Shutisha Rajput 144 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shutisha Rajput 4 Oct 2024 · 1 min read मां मां तेरे बिना जिंदगी खाली खाली सी लगती है मां। सब कुछ है मेरे पास बस एक तेरी ही कमी है तू आ जाए मेरी जिंदगी में मां, बाकी और... Quote Writer 3 39 Share Shutisha Rajput 19 Sep 2024 · 1 min read एक पल में कहते हैं मुझे तेरी शादी, हो गई अब तेरा वो घर छूट गया। पर कैसे भूलूं ये की वहां मां, अब भी रहती तो है कल की ही तो बात... Hindi · कविता 1 30 Share Shutisha Rajput 1 Jun 2024 · 1 min read मतदान मतदान करना सोच समझ कर, मत देना वोट पैसे लेकर। जो इन्सान बिक गया, वह अपना स्वाभिमान भी हार गया। चन पैसों के खतीर खुद से न गदारी करो, अपना... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 4 73 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read यमुना मैया है वर्तमान में भी जीवित , कान्हा की याद निराली। यमुना मैया भी है उनकी पत्नी मतवाली, जो करती है आज भी ब्रज की रखवाली। हो पवित्र जाए किए हों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 3 74 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read राम राम जी अब छोड़ी हमने अंग्रेजी, राम राम हम रटेंगे जी। जब होगी सुबह तो ,मुख से जय श्री राम बोलेंगे। राम के नाम के साथ ही मुख को खोलेंगे राम का... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 79 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read सूर्य देव सूर्य देव जी क्यों अबकी बार , मुंह फुलाकर बैठे हो, मांफ करदो हमें, क्योंकि पेड़ हमने ही काटे हैं। ये गलती न करेगे दोबारा , पेड़ लगाएंगे हम हर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 61 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read बारिश का है इंतजार गर्मी है बड़ी जोर की बारिश का है इंतजार, आजा मेघ बरसजा ,कब से खड़े हैं होकर तैयार। खूब भींगे गे बारिश में , गर्मी की छुट्टी कर जायेंगे। आएगी... Poetry Writing Challenge-3 1 51 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read बच्चे मन के सच्चे हम बच्चे मन के सच्चे हैं, झूठ कपट से अभी डरते हैं। न करना बड़ा हमें, भूल न जाए हम मासूमियत। छोटे रखना भगवान जी , ताकि करते रहे हम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 62 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read तमन्ना है तमन्ना दिल में मेरे , जब मौत आए तो मेरी मांग, में सिन्दूर रहे। है ख्वाइश मेरे दिल की ये , बिछड़ना न मौत के बिना हो, जब आए... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 49 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read मां की ममता मां की ममता बड़ी निराली, बच्चों की हर वक्त करती रखवाली। बस्ते अपनी संतान में प्राण इसके, आंखों से न ओझल होने देती बच्चों को अपने। बच्चों की एक मुस्कान... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 57 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read गिरगिट भगवान ने तो केवल जानवर, बनाया था गिरगिट नाम का । जो जैसी जगह बैठता था वैसा , ही रंग बदल लेता था अपनी खाल का। पर भगवान न जानता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 52 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read निस्वार्थ प्रेम राधा रानी अरे! कान्हा सुनो, निस्वार्थ प्रेम किया है मैंने तुमसे, चाहे तो आजमाकर देखलो। बातें करता है जमाना , कि राधा रानी ने कृष्ण को अनपा प्रेमी माना। लेकिन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 66 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read क्रोध क्रोध एक - दो मिनट का , बखेड़ा खड़ा हो गया, पूरी जिंदगी का। क्रोध में रहा न निरंतर स्वंय पर, क्रोध इतना भी न पालो की, खुद के लिए... