इंतजार कहते हैं कि इंतजार , करना व करवाना , दोनों अच्छे लगते हैं। पर तब जब दो , दिल मिलते हैं । लेकिन यदि किसी को, किसी बस के इंतजार,... Hindi · कविता 1 218 Share Shutisha Rajput 28 Sep 2021 · 1 min read चेहरा हर चेहरे की एक , निशानी होती है । हर चेहरे की एक , कहानी होती है । फर्क सिर्फ इतना होता है, किसी चेहरे की जिंदगानी होती है। तो... Hindi · कविता 2 226 Share Shutisha Rajput 28 Sep 2021 · 1 min read मां की दुनिया मां तुम दुनिया का वह , अनमोल तोहफा है । जिसके सामने ताजमहल, का प्यार भी फीका है । अपनी हर खुशी को, कुर्बान करती है। तभी तो दुनिया में,... Hindi · कविता 1 354 Share Shutisha Rajput 25 Sep 2021 · 1 min read पुतला इंसान तो महज एक , माटी का पुतला है। ये बात उसे समझ नहीं आती, यही कारण उसे जग में, बार बार रुलाता है। इंसान का एक पल का, भरोसा... Hindi · कविता 1 411 Share Shutisha Rajput 21 Sep 2021 · 3 min read अश्लीलता का जन्म कुछ वर्ष पहले की बात है ।एक गांव था। उसका नाम सियार पुर था। वह गांव शहरों की चकाचौंध से कोसों दूर था ।उस गांव में गुलाबो व चरणों नाम... Hindi · कहानी 1 402 Share Shutisha Rajput 19 Sep 2021 · 1 min read बेटियों की किस्मत बेटियां क्यों इतनी प्यारी हैं , कैसे यह सब की राज दुलारी है। क्यों जीना सिखा देती है , यह सबको हंसकर । फिर भी ये सब की आंखो, में... Hindi · कविता 1 410 Share Shutisha Rajput 19 Sep 2021 · 1 min read मृत्यु मौत संसार का एक अटूट सत्य है , फिर भी इंसान को यह झूठ लगता है। हर रोज हम किसी न किसी, किसी को विदा होते इस, संसार से देखते... Hindi · कविता 1 276 Share Shutisha Rajput 18 Sep 2021 · 1 min read सलाम आर्मी क्या कहकर पुकारे तुम्हें, क्या नाम दे आप सबको। हम भारतीयों की जिंदगियों, पर कर्ज है हर आर्मी वाले का। इसके सिवाय क्या इनाम दे तुमको । मान हो तुम... Hindi · कविता 2 4 224 Share Shutisha Rajput 16 Sep 2021 · 1 min read चांद से बातें न जाने क्यों आज तेरी , चांदनी में भी वह कशिश नहीं । यह दिल तो तन्हा था ही , पर तेरी रोशनी में भी चमक नहीं । बहुत सुना... Hindi · कविता 2 429 Share Shutisha Rajput 16 Sep 2021 · 1 min read तेरे बिन तू क्या जाने ये जिन्दगी, तेरे बिन कुछ नहीं। कैसे समझाऊं मैं तेरे लायक नहीं । तेरे कदमों की आहट से , मेरी धड़कन ये चले । मेरे चेहरे को... Hindi · गीत 2 347 Share Previous Page 2 Next