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 35 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read वाणी इन्सान के पास कुछ हो या न हो, परन्तु उसकी वाणी कोमल होनी चाहिए। अमीर हो या गरीब पर कठोर वचन बोलने , से संभलना चाहिए। कर्कश आवाज एक ऐसा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 64 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read दुआए वो असर होता है दुआओं में, कि दवा भी पीछे रह जाती है। लेकिन आज कल इतना वक्त ही नहीं, दुआ देने के लिए मां दरवाजे पर ही खड़ी रह... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 3 68 Share Shutisha Rajput 30 May 2024 · 1 min read धूप धूप तू क्यों इतनी पड़ी है, लोगों की जान आफत में खड़ी है। आज कल सूर्य देव की मेहरबानी बड़ी है, तभी तो लोगों को पेड़ लगाने कि याद आई... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 60 Share Shutisha Rajput 30 May 2024 · 1 min read गुलाब इतना मनमोहक है रूप तुम्हारा, भगवान की बनाई इस दुनिया, को लगता है प्यारा। क्या बयां करें तुम्हारी सुन्दरता, इसके आगे तो सारा जहान है हारा। कहां से लाते हो... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 65 Share Shutisha Rajput 30 May 2024 · 1 min read मेरा अरमान आज बड़ा होने पर एक अरमान बाकी है, जिंदगी की बनानी अभी एक पहचान बाकी है। नहीं जीना चाहती मै इस झूठी, दुनिया में झूठी पहचान बनाकर। अभी तो दुनिया... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 61 Share Shutisha Rajput 30 May 2024 · 1 min read मंजिलें पास अगर मंजिल हो तो, रास्ता अपने आप मिल जाता है। हौसला देख हमारा खुदा भी, मददगार बन जाता है। यदि दिल में हो तम्मना मंजिल पाने की, तो नदियां... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 50 Share Shutisha Rajput 30 May 2024 · 1 min read ग़म खुशी आती है चली जाती है, लेकिन ग़म एक ऐसा है , जो कभी नहीं जाता है। छोड़ जाते हैं सब साथ हमारा, अंत में ग़म ही देता है सहारा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 59 Share Shutisha Rajput 30 May 2024 · 1 min read दिल तो करता है दिल तो करता है राधा रानी, कि तुम मेरे घर आओ। तुम्हे जी भर के देखूं मैं, कि बस देखती जाऊ। पलक न झपकू , छोड़ के न जाऊं। दरस... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 60 Share Shutisha Rajput 30 May 2024 · 1 min read विरह विरह कई प्रकार का होता है, पर अच्छा केवल भगवान, के नाम पर होता है। लगी विरह की पीढ़, मीरा बाई जी बन गई डीठ। जिस तन को लगती है,... Poetry Writing Challenge-3 1 56 Share Shutisha Rajput 21 Feb 2024 · 1 min read मौसम बरसात का मौसम ने ली अंगड़ाई, फूलों,पोधों व इन हसीन, वादियों पर बहार आई। सर्दी जाने को थी,गरमी का आगमन था, लेकिन बरसात ने आकर ला दिया, हर दिल में लड़कपन सा।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 100 Share Shutisha Rajput 21 Feb 2024 · 1 min read घमंडी है आज का इन्सान आज दुनिया में जीना ना आसान है, क्योंकी आज भगवान बना इन्सान है। आज के इन्सान में भरा है घमंड इतना, कि उसे हर दूसरा इन्सान दिखाई देता है, तिनके... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 108 Share Shutisha Rajput 21 Feb 2024 · 1 min read दीवानी राधा तो दिवानी है, श्री बांके बिहारी की। नहीं लगता है दिल उसका, जब तक न देखे सूरत तुम्हारी जी। नैन ना खोले वो, मुख से कुछ भी न बोले... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 155 Share Shutisha Rajput 20 Feb 2024 · 1 min read मां की ममता जग में बड़ा न कोए, मां की ममता के आगे, भगवान भी नतमस्तक होए। गर्भ धारण से लेकर जन्म तक, मां तकलीफें उठती है। जन्म होने पर संतान के ,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 93 Share Shutisha Rajput 20 Feb 2024 · 1 min read हुनर फूलों में इतर छुपा होता है, कैसे जाने ये। किसकी किस्मत कहां बदल, जाए कैसे माने ये। पत्थर पर घिसने के बाद, ही हिना रंग लाती है। मेहनत करने के... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 53 Share Shutisha Rajput 20 Feb 2024 · 1 min read जरूरी हैं रिश्ते कितना आसान होता है, रिश्ते बनाना और तोड़ना। उतना ही मुश्किल होता है, इन्हें बनाना और जोड़ना। ये सभी विश्वास पर टिके होते हैं, बिना विश्वास के ये तिनके ,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 69 Share Shutisha Rajput 20 Feb 2024 · 1 min read होली आओ सुनाए तुम्हें होली की कहानी, जिसमें जली थी होलिका अभिमानी। ले प्रहलाद को आग में, बैठी थी वो अनजानी। जल गई स्वंय ही और, ख़तम हो गई उसकी कहानी।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 82 Share Shutisha Rajput 20 Feb 2024 · 1 min read रंगीन सी जिंदगी घड़ा बनाकर पटकने से पहले, उसमें पानी तो भर जाने दो। इस हसीन जिंदगी के खत्म होने, से पहले इसमें प्यार का रंग तो चढ़ जाने दो। बसंत तो आती... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 55 Share Shutisha Rajput 19 Feb 2024 · 1 min read एक हसीन लम्हा ये कहानी है उस वक्त की, जब एक युवा दिल में एक, अजनबी ने दस्तक दी। कैसे भुलाय वो अपनी , मुलाकात के अपसाने। दो दिल होने लगे एक, दूसरे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 83 Share Shutisha Rajput 19 Feb 2024 · 1 min read बचपन का किस्सा जब बच्चे थे तो हम, दिल के सच्चे थे। बचपन की वो रात सुहानी थी, जब दादी मां सुनाती कहानी थी। न डर था हमें किसी का, क्योंकी हमारे उपर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 80 Share Shutisha Rajput 18 Feb 2024 · 1 min read मै कमजोर नहीं यदि बारिश में छतरी तान लेने, से बारिश रुक जाती। तो ये दुनिया कभी न इतना रुलाती। जिद है मेरी भी ये, इस संसार से। हर जन्म में, मै आऊंगी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 73 Share Shutisha Rajput 18 Feb 2024 · 1 min read मेले की धूम मेला आता है का साल बाद , इसमें आने को होता है हर मन बेताब। मेले की धूम होती है इतनी अनोखी, तभी तो इसे दूर-दूर से देखने आते हैं... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 67 Share Shutisha Rajput 18 Feb 2024 · 1 min read जिंदगी है एक खेल जिंदगी है एक खेल अनोखा , तभी तो इसमें बड़े - बड़े , इन्सान भी खा जाते हैं धोखा। जिंदगी की रफ्तार है बड़ी तेज, तभी तो इसका नहीं कही... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 83 Share Shutisha Rajput 17 Feb 2024 · 1 min read अपमान मौत इन्सान को एक , बार मारती है। मगर अपमान का घूंट, तिल तिल कर मारता है। इन्सान गुस्से से बेकाबू होकर, शब्दों पर न लगाम लगा पाता है। सामने... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 71 Share Shutisha Rajput 17 Feb 2024 · 1 min read बरसाने वाली दुनिया दीवानी है बरसाने वाली की, किस्मत चमकी है इसका नाम जपने वालों की। है किशोरी जी की बात निराली, तभी तो है वो वृंदा वन की रानी। है दीवानी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 143 Share Shutisha Rajput 16 Feb 2024 · 1 min read नादान जरा सी नादान हूं पापा, पर यह भी जानती हूं। की आपकी जान हूं । जिमेदरी बहुत थी आपके उपर, जब मैं छोटी थी उस वक्त। फिर भी मुझे अकेला... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 66 Share Shutisha Rajput 14 Feb 2024 · 1 min read स्वार्थ आज के समाज में रिश्ते नाते, शिक्षा, प्यार- मोहबत ये सब नाम के हैं। इनके नाम पर होते आज कल व्यापार भी है। इन्सान को किसी भी बात से, कोई... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 96 Share Shutisha Rajput 14 Feb 2024 · 1 min read बसंत के रंग बसंत के रंग आओ, देखें फूलों के संग। खिल उठी है बहार, बाग बगीचे हुए गुलजार। आयी किसानों के खेतों में भी जान, जवान हुई सरसों कर फूलों का सिंगार।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 109 Share Shutisha Rajput 10 Feb 2024 · 1 min read प्यार की खोज में आज नवयुवक भटक रहे हैं, प्यार की खोज में। प्यार आकर्षण को मान बैठे हैं, दुनिया की होड़ में। भुलाकर मां- बाप का सच्चा प्यार, चार दिन की चांदनी में... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 84 Share Shutisha Rajput 8 Feb 2024 · 1 min read गौरैया बचपन में देखी थी गौरैया रानी। अब लगता है मानों खो गई , वो बनकर कहानी। ची- ची सुबह जब करती थी वो। मन सुनकर खिल सा था जाता, अब... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 82 Share Shutisha Rajput 8 Feb 2024 · 1 min read हमसफर की आहट दिल में नमी और होंठों , पर हंसी हो। पर आंखें न हमसफर , से छिपी हों। आवाज़ में मीठा पन, दिल में हो तडपन। हर मिठास में भी पढ... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 97 Share Shutisha Rajput 26 Jan 2024 · 1 min read ओस की बूंदें आज दिल बहुत शायराना है, शायद मौसम का हमें किसी, से मिलाने का बहाना है। ओस की ये बूंदें फूलों को, चमका रही हैं। शायद दो दिलों की ये दास्तां... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 94 Share Shutisha Rajput 26 Jan 2024 · 1 min read स्वाभिमान स्वाभिमान आज बस किताबों में, या बस बोलने में रह गया। इसको इन्सान अपने अंदर, जगाना भूल गया। महज़ पैसे के लिए इन्सान, ने अपने ज़मीर को बेच दिया, स्वंय... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 64 Share Shutisha Rajput 26 Jan 2024 · 1 min read दुआ है दुआ ये मेरी रब से , आपकी जिंदगी में खुशियां, ही खुशियां हों। ग़म की परछाई भी न, आप तक पहुंचे आपके, दामन में इतनी दुआए हों। हर पल... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 90 Share Shutisha Rajput 26 Jan 2024 · 1 min read मां की जिम्मेदारी आज मैं एक कहानी सुनाती हूं, एक मां और उसके बच्चों की दास्तां बताती हूं। आज मां किसी बस अड्डे व रेलवे, स्टेशन पर बैठी है बेसहारा होकर। कभी वक्त... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 177 Share Shutisha Rajput 13 Jan 2024 · 1 min read आदर्श लौट आऐं राम मंदिर भव्य तो बन गया , भगवान की शान में। अब जिंदा रखना है, श्री राम के आदर्शो को घर के आंगन में। अब कोई माता न रोए बजूर्ग... Hindi · कविता 1 89 Share Shutisha Rajput 8 Jan 2024 · 1 min read सर्दी और चाय का रिश्ता है पुराना, सर्दी और चाय का रिश्ता है पुराना, ले चाय की चुस्की हो जा तू दीवाना। सर्दी और चाय का रिश्ता है पुराना । दो दोस्त ओर बना लिए भाई, एक... Quote Writer 1 211 Share Shutisha Rajput 29 Oct 2023 · 1 min read हर पिता को अपनी बेटी को, हर पिता को अपनी बेटी को, चांद बनाकर नहीं बल्कि, सूरज की तरह पालना चाहिए। क्योंकि हर पति ,पिता की तरह नहीं होता । पिता कभी अपनी बेटी को ,... Quote Writer 1 394 Share Page 1 Next